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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,5 नवंबर। स्कूली छात्रों को जंगल भेजकर मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए लकड़ी इक_ा कराने के मामले में शिक्षा विभाग ने प्रभारी प्रधान पाठक के निलंबन की अनुशंसा शुक्रवार को जेडी कार्यालय रायपुर भेज दी है। मामला सरायपाली ब्लॉक के बेलमुंडी उच्च प्राथमिक शाला का है।
कई अखबारों में कल इस समाचार के प्रकाशन के बाद विभाग ने कार्रवाई की। गौरतलब है कि बेलमुंडी के छात्रों को जलाउ लकड़ी लाने के लिए स्कूल के प्रभारी प्रधान पाठक राजेंद्र आचार्य ने जंगल भेज दिया था।
शुक्रवार को इस घटनाक्रम की खबर ‘छत्तीसगढ़’ समेत कई अखबारों में हुई थी। इसके बाद हरकत में आए स्कूल शिक्षा विभाग ने मामल की जांच की। तथ्य सही पाए जाने पर कार्रवाई की गई है।
इस संबंध में महासमुंद शिक्षा विभाग के सहायक संचालक हिमांशु भारती ने बताया कि स्कूली बच्चों से लकड़ी मंगाने वाले प्रभारी प्रधान पाठक राजेंद्र आचार्य के निलंबन की अनुशंसा ज्वाइंट डायरेक्टर कार्यालय रायपुर भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच कराई गई, जिसमें प्रभारी प्रधान पाठक की गलती पाई गई है।
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महासमुंद, 5 नवंबर। जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा ने कार्यालय में कबाड़ से जुगाड़ अंतर्गत जिला स्तरीय एफएलएन. टीएलएम शिक्षण सहायक सामग्री मेला सह प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम में हिमांशु भारती, सहायक जिला परियोजना अधिकारी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। जिन्होंने प्रतिभागियों को मोमेंटो व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। एफएलएन मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता पर आधाररित जिला स्तरीय कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता में जिले के पांचों विकासखंड में चयनित प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों ने मॉडल का प्रदर्शन किया।
इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान नीलकंठ यादव शा. प्रा. शाला चौंकबेड़ा, द्वितीय स्थान सुमन पांडे शा. प्राथ.शाला देवरी, तृतीय स्थान घनश्याम चौधरी रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि हिमांशु भारती ने सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि अच्छी सहायक शिक्षण सामग्री को सभी शालाओं में उपयोग करते हुए एफएलएन पर गुणवत्ता सुधार किया जाए। समस्त विद्यालयों में शिक्षकों कक्षा शिक्षण के समय सहायक शिक्षण सामग्री का उपयोग अनिवार्य रूप से करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा कमलनारायण चंद्राकर ने की। वहीं विशिष्टि अतिथि के रूप में डीएन जांगड़े, एपीसी आरकेसाहू एपीसी, विद्या साहू एपीसी मौजूद थे। प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में देवनारायण जांगड़े, जीवनलाल डहरिया, डाइट महासमुंद व नमिता झा एक्सपर्ट समग्र शिक्षा शामिल रहे।
कार्यक्रम में ए मिंज, विकास मोहंती, खेमराज साहू, आलोक सोनी, प्रियंका पटेल, कमलेश भारती, कपिल यादव, भुनेश्वर साहू, जागेश्वरी देवांगन, पोखन साहू का सहयोग रहा।
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महासमुंद, 5 नवंबर। एनडीआरएफ के राष्ट्रीय सलाहकार के निर्देशन व छग राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देशानुसार शुक्रवार को वन चेतना केंद्र कुहरी कोडार में मॉकड्रिल किया गया। इस दौरान तालाब या डैम में फंसे लोगों को बचाने का अभ्यास किया गया। ढाई मिनट के रिस्पांस टाईम में कोडार डैम में डूबते लोगों को बचाने रेस्क्यू टीम पहुंची और सफलतापूर्वक उन्हें बचाकर बाहर लाई। इस दौरान नदी या तालाब में बाढ़ पानी की स्थिति में जरूरी उपाय अपनाने की जानकारी दी गई।
इनमें बांध प्रशासन की ओर से जिला प्रशासन को सूचित करना, जिला प्रशासन की ओर से अगली कार्रवाई के लिए एनडीआरएफ को बुलाना आदि शामिल रहा। एक्सरसाइज में 5 साइट सिचुएशन का अभ्यास किया गया। 5 मिनट में युवक को बचाकर एंबुलेंस तक पहुंचाया
गया। कोडार डैम में मॉकड्रिल के दौरान पानी में डूबते दो लोगों को बचाने एसडीआरएफ और स्थानीय आपदा प्रबंधन टीम पहुंची। सुबह 10.30 बजे राहत बचाव टीम ने स्पीड बोट से गुहार लगा रहे लोगों तक पहुंचने में ढाई मिनट का समय लिया। उन्हें रेस्क्यू कर एंबुलेंस तक ले जाया गया।इस पूरी प्रक्रिया में बचाव टीम ने 5 मिनट का समय लिया।
अब जल्द ही मैदान बनाने का काम शुरू होने वाला है
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महासमुंद, 5 नवंबर। जिले के एथलेटिक्स खिलाडिय़ों को सिंथेटिक ट्रैक का पिछले दो साल से इंतजार है। अभी तक पीडब्ल्यूडी की ओर से टेंडर जारी नहीं करने से काम शुरू ही नहीं हो पाया है। इस अनावश्यक देरी को देखते हुए खेल युवा कल्याण विभाग ने दो महीने पहले ही गृह निर्माण मंडल को टेंडर के साथ ही वर्क आर्डर जारी करने का काम दिया है। पता चला है कि इसके लिए हाउसिंग बोर्ड ने टेंडर व वर्क आर्डर जारी कर दिया है। कहा जा रहा है कि अब जल्द ही मैदान बनाने का काम शुरू होने वाला है।
