बिलासपुर

कोरोना से मौतें, संक्रमण कम लेकिन जांच भी कम हुई, ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे केस
14-May-2021 6:01 PM
कोरोना से मौतें, संक्रमण कम लेकिन जांच भी कम हुई, ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे केस

मुंगेली जिले में बिलासपुर से ज्यादा नये संक्रमित मिले

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 मई।
जिले में गुरुवार को 432 में नये संक्रमितों का पता चला और 27 मरीजों की मौत हो गई। संक्रमण का यह आंकड़ा लॉकडाउन के बाद सबसे कम है। वहीं मौतों की संख्या भी बीते पांच दिनों से 30 के आसपास चल रही है।  

अलबत्ता बुधवार को सिर्फ 2140 लोगों की टेस्टिंग हुई। अप्रैल के आखिरी सप्ताह और मई के पहले हफ्ते में तीन हजार से 35 सौ जांच हो रही थी। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लक्षण नहीं दिखने के कारण कम लोग टेस्ट के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। इस बीच ग्रामीण इलाकों में कोरोना के मामले अधिक आ रहे हैं। बिल्हा से 41, कोटा से 87 और तखतपुर से 39 संक्रमित मिले हैं। मस्तूरी से अपेक्षाकृत कम 13 नए केस मिले।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़े में बताया गया है कि जिले में 12 मई तक 60 हजार 943 संक्रमित मिले हैं जिनमें से 54 हजार 101 स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें 48 हजार 565 लोगों ने होम आइसोलेशन पर इलाज कराया।  दी इस तरह से जिले में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 89 प्रतिशत है। 12 मई को की स्थिति में यहां 5719 सकरी मरीज दर्ज किए गए, जो अप्रैल माह में इसके दुगुने से भी ज्यादा थी।

अपेक्षाकृत आबादी वाले संभाग के मुंगेली जिले में कोरोना संक्रमण कम नहीं हो रहा है। बुधवार को यहां 445 मामले सामने आये जो बिलासपुर से अधिक है। इनमें सर्वाधिक केस 172 मुंगेली तहसील से हैं। जिले में संक्रमण का यह आंकड़ा पिछले दिनों से कम है, जब 500 से 600 के बीच केस आ रहे थे। तीन और मौतों के साथ अब तक मुंगेली जिले में कोरोना से 133 की मौत हो चुकी है।

23 अप्रैल तक जारी रहेगा लॉकडाउन
घटते हुए प्रकरणों के बावजूद कोरोना पर काबू पाने के लिये 14 अप्रैल से जारी लॉकडाउन में और विस्तार किया जाएगा। यह अभी 16 मई की रात्रि तक लागू है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन 23 मई तक लागू रहेगा और इस दौरान अत्यावश्यक सेवा की दुकानों को दोपहर 2 बजे की जगह शाम 4 बजे तक खोलने का फैसला लिया जा सकता है। इसके अलावा बारी-बारी जरूरत की अन्य दुकानों को भी खोला जायेगा।

रतनपुर में कोविड केयर सेंटर शुरू
जिले के रतनपुर स्थित महामाया मंदिर में 30 बिस्तर ऑक्सीजन सपोर्ट बिस्तर को भी अस्पताल आज प्रारंभ हो गया। इसकी स्थापना मंदिर ट्रस्ट ने की है तथा जन सहयोग से इसका संचालन किया जायेगा।  विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीजों को इस सेंटर से लाभ होगा। प्रशासन की ओर से चिकित्सक और स्टाफ भी उपलब्ध कराए जाएंगे। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर, ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान व अन्य जनप्रतिनिधियों ने इस सेंटर का कल उद्घाटन किया।

कार्रवाई के खिलाफ उतरा आईएमए
जिले की आईएमए इकाई ने कृष्णा और स्टार चिल्ड्रन अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई कार्रवाई का विरोध करते हुए सीएमएचओ डॉ प्रमोद महाजन से उनके ऑफिस में मुलाकात की। डॉक्टरों का कहना था कि कोई भी चिकित्सक मरीज की जानबूझकर जान नहीं लेता। शवों को बंधक बनाने की बात गलत है। जो कोविड मरीज आते हैं वे हार्ट, शुगर आदि दूसरी बीमारियों से भी पीडि़त रहते हैं। इसके इलाज में खर्च बढ़ जाता है। इसलिए बिलिंग में गड़बड़ी करने का आरोप भी गलत है। ज्ञात हो कि स्टार हॉस्पिटल में एक परिजन ने शव को ढाई लाख रुपए का भुगतान नहीं होने के कारण रोकने की शिकायत की थी, जिसके बाद नोडल अधिकारियों की टीम ने वहां पहुंच कर शव को परिजनों के सुपुर्द कराया था। इसके अलावा अपोलो में भी एक परिजन का आरोप था कि बच्चेदानी के ऑपरेशन के लिए गई महिला का 11 लाख रुपए बिल बना दिया गया। उसकी मौत हो गई और अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना मरीज होने की बात छिपाई। मुंगेली रोड स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में भाटापारा के एक मरीज की मौत हो गई थी जिस पर परिजनों का आरोप था कि ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर देने के कारण जान गई है। कृष्णा हॉस्पिटल को कोविड का इलाज करने से रोक दिया गया है।
 

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