छत्तीसगढ़ » गरियाबंद
गरियाबंद, 14 मार्च। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री निलेश कुमार क्षीरसागर ने पंचायत उप निर्वाचन हेतु 01 जनवरी 2021 के संदर्भ की तारीक पर फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार करने हेतु विकासखंडवार रजिस्ट्रीकरण/सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के कृत्यों को सम्पादन करने के लिए अधिकारी नियुक्त किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड गरियाबंद हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गरियाबंद रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा तहसीलदार गरियाबंद सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी होंगे। विकासखंड छुरा हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व छुरा रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा तहसीलदार छुरा सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी होंगे। विकासखंड फिंगेश्वर हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजिम रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा तहसीलदार राजिम सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी होंगे। विकासखंड मैनपुर हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मैनपुर रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा तहसीलदार मैनपुर सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी होंगे। इसी प्रकार विकासखंड देवभोग हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देवभोग रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा तहसीलदार देवभोग सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी होंगे। अपर कलेक्टर गरियाबंद अपीलीय प्राधिकारी के कृत्यों का सम्पादन करेंगे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेशानुसार उक्त अधिकारी पंचायत उप निर्वाचन 2021 हेतु फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार करने संबंधी राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम अनुसार कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही की गई कार्यवाही से जिला निर्वाचन कार्यालय को अवगत कराएं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 14 मार्च। आंध्रप्रदेश के तिरुपति से अगवा जिले का 6 वर्षीय शिवम 14 दिन बाद तिरुपति से 400 किमी दूर विजयवाड़ा रेलवे स्टेशन पर मिला है। शनिवार को अलपिरी पुलिस को विजयवाड़ा पुलिस ने इसकी सूचना दी।
शिवम से जुड़ा एक वीडियो भी पुलिस को मिला है जिसमें विजयवाड़ा पुलिस के सामने शिवम ने अपने परिजनों और स्कूल का नाम पता बताया है। पुलिस ने बताया कि अपरहणकर्ता की अभी भी खोजबीन जारी है। शिवम ने पुलिस को आरोपी और उसकी पत्नी का नाम बता दिया है। शिवम के अलपिरी आने के बाद पूरे घटना का पर्दाफाश होगा।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू में मामले में आंध्र सरकार व वहां की पुलिस के संपर्क में थे। पुलिस द्वारा परिजनों को भी शनिवार शाम 4 बजे इसकी सूचना दी गई।
इस संबंध में मामले से लगातार जुड़े अलपिरी पुलिस के सब इंस्पेक्टर शेख सा वली ने बताया कि 6 वर्षीय शिवम आंध्रप्रदेश के ही विजयवाड़ा जिले में रेलवे स्टेशन पर मिला है। फिलहाल उसे चाइल्ड हेल्प लाइन केयर में रखा गया है जहां वह पूरी तरह से स्वस्थ है। पुलिस ने बताया कि चाइल्ड लाइन के समक्ष पूछताछ में शिवम ने अपना नाम पता और परिजनों व स्कूल के बारे में जानकारी दी है। शिवम के पिता उत्तम साहू ने भी वीडियोकॉल पर उससे बात की है और शिवम के होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया शिवम की पतासाजी कर रही पुलिस की एक टीम नैलूर के पास है जो कल शिवम को लेकर तिरुपति पहुंचेगी।
अब भी कई सवाल अनसुलझे हैं
शिवम के मिलने के बाद भी कई सवाल पुलिस के सामने खड़े हैं। आखिर शिवम तिरुपति से 400 किमी दूर विजयवाड़ा पहुंचा कैसे? इतने दिन तक शिवम कहां-कहां रहा? क्या कोई और भी इस घटना में शामिल था। मुख्य आरोपी अपहरणकर्ता अब भी पुलिस के पकड़ से बाहर क्यों है? शिवम के अपहरण के पीछे क्या वजह थी और शिवम को आरोपी ने कहां छोड़ा? क्या स्वयं आरोपी शिवम को रेलवे स्टेशन के पास छोडक़र भाग गया?क्या पुलिस शिवम के मिलने के बाद भी इसकी जांच करेगी? ऐसे कई सवाल हैं जो अब भी अनसुलझे हैं।
पिता ने पुलिस का जताया आभार
शिवम के पिता उत्तम कुमार साहू ने आंध्र पुलिस, गरियाबंद की जिला पुलिस का आभार जताते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने शिवम के लिए लगातार प्रार्थना कर रहे गरियाबंद जिला और छत्तीसगढ़ के सभी लोगों के लिए भी कृतज्ञता व्यक्त की है।
शिवम का अपहरण करने वाले शातिर आरोपी ने शिवम का मुंडन करा दिया था और फिर उसका नाम, कपड़े और परिजनों का नाम भी बदल दिया ताकि पूछताछ में भी किसी को आरोपी का पता न चले। शिवम ने भी पूछताछ में पहले अपना बदला हुआ नाम बताया और परिजनों के भी नए नाम बताए परंतु शातिर आरोपी उसके स्कूल का नाम समझाना भूल गया था, इससे ही पुलिस शिवम की पहचान करने में सफल हुई। विजयवाड़ा रेलवे स्टेशन पर अकेला घूमता हुआ मिलने के बाद पुलिस उसे चाइल्ड केयर ले आई। चाइल्ड केयर वालों की पूछताछ में शिवम ने अपना नाम चिंटू, पिता का नाम शिवा रेड्डी और माता का नाम कलावती बताया। जब उसके स्कूल के बारे में पूछा गया तो उसके द्वारा पब्लिक स्कूल कोपरा बताया गया। इसके आधार पर ही पुलिस को शिवम के होने की जानकारी मिली। इसके बाद आंध्र पुलिस द्वारा शिवम से जुड़े वायरल वीडियो और पोस्टर के आधार पर इसकी सूचना विजयवाड़ा पुलिस ने तत्काल अलपिरी पुलिस को दी।
नवापारा-राजिम, 13 मार्च। समीपस्थ ग्राम नवागांव (बुड़ेनी) में त्रिदिवसीय अखंड रामायण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, उक्त आयोजन 13 मार्च शनिवार से कलश यात्रा दीप प्रज्वलित के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होगी जो कि 14,15 मार्च तक चलेगा एवं 16 मार्च मंगलवार को हवन-पूजा विसर्जन के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा।
आयोजक मंडली एवं ग्रामवासियों ने अंचल के सभी धर्मप्रेमियों बंधुओं से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 13 मार्च। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरा नवापारा में शुक्रवार को प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने अपना वैक्सीनेशन कराया।
इस दौरान उनके साथ भाजपा मंडल अध्यक्ष उमेश यादव, विशेष आमंत्रित सदस्य किशोर देवांगन, मनीष देवांगन, जनपद सदस्य कमलनारायण साहू, पूर्व पार्षद दुकालू चक्रधारी, टीकम साहू, सोहेंद्र साहू, वीरेंद्र साहू, रोहित सेन आदि उपस्थित थे. कोरोना का वैक्सीनेशन करने से पहले पूर्व कृषि मंत्री श्रीसाहु ने मेडिकल चेकअप कराया और सभी टेस्ट में डॉक्टर से सहमति मिलने पश्चात उन्हें वेक्सीनेटर कल्याणी साहू द्वारा कोरोना का टीका लगाया गया। कोरोना के टीकाकरण पश्चात श्रीसाहु ने मिडिया से बातचीत में कहाकि स्वदेश में बनी कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित व लाभकारी है। आज मैंने भी कोरोना का टीका लगवाया है और अंचल के सभी लोगों से निवेदन करूँगा की सभी लोग टीका जरूर लगाए। सभी बढ़-चढक़र कोरोना से लड़ाई में साथ दे तभी इसका परिणाम सार्थक होगा। सभी लोग अपने जीवन के प्रति जागृत हो। इस अवसर पर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कोविड प्रभारी डॉ. एके शर्मा, आरएमओ लोकेश पारकर, प्रियंका बंजारे, वेक्सीनेटर सविता सरकार, कल्याणी साहू, सिस्टर.वाय.देवांगन, महेंद्र, कुलदीप, प्रकाश सोनी सहित अन्य स्टॉफ उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 13 मार्च। