रायपुर
![बर्ड फ्लू को लेकर पोल्ट्री फार्म में बरती जा रही हैं सावधानियां मुर्गियों का किया जा रहा है वैक्सिनेशन बर्ड फ्लू को लेकर पोल्ट्री फार्म में बरती जा रही हैं सावधानियां मुर्गियों का किया जा रहा है वैक्सिनेशन](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1609930589G_LOGO.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 6 जनवरी। राजस्थान, मध्यप्रदेश और केरल में बर्ड 3लू के बढ़ते मामले को देखते हुए छत्तीसगढ़ के पोल्ट्री फार्मो में एहतियात बतौर स्थानीय पोल्ट्री फार्मो में मुर्गियों का वेक्सीनेशन किया जा रहा है तथा साथ साथ ही उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बंदोबस्त किए जा रहे हैं। पोल्ट्री फार्म संचालकों का मानना है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ बर्ड फ्लू से अछूता है और इससे मानव जीवन को किसी तरह का कोई खतरा नहीं है।
पोल्ट्री वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष और पोल्ट्री विशेषज्ञ मनोज शु1ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ में फिलहाल बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है। मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्य में बर्ड फ्लू का वायरस स्ट्रेन एच 5,एन 8 है। इस वायरस से अमूमन मानव जीवन को किसी तरह का खतरा नहीं होता है। मुर्गियों में रानीखेत की बीमारी होने पर ही बर्ड फ्लू घातक होता है। कुछ साल पहले बर्ड फ्लू का स्ट्रेन एच 5,एन 7 था जो कि मानव जीवन के लिए घातक था।
मनोज शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मुर्गियों के अंडे वाले 80 तथा ब्रायलर मुर्गों के 25 हजार पोल्ट्री फार्म हैं लेकिन फिलहाल यहां बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है। मुर्गियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मुर्गियों को विटामिन सी, डी,ई दिया जाता है। इसके अलावा पोल्ट्री फार्म को बकायदा सैनिटाइज किया जाता है। उनका वैक्सिनेशन किया जाता है।