सुकमा
कोरोना से 12 नक्सलियों की मौत, ग्रामीण रहें दूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 21 मई। बस्तर में कोरोना को लेकर अब तक आम लोगों में संक्रमण को लेकर चर्चाएं बनी रही। इसी बीच दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा बड़ी संख्या में नक्सलियों को कोरोना संक्रमित होने का दावा किया जाता रहा है। जिसके बाद एक आत्मसमर्पित कोरोना संक्रमित दंपत्ति का बयान भी दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा जारी किया गया था। इस घटना के बाद से दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के सरहदी गांवों में हेलीकॉप्टर के माध्यम से पर्चे गांव-गांव में फेंके गए। यह पर्चे पुलिस के द्वारा फेंके गए और इसमें कोरोना से एहतियात बरतने के निर्देश के साथ-साथ नक्सलियों में कोरोना संक्रमण से 12 नक्सलियों की मौत की बात पर्चे में लिखी हुई है।
इलाके में कैंप के विरोध की पड़ताल पर पहुंची ‘छत्तीसगढ़’ की टीम को ग्रामीणों ने बताया कि बीते दिनों से यहां हेलीकॉप्टर द्वारा पर्चा फेंका जा रहा है, जिसमें कोरोना वायरस से बचने के तरीके और नक्सलियों को कोरोना वायरस होने की बात लिखी हुई है ।
इलाके में ग्रामीणों ने दिखाया कि कौन सा पर्चा हेलीकॉप्टर से फेंका गया है। पर्चे में लिखा है- कोरोना से बचना है, मास्क पहनकर चलों, बार-बार साबुन से हाथ धोओ, सामाजिक दूरी का पालन करो। इसके साथ-साथ सबसे प्रमुख बात जो पर्चे में लिखी है वह यह है कि अब तक 12 नक्सलियों की मृत्यु कोरोना से हो चुकी है। अत: कोरोना संक्रमित नक्सलियों के संपर्क में आने से बचो। नक्सलियों के बहकावे व जाल में मत आओ।
हालांकि इस पूरे मामले पर ग्रामीणों ने किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में भी वे कोरोना के संक्रमण का खास ध्यान रख रहे हैं। बाहर से आने वाले ग्रामीणों पर नजर रखी जाती है।