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, भाजपा आईसेल के प्रदेश संयोजक दीपक राव म्हस्के, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज, जिला ग्रामीण अध्यक्ष अभिनेश कश्यप की सहमति से आईटी सेल प्रदेश कार्यसमिति व जिला संयोजको की नियुक्ति की घोषणा की गयी। जिसमें अभनपुर मण्डल से शांतनु सिन्हा को प्रदेश कार्य समिति सदस्य सोसल मीडिया, जनपद सदस्य राजेश साहू को आईटी सेल जिला संयोजक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। नियुक्ति पर नगर के कार्यकर्ताओ ने प्रदेश के समस्त वरिष्ठ नेताओ का धन्यवाद ज्ञापित कर नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी है। बधाई देने वालो में मुख्य रूप से पूर्व जिला अध्यक्ष द्वय बलराम तिवारी, गुलाब टिकरिहा, जिला उपाध्यक्ष संतोष शुक्ला, मंत्री उत्पल साहू, मण्डल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, महामंत्री सूरज लाल साहू, भारत बैस, जिला पंचायत सदस्य खेमराज कोसले, पूर्व जनपद सदस्य राघवेंद्र साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष कुंदन बघेल, उपाध्यक्ष किसन शर्मा, नगर पंचायत में सांसद प्रतिनिधि दिलीप अग्रवाल, एल्डरमेन किशोर शर्मा, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष जिला संचित तिवारी, ग्रामीण सोसल मीडिया प्रभारी वरुण राठी, अनुसूचित जाती मोर्चा जिला महामंत्री लौटन गिलहरे, प्रदेश मंत्री महिला मोर्चा श्रीमती संगीता शर्मा, जिला उपाध्यक्ष नंदनी साहू, जिला महामंत्री श्रीमती चेतना गुप्ता, सुश्री दुलारी चतुर्वेदी, पूर्व पार्षद डॉक्टर शंकरलाल चन्द्राकर, रामचरण चक्रधारी, पूर्व एल्डरमेन नितेश ठाकुर, पार्षद राजा रॉय, कैलाश गुप्ता, चेतन धु्रव, वरिष्ठ नेता मन्नू सिन्हा, रोमि चावला, खुशवंत सिन्हा, मन्ना बंजारे, लिलेश सिन्हा, भजन देवांगन, समीर यदु, मलकीत गुलाटी, गोयल भट्, सागर साहू, सागर बारले, छबिराम महिलांग, सुरेश तारक आदि भाजपा कार्यकर्ताओं एवं शुभचिंतकों ने बधाई दी है।
21 मार्च तक नहीं हटाने पर भूख हड़ताल की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 13 मार्च। ग्राम पंचायत हरदी के रोजगार सहायक शंकर लाल ध्रुव को हटाने की मांग को लेकर ग्राम पंचायत हरदी के ग्रामीण लामबंद हो गए है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर 21 मार्च तक रोजगार सहायक को हटाने का अल्टीमेटम दिया है, 21 मार्च तक नही हटाए जाने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल की चेतावनी दी है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत हरदी में पदस्थ रोजगार सहायक शंकर लाल ध्रुव को हटाने को लेकर ग्रामीण लगातार मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा रोजगार सहायक के विरूद्ध मनरेगा में फर्जी मस्टरोल तैयार कर अपने परिजनों को लाभ दिलाने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत की गई थी। जनपद पंचायत गरियाबंद द्वारा की गई जांच में शिकायत सही पाई गई।
जांच में खुलासा हुआ कि रोजगार सहायक द्वारा अपने पुत्र हरीश बंजारे, गीतेश्वर बंजारे और पुत्रवधु श्रीमति कुंतीबाई बंजारे सहित गांव के कुछ अन्य लोगों के नाम से फर्जी मस्टरोल तैयार कर मनरेगा की राशि का बंदरबाट किया गया। इसके बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई।
ग्रामीणों ने बताया कि जांच में रोजगार सहायक द्वारा मनरेगा के अलग-अलग कार्यों में फर्जी मस्टरोल बनाकर अपने परिजनों के नाम से लगभग 13114 रूपए की राशि निकाल ली गई। इसके अलावा कई ग्रामीणों के फर्जी नाम जोडक़र भी रोजगार सहायक ने सरकारी राशि का बंदररबाट किया है। 15 जुलाई 2020 में जनपद पंचायत की टीम ने इसकी जांच कर पुष्टि की परंतु दोषी पाए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।
जिला पंचायत सीईओ से भी जनपद पंचायत ने पत्राचार किया परंतु रोजगार सहायक के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने कहा कि जिला प्रशासन को आज अंतिम चेतावनी दी गई है, यदि इसके बाद भी रोजगार सहायक को नहीं हटाया गया तो पूरे ग्रामीण 21 मार्च से उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल करेंगे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से ग्राम प्रमुख शेषनारायण गजभिए, ग्राम पटेल शंकरलाल पटेल, ग्राम समिति अध्यक्ष बुधराम साहू, उपसरपंच ग्वाल यादव, पंच संतोष कुमार, डायमंड साहू, निरंजन ठाकुर, भगवती यादव, पुष्पा सेन, केशरी ठाकुर, हीराबाई साहू, पुर्णिमा मारकण्डेय, ग्या बाई ध्रुव, हेमलता ध्रुव, रूपसिंग ठाकुर, अवधराम साहू, लेखराम साहू, ढेलऊ राम साहू, केशव यादव, पुरानिक साहू, बिसेलाल साहू सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि रोजगार सहायक बीते 5-6 वर्षों से पंचायत में पदस्थ है, उसके विरूद्ध कई बार शिकायत की गई परंतु गोकुल ग्राम योजना में जिला पंचायत में पदस्थ एक अधिकारी के साथ भ्रष्ट्राचार में उनकी संलिप्ता के चलते उक्त अधिकारी का रोजगार सहायक को संरक्षण प्राप्त है। शिकायत के बाद भी उसे हटाया नहीं जा रहा है।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
गरियाबंद, 13 मार्च । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में जनपद पंचायत गरियाबंद द्वारा महिला सम्मान समारोह का आयोजन शुक्रवार को सामुदायिक भवन गरियाबंद में किया गया।। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से लोकेश्वरी नेताम सभापति जिला पंचायत,धनवती यादव सभापति जि़ला पंचायत, चंद्रकांत वर्मा सीईओ जिला पंचायत, आयुष जैन उपनिदेशक उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व, लालिमा ठाकुर अध्यक्ष जनपद पंचायत, सभापतिगण जनपद पंचायत, ऋषा ठाकुर डिप्टी कलेक्टर, शीतल बंसल सीईओ जनपद पंचायत, जगरानी एक्का जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विशेष रूप से उपस्थित थीं।
सम्मान समारोह मुख्य रूप से बिहान समूह की दीदियों, महिला जनप्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास के सयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि महिलाये समाज के हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया।
जिला पंचायत सीईओ चंद्रकांत वर्मा ने कहा कि महिलाओं को सभी क्षेत्रों में मौका मिल रहा है और उसका फायदा भी उन्हें मिल रहा है। आज महिलाओं के लिए शासन द्वारा विभिन्न अधिकार प्रदान किये गए है जिसमे उन्हें जागरूक की आवश्यकता है।।
जनपद अध्यक्ष लालिमा ठाकुर ने कहा कि सामाजिक, राजनीतिक रूप से लगातार आगे आ रही हैं, आज सशक्त रूप से अपनी बात हर मुद्दे पर अपनी बात रख रही है।
इस अवसर पर मंचस्थ अतिथियों द्वारा गरियाबंद के बिहान के चारो क्लस्टर में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।। साथ ही महिला जनप्रतिनिधि एवं महिला सरपंचो को भी सम्मानित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 12 मार्च। राजिम माघी पुन्नी मेला के समापन अवसर पर राजिम पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजीव लोचन मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। यहां से श्री बघेल महानदी की आरती में शामिल होकर महाआरती की। महानदी आरती की शुरूआत पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण से हुआ।
इस दौरान उनके साथ धर्मस्व मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहारिया, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास जी महाराज, अभनपुर विधायक श्री धनेन्द्र साहू, राजिम विधायक अमितेष शुक्ल, सिहावा विधायक लक्ष्मी धु्रव सहित जिला कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल सहित कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष भावसिंह साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर, कांग्रेस नेत्री रोशनी गोस्वामी, रामकुमार साहू, पार्षद टंकू सोनकर, मोती सोनकर, रेखा कुलेश्वर साहू, साहित्यकार तुकाराम कंसारी के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं बड़ी संख्या में नगरवासी और माघी पुन्नी मेला आए श्रद्धालुगण महाआरती में शामिल हुए।
