छत्तीसगढ़ » महासमुन्द
महासमुन्द, 11 मार्च। जिले के सभी स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षाएं बुधवार तक संपन्न हो गई हैं और अब बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
कोविड.19 की स्थिति को देखते हुए इस बार जिले के सभी हाई व हायर सेंकेंडरी स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। जहां 10 वीं और 12वीं के विद्यार्थी अपनी परीक्षा देंगे। बता दें कि माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 10 फरवरी से लेकर 10 मार्च तक सभी स्कूलों को प्रायोगिक परीक्षाएं संपन्न कराने का आदेश दिया गया था। इसके अनुसार जिले के अधिकतर स्कूलों में डेडलाइन से पहले ही प्रायोगिक परीक्षाएं पूरी कर ली थीं और कुछ ही स्कूलों ने बुधवार को प्रायोगिक परीक्षाएं पूर्ण करा ली हैं। जिला शिक्षा अधिकारी रॉबर्ट मिंज ने बताया कि जो छात्र जिस स्कूल में पढ़ाई करता है वह वहीं अपनी बोर्ड परीक्षा देगा। प्रायोगिक परीक्षाएं पूर्ण होने के साथ ही हमने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। कोरोना काल के दौर में गाइडलाइन के अनुसार ही परीक्षा आयोजित की जाएगी।
गौरतलब है कि जिले में कुल 119 हायर सेकेंडरी स्कूल और 66 हाई स्कूल हैं। इसके साथ ही लगभग 70 निजी विद्यालय संचालित होते हैं जहां बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र बनेगा। इन परीक्षा केंद्रों में कमरे के आकार के अनुसार से परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
इस बार 10वीं कक्षा के लगभग 19 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। इसमें से 11 हजार सरकारी स्कूल के छात्र हैं और 8 हजार निजी स्कूलों के छात्र हैं। वहीं 12वीं कक्षा में 15 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। इसमें 9 हजार स्टूडेंट्स सरकारी स्कूल से हैं और 5 हजार निजी स्कूलों के छात्र हैं।
बुजुर्ग मां को बेटी ने निकाल दिया था, वह भी अब घर में है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 मार्च। महासमुन्द जिला विधिक प्राधिकरण ने अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन ही शहर के वृद्धाश्रम में रह रहीं वृद्धा को उनके बेटे व बहू के पास पहुंचाया। मालूम हो कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा इसी साल मार्च से ही राज्य में करुणा अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान खासकर बुजुर्गों के लिए ही है। इसके तहत यह वृद्धा अपनी बहू से विवाद के बाद से शहर के आशियाना वृद्धाश्रम में रह रही थी।
जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव मोहम्मद जहांगीर तिगाला ने बताया कि मार्च महीने से ही राज्य विधिक प्राधिकरण द्वारा करुणा योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत ऐसे मां-बाप जो अपने जीवन में अपनी संतानों को संपत्ति के साथ बहुत कुछ प्रदान करते हैं, लेकिन वृद्धावस्था में उन बुजुर्गों को उनके संतान उनका भरण-पोषण नहीं करते हैं। ऐसे बुजुर्गों को ट्रैस करके उनको भरण-पोषण दिलाना इस योजना का उद्देश्य है। इसी के तहत हमने आशियाना वृद्धाश्रम से एक वृद्धा को ट्रेस किया।
इसी तरह फरवरी माह में जिले की एक वृद्धा को उसकी ही बेटी ने घर से निकाल दिया था। यह घर वृद्धा के पति के नाम पर ही था। लेकिन बेटी ने उन्हें निकाल दिया था। इस सम्बंध में जिला विधिक प्राधिकरण ने संज्ञान में लिया और एसडीएम को पत्र के माध्यम से उनका पुन: गृह प्रवेश कराया।
इसी के तहत वृद्धा आश्रम में कमलाबाई बदला हुआ नाम मिलीं जो कई दिनों से अपनी बहू से विवाद के बाद यहां रह रही थीं। इस पर उसके बेटे व बहू दोनों को समझाइश दी गई और वृद्धा को उनके घर भेजा गया। घर भेजने के साथ ही उनकी हर महीने मॉनीटरिंग भी की जाएगी। जिसके तहत वॉलंटियर्स उनके घर जाकर उनका हाल-चाल जानेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 मार्च। ग्राम पंचायतों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार से धनराशि उपलब्ध कराई गई राशि को वरिष्ठ कार्यालय के आदेश निर्देश को दरकिनार कर आहरण की गई है। इसमें सरपंच, सचिव के अलावा जनपद सीईओ की भूमिका पर उंगलियां उठने लगी है। मामला जिले के बसना जनपद क्षेत्र का है।
आरोप है कि यहां 14 वें वित्त आयोग की राशि सम्बंधित सप्लायर या फर्म के खाते में पीएफएमएस पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से अंतरित न कर सरपंच-सचिव ने विड्राल भरकर नकद आहरण कर लिया। खास बात यह है कि इस तरह का आहरण न करने की मनाही आदेश को दरकिनार कर नकद आहरण किया गया है।
इस काम में बसना जनपद के तत्कालीन सीईओ पंकज देव ने पंचायत के प्रस्ताव पर अनुशंसा की है। बाद प्रस्ताव को आधार बनाकर, सम्बंधित फर्म को भुगतान करने बैंक से नकद आहरण किया गया।
इस सम्बंध में डॉ. रवि मित्तल, सीईओ जिला पंचायत महासमुन्द का कहना है कि मामले की जांच जारी है। जांच में क्या प्रगति है, पता कर अवगत कराते हैं। सनत महादेवा सीईओ जनपद बसना का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। करारोपण अधिकारियों को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। जांच कब तक चलेगी, जांच पूरी कब होगी, कह नहीं सकते।
पंकज देव तत्कालीन सीईओ बसना ने कहा कि पंचायत स्वतंत्र इकाई है। उनके खाते में आये रकम पर हम रोक कैसे लगा सकते हैं। वे नकद भुगतान करें या डिजिटल, स्वतंत्र व खुद जिम्मेदार हैं। पीएफएमएस से भुगतान का निर्देश आया था, जिसे सर्कुलेट कराया गया था। मैंने कहीं भी भुगतान की अनुशंसा नहीं की है।
जानकारी अनुसार बसना जनपद के 37 से अधिक ग्राम पंचायतों में मनाही के बाद भी पीएफएमएस से भुगतान न कर नकद आहरण किया गया। औसतन एक पंचायत में सात से 10 लाख रुपए तक बगैर पीएफएमएस लेनदेन हुआ है, जो ढाई करोड़ रुपये से अधिक है।
प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर इन पंचायतों में भैंसाखुरी, अजगरखार, अंकोरी, बाराडोली, बरबसपुर, बरपेलाडीह, बिजराभांठा, बिरसिंगपाली, बुटिपाली, चनाट, छुइपाली, चिमरकेल, चिपरिकोना, दलदली, दुरुगपाली, हरदा, जमदरहा, जोगीपाली, खोखसा, खोरारा, कुडेकेल, कुरमाडीह, लोहड़ीपुर, लोहरिनडिपा, मेदनीपुर, मेढ़ापाली, मोहका, मुनगाडीह, परसकोल, रसोड़ा, रूपापाली, सागरपाली, सलखंड, संतपाली, सुखापाली, उडेला और उमरिया शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। समाज कल्याण विभाग द्वारा मंगलवार को थर्ड जेंडर के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यशाला जिला कार्यालय के सभागार में आयोजित हुआ, जहां थर्ड जेंडर जागरूकता के साथ अन्य विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यशाला की अध्यक्षता कलेक्टर डोमन सिंह ने की। इस दौरान उन्होंने थर्ड जेंडर के कानूनी अधिकार की प्रचार सामग्री को पंचायत, नगरपंचायत, पालिका व अन्य कार्यालयों में चस्पा करने के लिए कहा। साथ ही उन्हें विभागीय योजनाओं से जोडऩे के लिए अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने कहा।