गौरतलब है कि महासमुंद में 9 करोड़ की लागत से 400 मीटर का ट्रैक वन विभाग खेल परिसर में बनाया जाएगा। इसमें 8 ट्रैक होंगे। यानी एक बार में एक साथ 8 खिलाड़ी दौड़ लगा सकेंगे। एक ट्रैक 1.22 मीटर का होगा। निर्माण के बाद स्पर्धा व प्रशिक्षण में खिलाडिय़ों को इसका फायदा मिलेगा। वर्तमान में 8 ट्रैक हैं। लेकिन मुरूम होने से ट्रेनिंग में दिक्कत के साथ चोट का डर रहता है।
जानकारी मिली है कि डीएमएफ मद से इस काम की शुरुआत करने के लिए राशि कलेक्टर जारी करेंगे। इसके बाद खेल एवं युवा कल्याण विभाग के खाते में केंद्र 6.60 करोड़ रुपए जमा होगी। मालूम हो कि दो साल पहले खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रोजेक्ट पर केंद्र सरकार ने प्रशासकीय स्वीकृति देते हुए टेंडर व वर्क आर्डर जारी करने के निर्देश दिए थे। लेकिन लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते निर्माण कार्य में देरी हुई है।
प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद खेल एवं युवा कल्याण की ओर से लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को टेंडर व वर्क आर्डर जारी करने के लिए बार-बार पत्र लिखा गया। लेकिन विभाग की ओर से टेंडर जारी ही नहीं किया गया। इसके कारण केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाली राशि अटकी हुई थी। अब गृह निर्माण मंडल को जिम्मा दिया गया है। जिसने दो महीने पूर्व ही टेंडर जारी कर वर्क आर्डर जारी कर दिया है। अत: अब केंद्र सरकार से जल्द ही निर्माण के लिए धनराशि खेल एवं युवा कल्याण विभाग को मिल जाएगी।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग के जिला खेल अधिकारी मनोज घृतलहरे का कहना है कि दो साल पहले यानी अक्टूबर 2020 में केंद्र से प्रशासकीय स्वीकृति मिली थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी टेंडर जारी नहीं कर रहा था। इसके कारण निर्माण में देरी हो गई। इसके बाद हाउसिंग बोर्ड को काम दिया गया है। बोर्ड ने दो महीने पूर्व ही टेंडर जारी किया है। वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया गया है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद केंद्र से 6.60 करोड़ रुपए मिलेंगे। इसका निर्माण शुरू करने के लिए डीएमएफ मद से 25 लाख रुपए जल्द ही जारी होने वाले हैं।
वर्तमान में मुरुम के ट्रैक पर दौड़ते समय खिलाड़ी गिरकर चोटिल हो जाते हैं। वहीं सिंथेटिक ट्रैक पर चोट की संभावना न्यूनतम होगी। सिंथेटिक ट्रैक बनने से खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारियां कर सकेंगे। उनके खेल का स्तर बढ़ेगा और प्रतियोगिताओं में पदकों की संभावना बढ़ेगी। हालांकि महासमुंद में ट्रैक व कोच नहीं होने के कारण एथलेटिक्स की ओर खिलाडिय़ों का रुझान कम है। संभावना है कि ट्रैक तैयार होने के बाद कोच मिलते ही खिलाडिय़ों की संख्या में भी इजाफा होगा।
अभी हर साल एथलेटिक्स में 10 से 15 खिलाड़ी ही नेशनल तक पहुंच पाते हैं। यहां सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक बनने के बाद रनिंग, जंपिंग, ऊंची कूद, लंबी कूद, भाला, तवा व गोला फेंक सहित 50 विधाओं की स्पर्धा आसानी से आयोजित कराई जा सकेगी। खिलाडिय़ों को सिंथेटिक ट्रैक में खेलने का मौका मिलेगा साथ ही बेहतर तैयारी भी हो सकेगी।
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महासमुंद, 5 नवंबर। छोटी दीपावली के रूप में मनाए जाने वाले देवउठनी एकादशी का पर्व शुक्रवार को क्षेत्र में धूमधाम से भक्तिभाव के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय के हर घर में तुलसी-शालिग्राम का विवाह हुआ। कल सुबह से ही लोग त्योहार की तैयारियों में जुटे हुए थे और शाम होते ही घरों में गन्ने के मंडप के नीचे तुलसी-शालिग्राम का विवाह कर देवउठनी एकादशी का पर्व मनाया गया।
शाम होते ही देर रात तक जमकर आतिशबाजी हुई। इस पर्व को लेकर सुबह से घरों में पूजा स्थल को गोबर से लिपाई की गई थी। रंगोली औैर चौक में गन्ने का मंडप तैयार किया गया था। अधिकांश महिलाओं ने दिनभर उपवास रखा। शाम को पूजन सामग्री, सुहाग सामग्री व मिष्ठान अपर्ण कर विधि विधान से तुलसी का शालिग्राम के साथ विवाह किया। लोग कल दिन भर मंडप के लिए गन्ना, पूजा पाठ में चढ़ाने वाले सामाग्री सहित अन्य सामानों की खरीददारी करते रहे। शहर के गोलबाजार, मेन रोड सहित अन्य जगहों में काफी भीड़.भाड़ रही।
जिला शिक्षा कार्यालय में नया विवाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 नवंबर। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ट्रांसफर होकर आई डीईओ को एकतरफा प्रभार दे दिया गया है। वहीं वर्तमान डीईओ को हाई कोर्ट ने उनके आवेदन पर सुनवाई करते हुए पद पर बने रहने स्टे दे दिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग ने डीईओ एस चंद्रसेन का तबादला जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय महासमुंद से रायपुर जेडी कार्यालय कर दिया था। उनके स्थान पर मीता मुखर्जी को जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में भेजा गया था। श्रीमती मुखर्जी को एकतरफा प्रभार भी दे दिया गया है। इसके अलावा डीईओ श्रीमती एस चंद्रसेन की सेवानिवृत्ति में मात्र 6 महीने ही शेष है। इसलिए उन्होंने हाईकोर्ट में अर्जी पेश की थी।
उनकी अर्जी पर सुनवाई करते हुए 4 नवंबर को पद पर बने रहने हाई कोर्ट ने स्टे दे दिया है। कल 4 नवंबर को ही संभागीय संयुक्त संचालक, शिक्षा संभाग रायपुर के द्वारा एक तरफा प्रशासकीय एवं वित्तीय संपूर्ण प्रभार मीता मुखर्जी को सौंप दिया है। इससे जिला शिक्षा कार्यालय में नया विवाद प्रारंभ हो गया है। अभी तक डीईओ एस चंद्रसेन रिलीव नहीं हुई है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग से संपूर्ण प्रभार मीता मुखर्जी को दे दिया गया है।