साधु-संतों के सानिध्य में राजिम माघी पुन्नी मेला का समापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 12 मार्च। छत्तीसगढ़ का प्रयाग राज कहे जाने वाले पवित्र त्रिवेणी संगम के तट पर 27 फरवरी से 11 मार्च तक 15 दिनों तक चलने वाले राजिम माघी पुन्नी मेला 2021 का भव्य समापन महाशिवरात्रि के अवसर पर शाम 7 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के धर्मस्व, पर्यटन, गृह, जेल, लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने किया। समारोह में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुन्दरदास जी महाराज, महंत गोवर्धन शरण जी महाराज, संत उमेशानंद जी महाराज, संत रविकर साहेब जी, ब्रम्हाकुमारी पुष्पा बहन जी, ब्रम्हाकुमारी हेमा बहन जी, संत विचार साहेब एवं विशिष्ट साधु-संतों की गरिमामयी मौजूदगी रही। अतिथियों ने भगवान राजीव लोचन की प्रतिमा में दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना की।
इसके पूर्व अतिथियों ने भगवान श्री राजीव लोचन और महानदी की आरती में शामिल होकर प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राजिम एक शहर नहीं बल्कि आध्यत्म, धर्म और संस्कृति का परिचय है। पहले मेला में हर काम अस्थायी होता था। उन्हें स्थायित्व प्रदान करने के लिए 54 एकड़ जमीन सामाजिक एवं धार्मिक कार्य के लिए आरक्षित किया गया है। जिन्हें विकसित किया जायेगा। राजिम माघी पुन्नी मेला में 10 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। उन्होंने कहा कि 15 हजार 703 करोड़ की व्यवस्था बजट में कर ली गई। मार्च के आखिरी तक किसानों को किस्त मिल जायेगा। मजदूरों के लिए खेतिहर मजदूर योजना की व्यवस्था किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि विधायक अमितेष शुक्ल ने 15 दिन तक शराब पर प्रतिबंध लगाने की बात कही हमने तुरंत स्वीकृति दे दी और राजिम सहित आस-पास के क्षेत्रों की शराब दूकानें भी बंद रहेंगी।
धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदरदास, अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू, राजिम विधायक अमितेष शुक्ल,सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव ने भी संबोधित किया। कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने अपने प्रतिवेदन में बताया कि शासन द्वारा राजिम माघी मेले में आस्था, आध्यात्म और संस्कृति के संगम के साथ ही विविध मेले में प्रतिदिन छत्तीसगढ़ संस्कृति के कलाकारों का सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां की गई, जिसमें प्रदेश के नामचीन कलाकारों ने गरिमामय प्रस्तुती दी।
समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति नीरज ठाकुर, जनपद पंचायत फिंगेश्वर के अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू, नगर पालिका परिषद् गोबरा नवापारा के अध्यक्ष श्री धनराज मध्यानी और नगर पंचायत राजिम की अध्यक्ष श्रीमती रेखा राजू सोनकर एवं रायपुर आईजी आनंद छाबड़ा, कलेक्टर श्री नीलेश क्षीरसागर, पुलिस अधिक्षक श्री भोजराम पटेल, सीईओ गरियाबंद चंद्रकांत वर्मा, अपर कलेक्टर चैरसिया, बैसाखूराम साहू, रतीराम साहू, विकास तिवारी, पूर्व पालिक उपाध्यक्ष जीत सिंग, गिरीश राजानी, सौरभ शर्मा, शैलेन्द्र साहू, सुनील तिवारी, राजा चावला, राकेश सोनकर, सुघ्घरमल आड़े, रेखा कुलेश्वर साहू, पद्मा दुबे, मुन्ना सोनकर के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में जनसमुह उपस्थित थे। कार्यक्रम शुभारंभ के पूर्व राजकीय गीत अरपा पैरी के धार की गायन किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 11 मार्च। कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ युवा प्रकोष्ठ रूपसिंग साहू रायपुर संभाग ने अपने निजी प्रवास के दौरान दिल्ली में धर्मेंद्र प्रधान केंद्रीय मंत्री भारत सरकार पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय से तीन मूर्ति मार्ग दिल्ली में मुलाकात कर तिरूपति में गुम हुए शिवम का पता लगाने के लिए मदद मांगी।
उन्होंने बताया कि ग्राम कुरूद जिला गरियाबंद छत्तीसगढ़ प्रदेश निवासी उत्तम साहू (शिक्षक) का पुत्र शिवम साहू 27 फरवरी को तिरुपति बालाजी मंदिर बस स्टैंड पार्किंग से अचानक लापता हो गया। इस दौरान परिवार केसदस्य खाना खा रहे थे। सभी ने शिवम को ढूंढा लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। अंत में स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कर शिवम के ढूंढने का आग्रह किया गया जो कि 12 दिन बाद भी मासूम शिवम का पता नहीं चला।
यह जानकारी सुरेंद्र साहू मुरमुरा रोशन सेन/युवराज साहू गाड़ाघाट गोविंद यादव पीपरछेडी़ के माध्यम से पता चलने एवं आग्रह पर श्री साहू ने तत्काल भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी छत्तीसगढ़ डी पुरंदेश्वरी के निजी सहायक पंकज सिंह के मोबाइल के माध्यम से डी पुरंदेश्वरी से बात कर उक्त घटना की जानकारी दी, साथ ही आग्रह किया कि आंध्र प्रदेश पुलिस प्रशासन के रेंज आईजी से बात कर उचित कदम उठाने के लिए आग्रह किया।
वही बच्चे को जल्द ही ढूंढने के लिए निवेदन किया। जिसमें डी पुरंदेश्वरी द्वारा मामले की पूरी जानकारी मुझसे ली गयी। वही मामले में उन्होंने पुलिस प्रशासन को जल्द से जल्द अपराधी को पकडऩे के लिए एवं बच्चे को सुरक्षित लाने के लिए निर्देशित किया।
इसके साथ ही दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय मंत्री माननीय धर्मेंद्र प्रधान से मिलकर स्थानीय अखबारों के प्रकाशित पेपर कटिंग व एफआईआर की कॉपी सौंप कर जल्द ही शिवम की तलाश गंभीरता से लेने का निवेदन किया, जिसमें केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मांग की गई कि आंध्र पुलिस प्रशासन को तिरुपति बस स्टैंड से 27 फरवरी को गुम हुए 7 वर्षीय पुत्र शिवम साहू का सकुशल वापसी करने के साथ ही उसे ले जाने वाले व्यक्ति की दिन रात तलाश कर उचित कार्रवाई के लिए प्रशासन को पत्र लिखा।
साथ ही श्री साहू ने कहा क्षेत्रवासियों से निवेदन कर शिवम के सकुशल वापसी की दुआ करें हम सब मिलकर भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उस व्यक्ति व मासूम को ढूंढने के लिए आंध्र प्रदेश की पुलिस की टीम लगातार नजर बनाई हुई है, आंध्र प्रदेश के आसपास जिले में भी पुलिस की कार्रवाई चल रही है।
मासूम शिवम के लिए दुआओं का दौर जारी है सभी उसकी सकुशल वापसी की दुआ कर रहे हैं, छत्तीसगढ़ के सभी जिलों एवं समाज परिवार के लोग साथ ही ग्रामीण तिरुपति बालाजी भगवान से प्राथना कर रहे हंै कि मासूम शिवम सकुशल लौट आये। वही आंध्र प्रदेश पुलिस प्रशासन तत्परता के साथ मासूम को ढूंढने में लगे हुए हैं लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 11 मार्च। हल्की गुलाबी ठंड के बीच महाशिवरात्रि के पर गुरूवार की तडक़े बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने राजिम के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई और भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर अपने आप को धन्य किया। भक्त सुबह 3 बजे से ही राजिम संगम की धार में डुबकी लगाने पहुंच गए थे।
महाशिवरात्रि पर इस पुण्य स्नान को काफी महत्व माना जाता है, इसलिए तडक़े सुबह से लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुगण पुण्य स्नान कर दीपदान किया। पश्चात दर्शनार्थियों की लम्बी लाईन श्रीकुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर और श्री राजीव लोचन मंदिर, बाबा गरीबनाथ की ओर लग गई। श्रद्धालुगण भगवान के दर्शन करने लाईन में डटे अपनी बारी की इंतजार करते रहे। यह सिलसिला तडक़े तीन बजे से जारी रहा है। वैसे महाशिवरात्रि पर्व में नहाने के बाद दीपदान करने की परंपरा कई सौ वर्षों पहले से ही चली आ रही है।
