रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 अप्रैल। गर्मी का दिन आते ही जंगलों में पानी सूखने लगता है। इसके बाद वन्यप्राणी जंगल से बाहर निकल कर गांव तक पहुंच जाते हैं, पर गोमर्डा अभ्यारण्य में कोई वन्यप्राणी प्यासा न रहे और जंगल से भटककर गांव के करीब न पहुंच जाए, इसके लिए यहां हर दिन टैंकर के सहारे आवश्यक्तानुसार टंकियों में पानी भरा जाता है और वन्यप्राणी यहां अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि गोमर्डा अभ्यारण्य में बरमकेला व सारंगढ़ दो रेंज हैं और यहां 31 टंकियां बने हुए हैं। जिसमें सोलर पंप के सहारे पानी भरा जाता है, पर गर्मी के आते ही समस्या जरूर शुरू हो जाती है। गोमर्डा सारंगढ़ रेंज में छह सोलर पंप लगे हैं, तो बरमकेला रेंज में नौ सोलर लगे हुए हैं। इसमें सारंगढ़ रेंज क्षेत्र में एक सोलर पंप खराब पड़ा हुआ है, तो दो का जलस्तर नीचे चले गया है। वहीं शेष सोलर से थोड़ा थोड़ा पानी आ रहा है। ऐसी स्थिति में पानी को लेकर यहां समस्या बढ़ जाती, पर डीएफओ प्रणय मिश्रा के निर्देशानुसार वन्यप्राणियों के लिए अभ्यारण्य में पानी की कमी नहीं होने दी जा रही है।
गोमर्डा सारंगढ़ रेंजर यशमोहन नायक ने बताया कि सारंगढ़ रेंज में 25 टंकी है। वहीं बरमकेला गोमर्डा रेंज के रेंजर सुरेन्द्र अजय ने बताया कि यहां छह टंकी है और इन 31 टंकियों में चार टैंकरों से पानी भरा जा रहा है। इसमें सारंगढ़ रेंज की टंकियों में टमटोरा व खफान के पास से प्रायवेट बोर से पानी लाते हैं, तो बरमकेला गोमर्डा रेंज में खम्हारपाली, राजामचान नाला, माडूसिल्ली व गोमर्डा से पानी लाकर टंकियों में इसकी पूर्ति की जा रही है। ऐसे में वन्यप्राणी यहां टंकियों के पास पहुंचते हैं और अपनी प्यास बुझाकर वापस अपने घर लौट जाते हैं। हालांकि एकाध बार जरूर ऐसा होता है कि कोई वन्यप्राणी भटकते हुए गांव के करीब पहुंच जाते हैं, पर कोई घटना घटित न हो, इसके लिए उस पर भी विभाग के कर्मचारी ध्यान रख रहे हैं।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि गोमर्डा अभ्यारण्य में एक सोलर पंप खराब व एक का जल स्तर काफी नीचे चला गया है। इसके अलाावा कई प्रकार की समस्याएं भी आती है और इसे लेकर क्रेड़ा विभाग के कर्मचारियों को वन विभाग के द्वारा सूचना दी जाती है, पर क्रेड़ा विभाग ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया जाता है। इससे यहां कई प्रकार की परेशानी झेलनी पड़ती है।