कुल 125 सीटों पर एमबीबीएस कोर्स के लिए पहले बैच की एडमिशन प्रक्रिया जारी
महासमुंद, 5 नवंबर। शासकीय मेडिकल कॉलेज महासमुंद में पहले बैच के एडमिशन के लिए कल शुक्रवार को स्टेट कोटा के तहत 8 स्टूडेंट्स पहुंचे। स्टूडेंट्स के विभिन्न दस्तावेजों की जांच के बाद स्टूडेंट्स का फुल मेडिकल चेकअप और एफिडेविड के लिए कॉलेज प्रबंधन ने कुछ समय दिया है। इसके साथ ही आगामी दिनों में ऑल इंडिया कोटे व स्टेट कोटा के दूसरे चरण की काउंसिलिंग के बाद और भी स्टूडेंट्स एडमिशन के लिए पहुंचेंगे।
गौरतलब है कि पहले चरण की काउंसिलिंग में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स का स्कोर अधिक होता है। जिसके कारण वे मनचाहे कॉलेज में सीट के बचने पर अपग्रेडेशन और नामी और पुराने कॉलेज में जाना पसंद करते हैं। ऐसे में नए कॉलेज होने के चलते दूसरे के बाद अन्य चरणों की काउंसिलिंग से ही नए कॉलेजेस की सीटों में एडमिशन होता है। महासमुंद मेडिकल कॉलेज में कुल 125 सीटों पर एमबीबीएस कोर्स के लिए पहले बैच की एडमिशन प्रक्रिया जारी है।
कॉलेज प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार प्रवेश प्रक्रियाओं के दौरान स्टूडेंट्स की सहूलियत और पहले बैच के स्वागत में कमी न हो इसके लिए कॉलेज प्रबंधन के अधिकारी छुट्टियों के दिन भी कॉलेज में तैनात रहेंगे। इसके तहत आने वाले रविवार के साथ ही प्रकाशपर्व को भी कॉलेज प्रबंधन कार्य पर पहुंचेंगे।
उधार के भवन में पढ़ रहे बच्चे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,5 नवंबर। बसना ब्लॉक की ग्राम पंचायत लंबर में साल 2018 से स्वीकृत हायर सेकंडरी स्कूल का भवन अब तक नहीं बन पाया है। जबकि इस भवन के लिए 70 लाख रुपए शासन की ओर से स्वीकृत हो चुके हैं। वहीं वन विभाग ने भी जमीन आबंटित कर दी है। इस मामले में ग्रामीणों ने विधायक पर उपेक्षा और प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक बसना ब्लॉक मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत लंबर में ग्रामीणों की पुरानी मांग को स्वीकृत करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने साल 2018 में गांव के स्कूल का उन्नयन करते हुए हाई व हायर सेकंडरी स्कूल की स्वीकृति दी थी।
वर्तमान में इस स्कूल में 117 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इस स्कूल के भवन के लिए 70 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है। जिसके निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी को निर्माण एजेंसी बनाया है। 2018 में राशि स्वीकृत होने के बाद भी स्कूल के छात्र उधार के भवन में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। यह ग्राम वन क्षेत्र से घिरा होने के कारण राजस्व विभाग की भूमि उपलब्ध नहीं है। जिसे देखते हुए वन मंडल अधिकारी महासमुंद ने वन अधिकार के तहत वन कक्ष क्रमांक 333 रकबा 0970 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करा दी। इसके बावजूद स्कूल भवन का निर्माण नहीं हो पाया है। इस कारण स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लोगों ने विधायक और शासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया है।
इस मामले में लोकनिर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एसआर चंद्राकर ने बताया कि स्कूल भवन के लिए स्वीकृत निर्माण स्थल की गहराई ज्यादा है। जिसे समतल करने के लिए अतिरिक्त बजट की आवश्यकता होगी। इस वजह से भवन निर्माण का बजट बढ़ गया है। इस संबंध में शासन स्तर पर भी अवगत करा दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही स्कूल निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 नवंबर। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मंडी जिले के सरकाघाट विधानसभा के आब्जर्वर की जिम्मेदारी मिलने के बाद कल शुक्रवार को संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर सरकाघाट पहुंचे और पदाधिकारियों से मुलाकात कर रणनीति बनाई।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने पिछले दिनों संसदीय सचिव को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट विधानसभा का आब्जर्वर बनाया है। यहां 12 नवंबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। सरकाघाट विधानसभा से कांग्रेस की ओर से पवन कुमार को प्रत्याशी बनाया गया है। पवन कुमार के चुनावी प्रचार प्रसार के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के साथ ही प्रचार.प्रसार को लेकर विचार.विमर्श किंया गया।
महासमुंद, 5 नवंबर। शुक्रवार को नर्रा में देश की प्रथम महिला शिक्षिका मां सावित्री बाई फुले की स्मृति में शिक्षकों को सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि 16 अक्टूबर को महासमुंद में सावित्री बाई फुले स्मृति में 152 शिक्षक.शिक्षिकाओं का सम्मान किया गया था। लेकिन कई कारण से कुछ शिक्षक समारोह में नहीं आ पाए और उनका सम्मान नहीं हो पाया था। ऐसे में कल शुक्रवार को मरार समाज नर्रा की ओर से शिक्षक नीलकंठ पटेल, मुकेश पटेल को श्रीफल, प्रशस्ति पत्र व मां सावित्री बाई फुले स्मृति प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर छग मरार समाज के संरक्षक लोचन पटेल, राजनीतिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष नवीन पटेल, नर्रा राज अध्यक्ष पुरुषोत्तम पटेल, उपाध्यक्ष दुकालू राम पटेल, संगठन महामंत्री पदुम लाल पटेल, नर्रा सरपंच गोपाल किसन पटेल उपस्थित रहे।
