बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 फरवरी। यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे सुरक्षा बल विगत महीनों से ऑपरेशन अमानत अभियान चला रहा है। इसके तहत पिछले 10 महीनों में बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर मंडल के 960 यात्रियों के गुम हुए या छूटे सामान ढूंढकर उन्हें वापस किए गए हैं। ये सामान दो करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के थे।
कई बार ट्रेनों में चढऩे, उतारने की जल्दबाज़ी में यात्री अपना सामान ट्रेन में ही भूल जाते हैं या फिर कई बार उनका सामान गुम हो जाता है । उनके छूटे सामान को पहुंचाने तथा गुम हुए सामानों की रिकवरी के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा इस अभियान की शुरुआत की गई है । बिलासपुर, चांपा, कोरबा, उसलापुर, रायगढ़, ब्रजराजनगर, पेंड्रारोड, अनुपपुर, शहडोल, मानेंद्रगढ़, बिजुरी, अंबिकापुर, भाटापारा, तिल्दा-नेवरा, रायपुर, दुर्ग, भिलाई राजनांदगांव, डोंगरगढ़, गोंदिया, भंडारारोड, इतवारी, नैनपुर, छिंदवाड़ा, वडसा, नागभीड़, कांप्टी आदि रेल सुरक्षा बल पोस्ट ने इस अभियान में अपना योगदान दिया है।
ट्रेन में पेट्रोलिंग तथा स्टेशनों में गश्ती के दौरान रेल सुरक्षा बल तथा अन्य रेल कर्मियों ने यात्रियों के छूटे हुए सामानों को स्टेशन में तथा ट्रेनों में अधिकृत प्राधिकारियों के पास जमा किया। यात्रियों ने भी कई बार अन्य यात्रियों के छूटे हुए सामानों को ट्रेनों में टीटीई या रेल सुरक्षा बल के कर्मियों के पास सुपुर्द किया तथा सूचित किया। रेल यात्रा के दौरान जिन यात्रियों का सामान गूम हो जाता है, वे अपनी शिकायत ट्रेनों में टीटीई, रेल सुरक्षा बल या ट्रेन मैनेजर अथवा स्टेशनों में स्टेशन मास्टर व संबन्धित रेल कर्मियों के पास दर्ज कराते हैं।
यात्री रेल मदद एप, हेल्पलाइन नंबर 139, ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से भी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते है । शिकायत मिलने पर संबन्धित ट्रेनों, स्टेशनों तथा अन्य आरपीएफ पोस्ट में इसकी सूचना दी जाती है और संबन्धित प्राधिकार सामान को रिकवर करने के लिए जुट जाते हैं। ऑपरेशन अमानत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में एक अभियान के स्तर पर चलाया जा रहा है तथा यह आगे भी इसी ऊर्जा के साथ निरंतर जारी रहेगा।