सुकमा
सुकमा , 11 मई। राज्य सरकार द्वारा शराब दुकान खोलने और होम डिलीवरी के फैसले पर भाजपा नेत्री अधिवक्ता दीपिका शोरी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अनेक घोषणाओं के साथ पूर्ण शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस और अब जब पूरे प्रदेश की हालत लॉकडाउन के कारण बदहाल है लोगों के घरों में खाने को राशन नहीं है। इस दौरान इस संवेदनहीन सरकार ने न सिर्फ शराब दुकान खोलने का फैसला किया है, बल्कि होम डिलीवरी की सुविधा के साथ लाइसेंसधारी कोचिए नियुक्त करने जा रही है,जिससे समाज मे बुरा प्रभाव पड़ेगा। लॉक डाउन के दौरान घर की रसोई की हालत से ही महिलाओं को जूझना पड़ रहा है ऐसे में सरकार के इस विचित्र फैसले से घरों की हालत क्या होगी, यह एक सोचनीय प्रश्न है। सरकार को इस फैसले को तत्काल रद्द करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब विपक्ष में थी तब शराबबंदी के लिए कैसी बातें करते थे, उन्हें याद करना चाहिए। कांग्रेस ने गंगाजल हाथ में लेकर पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था। कोरोना के कारण जो लॉकडाउन किया गया है शराबबंदी करने हेतु अवसर लेकर आया था। जिसमें लम्बे समय तक शराब न मिलने के कारण शराब के आदी भी इसके बिना रहना सीख रहे थे, परन्तु सरकार के इस फैसले से पुन: उनकी सेहत पर बुरा असर पडऩे वाला है। शराब दुकान खोलने का फैसला कर सरकार ने घर-घर में आई शांति और समृद्धि को खत्म करने का काम कर रही है। शराब की होम डिलीवरी के आदेश से निश्चित तौर पर शराब की काला बाजारी पुन: शुरू होगी, समाज में अराजकता का माहौल बनेगा, घरों की शांति बिखर जाएगी। इस आदेश पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए।
आगे कहा कि सरकार लगातार अपने गलत फैसले से छत्तीसगढ़ की जनता के साथ शर्मसार कर देने वाली हरकत कर रही है। साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता की सुध लेने कांग्रेस सरकार को कोई चिंता नहीं है।