महासमुंद, 5 नवंबर। बागबाहरा नगरपालिका के सेवानिवृत्त कर्मचारी ने शुक्रवार शाम जनपद पंचायत के सामने रोड पार खाली प्लाट में पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उसकी पहचान सुरेश मेहर कुर्रे (69) केरूप में की है।
बागबाहरा थाना प्रभारी गरिमा दादर ने बताया कि मृतक नगर पालिका का सेवानिवृत्त कर्मचारी था। उसका मानसिक उपचार चल रहा था। जिसकी जानकारी परिजनों ने दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 3 बजे के वह साइकिल से पेड़ के पास आया और करीब घंटे भर बैठा रहा। इसके बाद करीब शाम 4 बजे लोगों ने उसे फंदे पर लटका देखा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 नवंबर। बीते 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में एम ए राजनीति विज्ञान के प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी व्यंजन, रंगोली प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। उन्होंने छ्त्तीसगढ़ी लोक कला एवं संस्कृति जैसे महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार भी रखा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा. अनुसुइया अग्रवाल, रीता पांडे विभागाध्यक्ष इतिहास, डा.मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान, डा.दुर्गावती भारतीय सहायक प्राध्यपक हिंदी, अजय कुमार राजा विभागाध्यक्ष वाणिज्य, सीमा रानी प्रधान सहायक प्राध्यापक हिंदी, केसर चंद्र बनपाल सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान, विजय कुमार मिर्चे अतिथि सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान, राजेश शर्मा की उपस्थिति में आहुत हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत शीतल ध्रुव प्रथम सेमेस्टर एवं साथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने लोक कला के लिए देश में विशेष स्थान रखते हैं। कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए इस प्रकार के आयोजन होते रहना चाहिए। ताकि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली ऐतिहासिक परंपराओं को आने वाले भावी पीढ़ी को हस्तांतरित कर सकें।
विभागाध्यक्ष डॉ. मालती तिवारी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ अपने विविधताओं के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ी व्यंजन ठेठरी, खुरमी, बरा, सोहारी, अइरशा, पिडिया, चौसेला, मालपूआ जैसे पकवान में दामिनी साहू तृतीय सेमेस्टर, नम्रता निषाद प्रथम सेमेस्टर, ज्योति जांगडे, हेमलता सेवर, ममता यादव, डुलेशिया, ममता ध्रुव, शीतल ध्रुव, रूपेश्वरी साहू, हुलसी साहू, दिव्या चंद्राकर, कुंदति सोनवानी तथा रंगोली में बस्तर आर्ट, छत्तीसगढ़ महतारी सुआ नृत्य पूर्षोत्तम प्रजापति, सोनम साहू, शीतल ध्रुव, हुलसी साहू, दिव्या चंद्राकर, बबिता ध्रुव इत्यादि छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। मंच का संचालन तथा आभार व्यक्त विजय कुमार मिर्चे ने किया।
सीसीटीवी फुटेज में तीन चोर हाफ पैंट बनियान पहने मंदिर के अंदर प्रवेश करते दिखे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 नवंबर। बीते गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात अज्ञात चोरों ने पहाड़ी स्थित खल्लारी माता मंदिर में बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। चोरी की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद है जिसमें नजर आ रहा है कि चोरों ने पहले माता को प्रणाम किया, फि र चोरी की घटना को अंजाम दिया।
गौरतलब है कि पिछले एक साल से चोरों ने जिले के विभिन्न मंदिरों को अपना निशाना बनाया है। जिला मुख्यालय के जैन मंदिर, बागबाहरा के चंडी मंदिर, जिला मुख्यालय में एसपी बंगले के सामने स्थित शिव मंदिर में हुई चोरी का खुलासा अब तक पुलिस नहीं कर पाई है। खल्लारी मंदिर मामले में ट्रस्ट की रिपोर्ट पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए मंदिर के ट्रस्टी सुरेश चंद्राकर ने बताया कि गुरुवार रात की पूजा-पाठ के बाद मंदिर के पुजारी अरुण तिवारी और सहयोगी रज्जू यादव मंदिर के गर्भगृह का पट बंद कर मंदिर से करीब 50 फीट दूर अपने कमरे में सोने चले गए। सुबह करीब साढ़े 5 बजे जब वे आरती के लिए उठे तो पीछे दरवाजे के चैनल गेट का ताला टूटा हुआ पाया। अंदर गर्भगृह की दान पेटी भी टूटी है तथा देवी प्रतिमा का मुकुट, चरण पादुका व छत्र गायब है।
मंदिर प्रबंधन ने बताया कि चोरी की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में दो नकाबपोश हैं जो हाफ पेंट और बनियान पहने नजर आ रहे हैं। रात करीब 12.29 बजे मंदिर के अंदर प्रवेश कर रहे हैं। चोरों ने सबसे पहले माता को प्रणाम किया। इसके बाद उन्होंने मुकुट, छत्र और चरण पादुका उठाया। बाद में सामने रखी दानपेटी का ताला तोडक़र नकदी चोरी की और करीब 12.55 बजे वहां से निकल गए।