कार्यशाला में समाज कल्याण विभाग के उप संचालक विजय सिन्हा ने बताया कि जिले में 90 तृतीय लिंग व्यक्ति हैं। इनमें से 49 व्यक्तियों को पहचान-पत्र जारी किया गया है और जल्द ही 9 व्यक्तियों के लिए पहचान-पत्र जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। कार्यशाला में अपर कलेक्टर जोगेंद्र कुमार नायक, एसडीएम सुनील कुमार चन्द्रवंशी, परिविक्षा अधिकारी सुनीता तिर्की, तृतीय लिंग समुदाय से विद्या व शंकर के साथ अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि तृतीय लिंग के लोगों को उनके रुचि के अनुसार प्रशिक्षण की व्यवस्था प्रदान करें। वहीं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल ने कहा कि तृतीय लिंग व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए राशि स्वीकृत की जाएगी। कार्यशाला में मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित पूर्व सलाहकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार की रविना बरिहा ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से थर्ड जेंडर को लेकर भारत सरकार द्वारा जारी नए कानून पर विस्तृत जानकारी दी। साथ ही तृतीय लिंग की परिभाषा, भारत सरकार व छत्तीसगढ शासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देश की जानकारी के साथ अन्य बिंदुओं पर जानकारी दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। छत्तीसगढ़ (मछुवारा) कहरा-कहार समाज युवा संगठन का पारिवारिक मिलन समारोह व बैठक का आयोजन जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम करनौद स्थित संजय निकुंज गार्डन में हुआ। पारिवारिक मिलन समारोह का उद्देश्य कोरोना काल में बंद हुए सामाजिक गतिविधियों को सुचारू रूप से निष्पादित करना और महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना था। इस अवसर पर युवा संगठन के अध्यक्ष लखेश्वर कहरा ने कहा कि समाज को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए युवा संगठन कार्य करता रहेगा।
बैठक में छत्तीसगढ़ (मछुवारा) कहरा-कहार समाज के महासभा अध्यक्ष देवव्रत आदित्य व उनकी धर्मपत्नी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। श्री आदित्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि आगामी महासभा बैठक में युवा संगठन के सदस्यों को सामाजिक कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। युवा संगठन के अध्यक्ष लखेश्वर कहरा ने कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए युवा संगठन तत्पर रहेगा। इस अवसर पर बच्चों ने मनोरंजक खेल का आनंद लिया और नृत्य की प्रस्तुति भी दी। अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर जमुनादेवी श्रीमोर ने समाज की महिलाओं को बधाई देते हुए समाज में सहभागिता बढ़ाने की अपील की।
इस अवसर पर महासभा के पूर्व अध्यक्ष रामनारायण आदित्य, युवा संगठन के संरक्षक अशोक कटकवार, सत्यनारायण जलतारे, श्रवण कहरा, चित्रसेन दिनेश, रामकुमार कहरा, दीपक आदित्य, जमुनादेवी श्रीमोर, उपाध्यक्ष देव कुमार आदित्य, मुकेश राकेश, जानकी आदित्य, कोषाध्यक्ष राखीलाल कटकवार, सचिव कमल जलतारे, मीडिया प्रभारी बसंत शाहजीत, संगठन सचिव हरिहर आदित्य, निखिल कुमार श्रीमोर, मुकेश कटकवार, कु. अलका कटकवार, प्रचार सचिव राजकुमार जलतारे, लालमणी राकेश, सहसचिव जागेश्वर प्रसाद कहरा समेत युवा संगठन के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। सिरपुर वाले रास्ते पर और खूबसूरती बढ़ाने व संस्कृति की झलक दिखलाने के लिए चिह्नांकित पांच जगहों की सडक़ों के दोनों तरफ खड़े पेड़ों पर चित्रकारी की जाएगी। यह कार्य राष्ट्रीय सेवा योजना व नेहरू युवा केंद्र के लोगों द्वारा किया जा रहा है।
सिरपुर में 12 तारीख से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सिरपुर महोत्सव व संगोष्ठी की शुरुआत हो रही है। महोत्सव की जरूरी व्यवस्थाओं के सम्बंध में जिला पंचायत सीईओ डॉ. रवि मित्तल ने अधिकारियों की बैठक ली और सिरपुर की सुंदरता बढ़ाने के निर्देश दिये। इसके लिए सिरपुर जाने के रास्ते में 5 जगहों को चिह्नांकित किया गया है। इसमें कुहरी छपोराडीह, अचानकपुर रोड, फुसेराडीह और सिरपुर से पहले तक की सडक़ शामिल है। वहीं अंतरराष्ट्रीय सिरपुर महोत्सव व संगोष्ठी की तैयारियों को लेकर डॉ. मित्तल ने सम्बंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये हैं। महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ हेरिटेज एवं कल्चरल फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है जो 14 तक चलेगा। यहां देश के अलग.अलग जगहों से बुद्ध जीवियों और स्कूल छात्रों के अलावा बौद्ध भिक्षुक आएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कलेक्टर डोमन सिंह ने मंगलवार को वनाधिकार हितग्राहियों से बातचीत की। इस दौरान हितग्राहियों ने बताया कि वनाधिकार के तहत मिले भूमि से उन्होंने लाखों रुपए का धान बेचा।
कलेक्टर ने महासमुन्द व बाहबाहरा विकासखंड के 5 हितग्राहियों से बात की। इस दौरान बाहबाहरा के चोरभट्ठी से संतराम ठाकुर ने उन्हें बताया कि वनाधिकार के तहत मिले भूमि से उन्होंने 2 लख 70 हजार रुपए का धान बेचा। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना वनाधिकार लाभान्वित हितग्राही महासमुन्द के ग्राम पतईमाता के गणेश राम सहिस और जानूराम ध्रुव से बात की। इस दौरान कलेक्टर ने गणेश राम से पूछा की वे कितने वर्ष से भूमि पर काबिज हैं। इस पर उन्होंने बताया कि वे तीन-चार पीढ़ी से यहां काबिज हैं। उन्हें 3.18 हेक्टेयर का वनाधिकार का प्रमाण-पत्र मिला है।
इस वर्ष वे सिंचाई की सुविधा के अभाव में भी 85 क्विंटल धान उत्पादन किया था। वहीं जानूराम ध्रुव ने बताया कि उन्हें 1.12 हेक्टेयर भूमि का वनाधिकार प्रमाण-पत्र मिला है। जिससे वे खरीफ सीजन में धान का उत्पादन कर पाए।
