राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 फरवरी। स्वदेशी मेले के चतुर्थ दिन आयोजित कार्यक्रम में मंगलवार को विशेष अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री अरूण साव विशेष रूप से उपस्थित थे। मंचीय कार्यक्रम में सर्वप्रथम भारतमाता एवं महात्मा गांधी के तैलचित्र पर अतिथियों ने पुष्पाहार अर्पित किया।
स्वागत प्रतिवेदन स्वागत समिति के अध्यक्ष विनोद डढ्ढा ने दिया। तत्पश्चात वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक शर्मा, खूबचंद पारख, भरत वर्मा, संतोष अग्रवाल, सुरेश एच. लाल, सचिन बघेल, रविंद्र वैष्णव, राजेंद्र गोलछा, बमलेश्वरी ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, धम्मन साहू ने स्वदेशी के बारे में उपयोगी उद्बोधन दिया।
मंच से खूबचंद पारख ने कहा कि भारत के जीडीपी के आंकड़ों से भारत आज तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। इसके पीछे स्वालंबी भारत और आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी भूमिका है। जिसमें स्वदेशी अभियान बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि अब लोगों का रूझान स्वदेशी की ओर बढऩे लगा है। इसमें आम नागरिक की भागीदारी भी महत्वपूर्ण होती जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी के उत्पादन से लोग सरकारी नौकरी में आश्रित रहने के बजाय लोगों को नौकरी देने के सक्षम बना रहे हैं और मालिक बनकर लोग दूसरों को नौकरी दे रहे हैं, यह गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि कुटीर उद्योग, लघु उद्योग और महिला स्वयं सहायता समूह की भागीदारी से स्वदेशी अभियान को संबल मिला है।
उपमुख्यमंत्री ने की स्वदेशी इलेक्ट्रिक कार की लॉन्चिंग
उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने भी स्वदेशी मेले की प्रशंसा की और आयोजन को सफल बताते कहा कि वे जहां स्वदेशी मेरा लगता है, उसे प्रोत्साहित करने जरूर जाते हैं । श्री साव ने मेले के पश्चात टाटा कंपनी की शुद्ध स्वदेशी मॉडल की इलेक्ट्रिक कार का विधिवत उद्घाटन करते राजनांदगांव में लॉन्चिंग भी किया। इस अवसर पर स्वागत समिति के अध्यक्ष विनोद डढ्ढा, सहसंयोजक किशुन यदु, राजा मखीजा, योगेश बागड़ी, स्वदेशी मंच के जिला अध्यक्ष राजकुमार शर्मा, तरुण लहरवानी, रवि सिन्हा, एकमल सोनी सहित बड़ी संख्या में स्वदेशी मंच के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
डोंगरगढ़ में भी लगेगा स्वदेशी मेला
कार्यक्रम में बम्लेश्वरी ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने स्वदेशी मेले की प्रशंसा करते इसे डोंगरगढ़ में भी आयोजित करने का विषय रखा, जिसे उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने सहमति देते कहा कि डोंगरगढ़ धार्मिक नगरी है, वहां भी स्वदेशी मेले का आयोजन होना चाहिए, जिस पर प्रबंधक सुब्रतो चक्की ने सहमति व्यक्त की।
प्रतियोगिताओं के पुरस्कार घोषित
स्वदेशी मेले में विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन मेले में आने वाले बच्चों का उत्साहवर्धन करने के लिए समिति के मातृशक्तियों के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। बच्चों के कला एवं प्रतिभा को उभारने के लिए एक सशक्त मंच स्वदेशी मेले के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है ।