इस परंपरा और श्रद्धा का पालन आज भी श्रद्धालुगण करते देखा गया है। नदी की धार में दोने में रखा दीपक की लौ किसी जुगनू की भांति चमकती नजर आई। कई महिलाओं ने रेत का शिवलिंग बना कर बहुत ही श्रद्धा के साथ बेल पत्ता, धतुरा के फूल चढ़ाकर आरती भी किया। मान्यता के अनुसार यहां कई भक्त नदी अपने मासूम बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया है। श्रीकुलेश्वर मंदिर क्षेत्र में जगह-जगह पंडितों का हुजूम भी लगा हुआ था, जहां भगवान श्री सत्यनारायण और शिवजी की कथा भी श्रद्धालुजन करा रहे थे।
महाशिवरात्रि पर संगम स्नान का है खास महत्व
वैसे तो पर्व व त्योहार में स्नान का अपना अलग महत्व होता है, लेकिन महाशिवरात्रि पर त्रिवेणी संगम में स्नान करने का खास कारण है। बताया जाता है महाशिवरात्रि में किसी भी प्रहर अगर भोलेबाबा की प्रार्थना कि जाए, तो मॉ पार्वती और भोलेनाथ सीधे भक्तों की मनोंकामनाएॅ पूरी करते है। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जा रहा है। कहा जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि को भगवान शंकर का ब्रम्हा से रूद्र के रूप में अवतरण हुआ था। भगवान शंकर के शरीर पर शमशान के भस्म गले में सर्पो की हार कंठ में विष जटाओं में पावन गंगा तथा माथे में प्रलयंकारी ज्वाला उनकी पहचान है।
माना जाता है कि महानदी, सोंढुर, पैरी के संगम में स्नान करने से तन पवित्र तो होते है बल्कि मन की मलिनता दूर हो जाती है। इस दिन संगम की सूखी रेत पर सूखा लहरा लेने का भी परंपरा है। विश्वास है कि भोलेनाथ अन्य वेश धारण कर मेले का भ्रमण करते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 11 मार्च। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बुधवार को ग्राम कसाबाय , ग्राम पंचायत-पतौरादादरा में आजीविका गतिविधि पर कार्यशाला का आयोजन , प्रेरक संस्था द्वारा किया गया जिसमे तकरीबन 150 महिलाओं के द्वारा भागीदारी की । इसमें महिलाओं द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने अपने विचार व्यक्त किए गए । प्रेरक संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। कृषि गतिविधियों में सम्मिलित महिला किसानों ने कृषि गतिविधियों का सविस्तार वर्णन किया जिनमें हेम बाई ने बकरी पालन, सुखमनी बाई ने मिश्रित कृषि, रतनी बाई ने वनोपज, सोनकुंवर बाई ने बिहान योजना, कमलेश्वरी बाई द्वारा माडिय़ा की खेती पर जानकारी साझा किया।
प्रेरक संस्था प्रमुख आरजी सिन्हा के द्वारा उपस्थित जनसमूह को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए आज महिलाओं की स्थिति पर उन्होंने कहा की पहले किसान, पुरुष के रूप में जाना जाता था लेकिन आज महिला भी किसान के रूप में जानी जाती है। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथियों में रीना सिन्हा उपसरपंच बिंद्रा नवागढ़ , सोनकुंवर ठाकुर व्यवसायिक कार्यकर्ता, सविता बाई प्रधान ग्राम संगठन सचिव बिंद्रा नवागढ़, लता सिंग, हेमलता राठौर, कमलेश्वरी बाई, पूर्णिया बाई के साथ रोहिदास यादव भुपेश्वरी यादव रामेश्वर कपिल रवि रंजन कुमार और अजिंक्य उके इत्यादि शामिल रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 11 मार्च। केन्द्रीय कृषि कानून के समर्थन में मंगलवार देर शाम भाजुयमो ने राजिम में मशाल रैली निकाली और कृषि बिल को किसानो के लिए हितकारी बताते हुए इसे लागु करने की मांग की। इस दौरान रैली में भाजपा जिला प्रभारी राकेश यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश साहू, भाजयुमो प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख विकास साहू सहित बड़ी संख्या में भाजुयमो कार्यकर्ता रैली में शामिल हुए।
मशाल रैली के दौरान के भाजयुमो कार्यकर्ताओ ने कृषि बिल के समर्थन जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान जिला प्रभारी राकेश यादव ने कहा कि कृषि बिल पूरी तरह से किसानो के हित में है। मोदी सरकार का यह बिल किसानो के जीवन में नया परिवर्तन लाएगा इससे उनकी दशा और दिशा दोनो बदलेगी किसान समृध्द होगा। भाजयुमो के जिलाध्यक्ष डॉ योगीराज माखन ने कहा कि वर्षो से किसानो को छलने वाले वोट बैंक की राजनीति करने वाले लोग नही चाहते कि कृषि बिल लागू हो। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को भी जल्द से जल्द किसानो के हित में कृषि बिल को छत्तीसगढ़ में लागु करना चाहिए। इस अवसर पर विशेष रूप से कोषाध्यक्ष राहुल सेन, रामूराम साहू, गोहरपदर मंडल अध्यक्ष गुरुनारायन तिवारी, महामंत्री तानसिंह मांझी, किसान मोर्चा जिला महामंत्री मनीष हरित, भाजयुमो कार्यकर्ता राजू साहू, दीपक साहू, प्रेमलाल तोंडर, अभिषेक सोनकर, हिमेश बेनर्जी, रिकेश साहू, वीरेंद्र साहू, तोरण सागर, प्रतीक तिवारी, आनंद ठाकुर, महेश कश्यप, गोवर्धन मरकाम, घनश्याम मरकाम, थानेश्वर कंवर, राजा साहू, मनीष साहू, संतोष सिन्हा, आकाश राजपूत, मोहनीश ठाकुर, संजू निर्मलकर, रवि निर्मलकर, गुलसन सिन्हा, चंद्रप्रकाश साहू, बेनु नागेश, बबेश मांझी समेत जिले भर से आए कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 10 मार्च। दृढ़ संकल्प और कुछ करने की इच्छा शक्ति अगर आपके पास है हर असंभव काम आसानी से कर सकते हैं, जरूरत होती है खुद को पहचानने की। सबसे पहले स्वयं का मूल्यांकन करें। असफलता के अभाव में तपकर ही कुंदन सी निखरती हैं कला। यह किसी जाति धर्म-मजहब में बंधकर नहीं रहती। रूढि़वादी सोच से परे रहे हर चुनौती का सामना करने के लिये जिंदगी के यज्ञकुंड में पवित्र कर्म की आहूति दीजिए। दूषित भाव स्वमेव दूर हो जायेंगे।
उक्त बातें माघी पुन्नी मेला के दसवें दिन अपने सुंदर अंदाज में देवार संस्कृति को उकेरने वाली छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय प्रसिद्ध लोकगाथा गायिका रेखा देवार ने कही। चर्चा के दौरान अपनी लोकगाथा के सफर को साझा करते हुये बताया कि राजिम में पूरे दस साल बाद पुन: आने से मन रोमांचित हो गया। पहले भी कई बार आई हूं, काफी अंतराल के बाद आने से सबसे बहुत प्यार मिला। इस बार राज्य शासन के द्वारा कलाकारों को सम्मान देने का अंदाज बहुत अच्छा लगा। अपनी कला की शुरुआती दौर के बारे में बताया कि बचपनमें दादा-दादी के साथ नाचा पार्टी में जाती थी। आठ साल की उम्र में गायिकी शुरू किया। फिर आगे चलकर दो साल अकेले अपने दम पर पार्टी चलाई, जिसमे पंद्रह कलाकार शामिल थे।
चर्चा के दौरान बताया कि इस क्षेत्र में आगे बढऩे की प्रेरणा एक मुसलमान फैमिली से मिली। उनके मार्गदर्शन में ही कार्य किया। पहला कार्यक्रम सरगांव के आसपास हुआ, जहाँ से आत्मविश्वास बढ़ा और आगे बढ़ती ही गई, कभी हार नही मानी। बताया कि गुरू के बिना कोई ज्ञान नही मिलता, मेरे गुरु विजय सिंह थे, जिनका सानिध्य और आशीर्वाद हमेशा प्राप्त हुआ। आकाशवाणी में जाने का बहुत शौक था। 1988 में खुमान साव के गीत - आ जाबे... आ जाबे अमरईया के तीर.... का स्वर परीक्षण के लिए गई थी, पर प्रस्तुति 1996 में दी हूं। अपनी शिक्षा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल बिल्कुल भी नही गई। एक क्लास भी नही पढ़ी पर हस्ताक्षर कर लेती हूं। चंदैनी के बारे में पूछने पर कहा कि यह एक प्रेम कहानी हैं जिसमे छ.ग. की उड़रिया अर्थात प्रेम विवाह का वर्णन किया गया है। ‘‘भरथरी’’ एक ऐसा गायन है जिसमे भीख मांगने की प्रथा को गायन के माध्यम से बताया गया है। जोगी सरकार के समय में बावा और हिजड़े लोगों के साथ भरथरी गायन का मौका मिला। जिसे हमने तबले पेटी और तंबूरा के साथ गाया बजाया। छ.ग में इसका मंचन बहुत कम होता हैं। अब तक कुल पैतीस लोकगाथा हमने तैयार किया है।
पढ़ाई नही किये फिर कैसे कर लेते हैं? ये प्रश्न तो सबके जेहन में होता हैं हम दिल्ली गये थे। वहाँ तीजन बाई, रितु वर्मा के लेख को इलाहाबाद केंद्र में देखे, उसे टेप किये छत्तीसगढ़ी में अनुवाद कर सुनकर तैयारी करने में मदद मिली। कोरोना संक्रमण के दौरान कोई बदलाव नही हुआ। हम घर पर अभ्यास करते थे। इससे अपनी कला और संस्कृति को समझने का हमें अवसर मिला।
