बीजापुर
रैली निकालकर तहसीलदार को सौंपा मांगों का ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 जुलाई। कोरोना के चलते करीब दो साल से बंद पड़े शैक्षणिक संस्थाओं को पुन: खोले जाने की मांग छात्र लगातार कर रैलियां कर रहे हैं, लेकिन इस बार छात्रों ने अफसर-कर्मियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है।
भोपालपटनम और कुटरू के बाद बुधवार को भैरमगढ़ ब्लॉक मुख्यालय में स्कूली छात्रों ने बंद स्कूलों को फिर से खोले जाने व अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कार्रवाई किये जाने सहित दस सूत्रीय मांगों को लेकर रैली निकाली।
रैली में ग्राम पंचायत हल्लुर, हकवा, पातरपारा व पोंदुम से यहां पहुंचे छात्रों ने नारेबाजी करते हुए नगर के मुख्यमार्ग में रैली निकाली और तहसीलदार जुगल किशोर पटेल को कलेक्टर के नाम दस सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस बार छात्रों की मांगों में अधिकारियों व कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांगें भी मुख्य रूप से शामिल हैं। इधर तहसीलदार को ज्ञापन सौपने के बाद छात्र अपने घरों को वापस लौट गये।
ये हैं मांगें-स्कूल कॉलेज के छात्र-छात्राओं को वार्षिक छात्रवृत्ति 6000 रुपये दिया जाये, बंद स्कूल कॉलेजों को खोला जाये, ऑनलाइन पढ़ाई बंद की जाये, स्कूल कॉलेजों का निजीकरण बंद किया जाये, बस्तर में रिक्त पदों पर स्थानीय छात्र-छात्राओं व बेरोजगारों भर्ती किया जाये, आउटसोर्सिंग बंद किया जाये, बारहवीं से ऊपर शिक्षित बेरोजगारों को निर्माण कार्य एजेंसी का पंजीयन कर रोजगार उपलब्ध कराया जाये, कोरोनाकाल की विषम परिस्थिति में भी शिक्षा प्रणाली को चालू रखा जाये, ताकि बच्चों के भविष्य का नुकसान न हो, कर्मचारियों व अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए शीघ्र कार्रवाई करने तथा उचित शिक्षा व्यवस्था के लिए शासन द्वारा विशेष ध्यान दिए जाने की मांगें शामिल हैं।