वहीं बागबाहरा के चोरभट्ठी के संतराम ठाकुर, तुकाराम ध्रुव, जागेश्वर ठाकुर ने कलेक्टर को वनाधिकार मिलने पर खुशी जताई। तीनों ही किसानों को वनाधिकार में 7.81 हेक्टेयर भूमि मिली, जिस पर संतराम ने 110 क्विंटल, तुकाराम ने 79 क्विंटल और जागेश्वर ने 73 क्विंटल धान का उत्पादन किया। इसमें संतराम ने 2,70 लाख तुकाराम 1 लाख 48 हजार 692 और जागेश्वर ठाकुर ने 1 लाख 35 हजार 534 रुपए की धान बेचा। कलेक्टर ने कहा कि यह अच्छी बात है कि वनाधिकार में मिले भूमि का बेहतर उपयोग कर अपने और अपने आर्थिक स्थिति मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने उनके परिवार के बारे में भी जानकारी हासिल की।
महासमुन्द, 10 मार्च। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं मार्कशीट में छपे गलत नामांकन के कारण छात्र परेशान हैं। हालांकि इस परेशानी के लिए कॉलेज ने सभी छात्रों से गलत मार्कशीट लेकर सुधरवाने का जिम्मा उठाया है। लेकिन विद्यार्थियों के सामने परीक्षा फार्म भरने की तिथि है और ऐसे में गलत नामांकन के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही इसके लिए उन्हें बार-बार कॉलेज आना भी पड़ रहा है।
कॉलेज के लगभग 700 से अधिक छात्रों के मार्कशीट में गलत नामांकन छपा था। इसके लिए कॉलेज ने भी अपने स्तर पर कार्य किया और सभी स्टूडेंट्स के मार्कशीट को कलेक्ट करके विश्वविद्यालय भेजा, ताकि छात्रों का भविष्य खराब न हो। इन गलतियों के बाद विश्वविद्यालय ने अब तक योगा, बीसीए के मार्कशीट को सुधारा है। अभी भी बड़ी संख्या में छात्रों के मार्कशीट में सुधार नहीं हुआ है। इससे उन्हें परीक्षा फार्म भरने में समस्या आ रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। सिरपुर में 12 तारीख से अंतरराष्ट्रीय महोत्सव व संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारी जोरों पर है। यह महोत्सव तीन दिन तक चलेगी, जिसका समापन 14 मार्च को होगा। सिरपुर महोत्सव में देश-विदेश के बुद्धिजीवी शामिल होंगे।
आयोजन समिति छग हेरिटेज व कल्चरल फाउंडेशन के प्रवक्ता डा. नरेश साहू ने बताया कि महोत्सव को लेकर मेला स्थल में तैयारियां जिला प्रशासन के सहयोग से शुरू हो गया। मेला स्थल के मुख्य मंच के लिए विशाल डोम, प्रदर्शनी के लिए स्टॉल, दर्शनार्थियों व प्रतिभागियों के अलावा अथितियों के लिए ठहरने व भोजन की व्यवस्था की जा रही है। आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से भंडारे की व्यवस्था की जा रही है। डॉ नरेश साहू ने बताया कि राजधानी रायपुर से सिरपुर के लिए 5 बसों की व्यवस्था रहेगी। वहीं सिरपुर के दायरे से लगे 20 किमी के हर गांवों में एक बस की सुविधा ग्रामीणों के लिए रहेगी। महोत्सव स्थल में साफ-सफाई, बिजली व पानी की सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही अन्य जरूरी व्यवस्थाओं की तैयारियां चल रही हैं।
आयोजित होने जा रहे सिरपुर महोत्सव में देश के कोने कोने से बुद्विजीवियों व शोध छात्रों के अलावा बौद्व भिक्षुुओं को आना शुरु हो गया है। सिरपुर महोत्सव के आयोजन समिति छत्तीसगढ हेरिटेज एवं कल्चरल फाउंडेशन के प्रवक्ता डॉ नरेश साहू ने बताया कि मेला स्थल के मुख्यमंच के लिए विशाल डोम, प्रदर्शनी के लिए स्टॉल, दर्शनार्थियों व प्रतिभागियों के अलावा अथितियों के लिए ठहरने व भोजन की व्यवस्था की जा रही है। आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से भंडारे की व्यवस्था की जा रही है।
वहीं मेले स्थल पर व्यवस्था के लिए सिरपुर के आसपास के ग्रामपंचायतों को सरपंचों, जनपद व जिला पंचायतों के जनप्रतिनिधियों, विधायक व सांसद सहित सामाजिक पदाधिकारियों को भी निमंत्रण दिया जा रहा है। महोत्सव स्थल में साफ सफाई, बिजली व पानी की सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
आयोजन समिति के मुख्य संयोजक संयुक्त मोर्चा एडवोकेट रामकृष्ण जांगडे के द्वारा अलग-अलग ब्लॉक स्तर पर सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठकों की दौर जारी है। महोत्सव को भव्य बनाने प्रचार-प्रसार के लिए रथ रवाना किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। आम आदमी पार्टी महासमुन्द के तमाम पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने वर्ष 2018 में किशनपुर गांव थाना पिथौरा में नरसंहार में पकड़े गए 4 आरोपियों व जांचकर्ता पुलिस जवान के नार्को टेस्ट की मांग की है।
उन्होंने पुलिस अधीक्षक महासमुन्द को एक पत्र सौंपकर जानकारी दी है कि 30 मई 2018 की रात्रि में योगमाया साहू, उसके पति चेतन साहू एवं दो बच्चों की हत्या कर दी गई थी। उक्त प्रकरण मेें प्रथम दृष्टि में धर्मेद बरिहा को मुख्य आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया। इस प्रकरण के बाकी आरोपियों को बचाने के लिए निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक की पुलिस तत्पर रही है। इनका आरोप है कि पूर्व में पदस्थ जिला पुलिस अधीक्षक ने इस केस की बारिकी से छानबीन नहीं की है। पुलिस ने एक आदमी को हत्यारा साबित कर प्रकरण को बंद करने की तैयारी कर ली थी। धमेद्र बरिहा को कुछ लोगों ने पैसे का लालच देकर अवैध संबधों का हवाला देते हुए उसे सरेण्डर कराया।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि इस हत्या के पीछे पीडि़त परिवार द्वारा अपराधी के नार्को टेस्ट की मांग की तब जाकर पुलिस ने मुख्यमंत्री के आदेश पर घटना के 11 महीने बाद आरोपी का नार्को टेस्ट किया। तब जाकर बाकी हत्यारों का नाम सामने आया। पुलिस ने उल्टा मृतका योगमाया साहू को बिना किसी सबूत आरोपी के घटिया बयान पर समाचार पत्रों में बदनाम किया। पुलिस की इस हरकत की हम कडी निंदा करते है। जिस परिवार के चार सदस्यों की हत्या हुई उसके दुख को पुलिस अधिक्षक द्वारा नजर अंदाज किया गया और आरोपिंयो से सौदा कर लिया गया है। अभी भी पिडि़त परिवार का कहना है कि इसके पीछे कुछ बडे लोगों का हाथ है,और भी कई लोग शामिल हैं। इस प्रकरण में पीडि़त परिवार के साथ भी पुलिस का रवैया ठीक नहीं था। काफी संघर्ष के बाद आरोपी नार्को टेस्ट हुआ।
इनका कहना है कि बाद में जो चार आरोपी पकड़े गए हैं उन्हें व पुलिस जांचकर्ता का भी नार्को टेस्ट करवाया जावे। साथ ही मृतकों व अपराधियों की मोबाईल कॉल डिटेल की जांच रिपोर्ट, पुलिस द्वारा सी.सी.टीवी का हार्ड डिक्स व फूटेज जप्त किया गया है, उसकी भी दुबारा जांच हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। गर्मी शुरू होते ही नलों से टुल्लू पंप लगाकर पानी चोरी करने का सिलसिला रोकने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने टोटी विहीन नल और नल कनेक्शन में टुल्लू पंप से पानी चोरी की जांच के लिए 5 लोगों की विशेष कमांडो टीम बनाई गई है।
