सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 5 मार्च। जिले के चहुंमुखी विकास और ग्रामीणों को शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए जिला प्रशासन सुकमा हर संभव प्रयास कर रही है। कलेक्टर विनीत नंदनवार जिले के अंदरुनी और दूरस्थ क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों की समस्याओं का निवारण कर रहे हैं। इसी अनुक्रम में कल श्री नंदनवार ने कोंटा विकासखंड अन्तर्गत ग्राम मुरलीगुड़ा और मरईगुड़ा का दौरा किया और पेड़ की छांव में जनचौपाल लगाकर ग्रामीणों से चर्चा की। चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने मुख्य रूप से खेती बाड़ी से संबंधित बिंदुओं पर कलेक्टर के समक्ष अपनी जरूरतें और समस्याएं बताई।
श्री नंदनवार ने मुरलीगुड़ा में कृषक कट्टाम वेंकटेश के द्वारा बाड़ी में लगाई गई सब्जी भाजी का भी अवलोकन किया और कृषक के प्रति प्रसन्नता व्यक्त की। कृषकों द्वारा बताया गया कि क्रेडा विभाग द्वारा स्थापित सोलर पंप से उन्हे सिंचाई में सुविधा होती है किन्तु कुछ पंप अभी खराब हैं, जिससे उन्हें सिंचाई में परेशानी आ रही है। जिसपर त्वरित प्रतिक्रिया लेते हुए कलेक्टर ने तत्काल खराब सोलर पंप के मरम्मत किए जाने हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया। इसके साथ ही मुरलीगुड़ा डैम से कृषकों को खेत में सिंचाई के लिए व्यवस्था सुचारू करने के लिए नाली मरम्मत कार्य के लिए कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग श्री लकड़ा को निर्देश दिए।
आंगनबाड़ी और स्कूल का निरीक्षण
कलेक्टर ने मरईगुड़ा और मुरलीगुड़ा के आंगनबाड़ी और स्कूल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल में पढ़ रहे छात्रों से बातचीत कर पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहे जो अब शासन के आदेश पर पुन: संचालित किए जा रहे है। कलेक्टर नंदनवार ने स्कूली छात्रों को पढ़ाई में कोई असुविधा ना हो इसलिए शीघ्र ही क्षेत्र के सभी आश्रम शालाओं के संचालन के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। वहीं मुरलीगुड़ा के आंगनबाड़ी के निरीक्षण के दौरान 2 गंभीर कुपोषित एवं 3 माध्यम कुपोषित बच्चों को त्वरित सवास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने और पोषण केंद्र के माध्यम से संतुलित आहर और आवश्यक चिकित्सकीय सेवा प्रदान करने के लिए निर्देशित किया।
सिंचाई से किसानों को मिलेगा लाभ
कलेक्टर नंदनवार ने मरईगुड़ा में जनचौपाल के माध्यम से कृषकों की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने क्षेत्र में कृषि कार्यों को बढ़ावा देने के साथ ही कृषकों को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से तालाब गहरीकरण और नवीन तालाब निर्माण की बात कही। इसके साथ ही कृषकों के खेतों तक पानी की व्यवस्था उपलब्ध करने के लिए तालाबों से लिफ्ट सिंचाई हेतु आवश्यक तैयारियां करने के लिए जल संसाधन विभाग को निर्देशित किया। इस दौरान एसडीएम कोण्टा बनसिंह नेताम, कोण्टा तहसीलदार देवेन्द्र सिरमौर, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा एसएस चैहान, कोण्टा जनपद पंचायत सीईओ रुपेन्द्र पटेल सहित अन्स अधिकारीगण उपस्थित थे।