महासमुन्द
15-20 पेड़ों के ठूंठ, पर सिर्फ 4 पेड़ों का पंचनामा-ग्रामीण
शिकायत मिली है, जांच के बाद कार्रवाई-तहसीलदार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 10 फरवरी। बागबाहरा के निकटतम कसहीबाहरा क्षेत्र के ग्राम नवाडीही में एक किसान द्वारा बड़े झाड़ के जंगल को काट कर पोल्ट्री फ ार्म शेड का बनाने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने उनके जंगल काटने एवं शेड निर्माण पर ऐतराज भी किया और अधिकारियों से शिकायत भी की लेकिन किसान लगातार पेड़ काटकर निर्माण कार्य जारी रखा हुआ है।
ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने सामूहिक रूप से इस मामले की शिकायत फारेस्ट विभाग, एसडीएम बागबाहरा, तहसील कार्यालय, पुलिस थाना बागबाहरा सहित स्थानीय पटवारी से की, लेकिन दोपहर 2 बजे समाचार लिखते तक सरकारी अमला इस अतिक्रमण को रोकने एवं जांच करने नहीं पहुंचा है। काफी मशक्कत के बाद एक वनकर्मी ने मौके का मुआयना किया और सिर्फ 4 पेड़ काटने का पंचनामा बनाया है। जबकि मौके पर ही 15 से 20 पेड़ों के ठूंठ नजर आ रहे हैं।
ग्रामीण कहते हैं कि कसहीबाहरा के सरपंच द्वारा भी इस निर्माण कार्य के लिए विद्युत अनापत्ति प्रमाणपत्र दिया गया था। जिसके बाद अतिक्रमणकर्ता ने जंगल की जमीन पर बोर खनन भी कराया गया है।
इस मामले में कसहीबाहरा के सरपंच सुंदर लाल साहू ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि मैंने कुशल यादव के निजी जमीन के लिए विद्युत कनेक्शन हेतु अनापत्ति प्रमाणपत्र दिया था, लेकिन उसने जंगल को काटकर निर्माण शुरू कर दिया है, मैंने इस पर तत्काल रोक लगाने के लिए के लिए कहा है।
वहीं जंगल काटकर पोल्ट्री फ ार्म बनाने वाले कुशल यादव से ‘छत्तीसगढ़’ ने बात करने की कोशिश की लेकिन मोबाइल बंद होने के कारण बात नहीं हो सकी।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के जंगल में सरई, महुआ, साजा के लगभग 5 हजार पेड़ हैं। जिन्हें ग्रामीण पिछले 40-50 वर्षों से अपने बच्चों की तरह देखभाल कर रहे हैं। इन पेड़ों की सुरक्षा के लिए प्रतिदिन गांव के एक परिवार को देखरेख करने की जिम्मेदारी मिली थी, जिसका निर्वहन ग्रामीण अब भी बखूबी निभाते हैं। इसी का परिणाम है कि ये इतना बड़ा जंगल है। सरपंच बताते हैं कि वर्ष 2010 में भी मनरेगा कार्य से इस जंगल में और पौधे रोपे गए थे।
वन विभाग के डिप्टी रेंजर मोती साहू ने कहा कि इस पूरे मामले की शिकायत मिली है। कोमाखान के वन रक्षक द्वारा जांच की गई है। चूंकि मामला राजस्व के बड़े झाड़ के जंगल का है। इसलिए राजस्व विभाग के अफ सर ही जानकारी दे पाएंगे।
इस मामले में तहसीलदार बागबाहरा रमेश मेहता ने कहा कि मामले की शिकायत मिली है। पटवरियों द्वारा जांच की जा रही है। जांच पूरा होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।