प्रबंधन के मुताबिक चोर दानपेटी का ताला तोडक़र एक लाख रुपए की नगदी चुरा ली। इनमें केवल नोट ही थे। बाकी 10 हजार के चिल्हर छोड़ गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर खल्लारी थाना स्टॉफ, साइबर सेल और डॉग स्क्वायड की टीम पहुंची और घटना का मुआयना किया। इस संबंध में थाना प्रभारी अशोक वैष्णव ने बताया कि सूचना पर मौके का मुआयना किया गया और जांच की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 5 नवंबर। राज्य सरकार द्वारा किसानों को भीड़भाड़ से बचने व उनकी सहूलियत के लिए समर्थन मूल्य पर खरीफ फसल का धान बेचने वाले किसानों के लिए निकालें टोकन तुंहर हाथ ऐप से किसानों को समस्या भी होने लगी है, 4 नवंबर शुक्रवार के लिए टोकन कटवाए किसानों को धान बेचने में बड़ी समस्या हुई, दरअसल देवउठनी एकादशी के चलते अधिकांश खरीदी केंद्रों के मजदूर छुट्टी पर थे, टोकन कटवाने वाले किसानों को स्वयं मजदूर लेकर धान तौल कर बेचना पड़ा। जबकि कुछ किसानों का धान में अधिक नमी के कारण भी घर बैठे ऐप के माध्यम से टोकन कटवाने वाले किसानों का धान को वापस किया गया जा रहा है।
इस बार खरीफ विपणन 2022-23 में किसानों को धान बेचने के लिए मनचाहे तिथि को घर बैठे मोबाइल के माध्यम से टोकन कटवाने राज्य सरकार के द्वारा लांच किए गए टोकन तुंहर हांथ ऐप का जहां एक ओर किसान फायदा उठा रहे हैं, तो वहीं उन्हें दूसरी ओर इस ऐप से कटवाए टोकन से किसानों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। धान खरीदी के चौथे दिन आज उपार्जन केन्द्रो में किसानों को धान बेचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी, अंचल के अधिकांश किसान धान बेचने गुरुवार को टोकन कटवाना नहीं चाहते, क्योंकि कार्तिक के गुरुवार को हिंदू धर्म के मानने वाले लोग विशेष रुप से लक्ष्मी माता के पूजा का दिन मानते हैं, इस दिन किसान धान को बेचने के बजाय घर में धन की देवी लक्ष्मी कि आने की चाहत रखते हैं, यही कारण है कि किसान गुरुवार को टोकन न कटवा कर शुक्रवार को ऑनलाइन टोकन कटवाए, लेकिन गुरुवार को सभी खरीदी केंद्रों में हेमाल खरीदी करने पहुंचे हुए थे।
शुक्रवार को देवउठनी एकादशी को अंचल में धूमधाम से छोटी दीपावली के रूप में मनाया जाता है, जिसके कारण अधिकांश खरीदी केंद्रों में हेमाल छुट्टी पर थे, जिसका खामियाजा दिनांक को टोकन कटवाने वाले किसानों को भुगतना पड़ा, जो किसान 4 तारीख शुक्रवार को धान बेचने के लिए टोकन कटवाने उपार्जन केंद्र पहुंचे हुए थे उन्हें तो दिनांक को मजदूर छुट्टी में रहने की जानकारी दे दी गई थी, जिसके चलते वे तिथि के लिए टोकन नहीं कटवाऐ, और असुविधा से बच गए, लेकिन खरीदी केंद्र बिना पहुंचे घर बैठे टोकन कटवाने वाले किसान जब निर्धारित समय पर खरीदी केंद्र पहुंचे तो देखे कि हेमाल गायब थे, उपार्जन केंद्र के प्रभारियों ने बताया कि त्यौहार के चलते वे छुट्टी पर है, तो किसानों ने स्वयं मजदूर लगाकर तौल करवाकर स्टेक तक लगवाए, अगर किसान मजदूर के अभाव के कारण धान को अन्य दिन लाने की इच्छा जताते तो कल शनिवार को खरीदी बंद रहती है, रविवार को तो अवकाश रहता है।
फिर ऐसी स्थिति में टोकन संशोधित कर अगले दिन धान बेचना भी संभव नहीं था, मजबूरी बस टोकन को निरस्त होने से बचाने किसी तरह धान बेचे, अगर धान नहीं बेच पाते तो किसानों का एक टोकन निरस्त हो जाता और उन्हें एक टोकन का नुकसान उठाना पड़ता।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,5 नवंबर। स्कूली छात्रों को जंगल भेजकर मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए लकड़ी इक_ा कराने के मामले में शिक्षा विभाग ने प्रभारी प्रधान पाठक के निलंबन की अनुशंसा शुक्रवार को जेडी कार्यालय रायपुर भेज दी है। मामला सरायपाली ब्लॉक के बेलमुंडी उच्च प्राथमिक शाला का है।
कई अखबारों में कल इस समाचार के प्रकाशन के बाद विभाग ने कार्रवाई की। गौरतलब है कि बेलमुंडी के छात्रों को जलाउ लकड़ी लाने के लिए स्कूल के प्रभारी प्रधान पाठक राजेंद्र आचार्य ने जंगल भेज दिया था।
शुक्रवार को इस घटनाक्रम की खबर ‘छत्तीसगढ़’ समेत कई अखबारों में हुई थी। इसके बाद हरकत में आए स्कूल शिक्षा विभाग ने मामल की जांच की। तथ्य सही पाए जाने पर कार्रवाई की गई है।
इस संबंध में महासमुंद शिक्षा विभाग के सहायक संचालक हिमांशु भारती ने बताया कि स्कूली बच्चों से लकड़ी मंगाने वाले प्रभारी प्रधान पाठक राजेंद्र आचार्य के निलंबन की अनुशंसा ज्वाइंट डायरेक्टर कार्यालय रायपुर भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच कराई गई, जिसमें प्रभारी प्रधान पाठक की गलती पाई गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 4 नवंबर। बीती रात महलपारा में एक सूने मकान में अज्ञात चोरों ने ताला तोडक़र सोने चांदी के जेवरात सहित नगदी की चोरी कर ली।
प्रार्थी द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी गई है। लगभग डेढ़ लाख रुपए से अधिक के सामान चोरी करने का अंदेशा जताया जा रहा है।राजेश प्रधान पिता गोपाल प्रधान वार्ड नंबर 13 महलपारा ने बताया कि उनका पूरा परिवार कल घर में नहीं थे किसी कारण से बाहर गए हुए थे, आज जब वापस लौटे तो देखा तो घर का ताला टूटा हुआ था, अंदर सामान बिखरे पड़े थे, अलमारी खुले हुए थे और वहां रखे सोने के 2 जोड़ी टॉप एक जोड़ी फुली एक अंगूठी वजन लगभग 9 ग्राम, चांदी का करधन,पायल वजन लगभग 900 ग्राम, नगदी 32000 नहीं थे, इस तरह कुल कीमत लगभग डेढ़ लाख तो किसी अज्ञात चोर ने चोरी कर लिया, जिसकी सूचना राजेश प्रधान के द्वारा थाना प्रभारी को दी गई है।
आज एकादशी देवउठनी पर तुलसी विवाह की तैयारियां जोरों पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4 नवंबर। आज जिले के लोग देव उठनी का पर्व मना रहे हैं। इस दौरान आयोजित तुलसी विवाह के लिए गन्ने की पूजा का विशेष महत्व है। इस बार गन्ने के दामों मे बढ़ोत्तरी भी हुई हैै। मेन रोड में गन्ना बेच रहे किसान पिछले साल जिस गन्ने को 50 रुपए जोडी बेच रहे थे, उसी गन्ने को इस बार तक 70 से 80 रुपए बेच रहे हैं।
