राजनांदगांव
पुलिस के भय से आरोपी अस्पताल में हो गया था भर्ती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 मार्च। डोंगरगढ़ इलाके के कोपेनवागांव में बेटे ने अपने पिता द्वारा बार-बार धमकी देने पर आक्रोशित होकर होली की रात टंगिया मारकर हत्या कर दी, वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी हार्टअटैक का बहाना कर अस्पताल में भर्ती हुआ था। हालांकि पुलिस ने आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की, जिस पर आरोपी बेटे ने हत्या करना स्वीकार किया। इस पर पुलिस ने आरोपी को पकडक़र कार्रवाई की। बताया गया कि मृतक 12 साल पहले दोहरे मर्डर में 8 साल की सजा काट चुका है।
पुलिस के अनुसार 26 मार्च को प्रार्थी ने चौकी में सूचना दी कि शेषनारायण वर्मा का किसी ने गला व कान में गंभीर चोट पहुंचाकर प्राणघातक हमला कर दिया है। सूचना पर मौके पर देखे तो शेषनारायण वर्मा निवासी कोपेनवागांव रास्ते के किनारे जहां लोग कूड़ा-करकट डालते हैं, वहां पर मृत पड़ा था।
अपराध की गंभीरता को देखते मौके पर एएसपी राहुल देव शर्मा, डीएसपी नवीन एक्का, थाना प्रभारी सीआर चंद्रा, एफएसएल टीम व डॉग स्कॉर्ट की टीम पहुंचकर चौकी प्रभारी मोहारा प्रमोद श्रीवास्तव को विवेचना के निर्देश दिए।
विवेचना के दौरान संदेही बेटा से पूछताछ करने पर पता चला कि पूर्व से पिता शेषनारायण मारपीट-विवाद करता था। एक बार मेरी मां को भी तलवार फेंककर मारा था। होली के दिन भी मामा लालचंद जब घर आया था, तब शराब पीने की बात को लेकर वाद-विवाद किया और मामा लालचंद को छोडक़र आता हूं, फिर तुम लोगों का मजा चखाउंगा कहते हुए चला गया।
पुत्र डोमेश कुमार वर्मा द्वारा पिता की बार-बार धमकी से गुस्सा होकर उसकी हत्या करने अपने ही घर में रखा हुआ टंगिया लेकर मनोज किराना के सामने तालाब पुल में छिपकर इंतजार करता रहा। जैसे ही रात 8.30-09 बजे पिता शेषनारायण वापस आया तो अपने पास रखे टंगिया से गला में प्राणघातक हमला किया। मौके पर गिर जाने पर 4-5 बार पुन: टंगिया से गला, कान व हाथ में मारकर हत्या कर दी।
घटना के बाद से आरोपी पुत्र डोमेश पूछताछ व पुलिस से बचने हार्टअटैक का बहाना कर अस्पताल में भर्ती हो गया था।
घटना में प्रयुक्त टंगिया में लगे होली का रंग व आरोपी के हाथ में लगे रंग एवं चोंट से प्रथम दृष्टया ही आरोपी पर पुलिस को शक हो गया था, पर आरोपी के अस्पताल में भर्ती होने का नाटक करने से पुलिस को पूछताछ में दिक्कत आ रही थी।
आरोपी को खैरागढ़ अस्पताल से लाकर पूछताछ करने पर हत्या करना स्वीकार किया व टंगिया को पास में ही खेत डोली के झुरमुट में फेंक दिया और घटना दिनांक को पहने अधजले कपड़े को निकालकर अपने घर में छिपाना बताया।
आरोपी बेटा ने यह भी बताया कि पिता शेषनारायण वर्मा पूर्व में 2010 में थाना गातापार में दोहरे मर्डर में 8 साल की सजा काट चुका है।