दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 23 जनवरी। मंगलवार को सर्व आदिवासी समाज द्वारा बुलाये गये बंद का असर दंतेवाड़ा जिला के बचेली नगर में भी देखने को मिला। सुबह से ही व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद रही। इस दौरान जरूरी सेवाएं मेडिकल व पेट्रोल पंप चालू रही।
नगर के मुख्य मार्ग हनुमान मंदिर बजरंग चौक पर सर्व आदिवासी समाज द्वारा टेंट लगाकर विरोध प्रदर्शन किया व नारेबाजी भी की गई।
दरअसल, बीजापुर के ग्राम मुवेंडी की 6 माह की मासूम की गोली लगने से मौत और हसदेव के जंगल की कटाई के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने बस्तर बंद का ऐलान किया था। साथ ही इस बंद को सफल बनाने आदिवासी समाज ने व्यापरियों से सहयोग मांगा था।
सर्व आदिवासी समाज शाखा बचेली के अध्यक्ष एमआर बारसा ने कहा कि समाज द्वारा बस्तर संभाग में बीजापुर में मासूम की हत्या व हसदेव में हो रही जंगल कटाई को लेकर यह बंद बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि हसदेव जो कि सरगुजा इलाके में आता है वहां लाखों पेड़ काटे जा रहे हंै। पर्यावरण बिगड़ रहा है संतुलन बनाये रखाना है, इसके लिए सरकार भी चिंतिंत है ऐसे में लाखो पेड़ों की बलि क्यों दी जा रही है। जिसका हम विरोध करते हंै। साथ ही बीजापुर के मुबेंडी गांव में 6 माह की बच्चे की फोर्स की फायरिंग में मौत हो गई है।
बारसा ने आरोप लगाते कहा कि फोर्स के जवान गांव में जाकर सल्फी पिये और नशे में अंधाधुंध फायंरिग किये, जिसमे मासमू की जान चली गई। पीडि़त परिवार व ग्राम वासियों द्वारा घटना को लेकर आक्रोश जताया गया। कलेक्टर से लगातार मिलने की कोशिशे की गई, लेकिन उनसे नहीं मिल पाये। इन मुद्दों को लेकर हड़ताल की गई थी। घटना की सर्व आदिवासी समाज पुरजोर विरोध करता है।