मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 30 दिसम्बर। क्षेत्र में इन दिनों रिहायशी क्षेत्र में बाघ के विचरण की जानकारी से लोगों में दहशत का आलम है। हालांकि अभी तक बाघ से किसी का भी सामना नहीं हुआ है और न ही वन अमले की ओर से किसी तरह की कोई पुष्टि की गई है, फिर भी ऐहतियात के तौर पर विभाग मॉर्निंग वॉक में जाने वालों तथा पिकनिक और जंगल की ओर घूमने-फिरने निकलने वालों को सतर्कता बरतने को कहा है।
झगराखंड थाना क्षेत्र के आसपास एवं इससे लगे ग्रामीण इलाकों में पिछले कुछ दिनों से बाघ के ्िरवचरण करने की खबरें प्रकाश में आ रही हैं। रिहायशी क्षेत्र में बाघ के घूमने की जानकारी से लोगों में भय का वातावरण निर्मित है। इधर बाघ के विचरण की खबर आने के बाद वनमंडल मनेंद्रगढ़ द्वारा लगातार सर्चिंग की जा रही है, लेकिन अभी तक कहीं पर भी बाघ के पदचिन्ह प्राप्त नहीं हुए हैं।
हालांकि वनमंडलाधिकारी मनेंद्रगढ़ लोकनाथ पटेल की ओर से सूचना जारी की गई है कि 28 दिसंबर की शाम करीब साढ़े 5 बजे झगराखंड थाना क्षेत्रांतर्गत लेदरी से खोंगापानी रोड पर सिद्धबाबा मंदिर से कुछ आगे खोंगापानी की ओर जाते समय झूमर नाला की ओर एक बाघ को जाते हुए देखा गया है।
डीएफओ की ओर से झगराखंड, लेदरी, खोंगापानी एवं ग्राम नारायणपुर, भौंता, कोड़ा तथा आसपास के क्षेत्र के सभी लोगों को जंगलों की ओर नहीं जाने तथा नदी-नालों में पिकनिक मनाने, घूमने एवं मॉर्निंग वॉक में जाने से बचने सतर्क रहने और सतर्कता बरतने की समझाईश और हिदायत दी गई है। डीएफओ की ओर से यह भी कहा गया है कि जहां बाघ के विचरण की जानकारी आई थी वहां वन अमले के द्वारा ट्रेस किए जाने पर लकड़बग्घा के पदचिन्ह मिले हैं।