श्री चंद्राकर ने पीआईसी की आपात बैठक लेकर नलों से टुल्लू पंप के जरिए पानी चोरी करने वाले लोगों पर नकेल कसने का कड़ा निर्णय लिया है। बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है कि पहले चरण में कमांडो टीम सभी घरों का निरीक्षण करते हुए नल कनेक्शन से टुल्लू पंप डायरेक्ट लगा हुआ पाये जाने पर टुल्लू पंप राजसात करने की कार्यवाही करेगी। जिस घर से टुल्लू पंप जब्त होगी उस घर का नल कनेक्शन काटा जाएगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि जब्त टुल्लू पंपों की नीलामी की जाएगी। साथ ही बैठक पीआईसी सदस्यों ने कहा कि पानी चोरी करने वाले कितने भी प्रभाशाली व्यक्ति क्यों न हो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस कमांडो टीम में शुभम सेन, हिमांशु तिवारी, प्रमोद साहू, नीरज चंद्राकर तथा प्रहलाद यादव को शामिल किया गया है।
तीन साल में भी पाइपलाइन का विस्तारीकरण पूरा नहीं
जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन व घर तक कनेक्शन देने का काम टेंडर में अनियमितता के कारण रद्द था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीणों के घर-घर नल कनेक्शन देने का काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया। योजना का लाभ ग्रामीणों को 2023 तक देना था, लेकिन टेंडर में अनियमितता पाए जाने के बाद प्रदेश सरकार ने रद्द कर दिया था।
महासमुन्द जिले में 1122 गांव है, जहां ग्रामीणों को पेयजल हैंडपंप व पावर पंप से पानी की सप्लाई की जा रही है। इन सभी गांवों में तीन से चार पंप व हैंडपंप हैं। जिले के 259 गांव ऐसे हैं जहां 80 प्रतिशत तक पाइपलाइन की सुविधा मोहल्लों व घरों में दी गई है। इन ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से काफी राहत है, लेकिन 863 गांव ऐसे हैं, जहां के ग्रामीणों को पानी लाने के लिए हैंडपंप व पंप के पास जाना पड़ता है। इन गांवों में अभी तक पाइपलाइन का विस्तारीकरण नहीं हुआ है। हालांकि पंप व हैंडपंप हैं, लेकिन पानी के लिए यहां तक ग्रामीण महिलाओं को प्रतिदिन आना पड़ता है। इन्हीं गांवों को जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन व घर तक कनेक्शन देने का काम पिछले तीन सालों से चल रहा है। लेकिन अभी तक ग्रामीणों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिकटेंडर निरस्त होने के बाद प्रदेश सरकार ने इस योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी जिला स्तर पर करने के आदेश दिए हैं। अब जिला स्तर पर ग्रामीणों को लाभ देने योजना पर काम किया जा रहा है। एक बैठक लेकर 43 कार्यों की निविदा जारी करने का अनुमोदन भी जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक में हो गया है। वर्कआर्डर मिलने के बाद ठेकेदार जल्द ही इन गांवों में नल जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू करेंगे।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उप अभियंता खिलेश्वर साहू कहते हैं कि जल जीवन मिशन योजना के तहत पूर्व में हुई बैठक में 70 गांवों को रेट्रोफिटिंग योजना की सौगात मिली है। इसके लिए 52.61 करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। इसके तहत 21 हजार 931 घरेलू नल कनेक्शन दिया जाएगा। वहीं 43 रेट्रोफिटिंग की नलजल योजना की निविदा कार्रवाई का भी अनुमोदन किया गया है। इसके तहत 7223 घरेलू कनेक्शन दिए जाएंगे।
मालूम हो कि जिले में 11 हजार 893 जलस्त्रोत है। जल जीवन मिशन में इन्हीं जल स्रोतों से ग्रामीण के घर तक पानी पहुंचाने की योजना है। जिले के कुल 11 हजार 893 जल स्रोतों को छोडक़र विभाग को नए जल स्त्रोत भी खोजना था, ताकि इस नए स्त्रोत से भी ग्रामीणों को पानी पहुंचाया जा सके। वर्तमान में पीएचई विभाग ने हैडपंपों की मरम्मत शुरु कर दी है। जिन गांवों में हैंडपंप व पंप बंद हैं, वहां सुधार कार्य किया जा रहा है।
जिले के पीएचई विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन योजना के तहत जहां बोर खनन की आवश्यकता है, वहां बोर खनन होगा । जहां पानी टंकी की आवश्यकता है, वहां पानी टंकी का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा बस्तियों से दूर रहने वालों के लिए पानी की व्यवस्था इन स्रोतों से नहीं हो पाएगी वहां सोलर पंप के माध्यम से पानी देने का प्रावधान है।
जल जीवन मिशन के तहत 1122 गांवों को इस योजना का लाभ देना है। लेकिन 259 गांव ऐसे हंै जहां 80 प्रतिशत पाइपलाइन बिछ गई है और घरों तक कनेक्शन दिया जा चुका है। 20 प्रतिशत ऐसे घर या मोहल्ले हैं, जहां न तो पाइपलाइन बिछा है और न ही कनेक्शन है। ऐसे गांवों को भी इस योजना में चिन्हित कर लिया गया है।
समझाइश के बाद भी दलहन-तिलहन की ओर रूझान कम
रजिंदर खनूजा
पिथौरा, 10 मार्च (‘छत्तीसगढ़’)। क्षेत्र में पानी एवं बिजली की खपत कम करने की कोशिशें नाकाम हो रही हंै। इस बार रबी में क्षेत्र के किसानों ने विगत वर्ष की तुलना में रबी धान का रकबा करीब 20 फीसदी बढ़ा दिया है। ज्ञात हो कि रबी सीजन में लगाई जाने वाली धान की फसल में अत्यधिक पानी की आवश्यकता होती है। गर्मी की वजह से पानी पंप दिन रात चलाये जाने से विद्युत की खपत बढ़ जाती है जिसका खामियाजा घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को भोगना पड़ता है।
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष विगत वर्ष की तुलना में करीब 20 फीसदी रकबा रबी फसल हेतु बढ़ा है। अधिकांश किसान धान की ही खेती कर रहे हैं। पिथौरा विकासखण्ड में कुल 8402 हेक्टयर भूमि में रबी की किसानी की जा रही है। इसमें गेंहू मक्का, दलहन, तिलहन एवं साग सब्जी मिलाकर कुल करीब 250 हेक्टयर में लगाई गई है, जबकि मात्र धान 6303 हेक्टयर में लगाया गया है।
धान कम कर दलहन-तिलहन को बढ़ावा
कृषि विभाग के अधिकारी डी पी पटेल ने बताया कि इस बार विभाग का लक्ष्य रबी धान का रकबा कम कर दलहन तिलहन का रकबा बढ़ाने का रखा गया था परन्तु किसानों ने किसी की नहीं सुनी और इस बार पहले से भी 20 से 25 फ़ीसदी अधिक रकबा में धान लगा दिया। इसके अतिरिक्त शासन की ओर से फसल प्रदर्शन के रूप में गेहूं 129 हेक्टयर मूंग 145 हे. उड़द 145 हे. सहित मक्का एवं सरसो 28 हेक्टयर में लगा कर फसल ली जा रही है।
गर्मी बढऩे के साथ बिजली-पानी संकट