उन्होंने बताया कि छ.ग. के अलावा भारत के लगभग सभी राज्यो में अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। दो बार इंदिरा विश्व विद्यालय में कार्यक्रम दिए हैं। अब तक लगभग पांच हजार फिल्म में काम कर चुके है। एक लाल कमीज के में मनटोरा का गाँव की भूमिका में रही। जिसमे भरथरी गायन भी किया है। नये कलाकरों के लिए कहा कि लोक संस्कृति हमारी धरोहर है। उसे सहेज कर रखे। ओरीजनल गीत ही प्रस्तुत करे।
उसमे मिलावट न करें। सुवा, कर्मा को जाने समझे। राउत नाचा, बांसगीत, मंदरिया जो लुप्त होने के कगार में है उन्हें पुन: जीवित करें। महिलाओ के लिए यही कहूंगी आज हर गाँव में महिला स्वसहायता समूह बनाकर आत्म निर्भर हो रही हैं। हेलीकाप्टर चलाकर अपने सपनो में नई उड़ान भर रही हैं उनका हमेशा सम्मान करें। शासन से अपेक्षा कि है कि देवार की सांस्कृतिक कला को पहचान देने के लिए हर जगह एक भवन दें उन्हें आर्थिक सहयोग करें, जिससे उन्हें भी समाज की मुख्यधारा में जुडऩे का मौका मिल सकें। चर्चा के बाद मीडिया सेंटर द्वारा उनका गुलदस्ता और फोटो फ्रेम भेंट कर सम्मान किया गया।‘
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 10 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिले के महिला जनप्रतिनिधि , महिलाअधिकारियों गृहणियों का एक सामूहिक अभिव्यक्ति जन-जागरूकता कार्यक्रम जिला पुलिस द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं के द्वारा अपने- अपने विचारों व जीवन में घटित घटनाओं को अभिव्यक्त किया। इस दौरान सभी महिलाओं का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस तारतम्य में गरियाबंद जिला के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल और गरियाबंद वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल के सानिध्यता में जिले के पांचों ब्लॉक गरियाबंद, छुरा, फिंगेश्वर, देवभोग, मैनपुर एवं नगरीय निकाय के अध्यक्ष सहित ग्राम पंचायतों के सरपंचों को आमंत्रित किया गया था,।
ज्ञात हो कि गरियाबंद जिले के सभी ब्लॉक के जनपद पंचायत अध्यक्ष महिला हैं और दो जनपद पंचायत के सीईओ छुरा रुचि शर्मा एवं गरियाबंद सीईओ शीतल बंसल महिला अधिकारी हैं और छुरा अनुविभाग के अनुविभागीय अधिकारी अंकिता सोम हैं।
इस कार्यक्रम का संचालन गरियाबंद एडिशनल एसपी संतोष महतो ने किया और कार्यक्रम की शुरुआत मयंक अग्रवाल डीएफओ गरियाबंद ने किया जिसमें उन्होंने कहा कि इस जैसे कार्यक्रम पहले गरियाबंद नही हुआ लेकिन गरियाबंद पुलिस द्वारा यह अनुकरणीय पहल किया गया जो सभी वर्ग के लिए बेहद ख़ास कार्यक्रम है। क्रम को आगे बढ़ाते हुए एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने अपनी बात रखी।
अभिव्यक्ति शब्द से ही आशय है अपनी बात को व्यक्त करना यह अभियान छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है जिससे महिलाओं के ऊपर अपराध पर लगाम दे सके।
गरियाबंद जनपद सीईओ शीतल बंशल ने भी अपने संघर्ष के बारे में वन विभाग के ऑक्सन हॉल में आए सभी महिलाओं और अधिकरियों के साथ अपना अनुभव साझा किया और अपनी स्मृतियों को एक अभिव्यक्ति देने का प्रयास किया।
इसी प्रकार एसडीम अंकिता सोम ने समाज में व्याप्त कुरूतियों के बारे बताया कि किस प्रकार महिलाओं को समाज के दंश झेलने पड़ते हैं। छुरा जनपद की सीईओ सुश्री रुचि शर्मा ने अपनी अभिव्यक्ति में महिला सशक्तीकरण के बारे में विस्तृत जानकारी एवं अपने अनुभवों को साझा किया।
नेहा सिंघल देवभोग जनपद की अध्यक्ष ने अपने जीवन की अनुभवों को साझा किया की कैसे वे नेवी अफसर से बनने की राह पर चली थी और आज कैसे राजनीति में वो आयी,
जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लक्ष्मी साहू ने बताया की कैसे उसने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में उतार चढ़ाव देखे एक अफसर की बेटी होने के बावजूद वो एक पॉलिटिशियन से विवाह हुआ जिसमें उसने सयुंक्त परिवार के साथ जीवन जीना सीखा।
लालिमा पारस ठाकुर अध्यक्ष जनपद पंचायत गरियाबंद ने बताया कि कभी उसने नही सोचा था की वो राजनीति में आएंगी लोग कहते है की एक सफल पुरुष के जिंदगी के पीछे एक महिला का हाथ होता है उसी प्रकार एक सफल महिला के पीछे भी एक पुरुष का साथ होता है जैसे पल पल में उनके पति उनके साथ रहते जिसमें उसने निर्विरोध सरपंच से जीतकर निर्विरोध जनपद पंचायत तक पहुँची।
पुष्पा साहू ने भी अपनी बात रखी उन्होंने अपने जिंदगी के उतार चढ़ाव और कैसे उसने उनके पिता ससुर एवं पति के सहयोग से राजनीति के सफर में कामयाब हुई उन्होंने पौराणिक कथाओं के माध्यम से भी अपनी अभिव्यक्ति को दर्शाने का प्रयास किया। रेखा सोनकर नगर अध्यक्ष राजिम एवं पूर्व पालिका अध्यक्ष गरियाबंद मिलेश्वरी साहू ने भी अपनी अभिव्यक्ति रखी।
गरियाबंद जिला पुलिस अधीक्षक की माँ श्रीमती लीलाबाई पटेल ने विश्व महिला दिवस की शुभकामनाएं देने माइक थामा और उन्होंने सभी जिले सुपुत्र भोजराम पटेल के बारे कहा की बहुत मेहनत करके उसका बेटा इस मुकाम को हासिल किया है और वो चाहती है की गरियाबंद जिला के सभी नागरिक उसे आशीर्वाद दे और अगर उनसे कोई गलती हो जाती है तो उसे अपना ही बेटा-भाई मानकर माफ कर दे।
अंतिम उदबोधन में पुलिस कप्तान भोजराम पटेल ने कहा की समाज में तभी परिवर्तन आएगा जब समाज के लोगों के सोच में परिवर्तन आएगा जब हमारी सोच में च्मैंज् की च्च्हमज्ज् प्रयोग करना शुरू करेंगे और उन्होंने विश्व महिला दिवस के मौके पर माँ दुर्गा के नौ नामों को नमन करते हुए उन्होंने च्च्अहिल्या, तारा, कुंती, द्रौपदी, मंदोदरी पंच कन्या सति कन्या नमस्कारंज्ज् जो की उसके शिक्षक द्वारा बताया गए पौराणिक कथाओं की शक्तिशाली महिलाओ के शक्ति के बारे में बताया था, उन्होंने सभी महिलाओं से अपील किया की वे अपने बच्चों में ऐसे सँस्कार का सृजन करे जो आने वाले भविष्य में सुनहरा इतिहास लिखे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर, सन्तोष महतो, गरियाबंद कोतवाली निरीक्षक श्रीमती वेदवती दरियो की सराहनीय भूमिका रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 10 मार्च । महा शिवरात्रि पर भूतेश्वरनाथ धाम में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच कर मनोवांछित फल की कामना कर जलाभिषेक करेंगे।
ज्ञात हो कि गरियाबंद मुख्यालय से तीन किलोमीटर की दूरी ग्राम मरोदा के घने जंगलों ंंके बीच प्राकृतिक शिवलिंग है जो की भूतेश्वर नाथ के नाम से प्रसिद्ध है। यह विश्व का सबसे बड़ा प्राकृतिक शिवलिंग है। लोगों का कहना है कि यह शिवलिंग अपने आप बड़ा और मोटा होता जा रहा है। भूतेश्वर नाथ हर साल बढ़ती है। इस शिवलिंग की लम्बाई जमीन से लगभग 18 फीट उंचा एवं 20 फीट गोलाकार है। राजस्व विभाग द्वारा प्रतिवर्ष इसकी ऊंचाई नापी जाती है जो लगातार 6 से 8 इंच बढ़ रही है।
मान्यता है कि आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व जमींदारी प्रथा के समय पारागांव निवासी शोभासिंह जमींदार की यहां पर खेती- बाडी थी। शोभा सिंह शाम को जब अपने खेत में घूमने जाता था तो उसे खेत के पास एक विशेष आकृति नुमा टीले से सांड के हुंकारने (चिल्लानें) एवं शेर के दहाडऩे की आवाज आती थी। अनेक बार इस आवाज को सुनने के बाद शोभासिंह ने उक्त बात ग्रामवासियों को बताई। ग्राम वासियों ने भी शाम को उक्त आवाजें अनेक बार सुनी तथा आवाज करने वाले सांड अथवा शेर की आसपास खोज की। परतु दूर दूर तक किसी जानवर के नहीं मिलने पर इस टीले के प्रति लोगों की आस्था बढऩे लगी और लोग इस टीले को शिवलिंग के रूप में मानने लगे।
इस बारे में पारागांव के लोग बताते हैं कि पहले यह टीला छोटे रूप में था। धीरे धीरे इसकी ऊंचाई एवं गोलाई बढ़ती गई। जो आज भी जारी है। इस शिवलिंग में प्रकृति प्रदत जललहरी भी दिखाई देती है। जो धीरे- धीरे जमीन के उपर आती जा रही है। यहीं स्थान भुतेश्वरनाथ, भकुरा महादेव के नाम से भी जाना जाता है।
