सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 11 मई। सुकमा जिले के चिंतलनार में एक बार फिर से खाद्यान्न राशन की गड़बड़ी और राशन के बर्बाद होने का मामला सामने आया है।
‘छत्तीसगढ़’ की टीम को मिली जानकारी के अनुसार चिंतलनार में 576 क्विंटल चावल पोटा केबिन का और वहीं अन्य पीडीएस के चावल समेत कुल 711 क्विंटल चावल विभागीय अनदेखी और लापरवाही की वजह से खराब हो गया।
वहीं 576 क्विंटल राशन में से बड़े पैमाने पर राशन के गायब होने का भी मामला सामने आया है। हालांकि खाद्य निरीक्षक विक्रांत नायडू से बातचीत पर ‘छत्तीसगढ़’ की टीम को उन्होंने बताया कि उन्होंने मौके पर 219.5 क्विंटल चावल कम पाया है। इस मामले पर कलेक्टर विनीत नन्दनवार से फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया मगर सम्पर्क नहीं हो सका
दोरनापाल डिपो नॉन इंचार्ज एलपी साकेत ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि पूर्व में भंडारित छात्रावास आश्रम का 471 क्विंटल चावल का राशि 280245 शेष था, जिस वजह से ऑनलाइन डीओ जारी नहीं होने के कारण 3 माह का खाद्यान्न नहीं जा सका, 28 अप्रैल 2021 को इसका डीओ जमा किया गया, जिसके बाद 3 माह का खाद्यान्न भेजा गया। इस मामले में यह भी जानकारी आई कि तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी हिमांचल साहू द्वारा सितंबर में ही खाद्य विभाग के अधिकारी से पत्राचार किया गया था कि चिंतलनार में पड़े 576 क्विंटल राशन का तत्काल निराकरण किया जाए, ताकि किसी तरह का नुकसान ना हो ।
विक्रांत नायडू खाद्य निरीक्षक कोंटा का कहना है कि इस मामले पर जानकारी मिली थी 576 क्विंटल चावल पोटाकेबिन के नाम पर आया था। जिसकी जांच में शुक्रवार को की गई। मौके पर जाकर जहां लापरवाही पाई गई और 219.5 क्विंटल कम पाया गया, जिसके बाद प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी को भेजा गया। संचालन कर्ताओं के विरुद्ध छत्तीसगढ़ सार्वजानिक वितरण प्रणाली आदेश 2016 के अंतर्गत आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्यवाही की जाएगी।