कहा जाता है कि हिंदू धर्म में होने वाले तमाम तरह के शुभ कार्यों पर 4 महीने रोक लग जाती है। मान्यता के अनुसार देवउठनी एकादशी पर जगत के पालनहार की विशेष पूजा कर उन्हें योग निद्रा से जगाया जाता है। इसी दिन चातुर्मास व्रत समाप्त हो जाता है और सभी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश, यज्ञ जैसे कार्यों की शुरुआत हो जाती है।
इस तरह आज देवउठनी पर घरों में शालिग्राम व तुलसी विवाह का आयोजन होगा। कल गुरूवार को गन्ना सहित अन्य पूजन सामाग्री की वजह से बाजार में रौनक बनी रही। इस पर्व को छोटी दीपावली की तरह मनाया जाता है और आतिशबाजी भी की जाती है।
गौरतलब है कि हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी, हरि प्रबोधिनी एकादशी और देवउठनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान की विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैंं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4 नवंबर। घर से डांस सीखने की बात कहकर 1 नवंबर को घर से निकली 13 साल की बालिका को बहला फुसलाकर ले जाने वाले अपचारी बालक के साथ रायपुर से बरामद कर लिया गया है। साइबर सेल की टीम के द्वारा दोनों के अंतिम बार
कॉल किए गए मोबाइल लोकेशन के आधार पर पता लगाया गया और कल गुरूवार को बच्ची को सकुशल उसके परिजनों को सौंप दिया गया। बच्ची को ले जाने वाले अपचारी बालक पर वैधानिक कार्रवाई की गई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 1 नवंबर को देर शाम बच्ची के पिता ने थाना-कोतवाली महासमुंद में रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने तत्काल महासमुंद पुलिस व सायबर सेल की टीम तत्काल को एक्टिव किया और अपहृता बच्ची तथा अपचारी बालक के संबंध में पड़ताल शुरू की गई। पड़ताल के दौरान पुलिस की टीम को जानकारी मिली की दोनों नाबालिग रायपुर की ओर गए हैं। तब एक टीम दोनों की पतासाजी के लिए रायपुर की ओर रवाना की गई।
रायपुर पहुंच कर पतासाजी करने के दौरान अंतिम बार किसी व्यक्ति के मोबाइल को मांगकर किये गए कॉल के आधार पर मोबाइल लोकेशन लेने पर पता चला की अपचारी बालक व अपहृत बच्ची रायपुर के भाठागांव इलाके में हैं। टीम वहां पहुंची और बच्ची को बरामद किया।
साथ ही अपचारी बालक पर वैधानिक कार्रवाई की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4 नवंबर। बीते 253 दिनों से हाईवे स्थिति खैरझिटी, कौंवाझर, मालिडीह के किसान सत्याग्रही कृषि भूमि, गरीबों के काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि, शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से निर्मित करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट का विरोध कर रहे हैं। वे 25 फरवरी 2022 से संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड सत्याग्रह कर रहे हैं। कल अखंड सत्याग्रह के 253 वें दिन सैकड़ों किसान, जवान और महिलाएं शामिल हुए और सत्याग्रह स्थल पर दीपवली मिलन कार्यक्रम अयोजित किया। इस दौरान सत्याग्रही किसानों का अनिल दुबे ने सम्मान किया।
किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल दुबे ने कहा कि राज्योत्सव के उपलक्ष्य एवं अखण्ड सत्याग्रह के 253 दिन पूरा होने के अवसर में सत्याग्रही किसान, जवान एवं महिला किसानों को बधाई एवं शुभकामना देता हूं कि आप लोगों ने इतनी लंबी लड़ाई लडक़र राज्य में इतिहास रचा है। हमारी यह लम्बी लड़ाई सिर्फ करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट को हटाने के लिए नहीं है बल्कि कृषि भूमि में कृषि आधारित उद्योग को छोडक़र अन्य कोई भी उद्योग न लगाने के लिए ठोस रणनीति बनाने के लिए है।
इस अवसर पर उपस्थित जी पी चंद्राकर ने कहा कि अब यह लड़ाई केवल उद्योग को यहां से हटाने का नहीं अब किसानों की 09 सूत्रीय मांग को लेकर है जिसमें प्रमुख रूप से किसानों के उत्पादित फसलों का समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दिया जावे। आज प्रदेश के गिने चुने मंडी को छोड़ सभी मंडियां बंद हंै। उसे सरकार जल्द से जल्द खुलवाकर समर्थन मूल्य में बारहों माह धान खरीदी की व्यवस्था करे। किसान छन्नू साहू ने अपनी ओजस्वी नारों और कविता पाठ से सत्याग्रहियों का उत्साह बढ़ाया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 4 नवंबर। बुधवारको सरायपाली सहकारी समिति के नवनियुक्त अध्यक्ष कमल किशोर सलूजा (रोमी सलूजा) का समिति के द्वारा आतिशी स्वागत कर मुंह मीठा करवाया गया,कांग्रेस के वरिष्ठ शहर और ग्रामीण के कार्यकर्ता जिला और प्रदेश के पदाधिकारी की उपस्थिति में विधिवत पूजा अर्चना पश्चात समिति प्रबंधक व कर्मचारियों के द्वारा पदभार सौंपा गया,
