रायपुर
![संस्कृत कॉलेज में एनईपी लागू नहीं संस्कृत कॉलेज में एनईपी लागू नहीं](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/172000280316.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 जुलाई। प्रदेश के संस्कृत महाविद्यालय में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इस सत्र से लागू नहीं किया जा रहा है। इस वर्ष एडमिशन लेने वाले बच्चों को वर्तमान पध्दति यानी त्रिवर्षीय स्नातक के अनुसार ही डिग्री मिलेगी।अगले सत्र 25-26 से लागू करने की बात कही जा रही है। यह तो बात प्रशासकीय हुई लेकिन कॉलेज सूत्रों ने बताया कि हर छह माही सेमेस्टर और अन्यान्य वर्कलोड से बचने कॉलेज प्रशासन का निर्णय है।
बी ए क्लासिक्स 1
अनिवार्य विषय संस्कृत या अंग्रेजी हिंदी,अनिवार्य व्याकरण,अनिवार्य साहित्य।वैकल्पिक विषय मे वेद व्याकरण ज्योतिष व साहित्य में से कोई 1 विषय का चयन करना पड़ता है।
आधुनिक विषयों में इतिहास, राजनीति, हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, व अर्थ शास्त्र में से कोई एक विषय लेना होता है । इसे लेकर कोई प्रक्रिया तय नहीं हो पाई है। इतने विषयो में एनईपी पूरे प्रदेश में लागू रहेगी तो इन विषयों को विद्यार्थी संस्कृत महाविद्यालय में पुराने पद्धति से ही पढ़ेंगे। यह रविशंकर विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कॉलेज है। जहां ऐसा कौन सा संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है जो एनईपी लागू नहीं किया जा रहा है। कॉलेज ने पूरा सिलेबस तैयार कर कुलपति को उपलब्ध करा दिया था लेकिन कुलपति ने कहा है कि इस वर्ष से लागू नहीं होगा।कुलपति ने यह भी सूचित किया है कि न केवल संस्कृत बल्कि कुछ और विषयों में लागू नहीं किया जा रहा है।
संगीत विश्वविद्यालय में भी लागू नहीं
सूत्रों ने यह भी बताया है कि यह एनईपी एशिया के एक मात्र खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय में भी लागू नहीं किया जा रहा है। इसके पीछे के कारण स्पष्ट नहीं है । वैसे बता दें कि विवि में नियमित कुलपति नहीं है। जब तक रहीं तब तक वह राजनीति में उलझी रहीं। इस वजह से एनईपी पाठ्यक्रम तैयार करने में कोई पहल नहीं हुई। संभागायुक्त, प्रभारी कुलपति है। जो प्रशासनिक कार्यों में व्यस्त हैं।