रायगढ़
रायगढ़, 21 मार्च। शाखकर्तन के लिए छोटे मासूम बच्चों से काम करवाने का मामला सामने आया है। पूरा मामला धरमजयगढ़ वनमंडल क्षेत्र के बोरों रेंज के कूमा, इंचपारा गांव का है, जहां फड़मुंशी द्वारा मासूम बच्चों को तेंदूपत्ता शाखकर्तन का काम करा रहे थे। जिसमें चार बच्चे शामिल थे। इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने बच्चों से जानकारी ली, तो बच्चों ने एक शब्दों में कहा कि फड़मुंशी ने ही काम करने बुलाया था। इस संबंध में फड़मुंशी से सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब देने में असमर्थता जाहिर की और तो और फड़मुंशी को एरिया के बीट गार्ड का नाम तक नहीं पता। इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने फड़मुंशी एवं शाखकर्तन स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों से पूछा तो उन्होंने भी कहा कि बीटगार्ड कभी कभार घुमने आ जाते हैं तो बहुत है,नहीं तो दर्शन भी दुर्लभ है।
शाखकर्तन के संबंध में ग्रामीणों से रूबरू हुए तो उन्होंने बताया, हमारे यहां फड़मुंशी द्वारा ऐसा ही हर वर्ष बच्चों से कराया जाता है।
इस संबंध में बीट के फॉरेस्ट गार्ड का कहना है मुझे शाखकर्तन कार्य के लिए क्षेत्र के प्रबंधक द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई, और वैसे भी इस कार्य में हमारी कोई भूमिका नहीं है। किसी भी कार्य के लिए उन्हें सूचना व जानकारी की जरूरत है।