ज्ञात हो कि उप पंजीयक महासमुंद के द्वारा विगत दिनों सभी उपार्जन केंद्रों के लिए बोर्ड की शक्तियों का प्रयोग करने व खरीदी को सुचारू रूप से संचालित करने सभी समितियों में नए समिति अध्यक्ष प्राधिकृत किया गया है, इसी तारतम्य में नई मंडी प्रांगण में नवनियुक्त समिति अध्यक्ष रोमी सलूजा के द्वारा पदभार ग्रहण किया गया उक्त अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता किसान नईम लखानी ,इजराइल खान,मुस्लिम समाज पूर्व अध्यक्ष मुजफ्फर खान, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप गुप्ता,सरायपाली कृषि उपज मंडी उपाध्यक्ष विवेक अग्रवाल,विधायक प्रतिनिधि वाहिद नियरिया,किसान मुस्लिम समाज प्रमुख मुश्ताक खान, हमीद खान,मिथिलेश अग्रवाल,परिवहन प्रभारी भोजअग्रवाल,राजेंद्र उबोवेजा, सोनू,किसान दीपक पाणिग्राही,बिरेश, आश्रित दास,बिगलाल चक्रधर,परमानंद खगेशवार,सुभाष पटेल,पंचम प्रधान,नरेंद्र रात्रे,पदुम पटेल,प्रसन्न प्रधान,प्रकाश प्रधान,भुवनेश्वर दास,टिकेश्वर पटेल,मनु ,बिहारी प्रधान,सहायक लिपिक तेजराम माझी,विकेता अंतर्यामी प्रधान, सदानंद प्रधान,सोहन प्रधान,सतीश पटेल, सुभाष पटेल,सुदामा प्रधान,सुमित भाई नोडल अधिकारी गरिमा वर्मा,समिति प्रबंधक शैलेंद्र यादव,कम्प्यूटर ऑपरेटर अब्दुल हलीम लखानी आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना से सशक्त बन रही बेटियां-विनोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,4 नवंबर। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना से श्रमिक परिवारों की बेटियां सशक्त बन रही है। जिले में इस योजना के तहत श्रमिक परिवारों की बेटियों के खाते में करीब डेढ़ करोड़ की राशि हस्तांतरित की गई है।
संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर ने श्रम विभाग की योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार के श्रम विभाग के अंतर्गत सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा संचालित मुख्मंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना का उद्देश्य बेटियों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार तथा उनके विवाह के लिए सहयोग राशि प्रदान करना है। योजना में पात्र श्रमिक परिवार की प्रथम दो अविवाहित बेटियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए 20-20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है। इस योजना से श्रमिक परिवार की बेटियां लाभान्वित हो रही हैं।
उन्होंने बताया है कि मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना के तहत महासमुंद ब्लॉक में 424, बागबाहरा ब्लॉक में 179, पिथौरा ब्लॉक में 61, बसना ब्लॉक में 42 व सराईपाली ब्लॉक में 40 हितग्राहियों को लाभ मिला है। इस योजना के तहत कुल 746 हितग्राहियों के खाते में एक करोड़ 49 लाख 20 हजार रुपए हस्तांतरित की गई है।
इसी तरह मुुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत महासमुंद ब्लाक में 137, बागबाहरा ब्लाक में 90, पिथौरा ब्लाक में 26, बसना ब्लाक में 25 व सराईपाली ब्लॉक में 50 हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। मिनी माता महतारी जतन योजना के तहत महासमुंद में 1038, बागबाहरा में 394, पिथौरा में 171, बसना में 40 व सराईपाली ब्लॉक में 69 हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। नौनिहाल छात्रवृत्ति सहायता योजना से महासमुंद ब्लॉक में 5868 हितग्राही, बागबाहरा ब्लॉक में 1680, पिथौरा ब्लॉक में 703, बसना ब्लॉक में 626 व सराईपाली ब्लॉक में 837 हितग्राही लाभान्वित हुए। उन्होंने लोगों से शासन की योजनाओं का लाभ उठाने का आव्हान किया है।
स्कूल परिसर में जर्जर कुआं खतरे को कर रहा आमंत्रित, रसोई कक्ष से भी बना हुआ है खतरा
रामकुमार पटेल
सरायपाली, 4 नवंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। समीपस्थ ग्राम बोंदा की स्कूल में कई अव्यवस्थाओं के बावजूद कक्षाएं संचालित हो रहे हैं, स्कूल परिसर ही असुरक्षित है, जर्जर आहता, रसोई कक्ष, व परिसर में स्थित जर्जर कुआं से विद्यार्थियों को खतरा बना हुआ है, प्रधान पाठक, शाला विकास समिति की ओर से कई बार शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को भी इन सब परेशानियों से अवगत कराया जा चुका है,बावजूद विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर शिक्षा विभाग ने आँख मूंद दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बोंदा कि शासकीय प्राथमिक शाला सन 1954 से, पूर्व माध्यमिक शाला 1980 से संचालित है, स्कूल परिसर लगभग 75 डिसमिल में फैला है और एक ही परिसर में प्राथमिक व मिडिल स्कूल की कक्षाएं संचालित हो रही हैं, जहां लगभग 300 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं,विद्यार्थियों, शिक्षकों को स्कूल में जर्जर कुआं से, रसोइयों को जर्जर रसोई कक्ष से, व सफाई कर्मचारी व विद्यार्थियों को असामाजिक लोगों द्वारा स्कूल में फैलाई गंदगी से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, विद्यार्थियों,शिक्षकों व रसोइयों की सुरक्षा को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा कोई कदम उठाया नहीं जा रहा है, विद्यार्थियों,शिक्षकों कि कागजों में ही दब गई है,जिसके चलते वर्षों से समस्या जस की तस बनी हुई है, शाला विकास समिति की ओर से मांग की गई है कि शिक्षकों विद्यार्थियों व रसोइयों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जर्जर कुऑ को डिस्मेंटल कर,रसोई कक्ष की मरम्मत व नये आहता का निर्माण करें जिससे सभी की समस्या का समाधान हो सकेगा।
जर्जर रसोई कक्ष से रसोइयों को जान माल का बना हुआ है खतरा
