बेमेतरा
बेमेतरा, 22 जनवरी। चार दिवसीय छत्तीसगढ़ी भाषा एवं संस्कृति के विकास प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन डाइट द्वारा किया गया। जिले के अंतर्गत कुल 100 शिक्षकों ने भाग लिया। प्राचार्य जीके धृतलहरे ने छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति को गांव-गांव तक ले जाने के लिए सभी शिक्षकों को बताया गया। छत्तीसगढ़ी भाषा प्रशिक्षण जिला नोडल थलज कुमार साहू ने छत्तीसगढ़ी भाषा पर अपनी बात रखते हुए बताया कि हमें स्कूली बच्चों को बोलचाल की भाषा और संस्कृति के प्रति जागरूक करना है। मास्टर ट्रेनर शीतल बैस, ईश्वर साहू, भुवन लाल साहू, सप्रे, गजानंद शर्मा ने छत्तीसगढ़ी बोली, वेश भूषा,खान पान, रहन-सहन, लोकगीत, लोक कला, खुरमी, ठेठरी,पाताल के चटनी, छतीसगढ़ी परिधान के बारे में बताया गया। मास्टर ट्रेनर शांत कुमार पटेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में बहुत ही सुंदर पर्यटक जगह, धार्मिक स्थल को बताया। समापन अवसर पर डाइट प्राचार्य जी.के घृतलहरे, वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. बसु बंधु दीवान, जीएल खुटियारे, सोनी, तुकाराम, श्रद्धा तिवारी, उषा किरण पांडे, यमुना जांगड़े, बहोरिक साहू, वर्मा, जिला प्रशिक्षण नोडल थलज कुमार साहू व्याख्याता उपस्थित रहे।