दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 25 जनवरी। निर्माण कार्य की रफ्तार बहुत धीमी होने के कारण विभाग ने दंतेवाड़ा-बचेली-किंरदुल मार्ग निर्माण का टेंडर निरस्त कर दिया। री टेंडर 14 को खुलेगा।
दंतेवाड़ा से बचेली होते हुए किंरदुल तक करीब 40 किमी लंबी सडक़ की स्थिति काफी खराब है। लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें आ रही हंै। स्थानीय लोग कई वर्षों से अच्छे सडक़ का इंतजार कर रहे हंै, लेकिन अब अच्छे सडक़ंे लिए और अधिक समय का इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि वर्तमान में बन रही सडक़ के निर्माण कार्य का टेंडर विभाग द्वारा निरस्त कर दिया गया है। निर्माण कार्य की रफ्तार बहुत धीमी होने के कारण विभाग ने यह निर्णय लिया है। निर्माण का टेंडर निरस्त कर दिया गया है।
जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा से बैलाडीला की दूरी वैसे तो 40 किमी है लेकिन खराब सडक़ के चलते इसे तय करने में काफी मशक्कत करनी पड़ जाती है। 100 करोड़ से अधिक लागत वाली इस सडक़ का निर्माण एनसी नाहर कंस्ट्क्शन द्वारा किया जा रहा था। इस बीच छोटे-बड़े पुल पुलिया का निर्माण भी होना है, लेकिन एक साल से भी अधिक समय बीत जाने पर भी सडक़ निर्माण की गति धीमी होने पर विभाग ने टेंडर को निरस्त कर नया टेंडर बुलाया गया।
जानकारी के अनुसार इस सडक़ निर्माण कार्य का री टेंडर भी हो चुका है। आगामी 14 फरवरी को टेंडर खुलेगा। इसके बाद दुबारा से सडक़ निर्माण कार्य शुरू होगा। अच्छी सडक़ के लिए लोगो केा अब और इंतजार करना पड़ेगा।
लेटलतीफी के चलते पीडब्ल्यूडी ने किया निरस्त
लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता ने कहा कि इस सडक़ निर्माण में देरी व लेटलतीफी होने के चलते टेंडर रद्द किया गया है। री-टेंडर प्रक्रिया भी हो चुकी है 14 फरवरी टेंडर ओपन होने के बाद कार्य शुरू हो जायेगा।
71 छोटे-बड़े पुल-पुलिया
इस 40 किमी लंबे सडक़ पर 63 छोटे पुलिया एवं 8 बड़े पुलिया बनेंगे। जिसमें छोटे-छोटे कुछ पुलिया बन भी चुका है। वर्तमान में सडक़ डायवर्सन कर सडक़ खोदकर छोड़ दिया गया है। बडे-बड़े गड्ढों व धूल की वजह से लोगों का आवागमन करना काफी मुश्किल होता है।
लोगों की मंाग है कि नया सडक़ तो बनता रहेगा कम से कम गड्ढों को भरा जाये। ताकि आवागमन करने में दिक्कतें ना हो।फरवरी के दूसरे सप्ताह में टेंडर ओपन होगा। उसके बाद कार्य शुरू होने में 1-2 महिना लगेगा ही। तीन महिने बाद बारिश की मौसम शुरू हो जायेगा। ऐसे में दिक्कते और बढऩे वाली है। दिनों-दिन सडक़ की दुर्दशा बढ़ती जा रही है।
लोगों ने कहा कि नई सरकार बनने के बाद उम्मीद थी कि सडक़ में सुधार होगा और जल्द ही नया सडक़ बनेगा, लेकिन यहॉ तो उल्टा हो गया।