महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 फरवरी। किसान आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकार, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी महासमुन्द के अध्यक्ष ढेलु राम निषाद, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष खिलावन बघेल, झलप-पटेवा ब्लॉक अध्यक्ष खिलावन साहू एवं ने संयुक्त रूप से बयान देते हुए कहा कि देश के विभिन्न प्रदेशों से दिल्ली बॉर्डर पर किसानों द्वारा तीन कृषि किनूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा जो अपना विरोध प्रदर्शन कर रहा है वह जायज है।
केंद्र की पूरी सरकार को उनकी बातों पर विचार कर इन 3 कृषि कानून को वापस लेना चाहिए। जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसानों के समर्थन के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर सभी ब्लाकों में किसानों के द्वारा जो चक्का जाम किया गया उसमें भी कांग्रेसी जनों का प्रत्यक्ष रुप से समर्थन रहा। इस संदर्भ में सभी ब्लॉकों में कांग्रेस के प्रभारियों के द्वारा पहुंचकर अपनी बात रखी जा रही है।
डॉ रश्मि चंद्राकर ने कृषि बिल की खामियों को गिनाते हुए कहा कि इस काले कानून से कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों का भविष्य समाप्त हो जाएगी। इस काले कानून से अन्नदाता उद्योगपतियों एवं बड़े व्यापारियों के गुलाम हो जाएंगे। किसानों की कृषि भूमि उद्योगपतियों के पास गिरवी बंद कर रह जाएगी।
किसान अपनी बातों को लेकर न्यायालय का दरवाजा भी नहीं खटखटा पाएगा। उसकी आवाज पूंजी पतियों के सामने दबकर रह जाएगी और किसान केवल याचक बनकर रह जाएंगे। असीमित भंडारण से किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पाएगा एवं कालाबाजारी बढ़ेगी जिससे केवल किसान ही नहीं आम नागरिकों को भी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि आगे भी किसानों को समर्थन जारी रहेगा। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। उनके समर्थन में सभा भी आयोजित किया जाएगा और किसानों के हित की लड़ाई जारी रखी जाएगी।