इस शिवलिंग का पौराणिक महत्व सन 1959 में गोरखपुर से प्रकाशित धार्मिक पत्रिका कल्याण के वार्षिक अंक के पृष्ट क्रमांक 408 में उल्लेखित है जिसमें इसे विश्व का एक अनोखा महान एवं विशाल शिवलिंग बताया गया है।
यह भी किवदंती है कि इनकी पूजा बिंदनवागढ़ के छुरा नरेश के पूर्वजों द्वारा की जाती थी। दंत कथा है कि भगवान शंकर-पार्वती ऋषि मुनियों के आश्रमों में भ्रमण करने आए थे, तभी यहां शिवलिंग के रूप में स्थापित हो गए। घने जंगलों के बीच स्थित होने के बावजूद यहां पर सावन महीने में कावडिय़ों का बढ़ा जत्था का मेला लगता है। इसके अलावा महा शिवरात्रि के पावन पर्व पर यहां विशाल मेला लगता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 10 मार्च। बीती रात मैनपुर विकासखंड के जाड़ापदर गांव में शादी समारोह में युवतियों की फोटो खींचने से मना करने पर युवक की हत्या कर दी गई। जिससे गांव में दहशत का माहौल बन गया। घटना की जानकारी मिलते ही मैनपुर पुलिस रात को मौके पहुंची। रात में ही पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार बीती रात गांव के उदल राठौर के परिवार में शादी कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान दूसरे गांव के 4 युवक वहां पहुंचे और समारोह में शामिल युवतियों की तस्वीरें खींचने लगे। उदल राठौर को युवकों की ये हरकत नागवार लगी। उन्होंने चारों युवकों को समारोह से बाहर निकाल दिया।
इस पर युवक भडक़ गए और चाकू से उदल पर हमला बोल दिया। बुरी तरह घायल उदल को तत्काल मैनपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही मैनपुर पुलिस रात को ही मौके पहुंची। पुलिस ने मामले में चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
मैनपुर थाना प्रभारी सत्येंद्र श्याम ने बताया कि घटना बीती रात 2 बजे की है। चार युवकों ने शादी समारोह में पहुंचकर लड़कियों की फोटो खींचना शुरू कर दिया। जिसके बाद विवाद की स्थिति पैदा हुई और चारों युवकों ने मिलकर उदल राठौर पर चाकू से हमला बोल दिया। उदल की मौत हो गयी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 मार्च। माघी पुन्नी मेला दसवें दिन रेखा देवार ने चंदैनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध प्रेमगाथा लोरी के चंदा की संगीत में नाट्य प्रस्तुति दी। इसी के साथ देवार कर्मा के गीत प्रस्तुत किए उस समय रेखा देवार ही नृत्य करने लगे। जिसे देखकर दर्शक अचम्भित रह गए। देवार जाति का होली एक विशेष त्योहार होता हैं।
होली खेले नंद लाल... ने दर्शकों को एक बार भी होली त्योहार की ओर ले गए। इसी कड़ी में लागे रहिथे दिवाना तोरो बर मोरो मया...इस गीत को सुनकर दर्शक भी नृत्य करने के लिए मजबूर हो गए। बंगला में खाके वीरो पान... यह एक ऐसा गीत हैं जिसको ंसुनने के लिए राजिम माघी पुन्नी मेला के सांस्कृतिक मंच ही मिलते हैं क्योंकि रेडियों का जमाना नही रहा।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में डोगरगांव में जन्में छत्तीसगढ़ गायक और अभिनेता सुनील तिवारी की प्रस्तुति रही। जिसमें इनके साथियों के द्वारा मॉं की वंदना करते हुए। हे शीतला दाई मोर गांव... इस गीत को गाकर सांस्कृतिक मंच को भक्तिमय कर दिया। रंग झांझर के साथ आए पिंकी साहू ने एक बार फिर मांॅ की महिमा का बखान करते हुए। जगमग जगमग हो तोर दियाना..इस गीत की प्रस्तुति जब मंच पर हुई तों इस गीत को सुनकर चारों तरफ ऐसे लग रहे थे कि चारो तरफ ये दिये जल रहे हो। इसके बाद सुनील तिवारी ने भी रख लेेतेव मोर लाज ओ... गीत की प्रस्तुति दी। इसी के साथ पी.सी. यादव के द्वारा लिखे गए गीत हमर छत्तीसगढ़ के तहत छत्तीसगढ़ के करों बखान में इस गीत के माध्यम से मड़ई मेला गौरी-गौरा, राउत नृत्य, युवा गीत, होली गीत की प्रस्तुति लेकर पूरे मंच में साल भर के छत्तीसगढ़ी त्योहारों का बखान कर प्र्रस्तुति दी गई।
जिसमें दर्शक मंच के समीप बैठे-बैठे सारे त्योंहारों का खूब आनंद लिया। दौना के पान ला खोंचे ओ... छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोकप्रिय गीत ने मुख्यमंच पर छंटा बिखेरी। बढ़ निक लागे गोरी तोरे बोली...., सपना सपना तोरे सपना..... जैसे आधुनिक गीतों की झमाझमा प्रस्तुति ने मुख्यमंच की गरिमा को चार गुना बढ़ाया। दर्शकों ने तालियों की बरसात कर दी। तै हा चुड़ी बजा के मोही डारे मन..... युगल नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। सपना के घर मा जैसे..... गीतों ने दर्शकों को झुमने के लिए प्रेरित किया। मंगनी मा मांगे मया....., संगवारी रे तोला झुलना..... खूब सीटी और तालियॉ बटोरी। नाचे रे तोर संग गावें रे मोरों संग... गोरी आ जाबे नदियॉ...., का मंतर तै मारे ओ... नृत्य से मुख्यमंच के बाजू खचाखच भीड़ झूमने नाचने लगे। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सुनील तिवारी के द्वारा होली गीत जो उसके यूट्यूब में लगातार चल रही है ए मोहनी तोला रंग में रंगाहू रे तोला.... इस गीत ने दर्शकों की मांग को ध्यान मे रखते हुए मंच पर प्रस्तुति दी। कलाकारों का सम्मान ओएसडी गिरीश बिस्सा, एसपी भोजराम पटेल, एएसपी सुखनंदन राठौर, जनपद उपाध्यक्ष योगेश साहू, लीलाराम साहू, संतोष महंतो, राजेश जगत, विनोद कुर्रे, साधु निषाद, गिरीश राजानी, सूरज पटेल, दीपक सेन, ओमप्रकाश साहू, विकास तिवारी, निंरजन साहू ने कलाकारों को स्मृति चिन्ह और गुलदस्ता देकर सम्मानित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 9 मार्च। समाज के विकास में जितनी पुरूषों की भागीदारी होती है उतनी ही अहम भूमिका महिलाओ ंकी भी है। आज महिलाए शिक्षा, व्यवसाय, व्यापार, नौकरी, समाज सेवा सहित हर क्षेत्र मे पुरूष में समान कुशलता से जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही है। महिलाएं किसी क्षेत्र में भी पुरूषों से कम नहीं है। आज जरूरत है महिलाओं को सम्मान देने की और उन्हें प्रोत्साहित कर आगे बढ़ाने की है। उक्त बातें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर नगर पालिका अध्यक्ष नें महिला सफाईकर्मी के सम्मान समारोह में कही।
सोमवार को नगर के मंणिकंचन केन्द्र में नगर पालिका अंतर्गत कार्यरत महिला सफाईकर्मियो के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन ने सफाईकर्मी महिलाओ को सम्मानित करते हुए उन्हे महिला दिवस की शुभकामनायें दी और उन्हे उपहार भी भेंट किए। इस अवसर पर उन्होने महिलाओ के लिए तीन विशेष घोषणा भी की। नपा अध्यक्ष ने बताया कि जल्द ही सिविल लाइन में महिलाओ के लिए अलग से जीम की व्यवस्था होगी, जो केवल महिलाओ के लिए ही होगा। इसके अलावा सफाईकर्मी महिलाओ को स्वालम्बन और घरेलु व्यवसाय से जोडऩे के लिए ब्युटीपार्लर सहित अन्य प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित करेंगे। इसके अलावा महिलाओ के लिए ड्राइविंग क्लास भी शुरू होगा। पहले 50 महिलाओ को प्रशिक्षण दिया जाएगा उसके बाद शेष महिलाओ का प्रशिक्षण होगा। नपा अध्यक्ष ने कहा कि मातृशक्ति की भूमिका नगर के सफाई व्यवस्था में अहम में, घर घर जाकर वे कचड़ा एकत्रितकरण की अहम भूमिका निभाती है। आज उन्हे सम्मानित करते हुए हमे गर्व हो रहा है। इस दौरान महिलाओ ने भी आत्मीयता से उनका आभार जताया। ज्ञात हो कि इतने वर्षो में पहली बार महिला दिवस के अवसर पर नपा में कार्यरत महिला सफाईकर्मियो को सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में सीएमओ संध्या वर्मा, नगर पालिका उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सोनटेके, सभापति आसिफ मेमन ने भी संबोधित किया और अपनी शुभकामनायें दी। इस अवसर पर प्रमुख रूप से विष्णु मरकाम, एल्डरमेन रमेश मेश्राम, इंजी अश्वनी वर्मा, सपना मिश्रा, गुलशन साहू, अखतर मेमन, निलिमा यादव, निर्मला वैष्णव, रीतू गंधर्व सहित पालिका के अन्य कर्मचारी भी मौजुद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 9 मार्च। टीचर्स एसोसिएशन द्वारा पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आगामी 13 मार्च को राजधानी में धरना प्रदर्शन किया जाना है। जिसको लेकर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन गरियाबंद की आवश्यक बैठक जिलाध्यक्ष आरिफ मेमन की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। उक्त धरना प्रदर्शन में गरियाबंद जिले के पांचों विकास खण्ड से भारी संख्या में शामिल होने का निर्णय एक स्वर में लिया।