ज्ञात हो कि कृषि विभाग की समझाइश के बाद भी किसान रबी में सर्वाधिक पानी लगने वाली धान की खेती कर रहे हंै। इन खेतों में सिंचाई हेतु क्षेत्र में 20 हजार से अधिक पम्प लगातार 24 घण्टे चल रहे हंै। उससे ये तय है कि गर्मी बढऩे के साथ ही क्षेत्र में बिजली एवं पानी का गम्भीर संकट हो सकता है। प्रशासन को इसके लिए पूर्व से ही योजना तैयार की जानी चाहिए।
धान 1200 में बिक रहा
एक ओर कृषि विभाग की दलहन तिलहन में अधिक फायदा होने की सलाह को किसान पूरी तरह खारिज कर अत्यधिक रकबे में धान की फसल लगा चुके हंै, जिससे रबी में कम खर्च में अधिक धान होने के कारण किसानों के पास रबी का खासा धान होगा। ऐसी स्थिति में अब इस धान को किसान कहां और कैसे बेचे इस उधेड़बुन में लगे हंै। क्योंकि खरीफ सीजन निकलने के बाद स्थानीय कृषि उपज मंडी में धान के सौदा पत्रक मात्र 1100 से 1300 तक ही कट रहे हैं, जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 रुपये है। इस स्थिति में रबी में धान की फसल लेने वाले किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
बहरहाल रबी में धान की जगह दलहन तिलहन लगाने की सरकारी सलाह नहीं मान कर धान लगाने वाले किसानों को इस वर्ष खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं पानी और बिजली की कमी का खामियाजा आम लोगो को भुगतना ही पड़ेगा।
एमएसपी का महत्व समझने लगे किसान
एमएसपी मतलब न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या होता है, अब पानी के मोल बिकती अपनी फसल को देख कर समझने लगे हैं। जिस धान का सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 रुपये है, अब उसी धान को समर्थन मूल्य नहीं होने के कारण व्यापारी 1000 से 1300 तक ही खरीद रहे हैं। कुछ किसानो के अनुसार यदि धान बिक्री के हालात ऐसे ही रहे तो वह दिन दूर नहीं ज़ब किसानों की आय दुगुनी के बजाय आधी से भी कम हो सकती है। ऐसे हालातों में किसानों के सामने रोजी रोटी की समस्या भी आ सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा,9 मार्च। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय पिथौरा द्वारा महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर अमरनाथ गुफा की झांकी और गुफा के भीतर बर्फानी बाबा शिवलिंग के आकर्षक और बहुत सुंदर प्रतिमा की स्थापना की गई है। जिसका उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन 8 मार्च को स्थानीय सेवा केन्द्र की ब्रह्माकुमारी बहनें पुष्पा दीदी और तोमेश्वरी बहनजी के कर कमलों द्वारा किया गया।
उद्घाटन समारोह के पश्चात यह भव्य और खूबसूरत झांकी दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया है। जिसका समय शाम 4 बजे से लेकर रात्रि 9 बजे तक निर्धारित है । जहां श्रद्धालु अमरनाथ गुफा, बर्फानी बाबा की शिवलिंग और विभिन्न चित्रों के माध्यम से रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी का आनंद उठा सकते हैं। यह झांकी थाना चौक के आगे ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय भाग्यविधाता भवन के सामने स्थित है । संस्था द्वारा आसपास के समस्त ग्रामीण और शहरी श्रद्धालुओं को इस अवसर पर दर्शनार्थ हेतु आमंत्रित किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कलप राम पटेल, के पी चौधरी , एस सी चतुर्वेदी, एस के नीरज, ओमप्रकाश पटेल, किशोर पटेल, प्रधान सर और रामनाथ सोनवानी जी इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
किसी ने रास-गरबा में तो किसी ने छत्तीसगढ़ी गाने में डांस किया
महिलाओं ने महिला ङ्क्षहसा विषय पर खुलकर अपना पक्ष रखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। संजय कानन में अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एक शानदार समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मंच पर 18 से 70 साल उम्र तक की महिलाओं ने तरह-तरह की प्रस्तुतियां दी। किसी ने रास-गरबा में हिस्सा लिया, किसी ने छत्तीसगढ़ी गाने में डांस किया तो कोई बंगाली और शाीय गाने पर झूमती रहीं।
इस मंच पर महिलाओं ने महिला ङ्क्षहसा विषय पर खुलकर अपना पक्ष रखा। बचपन की यादों को ताजा करते हुए कई महिलाओं ने खेलों में हिस्सा लिया। रंग बिरंगी वेशभूषा और आभूषणों में सजी कई महिलाओं ने जूड़ा सजाने वाले स्पर्धा में हिस्सा लिया। राजनीतिक-गैर राजनीतिक-सामाजिक-सरकारी और आम महिलाओं के इस आयोजन का नाम शक्ति दिया गया था। इसमें विधायक विनोद चंद्राकर और नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने भी हिस्सा लिया। सरला कोसरिया ने महिलाओं को शक्ति संजोकर रखने और अपने आने वाली पीढ़ी का सुरक्षा कवच बनने के लिए प्रेरित किया।
नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने ऐसे आयोजन को सफल कहते हुए आगामी वर्षों में भी आयोजन की बातें कहीं। विनोद चंद्राकर ने कहा कि महिलाएं एक दिन ही सशक्तिकरण दिवस न मनाएं बल्कि साल के पूरे दिनों में वे सशक्त रहें। क्योंकि महिलाएं मजबूत होंगी तो घर-परिवार, प्रदेश और देश मजबूत होगा।
कार्यक्रम का सफल संचालन डा. निशा जैन ने किया। बता दें कि इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु शक्ति नाम की एक टीम गठित की गई थी। इस टीम में शहर की राजनीतिक, गैर राजनीतिक, सामाजिक, शासकीय, गैर शासकीय संस्थान से जुड़ी महिलाएं शामिल हुईं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। ग्राम पाटन क्षेत्र के बठेना गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत के विरोध में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रियरंजन कोसरिया के नेतृत्व में स्थानीय बरौण्डा चौक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू का पुतला जलाया गया।
इस दौरान उपस्थित भाजपा नेता कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री व गृह मंत्री के मुर्दाबाद का नारा लगाया। इस दौरान भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक व पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा, रायपुर ग्रामीण सह प्रभारी अरविंद प्रहरे, जिला महामंत्री प्रदीप चंद्राकर, सांसद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू ,सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, मंडल महामंत्री प्रकाश शर्मा, मनीष बंसल, मंडल कोषाध्यक्ष हनीश बग्गा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष नईम खान ,मंडल मंत्री महेंद्र सिंह, हिमांशु चंद्राकर जितेंद्र साहू, हीरेंद्र सोनी, महेश चौहान ,दिनेश गभने, प्रशांत श्रीवास्तव,जगन्नाथ छुरा, नरेश नायक,दीपक राव,दिनेश रूपरेला,योगेश सोनवानी कादर राजपूत सुरेंद्र दास महाराज, अमित टंडन, गोपी कन्नौजे सहित अनुसूचित जाति मोर्चा व युवा मोर्चा के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
