महासमुन्द
भयभीत पुजारी, बैगा, चौकीदार ने मंदिर का गेट बंद कर खुद को सुरक्षित कर लिया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 अप्रैल। ओडिशा सीमा से लगे ग्राम ब्राम्हणडीह स्थित पाटमेश्वरी मंदिर परिसर में एक साथ 3 भालू रात भर विचरण करते रहे। अचानक आए भालुओं को देख पुजारी, चौकीदार तथा बैगा देर रात तक मंदिर के ग्रील गेट को बंद कर भालुओं पर नजर रखते रहे। इस मंदिर में भालू का आना कोई नई बात नहीं है। लेकिन एक साथ 3 भालुओं को देख मंदिर के पुजारी सहित अन्य कर्मियों के होश उड़ गए।
मालूम हो कि चंडी मंदिर सहित जिले के अनेक मंदिरों में नवरात्र के दौरान भालू पहुंचते हैं। जिन्हें श्रद्धालु अपने हाथों से प्रसाद सहित अन्य खाद्य वस्तुएं खिलाते हैं। लेकिन बीती रात पाटमेश्वरी मंदिर परिसर में एक साथ पहुंचे 3 भालुओं को देख भयभीत पुजारी, बैगा, चौकीदार ने मंदिर का गेट बंद कर खुद को सुरक्षित कर लिया और रात के अंधेरे में राड लगी खिडक़ी से भालुओं की हरकतों को देखते रहे।
यहां पहुंचे भालुओं ने पहले तो अपने खाने के सामान इधर-उधर ढूंढा। इसके बाद तोड़-फोड़ शुरू कर दी। भालुओं ने तेल टीने को तोडऩे का प्रयास किया और टीन की ऊपरी सतह पर चिपके तेल को चट भी किया। इसके बाद मंदिर के मेन गेट पर पहुंच गए। जहां पर पुजारी, बैगा और चौकीदार लोहे के दरवाजे के भीतर मौजूद थे। भालुओं का दल भीतर घुसने का प्रयास करने लगा।
लोगों की आवाजाही के बाद सुबह 5 बजे दरवाजा खोलकर पुजारी अपने साथियों संग बाहर निकले।