स्कूल परिसर में ही प्राथमिक व मिडिल के लिए बनने वाली मध्यान्ह भोजन कक्ष भी अति जर्जर हो चुका है,बरसात के दिनों में भोजन बनाने रसोइयों को भारी मशक्कत करना पड़ता है, खाना बनाने कहीं पर भी जगह नहीं है ऊपर से लगे टीन शेड व खपरैल जगह-जगह छेद हो गए हैं जो सामान्य दिनों में नीचे जमीन तक धूप, बरसात के दिनों में वर्षा का पानी सीधा चूल्हा में गिरता है, यहां तक का भोजन रखने तक के लिए छत नहीं है जर्जर भवन के नीचे मध्यान्ह भोजन बनाने की मजबूरी है, तेज हवा आंधी तूफान या बंदरों के आतंक से छत कभी भी भरभरा कर खाना बनात समय चूल्हे में गिर सकता है,इससे कभी भी रसोइयों के साथ गंभीर हादसा हो सकता है,उन्हें भी जर्जर छत से जान-माल का खतरा बना हुआ है,बावजूद किसी तरह जगह अभाव के चलते जर्जर भवन में मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए रसोइए मजबूर है।
गेट के अभाव व टूटे आहता के चलते स्कूल में लगे पौधे असुरक्षित,गोठान बना स्कूल परिसर
मूल शाला भवन के साथ 30 वर्ष पूर्व बने आहता जीर्ण-शीर्ण हो चुका है,साथ ही मुख्य गेट का भी अभाव है,जिससे स्कूल परिसर में लगे पौधा सुरक्षित नहीं है व स्कूल असुरक्षित है, गेट के अभाव में कोई भी समय आवारा मवेशी घुस जाते हैं,स्कूल मैदान को गोठान बना रखे हैं, भारी मात्रा में मवेशियों का जमावड़ा स्कूल में देखने को मिलता है,आहता टूट जाने के कारण व गेट के अभाव के चलते स्कूल असामाजिक तत्वों का भी डेरा बन गया है, और उनके द्वारा फैलाए जिंदगी को सफाई कर्मचारी,विद्यार्थियों को साफ करना पड़ता है।
स्कूल परिसर का जर्जर कुऑ खतरे को कर रहा आमंत्रित
स्कूल परिसर में लगभग 50 वर्ष पुरानी जर्जर कुऑ है जो खतरे को आमंत्रित कर रही है, कुएं के चारों ओर घेराव तो जरूर है,लेकिन कुएं के गड्ढे के चारों ओर अंदर तक खोखला हो जाने के कारण समीप जाते ही ढंसने का डर व गंभीर हादसा होने का भी खतरा बना हुआ है, अगर भारी बरसात या वजन चीज या किसी अपरिहार्य कारणों से कुआं कि आस-पास की मिट्टी धंस जाती है तो समीप में स्थित प्रधान पाठक कक्ष के भी गिरने का खतरा बना हुआ है, जिससे वहां बैठने वाले शिक्षकों के साथ भी कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है,
स्कूल की सभी समस्याओं को लेकर शिक्षा विभाग को करवाया जा चुका है अवगत - प्रधान पाठक
मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक अरुण प्रधान ने बताया कि स्कूल की सभी समस्याओं को शाला विकास समिति कि ओर से शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है,लेकिन बच्चों की सुरक्षा को लेकर शिक्षा विभाग गंभीर नहीं है, जबकि जर्जर रसोई कक्ष व कुआं से हमेशा जान माल का खतरा बना हुआ है।
महासमुंद, 4 नवंबर। देवउठनी का पर्व शुक्रवार को है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु चार महीने बाद सोकर उठते हैं। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की इसी एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी कहते हैं। जिसके बाद द्वादाशी तिथि को भगवान विष्णु के शालीग्राम रूप के साथ माता तुलसी का विवाह भी किया जाता है। जिसे तुलसी विवाह भी कहा जाता है। इस पर्व को लेकर गन्ने की बड़ी खेप महासमुंद पहुंची है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,4 नवंबर। सात दिनों तक चलने वाली अंत्योदय जन जागरण पदयात्रा अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप दूसरे दिन ग्राम अमलीडीही, भिथिडीही, पटपरपाली एवं सरकंडा पहुंची। जहां ग्रामीणों ने पदयात्रियों का आतिशबाजी एवं पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। पदयात्री दल के साथ पदयात्रा के पुरन्दर मिश्रा, पीयूष मिश्रा, भाजपा मंडल अध्यक्ष पिथौरा नरेश सिंघल, युवा मोर्चा के आलोक त्रिपाठी, अधिवक्ता टिकेंद्र प्रधान गांवों में पहुंचे।
पदयात्रा के दौरान सभा को संबोधित करते हुए पुरन्दर मिश्रा ने पदयात्रा के माध्यम से विगत 25 सालों में क्षेत्र में किये गए कार्यों को याद करते हुए बताया कि 1998 में पदयात्रा भिथिडीही पहुंची थी। जहां ग्रामीणों ने स्कूल खोलवाने की मांग की थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री को पत्राचार के माध्यम से जानकारी देकर इस गांव के स्कूल को पास कराया गया था जो अब अच्छे ढंग से संचालित हो रहा है। पियूष मिश्रा ने बताया कि इस यात्रा के बहुत सारे उद्देश्य और उपलब्धि रहे हैं। पर पिछले तीन चार सालों से क्षेत्र में बढ़ रहे धर्मांतरण के खेल को रोकने इस वर्ष पदयात्रा का मूल उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ और पिछड़े वर्ग के लोगों को कुछ धर्म के दलाल खरीदने का प्रयास कर रहे हैं और धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं जिन्हें रोकना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम हमारे आस्था के केंद्र हैं और छत्तीसगढ़ उनका ननिहाल है। लिहाजा कम से कम छत्तीसगढ़ में तो हम धर्मांतरण को हावी होने नही देंगे। कार्यक्रम में सीताराम सिन्हा, नंदकुमार चौधरी, आत्माराम सिन्हा, रामनरेश बघेल, ललित पुरोहित, गोकुल सिंह ठाकुर, जोगेंद्र सोना समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
महासमुंद, 4 नवंबर। क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह शीत लहर का नजारा देखने के लिए मिला। इस वक्त जिले में मौसम का मिजाज बदल गया है। दो-तीन दिनों से कोहरे की वजह से लोगों की सुबह-सुबह दृश्यता (विजिबिलिटी) पर असर हो रहा है। खासकर वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह तस्वीर सुबह 7.30 बजे हाईवे की है। यहां हालात ऐसे थे कि 20 फ ीट से आगे का कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा। वाहन चालकों को हेड लाइट जलाकर चलना पड़ा।