सोमवार से योजना की शुरुआत, खनिज न्यास निधि से होगा भुगतान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति में से एक कमार जाति के चिन्हित बालक बालिका और महिलाओं के लिए सप्ताह में तीन दिन उबला अंडा उनके घर में पहुंचाया जाएगा। सोमवार से इसकी शुरुआत की गई।
संसदीय सचिव एवं खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव ने बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम खुटेरी से इसकी शुरुआत की। इस दौरान सरपंच पुष्पा गिरी उपस्थित थी। वहीं पिथौरा ब्लॉक के ग्राम सोनासिल्ली के कमारडेरा में सरपंच चोपलाल चौधरी, भिथीडीह में सरपंच सुनीता डडसेना, उपसरपंच अनिल चौधरी एवं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के हाथों कमार बच्चों एवं बालिकाओं तथा महिलाओं को उबला अंडा खिलाकर योजना का शुभारंभ किया गया। जिले के कमार जनजाति के 3 से 6 वर्ष के चिह्नांकित बच्चों और 01 से 49 उम्र की चिह्नांकित बालिका एवं महिलाओं को उबला अंडा सप्ताह में तीन दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से उनके घर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए कलेक्टर डोमन सिंह ने व्यय राशि की व्यवस्था जिला खनिज न्यास निधि से की है।
कलेक्टर ने राज्य सरकार की अन्य योजनाओं के साथ ही महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सुपोषण योजना को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इससे पहले महासमुंद जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में बीते फरवरी की पहली तारीख से चिह्नांकित 8500 से ज्यादा कुपोषित बच्चों और 15 से 49 वर्ष के चिन्हांकित 10700 से ज्यादा एनीमिक पीडि़त बालिका एवं महिलाओं को सप्ताह में तीन दिन गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन देने की शुरूआत की गई है। इसके लिए भी राशि जिला खनिज न्यास निधि से उपलब्ध कराई गई है। कलेक्टर ने इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कमार जाति के बच्चे, बालिकाओं और महिलाओं को उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आहार में सप्ताह में तीन दिन अंडा घर पहुंचाने की पहल की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कमार जाति के बच्चों को अंडा खिलाने की योजना जिले के 76 गांव में शुरू की गई है।
महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के महासमुन्द ब्लॉक के 42 गांव, बागबाहरा के 32 गांव एवं पिथौरा के 02 गांव में कमार जाति के परिवार निवासरत हैं। इन परिवारों में 3 से 6 वर्ष के चिह्नांकित 105 बच्चे और 1 से 49 उम्र की 1507 बालिका और महिलाएं शामिल हैं। कलेक्टर डोमन सिंह ने बताया कि लोगों की मंशानुरूप कमार जाति के बच्चों-महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अंडा देने की शुरूआत की। इस मामले में जनभावनाओं का भी पूरा ख्याल रखा गया है। किसी बच्चे या बालिका एवं महिलाओं को जबरन अंडा खाने के लिए नहीं दिया जाएगा। यदि कोई पालक चाहता है कि उसके बच्चे या बालिका एवं महिलाओं को अंडा नहीं दिया जाए तो उनकी इच्छा का सम्मान किया जाएगा।
महासमुन्द, 9 मार्च। कोरोना काल में जो विवाह नहीं कर पाए हैं उन्हें विवाह के लिए अब एक महीने और इंतजार करना होगा। आगामी 12 अप्रैल के बाद ही विवाह का मुहूर्त है। खरमास लगने के कारण एक महीने और देरी हो रही है। इसलिए 14 मार्च से खरमास लगेगा, जो 12 अप्रैल तक रहेगा। इसलिए इस बीच मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। खरमास में केवल पूजा, पाठ व सतसंग का आयोजन किया जाता है।
अंबेडकर चौक स्थित दुर्गा मंदिर के पं. हेमंत त्रिवेदी ने बताया कि 13 को शनि अमावस्या है और 14 से खरमास शुरू होगा। इसी बीच 21 मार्च से होलाष्टक भी लगेगा जो 28 मार्च तक चलेगा। जबकि खरमास का समापन 12 अप्रैल को होगा। खरमास के चलते खरीदी व मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। वैसे भी 23 मार्च 2020 के बाद से शहनाई बजना बंद हो गया है। 12 अप्रैल के बाद मांगलिक कार्य संपन्न होंगे। मुहूर्त की पहली शादी 25 अप्रैल से शुरू होगी जो जुलाई तक चलेगी। पंडित जी के मुताबिक साल के 12 अमावस्या में शनि अमावस्या का अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। इस दिन नदियों में स्नान व जरुरतमंद लोगों को भोजन व वस्त्र दान करने और शनिदेव को तिल व तेल आदि चढ़ाकर पूजा करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। फाल्गुन कृष्ण शनिवार के दिन पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, साध्य योग, नाग कारण व कुंभ राशि के चंद्रा की साक्षी अमावस्या होगी।
महासमुन्द, 9 मार्च। 20वीं छत्तीसगढ़ जूनियर राज्य स्तरीय बॉल बैडमिंटन प्रतियोगिता के फायनल मैच मेंं भिलाई का मुकाबला कवर्धा से हुआ। जिसमें भिलाई ने कवर्धा को 35-28, 35-18 से हराकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। बालक वर्ग में पहला सेमी फायनल भिलाई का बिलासपुर के खिलाफ हुआ जिसमें बिलासपुर ने भिलाई को 35-25,30-35,35-24 से हराकर फाइनल प्रवेश किया। दूसरा सेमीफाइनल कबीरधाम का दुर्ग जिले से हुआ जिसमें दुर्ग ने कबीरधाम को 35-28,35.33 से हराकर फाइनल प्रवेश किया। बालक वर्ग का फाइनल मुकाबला बिलासपुर का दुर्ग जिला से हुआ जिसमें बिलासपुर ने दुर्ग को 35-28,35-28 से हराकर प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए ट्रॉफी अपने नाम की।
समापन अवसर पर मुख्य अतिथि बादल मक्कड़ ने प्रथम व द्वितीय खिलाडिय़ों को ट्रॉफी प्रदान की। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकेश चंद्राकर ने की। उन्होंने बालक वर्ग के संयुक्त तृतीय स्थान प्राप्त खिलाडिय़ों को ट्रॉफी प्रदान की। विशिष्ठ अतिथि मुकेश जैन, सन्नी लूनिया ने दोनों वर्ग में प्रथम द्वितीय खिलाडिय़ों व निर्णायकों को व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किया। तारिणी चंद्राकर ने संयुक्त तृतीय स्थान प्राप्त खिलाडिय़ों को ग्रुप ट्रॉफी प्रदान की। मंचसंचालन रियाज़ भाई राजिम व सेवन दास मानिकपुरी के द्वारा की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन कल महासमुन्द पुलिस ने महिलाओं को सुरक्षा का तोहफा दिया है। इसके तहत जिले के किसी भी हिस्से में फंसी या फिर असुरक्षित महसूस कर रही महिलाओं को तत्काल पहुंचकर उनके घर या गंतव्य तक महासमुन्द पुलिस छोड़ कर आएगी। इस पहल की शुरुआत सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में किया गया।
