मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 27 दिसम्बर। वीर बाल दिवस के अवसर पर स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय मनेंद्रगढ़ में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व नपाध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा के द्वारा माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना एवं गुरू गोविंद सिंह तथा उनके साहेबजादों के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पटवा ने कहा कि हम सभी के लिए आज बड़ा गौरव का दिन है। प्रधानमंत्री द्वारा समस्त भारत वर्ष में 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे हमारे कल का भविष्य हैं। इन वीर बालकों को इतिहास पढक़र बच्चों को अपने धर्म, आस्था तथा देश के प्रति समर्पित होने की आवश्यकता है। साहेबजादों के बलिदान को याद करते हुए उन्होंने देश के महान सपूतों को नमन करते हुए कहा - धन्य है वे लोग जो अपने कच्ची उम्र में भी अपने धर्म के लिए मुगलों के सामने नहीं झुके। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने वीर बाल दिवस के अवसर पर वीर बालकों की जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।
पार्षद सरजू यादव ने कहा कि वीर बाल दिवस का उद्देश्य युवाओं और किशोरों, देशवासियों, महिलाओं में राष्ट्र निर्माण के लिए योगदान एवं मूल्यों को स्थापित करना और सुदृढ़ बनाना है।
अपर कलेक्टर अनिल सिदार ने वीर बाल दिवस के अवसर पर कहा कि शिक्षा संस्कृति की संवाहक है। उन वीर बालकों के शहादत की गाथा आज याद कराने की आवश्यकता है।
जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए आयोजन के बारे में सभी को अवगत कराया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग द्वारा फोटो पोस्टर प्रदर्शनी तथा स्पीच प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया था। छात्रा दिलप्रीत कौर ने साहिबजादों के सम्मान में अरदास किया।
श्रुति रोहरा, कुमारी संस्कृति विश्वकर्मा एवं हिमांशु दास के द्वारा चित्रमय काव्य पाठ किया गया। दीपा पुरी, पूर्णिमा जायसवाल एवं हरगुन कौर के द्वारा कविता पाठ किया गया। विद्यालय के दया सिंह एवं ग्रुप के द्वारा शस्त्र प्रदर्शन किया गया। इसके बाद समस्त कविता पाठ करने वालों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन नारायण प्रसाद तिवारी एवं आभार प्रदर्शन जसपाल कालरा ने किया।