मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 27 दिसम्बर। भरतपुर-सोनहत के पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने किसानों को दिए गए बकाया धान बोनस को लेकर सवाल उठाया है, साथ ही किसानों के साथ छल करने का आरोप लगाया है।
पूर्व विधायक ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि यह वायदा किसी और साल का करते हैं और देते किसी और साल का हैं। वर्ष 2014-15 एवं वर्ष 2016-17 का बोनस दिया गया है, जबकि भाजपा के घोषणा पत्र में 2016-17 एवं 2017-18 का बोनस देने का वायदा किया गया था जिससे भाजपा की करनी व कथनी उजागर हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वर्ष 2014 में कम किसान धान बेचते थे और धान की कीमत भी कम थी जबकि 2017-2018 में धान बेचने वाले किसानों की संख्या ज्यादा थी। धान का समर्थन मूल्य भी 2014 के हिसाब से ज्यादा था वहीं धान के उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी हो गई। उस हिसाब से किसानों के बोनस की राशि काफी कम है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को घोषणा पत्र में दिए गए वर्ष के मुताबिक अधिक राशि का भुगतान करना पड़ता, इसलिए सरकार बचना चाहती है।
उन्होंने कहा कि 2 साल का बकाया बोनस की सूची क्यों जारी नहीं हो रही है? पूर्व विधायक कमरो ने घोषणा पत्र के अनुरूप बोनस देने की मांग की।