कोतवाली परिसर में आयोजित महिला जागरुकता कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक ने शक्ति टीम के नंबर की लॉन्चिंग की। जिससे जिले में सभी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। इसके तहत 9479290095 टोल फ्री नंबर की शुरुआत की गई। साथ ही समारोह में उपस्थित एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बताया कि महिलाएं डायल 100 व 112 के साथ 1090 नंबर से भी महिलाएं इन सुविधाओं का लाभ ले सकती हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने जिले की सभी पुलिस अधिकारियों का परिचय कराया और कहा कि मैं जिले में इतनी शक्तियों के साथ काम करता हूं। वहीं एसपी ने अपनी मां के बारे में भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि मां द्वारा दी गई शिक्षा से ही सभी भाई.बहन आज फस्र्ट क्लास अफसर बन पाए हैं।
शक्ति टीम की लॉन्चिंग के बाद कोतवाली परिसर के नवनिर्मित संवेदना कक्ष का भी एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने उद्घाटन किया। यह कक्ष महिलाओं के लिए बनाया गया है। जिसमें कई महिलाएं थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराने आती हैं। यहांं महिलाएं अपनी बात महिला अधिकारी व कर्मचारी से बेहिचक कह पाएंगी। इसके साथ ही कोतवाली परिसर से महिला जागरुकता के लिए अंजोर रथ को रवाना किया गया। इसके साथ ही महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने बाइक रैली निकालीं, ताकि महिलाएं अपने व अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक हों। इस अवसर पर 7 दिवसीय अभिव्यक्ति कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम के तहत मंगलवार को शहरी क्षेत्र में अटल आवास, झुग्गी झोपड़ी बस्ती और ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू हिंसा, छेडख़ानी, लैंगिक उत्पीडऩ, साइबर सुरक्षा, पोक्सो एक्ट, आत्म रक्षार्थ व पीडि़त क्षतिपूर्ति योजनाओं की जानकारी विशेषज्ञ द्वारा दी जाएगी। साथ ही इससे संबंधित नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन भी किया जाएगा। 10 मार्च को चौकी टुहलु क्षेत्र में मानव तस्करी, कैरियर काउंसलिंग, स्वास्थ्य. स्वच्छता, टोनही निवारण, नशा मुक्ति व पीडि़त क्षतिपूर्ति की जानकारी दी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। शहर की सफाई की जांच के लिए टीम कभी भी महासमुन्द शहर पहुंच सकती है और शहर में सफाई को लेकर जनता से फीडबैक भी ले सकती है। जनता से फीड बैक लेकर ही टीम अच्छे रैंकिग व नंबर देगी।
जनता सफाई को लेकर बेहतर जवाब दे इसके लिए शहर में पालिका तीन से चार बार सफाई अभियान चला रही है। अब तो रात में भी टीम शहर की सफाई में लगी हुई है। इसके अलावा प्रतिबंधित पॉलिथिन पर भी पालिका कार्रवाई कर रही है। शहर की तमाम नालियां, खुले मैदान सहित अन्य जगहों पर टीम कार्रवाई के तैनात है और लोगों को कचरा फेंकने से मना कर रही है। कचरा व अपशिष्ट पदार्थ कचरा गाड़ी में ही डालने की अपील कर रही है। सफाई की टीम शहर के अलावा जिन वार्डों में अत्यधिक गंदगी फैली है वहां प्रचार.प्रसार कर लगातार सफाई कर रही है। इसके साथ ही कर्मचारी स्वच्छता के साथ फीडबैक के लिए भी मेहनत करना शुरू कर दिया है।
नगर पालिका महासमुंद सहित महासमुंद, सरायपाली व बागबाहरा अपनी-अपनी कैटेगरी में स्वच्छता रैकिंग में हिस्सा ले रहा है। अगामी 31 मार्च तक ऑनाइन सिटीजन फीडबैक लिया जाएगा। इसमें 18 से 99 साल तक उम्र का कोई भी व्यक्ति शहर की स्वच्छता पर फीडबैक दे सकता है ।
इसके लिए कुल 1500 नंबर निर्धारित किए गए हैं। जिस निकायों की व्यवस्था फीडबैक के आधार पर बेहतर होगा, उन्हें सार्वाधिक अंक व कैटेगरी वाइज उनकी रैंकिंग तय की जाएगी।
पालिका की सफाई टीम के अलावा मिशन क्लीन सिटी की टीम भी लगातार शहर के कोने.कोने में सफाई कर रही है। इससे शहर की सफाई व्यवस्था पर काफी सुधार आया है। अब लोग गली में कचरा फेंकने के बजाए कचरा गाड़ी में कचरा दे रहे हैं, जिसके चलते अब गलियों में कचरा नहीं दिखता है। पिछले साल पालिका स्वच्छता रैंकिंग में पालिका पांचवे स्थान पर था। इस बार भी शहर को प्रदेश में बेहतरीन प्रदर्शन रहे इसके लिए शहर को साफ.सुथरा रखा जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल जिला कार्यालय के सभाकक्ष में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की।
उन्होंने राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के तहत् जिले के गौठानों में की जा रही गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद के बारें में जानकारी लेते हुए कहा कि सप्ताह में कम से कम तीन दिन प्रत्येक गौठान में गोबर खरीदी का कार्य अनिवार्य रूप से कराएं। गौठान में महिला स्वसहायता समूह द्वारा बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट के शतप्रतिशत बिक्री कराने में गति लाने को कहा। उन्होंने कहा कि गौठान ग्रामीण आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही ग्रामीणों और पशुपालकों के लिए अतिरिक्त आमदनी का जरिया भी है। इसलिए वित्तीय प्रबंधन और वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण से लेकर बिक्री तक का निर्धारण सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि गोधन न्याय योजना के माध्यम से तैयार हुई वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री जिले के सम्बंधित शासकीय, अद्र्धशासकीय, संस्थानों जिन्हें खाद की आवश्यकता होती है, उन्हें अनिवार्य रूप से कम्पोस्ट खाद उपलब्ध कराएं। इसके अलावा जिले के किसानों को विभिन्न सहकारी समितियों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद विक्रय कराने के लिए प्रेरित करने को कहा।
कलेक्टर ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के निजी भवन में संचालित उचित मूल्य की दुकानों को शीघ्र ही सम्बंधित क्षेत्र के शासकीय भवनों में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए है। इसके लिए रिक्त शासकीय भवनों का चिन्हांकन शीघ्र करने को कहा है ताकि आगामी माह से जिले के सभी दुकानें शासकीय भवनों पर संचालित किया जा सके। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित अनुविभागीय अधिकारी एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा शहरी क्षेत्रों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी शासकीय भवनों का चिन्हांकन कर स्थानांतरित करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में 47 उचित मूल्य की दुकान किराए के भवन पर संचालित है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र में 21 तथा शहरी क्षेत्र में 26 दुकानें शामिल है। जिले में 06 नवीन ग्राम पंचायत का गठन किया गया है।
