बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 जनवरी। जिले के शराबियों ने सत्र 2023-24 के दौरान 138 करोड़ का गटक लिए हैं। जिले में प्रति माह 10 करोड़ से अधिक की शराब की खपत हो रही है। जिले के वित्तीय सत्र के लिए 185 करोड़ का राजस्व शराब से प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। जिसे समय पर प्राप्त करने का आबकारी विभाग को पूरा भरोसा है। पूरी तरफ जिले में लगभग 5 लाख व्यक्ति गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले हैं, इस लिहाज से शराब को लेकर दीवानगी को बेहतर संकेत नहीं माना जा रहा है।
जानकारी हो कि जिले के चारों ब्लॉक में संचालित 10 शराब दुकानों में जारी सत्र में अभी तक 138 करोड़ 33 लाख का शराब बिक चुका है। जिले में प्रति माह करीब 35 करोड़ का शराब जिले के शराबी गटक रहे हैं। गत सत्र की अपेक्षा जिले में शराब की बिक्री में 20 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है।
जिले के 10 दुकानों में बेरला व नवागढ़ सबसे आगे
सूत्रों के अनुसार जिले के बेमेतरा, साजा, बेरला, नवागढ़, थान खम्मरिया, परपोड़ी, टेमरी, मारो, दाढ़ी, देवकर के शराब दुकान में प्रतिदिन एक करोड़ 10 लाख की शराब बिकती है। जिसमें सबसे अधिक उठाव बेरला में है जहां पर प्रतिदिन 27 लाख की बिक्री है, इसके बाद नवागढ़ में शराब का उठाव है।
प्रति माह 34 से 35 करोड़ का बाजार
अक्टूबर, नवंबर व दिसंबर माह के दौरान जिले के शराब दुकानों में शराब का बिक्री का आंकड़ा 34 से 35 करोड़ तक पहुंच गया है। विभाग के अनुसार इन तीन महीने में राजस्व पूर्व की अपेक्षा अधिक होने लगा है। विभाग शराबियों की मदद से 138 करोड़ से अधिकतर राजस्व की कमाई कर चुका है।
मेहनत की कमाई लत को पूरा करने पर कर रहे खर्च
जिले में 5 लाख से अधिक व्यक्ति गरीबी रेखा से नीचे है, जिनकी आर्थिक हालात ठीक नहीं है। 138 करोड़ की शराब पी चुके हैं। बिगड़े आर्थिक स्थिति को सुधारने के बजाय लोग अपनी मेहनत की कमाई को शराब की लत में पूरा करने पर खर्च कर रहे हैं। जिले में नशा मुक्ति के लिए लगातार अलख जगाने वाले समाजसेवी ताराचंद माहेश्वरी का कहना है कि जिले में इस तरह की शराब की खपत होना अच्छा संकेत नहीं है।
विभाग का भरोसा इस रफ्तार से बिकी तो टारगेट होगा पूरा
शासन द्वारा जिले के आबकारी विभाग को जारी वित्तीय सत्र के लिए 185 करोड़ 98 लाख से अधिक का राजस्व का लक्ष्य दिया गया है। लक्ष्य के विपरीत 138 करोड़ से अधिक का राजस्व से प्राप्त हो चुका है। तय राजस्व प्राप्त होने को लेकर जिला आबकारी अधिकारी नितिन खंडूजा ने बताया कि मार्च तक लक्ष्य प्राप्त होगा, अभी जिले को प्रतिमाह 34 से 35 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो रहा है। शराब बिक्री से प्राप्त राजस्व 138 करोड़, ंशराब बिक्री से जिले को प्राप्त होने वाले आय का टारगेट 185 करोड़ है। जिले में प्रतिमाह शराब की बिक्री - 34-35 करोड़, जिले का भू-पंजीयन से आय का टारगेट 61 करोड़, जिले में अब तक भू-पंजीयन से प्राप्त राजस्व 41 करोड़ है।
शासन को जमीन की खरीदी-बिक्री से तीन गुना आय शराब की बिक्री से
जुटाए गए आंकड़े के अनुसार शासन द्वारा बेमेतरा जिला को जमीन खरीदी-बिक्री से सालाना राजस्व का टारगेट करीब 61 करोड़ का दिया गया है। बेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लॉक के उप पंजीयन कार्यालय में रजिस्ट्री से 41 करोड़ का राजस्व मिल चुका है। इस लिहाज से देखा जाए तो जिले में जमीन की अपेक्षा शराब से शासन को तीन गुना अधिक आए हो रहा है। वही आय का रफ्तार भी भू-पंजीयन की अपेक्षा अधिक है। बहरहाल नशे की लत की ओर बढ़ रहे हैं लोगों की वजह से सरकारी खजाना दिनों दिन बढ़ते जा रहा है।
कार्रवाई भी कर रहे हैं, पकड़े है एक हजार लीटर
जिले में अब तक 1031 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है। साथ ही 344 प्रकरण दर्ज करते हुए 16 वाहनों को भी जप्त किया गया है। इसमें 15 दो पहिया वाहन, एक चार पहिया वाहन शामिल है।
जिला आबकारी अधिकारी नितिन खंडूजा ने कहा कि 185 करोड़ का राजस्व प्राप्त करने का टारगेट हैं, जिसे मार्च तक प्राप्त कर लेंगे।