रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 8 मार्च। स्थानीय नगर के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सानिध्य में स्वस्थ और सुखी समाज के निर्माण में महिलाओं का योगदान को लेकर गरिमामय वातावरण में भव्य कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया। कार्यक्रम में नगर के प्रबुद्ध, प्रतिष्ठित और अपने क्षेत्र में महारत हासिल करने वाली महिलाओं को आमंत्रित किया गया। जिनका प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय के सारंगढ़ संचालिका के द्वारा सभी को माथे पर तिलक लगा, पुष्प गुच्छ , शॉल और भगवान का फोटो देकर सम्मानित किया गया।आमंत्रित प्रतिष्ठित महिलाओं के द्वारा स्वस्थ और सुखी समाज निर्माण में महिलाओं के योगदान को लेकर उद्बोधन दिया गया।
मंच को संबोधित करते हुए विकासखंड उप शिक्षा अधिकारी ठाकुर ने महिलाओं के आदिकाल से आज तक का ब्यौरा प्रस्तुत की, उन्होंने सतयुग, द्वापरयुग त्रेता युग और कलयुग में महिलाओं की स्थिति और समाज में उनका योगदान को लेकर अभिव्यक्ति दी।
अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की अध्यक्ष पूनम शर्मा ने कहा कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता से लेकर उन्होंने वर्तमान परिस्थितियों में विश्व मंच पर महिलाओं के बढ़ते हुए कदम पर चर्चा करते हुए कही कि आज जल, थल, नभ तीनों क्षेत्रों में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारत की विजया लक्ष्मी पंडित संयुक्त राष्ट्र संघ की अध्यक्ष रही उनकी भतीजी इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री बनी। वही भारतीय राजनीति में राज्यपाल, राष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी भी महिलाओं ने संभाली है। महिलाएं आईएएस, आईपीएस, आईएएफ जैसे महत्वपूर्ण पदों पर चयनित होकर विश्व पटल पर देश का नाम रोशन कर रही है । महिलाएं आज किसी भी मायने में अबला नहीं है, सबला हो चुकी है। अंत में मैं यही कहूंगी कि भारत की यह नारी है, फूल नहीं चिंगारी है। कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रही।