उन्होंने बताया कि बसना विकासखण्ड के नए ग्राम पंचायत चिर्राचुंवा में शासकीय उचित मूल्य की दुकान आबंटित किया गया है तथा शेष 05 नए ग्राम पंचायतों में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के लिए भवन आबंटित की जाएगी।
कलेक्टर ने पशुपालन विभाग के अधिकारी को ट्रेविस और चॉप कटर की सप्लाई शीघ्र कराने के निर्देश दिए। उन्होंने उद्यानिकी अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के जिन गौठानों में पानी की पर्याप्त व्यवस्था है। ऐसे गौठानों में सब्जी का उत्पादन करें। सिरपुर स्थित रायकेरा तालाब में नौका विहार के लिए बोट शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर पशु चिकित्सक सेवाएं के उप संचालक डॉ. डी.डी. झारिया, एस.आर.् डोंगरे, डी.एल. नायक, नीतिश त्रिवेदी, एन.एस. कुशवाह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। शहर स्थित जिस आशीबाई गोलछा हायर सेकण्डरी उच्चर माध्यमिक विद्यालय में दादी मां और मां ने आजीवन सेवाएं दी, उसी स्कूल में निधि तिवारी ने 6 मार्च को 2021 को राजपत्रित व्याख्याता अंग्रेजी के पद पर पदभार ग्रहण किया है।
शहर में इस बात की चर्चा जोरों पर थीं। निधि कहती हैं-मुझे नहीं मालूम था कि इस स्कूल में तीसरी पीढ़ी के रूप में शिक्षादान करने का अवसर मुझे मिलेगा। यह मेरे लिए सुखद संयोग है कि मैं अपनी दादी और मां की कर्मस्थली में अपने काम को बखूबी निभाने के लिए आदेशित हूं। शहर के लोग आज भी मेरी दादी और मेरी मां के कामों को याद करते हैं, कोशिश करूंगी कि उनकी तरह मैं भी शिक्षा दीप जलाकर भावी पीढ़ी का जीवन रौशन करती रहूं।
‘छत्तीसगढ़’ से बातचीत में उन्होंने बताया-मेरे पिता रामकुमार तिवारी सुमन की माता स्व. उर्मिला देवी तिवारी इसी स्कूल में वर्ष 1955 से 1985 तक प्रधान पाठिका थीं। उन्होंने तीस साल तक यहां शिक्षादान की। इसी स्कूल से उनकी सेवानवृत्ति भी हुई। मां सुमित्रा तिवारी पीटीआई के पद पर इसी स्कूल में सेवाएं देते हुए 2019 में सेवानिवृत हुईं। अब मैं इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को पढ़ाउंगी। निधि के पिता पत्रकार रामकुमार तिवारी और माता सुमित्रा तिवरी कहती हैं-हमने सोचा भी नहीं था कि बेटी भी इसी स्कूल में अध्यापन कार्य करेगी। यह हमारे लिए बड़े संयोग की बात है कि जिस स्कूल में दादी और मां ने बरसों सेवाएं दी, उसी स्कूल में निधि भी व्याख्याता बनकर आएंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। भीमखोज खल्लारी पहाड़ी पर विराजित माता खल्लारी दर्शन के लिए श्रद्घालुओं को रोप-वे की सुविधा शीघ्र ही मिलने वाली है। आज 9 मार्च को इस काम की शुरुआत के लिए आधारशिला रखी जा रही है। संसदीय सचिव व खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव व मंदिर ट्रस्ट भूमि पूजन करेंगे। यह जिले का पहला रोप वे होगा।
खल्लारी मंदिर समिति के ट्रस्टी की मानें तो श्रद्घालुओं भीड़ को देखते हुए यहां लगातार रोप-वे निर्माण की मांग हो रही थी। उनकी मांग पर ही कोलकाता की कंपनी रोपवे एवं रिसॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड यहां रोप-वे का निर्माण करने वाली है। इसका खर्च भी मंदिर ट्रस्ट व कंपनी वहन करेगी। कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी दो माह पूर्व सडक़ से पहाड़ी तक किस दिशा से रोप.वे का संचालन करना है, का निरीक्षण कर चुके हैं। तकनीकी स्वीकृति मिलने के बाद कंपनी के द्वारा निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि खल्लारी पहाड़ी के बारे में ऐसा माना जाता है कि महाभारत युग में पांडव इस पहाड़ी पर आये थे,जिसका प्रमाण भीम के विशाल पदचिन्ह हैं जो इस पहाड़ी पर स्पष्ट दिखते हैं।
मंदिर कमेटी का कहना है कि बनने वाले 300 मीटर लंबे रोप-वे में कुल चार ट्रॉली होंगी। हर ट्रॉली में चार लोग बैठ सकेंगे। ये प्रदेश का दूसरा मंदिर होगा, जहां रोपवे लगाया जा रहा है। इससे पहले डोंगरगढ़ में 650 मीटर लंबा रोपवे है। कंपनी ने दो माह पूर्व ही खल्लारी पहाड़ी का सर्वे कर लिया है। रोप-वे गांव के ढेकानाल तालाब से भंडार स्थल तक बनेगा। पहाड़ी की ऊंचाई 130 मीटर है। रोप-वे का पहला छोर गांव के तालाब के पास होगा। अभी 981 सीढ़ी चढक़र मंदिर तक पहुंचते हैं। रोप-वे से एक घंटे में 200 लोग दर्शन कर सकेंगे।
लोगों का मानना है कि मां खल्लारी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को नवरात्र में रोप वे की सवारी का भी मजा उठाने का अवसर मिलेगा। रोपवे का निर्माण होने के बाद टूरिस्टों की संख्या में वृद्धि होगी। लोगों को पहाडिय़ों का दृश्य देखने को मिलेगा। इसके साथ ही बहुत से लोगों को रोजगार का भी अवसर प्राप्त होगा। बता दें कि खल्लारी दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। दर्शकों को पहाड़ी पर मां खल्लारी के दर्शन के लिए 981 सीढ़ी चढऩा पड़ता है। इस रोप-वे के निर्माण के बाद श्रद्घालुओं को केवल 50 सीढ़ी ही चढऩा होगा।
महासमुन्द, 9 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल शाम जिला अस्पताल के टीकाकरण सेंटर में कोविड.19, वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया। कलेक्टर श्री सिंह ने इससे पहले 08 फरवरी को पहला डोज लगवाया था। इस तरह आज 28 दिन पूर्ण होने पर कोविड वैक्सीन सेंटर पहुंचकर उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च को उन्होंने टीकाकरण केन्द्र में सेवाएं दे रही महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को महिला दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर ने कहा कि कोविड का टीका पूरी तरह सुरक्षित है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। कोविड से बचाव के लिए यह टीका वरदान है। उन्होंने लोगों से अपील कर कहा कि पात्र हितग्राही अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण केन्द्र में आकर टीका लगवा सकते हैं। कोविड से सुरक्षा के लिए यह टीका वरदान है। सरकार के निर्देशानुसार 60 वर्ष या 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों तथा विशेष सूचीबद्ध बीमारियों के साथ 45 से 59 वर्ष के आयु वर्ग में आने वाले व्यक्तियों को टीका लगाया जाएगा।