कोण्डागांव

धान की विशेष प्रजाति के नाम पर किसानों से ठगी
03-Jan-2021 4:46 PM
धान की विशेष प्रजाति के नाम पर किसानों से ठगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

विश्रामपुरी, 3 जनवरी। जिले के कई किसानों को धान की एक विशेष प्रजाति को ऊंचे दाम पर खरीदने के नाम पर ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। सभी किसानों ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए शीघ्र ही कलेक्टर से शिकायत करने की बात कही है।

आरोप है कि एक कंपनी ने किसानों का धान 7500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदने का वादा किया था साथ ही किसानों को बीज एवं मजदूरी भुगतान भी स्वयं वहन करने की बात कही थी किंतु धान की फसल तैयार होने के बाद धान खरीदी करने कोई नहीं आया।

विगत रबी के मौसम में यह धान का उपज लिया। नर नारी एक अलग किस्म का धान है जिसे रोपाई एवं निंदाई गुड़ाई से लेकर अंत तक अलग ही प्रक्रिया होती है। धान की रोपाई के वक्त नर नारी धान में दो किस्म का धान होता है। नर धान को एक कतार में तथा नारी को एक फीट की दूरी पर अगली कतार में लगाया जाता है। जब धान में गर्भ का समय आता है तो  प्रजनन की प्रक्रिया कराई जाती है।  इसके लिए पखवाड़े भर प्रतिदिन धान को हिलाना है। जिससे लागत अधिक आता है किन्तु कंपनी के द्वारा मजदूर एवं खाद का खर्च वहन करने एवं चार गुना दाम पर कंपनी के द्वारा धान खरीदने की बात सुनकर किसानों ने इसे सहर्ष अपना लिया था तथा विगत वर्ष इस धान को अनेक किसानों ने लगाया था।

जिले के माकड़ी ब्लॉक के ग्राम र्बोंड निवासी प्रेम दीवान, प्रेम सागर बांसकोट के महेंद्र सेठिया जोगेंद्र सिंह, ब्रह्मानंद, कोमल सिन्हा अशोक कुमार ने नर-नारी धान को लगाया था। इसके अलावा कुल्हाड़ गांव, गिरोला, मूलमुला, बाफना, रांधना, हल्दा, बाड़ागांव आदि गांवों के किसानों ने भी नर नारी धान को लगाया था। किसान कोमल सिन्हा महेंद्र सेठिया,अशोक कुमार एवं जोगेंद्र सिंह ने बताया कि सभी लोगों ने 3 से 4 एकड़ में उक्त कंपनी का नर नारी धान लगाया था।

धान लगाने के पूर्व उक्त कंपनी के सुपरवाइजर दिनेश सोरी, श्याम जी जायसवाल एवं बृजेश सिंह ने किसानों के घर में आकर उनसे संपर्क किया तथा नर नारी धान के फायदे के बारे में बताया साथ ही उन्होंने किसानों के जमीन का निरीक्षण किया और उन्हें यह बताया कि नर-नारी धान को लगाने पर उन्हें सामान्य धान से लगभग 4 गुनी आमदनी होगी। सामान्य धान का मूल्य जहां 1500 रुपये प्रति क्विंटल के आस पास होता है। वहीं नर-नारी धान को कंपनी 7500 रुपये प्रति क्विंटल में खरीदेगी साथ ही उनको मजदूरी एवं खाद बीज मुफ्त दिया जाएगा। धान की पैदावार प्रति एकड़ 15 क्विंटल होने की बात कही गई थी किंतु किसानों का धान प्रति एकड़ 4-5 क्विंटल ही हुआ साथ ही धान खरीदने में कंपनी ने कोई रुचि नहीं ली तत्पश्चात किसानों ने धान को धमतरी पहुंचा कर दिया बदले में 7500 प्रति क्विंटल के हिसाब से  रकम तो दिया गया किंतु किश्तों में देने की बात कहा गया।

 प्रत्येक किसान को 10 से 20 हजार रुपये दिया गया तथा शेष राशि को खाते में डालने की बात कही गई। साल भर बीतने के बाद भी रकम नहीं दी जा रही है।

 इस संबंध में कंपनी के सुपरवाइजर सामजी जायसवाल ने पूछने पर बताया कि किसानों की शिकायत गलत है। उन्होंने किसी प्रकार का लिखित एग्रीमेंट नहीं किया है।

 इस संबंध में तहसीलदार बड़ेराजपुर एचआर नायक ने कहा कि अभी तक किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है यदि शिकायत मिलती है तो इसकी जांच एवं कार्रवाई की जाएगी।

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