सोमवार को स्थानीय साईं मंदिर बैठक कक्ष में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन की आवश्यक बैठक जिलाध्यक्ष आरिफ मेमन की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें मुख्य रूप से राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर 13 मार्च को राजधानी रायपुर में एन ओ पी आर यू एफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय शर्मा के नेतृत्व में आयोजित धरना प्रदर्शन एवं रैली में जिला के एन पी एस शिक्षकों की अधिक से अधिक उपस्थिति के संबंध में चर्चा की गई तथा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया
13 मार्च को गरियाबंद जिले के पांचो विकासखण्ड गरियाबन्द, छुरा, फिंगेश्वर, मैनपुर एवं देवभोग से अधिक से अधिक संख्या में साथी शामिल होंगे। बैठक में जिलाध्यक्ष आरिफ मेमन के अलावा जिला संयोजक भुवनयदु, आई टी सेल से गिरीश शर्मा,जिला संयोजक छन्नू सिन्हा, ब्लाक संयोजक परमेश्वर निर्मलकर, हुलस साहू,संतोष साहू,,गोविंद पटेल, नन्द कुमार रामटेके, नितिन बखारिया,किरण साहू, जमशीर कुरैशी, जितेंद्र सोनवानी, भगवंत कुटारे, शिव नारायण तिवारी, घनश्याम देवांगन, धवलेश्वर बेहरा, मुकुंद कुटारे, सलीम मेमन, घनश्याम यादव,योगेंद्र साहू, भूपेंद्र देवांगन, उबेलाल टण्डन, पेश्वर यादव, बीरेंद्र साहू, टीकम पटेल,डकेश्वर ध्रुव आदि जिला ईकाई गरियाबंद के शिक्षक उपस्थित थे। उक्ताशय की जानकारी देते हुए जिलाध्यक्ष आरिफ मेमन ने संघ के सभी पदाधिकारियों व शिक्षकों से 13 मार्च को रायपुर में होने वाले धरना प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है।
लोककला के क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को नकारा नहीं जा सकता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 मार्च। महिला आज छोटे-बड़े सभी काम पूरी तन्मयता से कर नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। चाहे वह ओंलम्पिक खेलों में हो या फिर कला के क्षेत्र में इनके कार्य को नकारा नहीं जा सकता हैं। उक्त बातें राजिम माघी पुन्नी मेला में महिला दिवस के पूर्व संध्या मुक्ताकाश महोत्सव मंच में प्रस्तुति देने पहुॅची अनुराग धारा के प्रसिद्ध लोक गायिका कविता वासनिक ने कहीं।
उन्होंने अस्सी-नब्बे के दशक में गाये हुए पुराने गीतों को गाकर हजारों दर्शकों का दिल जीत लिया। बताया कि राजिम महोत्सव मंच कलाकारों को उर्जा देती हैं। यह राजीवलोचन भगवान की भूमि हैं दर्शन करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात हैं। राज्य सरकार लोक संस्कृति को उपर उठाने के लिए लोक कलाकारों को मंच प्रदान कर रही हैं। निश्चित रूप से तारीफे काबिल हैं। श्रीमती वासनिक ने बताया कि मैं बीएससी में बायोलॉजी हॅंू तथा खैरागढ़ विश्वविद्यालय से लोक संगीत में डिप्लोमा की है। वर्तमान में एसबीआई में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत हॅू। संगीत का माहौल मुझे अपने घर से मिला। उस समय एक लडक़ी का घर से निकलना मुश्किल था यदि मंच में गीत गाने चले जाए तो लोग सुबह ताने देते थे लेकिन माता-पिता दोनों गाने के शौकिन थे, इसलिए उन्होंने हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया।
नतीजा मेरी गायिकी जोर पकडऩे लगा। 1977 में भिलाई लोककला महोत्सव में धनी बिना जग लागे सुना... गीत से मेरी पहचान बनी। 1982 में गीतकार लक्ष्मण मस्तुरिया द्वारा रचित गीत पता ले जा रे गाड़ी वाला... को आवाज देने के लिए मेरे नाम का चयन हुआ। मुझे बहुत प्रसन्नता हुई। तीन मिनट में इसे पूर्ण किया गया। उस समय लग नहीं रहा था कि यह गाना हिट हो जाएगी लेकिन देखते ही देखते हर गाली मोहल्ले, चौक-चौराहे पर पॉपुलर हो गया। सन् 2017 में दाउ मंदराजी सम्मान से मुझे नवाजा गया। वह मेरे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण पल रहा हैं। स्वर कोकिला लता मंगेश्कर सत्तर के दशक में छत्तीसगढ़ आए थे उनके खाने की टेबल में नाश्ते में रसगुल्ला रखा हुआ था। उन्होंने रसगुल्ले को चखे और बाकी रख कर चले गए। उसी समय में मेरे गुरू ने कहा कि कविता बचा हुआ रसगुल्ला तुम ले लो। मैंने इसे प्रसाद समझकर ग्रहण कर लिया उस रसगुल्ले की मिठास मेरे गानों में मिश्री की डाली की तरह लगातार फैल रही हैं। मेरे पति विवेक वासनिक, पुत्री हिमानी वासनिक तथा पुत्र हिमांशु वासनिक गायन के लिए मेरे उत्साह को हमेशा बढ़ाते रहते हैं। मैं यह जरूर कहना चाहूंगी कि लोककला के क्षेत्र में हम लोगों ने बहुत मेहनत किया है। रात-रात भर संगीतों के धुनों में कला को नए आकार देने के लिए लगे रहते थे जबकि उस समय कोई साधन नहीं था। आज नवोदित कलाकारों के लिए हर प्रकार की सुविधाएॅं उपलब्ध हैं उसके बाद भी फूहड़ता सर चढक़र बोल रही हैं यह बहुत चिन्तनीय हैं। इससे संस्कृति का हा्रस होता हैं। हमारा छत्तीसगढ़ लोककला, लोक संस्कृति, लोक खेल आदि के लिए जाना जाता हैं। इसे बरकरार रखें और अच्छी गीत उभरकर सामने आए ऐसा प्रयास होना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 मार्च। राजिम माघी पुन्नी मेला में आए नागा साधुओं ने कहा कि वे धर्मरक्षा के लिए मेले में पहुंचे हैं।
माघी पुन्नी मेला में नागा-साधु आए हुए हैं। उनसे मिलने के लिए ओएसडी.गिरीश बिस्सा ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सौरभ शर्मा, राजा चावला, पत्रकार रमेश चौधरी, विनोद जैन, लीलाराम साहू, आलोक पहाडिया के साथ श्री लोमस ऋषि आश्रम पहुॅंचे तथा संतो से भेंट किया। इस अवसर पर श्री बिस्सा ने सभी नागा साधुओं से प्रदेश के सुख समृद्धि एवं सफल आयोजन के लिए उनसे आशीर्वाद लिया। उन्होंने धर्मनगरी राजिम आगमन पर स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रशासन ने इस बार साधु-संतों को विशेष रूप से आमंत्रित नहीं किया गया हैं लेकिन आने वाले सभी संतों का स्वागत किया जा रहा है।
नागा-साधुओं ने बताया कि हम लोग अपने खर्चे से राजिम माघी पुन्नी मेला पहुॅंचे हैं चूॅकि यहां धर्मध्वजा स्थापित किया जा चुका है इसलिए उसे खड़ा करना जरूरी होता हैं। हमने दत्तात्रेय मंदिर पहुॅचकर पेशवाई निकाली है।
साधुओं के द्वारा तलवार बाजी करतब दिखाते हुए जुलूस पूरे नगर में भ्रमण किया। अखाड़ा प्रदर्शन को देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित हुए थे। संतों ने कहा कि हमें कोई बुलाए या न बुलाए धर्म रक्षा के लिए हम नियत समय में राजिम पहुंच गए। प्रतिदिन उनकी आरती उतारी जा रही है तथा श्रद्धा समर्पित किया जा रहा हैं।
श्री बिस्सा से भेंट के पश्चात साधु-संतों में बहुत संतोष देखा गया और उन्होंने प्रशासन को हर स्तर पर सहयोग का वादा किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 मार्च। माघी पुन्नी मेला में महानदी आरती का दृश्य अत्यंत दिव्य होता जा रहा है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण आरती का अलौकिक दृश्य देखने के लिए उपस्थित हो रहे। एक ओर रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ सबसे ज्यादा रही, वहीं दूसरी ओर गृहमंत्री एवं धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू के परिवार से सदस्यगण राजिम मेला में पहुंचे और महानदी आरती में शामिल होकर महाआरती किया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने भी अपने परिवार के साथ त्रिवेणी घाट पहुंच कर महानदी त्रिवेणी मैया की आरती उतारी तथा अपर कलेक्टर जेआर चौरसिया भी सपरिवार आरती में शामिल हुए।
