राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता सुरेन्द्रदास पर बहादुरी दिखाकर कांग्रेस के बड़े नेता कोई तीर नहीं मारे। उन्होंने कहा कि यदि बहादुरी दिखाना है तो भाजपा नेताओं के बूढ़ासागर के भ्रष्टाचार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर दिखाए।
श्री ओस्तवाल ने विज्ञप्ति के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा कि कांग्रेस पार्टी के विपक्ष में रहते ईमानदारी से संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं, नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों की प्रदेश में सत्ता के आते ही जनहित और कांग्रेस पार्टी के लिए संघर्ष करने वाले नेताओं की जिस तरह से उपेक्षा की गई और सत्ता के मदहोश में चाहे मुख्यमंत्री, चाहे केबिनेट मंत्री, चाहे जिले के प्रभारी मंत्री, चाहे प्रदेश एवं शहर संगठन के अधिकांश लोगों ने फूल छाप कांग्रेसियों का जमावड़ा जो किया। जिसकी पत्र के माध्यम से मेरे द्वारा संज्ञान के लाने के बावजूद जो अनदेखी की गई और भाजपा के 15 वर्ष के शासन काल में जो भष्ट्राचार और गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य आदि हुए। जिसकी ईमानदारी से कांग्रेस पार्टी और जनहित मेें भाजपा नेताओं के कार्यकाल की भष्ट्राचार की 16 करोड़ के बूढ़ासागर सौंदर्यीकरण 210 करोड़ के अमृत मिशन योजना एवं निगम की मालिकाना हक की दुकानों की लाखों-करोड़ों रुपयों की हेराफेरी एवं सडक़ डामरीकरण आदि की फाईल खोलवाने एवं दोषियों के खिलाफ एफ.आईआर दर्ज करवाने की मांग लगातार महापौर हेमा देशमुख और शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और राजनांदगांव जिले के प्रभारी मंत्री से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी ठोस कार्रवाई करने की मांग की गई, लेकिन पत्रों का आदान-प्रदान करके उनके कर्तव्यस्थ अधिकारी द्वारा जिस तरह से भाजपा नेताओं को बचाने का पूरा प्रयास होता रहा।
जिससे कांग्रेस पार्टी को सन् 2023 के विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा, यह जीता जागता प्रमाण है, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही जिस तरह से गत् दिनों पूर्व मुख्यमंत्री बघेल एवं अन्य आदि लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई और राजनांदगांव जिले के सांसद संतोष पांडेय एवं पूर्व महापौर मधुसूदन यादव आदि नेताओं द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदि के खिलाफ महादेव एप सट्टा के मामले में न्यायिक प्रक्रिया का सामना व सम्मान करने की नसीहत भाजपा नेताओं द्वारा दी गई।