बालोद
बालोद, 12 मार्च। छत्तीगढ़ झेरिया गांडा (देवदास) समाज का महाशिवरात्रि महा सम्मेलन का 32वां ‘अपना-उत्सव’ पर्यटन स्थल मां गौरेय्या धाम चौरेल (गुंडरदेही) के मंदिर प्रांगण में संपन्न हुआ।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि जिला पंचायत बालोद की अध्यक्ष-श्रीमती सोना देशलहरा एवं कार्यक्रम के विशेष अतिथि- मंदिर समिति के सचिव एवं जिला पंचायत सदस्य मोंटी यादव थे। भगवान गौरी शंकर के पुरा आराधना, राज्य गीत, श्रद्धांजलि सभा पश्चात समाज प्रमुखों के सामाजिक उद्बोधन से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथि ने उक्त सामाजिक आयोजन की प्रशंसा की गई एवं सांसद निधि से 3 हजार देने की घोषणा की।
समारोह में प्रमुखत: प्रतिभा प्रोत्साहन सभी क्षेत्रों में, युवक-युवती परिचय सम्मेलन, रंगोली प्रतियोगिता, कोरोना योद्धा सम्मान, महिला सशक्तिकरण सम्मान, रिकॉर्डिंग डांस प्रतियोगिता एवं रात्रिकालीन सामाजिक सहित विभिन्न महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा एवं निर्णय लिया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रान्तीय सभी पदाधिकारी, जिलापदाधिकारी बालोद, कांकेर, दुर्ग, रायपुर, भाटापारा बालोदाबाजार, धमतरी, गरियाबंद, महासंमुद सिरपुर राज के सभी पदाधिकारियों, परिक्षेत्रीय पदाधिकारी एवं सदस्यों, महिला प्रकोष्ठ पदाधिकारियों एवं सदस्यों सहित नागपुर, जमशेदपुर, टाटानगर से भी सामाजिक सदस्यों की सहभागिता रही।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि सरायपाली विधानसभा के विधायक एवं विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण अजा छत्तीसगढ़ शासन के उपाध्यक्ष-किस्मत लाल नंद थे। उन्होंने अतिथि उद्बोधन में उपप्रान्तांधयक्ष द्वारा सामाजिक मांग पर सभी को महाशिवरात्रि की बधाई देते हुए सामाजिक भवन निर्माण के लिए साढ़े 6 लाख रुपये एवं कार्यक्रम आयोजन स्थल पहुँच मार्ग के लिए 3 लाख रूपये देने की घोषणा की।
उक्त आयोजन को सफल बनाने में आयोजन प्रभारी जिलाध्यक्ष बालोद, मेघनाथ कुभंकार, उपाध्यक्ष, मुकेश करैत, जिला सचिव विजय देवदास का योगदान रहा।
आयोजन में देवदास समाज के प्रेरणाश्रोत एवं पूर्व प्रांताध्यक्ष डॉ. एस.एस. देवदास, अंकुरी गांडा समाज के प्रांताध्यक्ष एवं सर्व छत्तीसगढ़ गांडा समाज एक होकर सचेतक प्रदीप कुलदीप, गंधर्व समाज से टी.आर. जगदले प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि श्री नंद ने समाज एक हो, समाज का संविधान एक हो, समाज का मुखिया एक हो पर बल दिया गया।
उन्होंने कहा कि कई संगठन होने से समाज कोई भी क्षेत्र में विकास नहीं कर सकता। समय रहते एकता का मिसाल पेश समाज को करना ही पड़ेगा, जिसका सभी ने ताली बजाकर स्वागत किया।
मंच संचालन जिला संरक्षक बालोद डॉ. एस. एल. गंधर्व, उपप्रांताधयक्ष छगन तांडव ने किया।