सभी ने मॉ त्रिवेणी की आरती कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस बीच पुरूषोत्तम मिश्रा टीम एवं पं. संतोष शर्मा ने स्वरबद्ध आरती गीत प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विप्र परिषद् से पं. ब्रम्हदत्त शास्त्री, आरती प्रभारी राम शर्मा, पं. कन्हैया तिवारी, देवेन्द्र दुबे, विजय शर्मा, विकास शर्मा, संतोष मिश्रा, दिनेश तिवारी, संस्कार मिश्रा, सूरज शर्मा के साथ आरती संयोजक अशोक श्रीवास्तव ने मुखर होकर आरती किया। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा जितेन्द्र सोनकर, जनपद के पूर्व अध्यक्ष राघोबा महाडिक़, पार्षद टंकु सोनकर, रतीराम साहू, पद्मा दुबे, रामकुमार साहू, विकास साहू, योगी कश्यप, अभिषेक सोनकर, हिमेश बैनर्जी, मोहिनिश ठाकुर, रामकुमार देवांगन, होमन साहू, ईश्वर देवांगन आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 8 मार्च। राजिम माघी पुन्नी मेला के आठवें दिन सांस्कृतिक मंच पर भजन सम्राट डॉ. सतोष साहू एवं तीजन पटेल का जलव रहा। संतोष साहू ने अपनी चीर परचित आवाज नगर में जोगी आए.. ये इस गीत को गाकर उस समय की याद दिला दी जिस समय अयोध्य में श्रीराम का जन्म हुआ था और महादेव जोगी का रूप लेकर उनके दर्शन करने आए थे। आगे की कड़ी में शरीर के अंगों का महत्व बताते हुए गीत की प्रस्तुति दी।
मुख वे है जो हरि के नाम का सुमिरन करे... इस गीत ने बहुत ही मनमोहक प्रस्तुति के कारण सभी दर्शकों ने शांत भाव से गीत सुना। इसी के साथ तीजन पटेल ने ईश्वर सत्य है सत्य ही शिव हैं... सत्यम् शिवम् सुन्दरम् जैसे गीतों को सुनकर दर्शक भक्तिमय महानदी में डुबकी लगाने लगे। ऐसी लागी लगन मीरा होगी गई मगन... इस भजन में भी दर्शकों पर अपना छाप छोड़ा क्योंकि ऐसी गीत हमे रेडियों में सुनने को ही मिला करता था। इसी के साथ आबे तेला बतादे... और अपने समय में सबसे अधिक प्रसिद्ध चौरा म गोंदा... इस गीत ने राजिम माघी पुन्नी मेले का महत्व को और बढ़ाते हुए दर्शक बिना ताली बजाए नहीं रहे। कविता वासनिक मुख्यमंच की शोभा बन गई। दर्शकों की खूब सहारना बटोरी। कविता वासनिक के अनुराग धारा ने आदिवासी की संस्कृति का बखान करती आदिवासी वेशभूषा में सुसज्जित कलाकारों के समूह ने महुवा झरे रे... नृत्य गीत के माध्यम से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। कविता वासनिक बेटी एडवोकेट बहुत ही ओजस्वी स्वर में छत्तीसगढ़ महतारी की जयकारे के बाद मोला चढ़े हे हरेली के रंग की जबरदस्त प्रस्तुति दी तथा कार्यकम का शुभारंभ किया।
बखरी के तुमा नार बरोबर... दोपहर के समय रेडियों में चलने वाले इस गीत और नृत्य की प्रस्तुति जब मंच पर दी गई तो मुख्यमंच की शोभा और बढ़ती गई। इसी मंच पर मोला जावन देना रे अलबेला मोर अब्बड़ बेरा होगे... के गीत सुनकर दर्शकों में एक नई जान डाल दी। कार्यक्रम में एक नई उर्जा भरते हुए धनी बिना जग लागे सुना नई भावे मोला सोना चांॅदी ... इस गीत ने हमें अपने प्रिय जिससे हम स्नेह करते हैं उसकी याद इस माघी पुन्नी मेला में दिला दिया। कुछ महिला दर्शकों के आंखों में साफ-साफ उनकी यादें झलकती हुई दिखाई दी। को सुनकर दर्शकगण उत्साहित हो गए। पता ले जा पता ले जा रे गाड़ीवाला... मॉ के गोद में सो रहे बच्चे न जब ये गीत सुना तो वे झकझोर होकर उठ गया। इसी के साथ कहते है कि छत्तीसगढ़ त्यौहारो का राज्य है लेकिन होली एक ऐसा त्योहार जो सब के मन को मोह लेता है।
राजिम माघी पुन्नी मेला मुख्यमंच पर कविता वासनिक और साथियों के द्वारा होली गीत फागुन आगे सुन ले मोर कबीर... इसी गीत के साथ होली के मिंझरा गीत की प्रस्तुति मंच पर दी गई क्योंकि कुछ दिनों के बाद होली का त्योहार आने वाला है जिसका पूर्वाभ्यास दर्शकों को आज ही करा दिया गया। आज इस सांस्कृति मंच पर ये सना नना नई छोड़व तोला... इस गीत नृत्य के माध्यम से लुप्त हो रही छत्तीसगढ़ी खेलों को अभिनय के माध्यम से दर्शकों को बताया गया। दान का पर्व छेरछेरा पर्व को महत्व बताते हुए गीत की प्रस्तुति दी गई जिसमें छेरिक छेरा छेर मढ़ई के दिन छेर छेरा... इसी के साथ छत्तीसगढ़ में समस्त त्योहारों का वर्णन करते हुए बारहमासी गीतों की प्रस्तुति दी गई। जिसे दर्शक सुनकर सभी त्योहारों का आनंद ले लिया।
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए देवार गीत भी प्रस्तुत किया गया जिससे दर्शकों ने काफी तालियों के साथ स्वागत किया। कलाकारों का सम्मान एसपी भोजराम पटेल, एएसपी सुखनंदन राठौर, थाना प्रभारी विकास बघेल, जनप्रतिनिधियों में गफ्फु मेमन लक्ष्मी साहू, उत्तम निषाद, चेतन मेघवानी ने स्मृति चिन्ह और गुलदस्ता भेंट कर सम्मान किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 8 मार्च। राजिम माघी पुन्नी मेला रविवार अपने पूरे रंगत में दिखा। जिधर नजर दौड़ाए उधर भीड़ ही भीड़ दिखी। बेहिसाब भीड़ को देखकर हर कोई कह उठा, ये है राजिम माघी पुन्नी मेला। उल्लेखनीय है कि 27 फरवरी से प्रारंभ पुन्नी मेला आज रविवार को सुबह 10 बजे से लोगो का आना शुरू हो गया और देखते ही देखते भीड़ बढ़ती गई। लम्बा चौड़ा वर्गाकार क्षेत्रफल में फैले मेला मे मेलार्थी परिवार सहित तो कोई दोस्तो व सहेलियों के साथ मेला देखने आये हुए थे। दोपहर बाद राजिम पुल में ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति निर्मित होती रही। मौजूद टै्रफिक के जवानों के सुझबुझ ने आवागमन को दूरूस्थ करते रहें।
मेला मैदान से लेकर महोत्सव मंच, कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर, राजीवलोचन मंदिर परिसर, भूतेश्वरनाथ मंदिर, मामा-भांचा मंदिर, बाबा गरीबनाथ मंदिर, कमलक्षेत्र के आराध्य देवी मॉ महामाया मंदिर, पवन दीवान आश्रम, लोमश ऋषि आश्रम, नेहरू घाट, मीना बाजार, मौत का कुॅआ, आकाश झुला, डिस्को झुला, टोरा-टोरा झुला, पानी जहाज के अलावा मनियारी सामानों को खरीदने के लिए लोगों की भीड़ दिन भर बनी रही। इस बार के पुन्नी मेला में ऐसा भीड़ पहली बार देखने को मिला। तकरीबन सात किमी. क्षेत्रफल में फैले इस मेले में ओर से छोर तक सिर्फ मेलार्थी ही रंग-बिंरगे वेशभूषा में दिख रहे थे। वीआईपी मार्ग के अलावा मामा-भांचा मंदिर से लेकर कुलेश्वर नाथ महादेव तक पांव रखने की जगह नहीं थी। वही मीना बाजार में जमकर खरीददारी हुई। वास्तव में संडे फन डे रहा।
अधिकतर लोग अपने परिवार के साथ में आये हुए थे और घुम-घुमकर मेले का लुफ्त उठा रहे थे। कुछ परिवार अपने साथ में दाल-चॉवल रोटी ले आए थे वह एक स्थान पर बैठ कर खाने का आनंद उठा रहे थे। पुलिस विभाग के द्वारा पाकिट मारों से बचने तथा बच्चों के जेब में मोबाइल न. रखने की एनांउमेंट में बार-बार किया जा रहा था। राजीवलोचन मंदिर के पास किसी व्यक्ति के पर्स गुमने की जानकारी दी जा रही थी बता दे कि उनके आधारकार्ड मौजूद थे ऐसे ही कई मामले आज देखने को मिली। शाम को गंगा आरती घाट में आरती के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित हुए और दिव्य आरती का दिग्दर्शन किया। पश्चात् महोत्सव मंच पर लोकसंस्कृति की सतरंगी छटा देखने पूरा दर्शकदीर्घा खचाखच भरा हुआ था। लोग जैसे ही संगम में पहुंचे लक्ष्मण झूला को आश्चर्य से देख रहे थे। बता दे कि अभी यह झूला पूर्ण नहीं हुआ है निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है। रंगरोगन कर इन्हें आकर्षक लुक दिया गया है जो देखते ही बन रही है। कौतुहल वश इनको घंटो निहारते रहते है। संगम में स्नान कुंड बनाया गया है जिसमें दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु डुबकी लगाना नहीं भूलते है। सुबह के अलावा दोपहर तक प्रतिदिन पुण्य स्नान कृत्य किया जा रहा है। आज दोपहर विदेशी सैलानी भी मेले में पहुंचे और साधु-संतों से मिलकर अभिभूत हो गए। उन्होंने बताया कि राजिम मेला वेरी ब्युटीफुल है। इसी तरह न की छत्तीसगढ़ बल्कि दीगर प्रदेशों के भी लोगों ने भी मेले में भ्रमण किया। ज्ञातव्य हो कि शनिवार को राज्यपाल अनुसूइया उइके ने संत-समागम का शुभांरभ किया है तब से भीड़ देखते ही बन रही है। यह मेला 11 फरवरी महाशिवरात्रि तक चलेगा।