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अब तक 25 घरों से टुल्लू पंप बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 20 मार्च। शहर में तीन टाइप पानी की सप्लाई होने के बावजूद लोग टूल्लू पंप का उपयोग कर रहे हैं। जिसकी वजह से अन्य लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पालिका की कमांडो टीम को अब टूल्लू पंप उपयोग करने वालों पर कार्रवाई के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वे जिन घरों में कार्रवाई के लिए पहुंचते हैं वहां जनप्रतिनिधियों का फोन आ रहा है। इस तरह तीन टाइम पानी देने के बावजूद अंतिम कनेक्शनधारियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर का कहना है कि नगर पालिका के कार्रवाई में अड़चन नहीं आएगी। पहले बार पकड़े जा रहे उन पर केवल पंप जब्ती की कार्रवाई की जा रही है। दोबारा उपयोग करने वालों पर सख्त कार्रवाई टीम करेगी। गर्मी के सीजन में मोहल्लेवासियों को पानी की परेशानी न हो इसलिए अपील की जा रही है। इसके बावजूद नहीं मानेंगे तो सख्त कार्रवाई होगी।
ज्ञात हो कि अकेल क्लबपारा में पालिका की टीम ने घरों में दबिश देकर 15 घरों से टूल्लू पंप जब्त की है। इन लोगों को बार-बार समझाने के बावजूद पंप का उपयोग कर रहे हैं। इस बार पालिका की टीम ने इन लोगों को अंतिम चेतावनी दी है कि यदि इसके बावजूद नहीं सुधरेंगे तो, पालिका की टीम नल कनेक्शन का विच्छेदन करेगी। जल प्रभारी विजय श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले एक महीने से शहर के सभी वार्डों में मुनादी कराकर लोगों से अपील की जा रही है कि टुल्लू पंप का उपयोग न करें। यदि उपयोग करते पाए गए तो उस पर कार्रवाई होगी।
समझाईश के बाद भी पंप का उपयोग करने वाले 10 लोग ऐसे हैं, जिनके नल का कनेक्शन काट दिया गया है। पंप पर जब्त की कार्रवाई जारी है। अभी तक पालिका ने शहर के 25 घरों में दबिश देकर 25 से अधिक टूल्लू पंप जब्त किया है। यह अभियान अभी भी जारी है। प्रतिदिन नल खुलने के समय पालिका की टीम दबिश देकर कार्रवाई कर रही है।
सुरही कीड़े-चूहे नुकसान पहुंचा रहे, प्रति क्विंटल 5 किलो तक सूखत आ रही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 20 मार्च। महासमुन्द जिले के 138 धान उपार्जन केंद्रों में इस वक्त 24 लाख 78 हजार क्विंटल धान जाम पड़ा है। वर्तमान में संग्रहण केंद्रों में धान का परिवहन बंद है। राइस मिलर्स को कम संख्या में डीओ जारी हो रहा है। इससे केंद्रों में रखा धान धूप में सूख रहा है। वहीं लंबे समय से एक ही स्थान पर रखे होने से सुरही कीड़े लग गए हैं। धान के बोरों को चूहों ने काट दिया है।
ज्ञात हो कि खरीदी प्रारंभ होने के बाद से अब तक चार महीने बीत गए लेकिन उर्पाजन केंद्रों से धान का उठाव नहीं हुआ है और धान खुले में पड़ा है। इसकी वजह से धान में तेजी से सूखत आ रहा है। स्थिति यह है कि प्रति बोरी 2 किलो तक वजन यानी प्रति क्विंटल 5 किलो तक सूखत आ रही है। इस हिसाब से जिले के धान खरीदी केंद्रों में सूखत से 1 लाख23 हजार 911 क्विंटल यानी 30.97 करोड़ रुपए के धान के नुकसान का अनुमान है। नुकसान का यह अनुमान अभी वर्तमान की स्थिति में है।
गौरतलब है कि जिले के 138 धान खरीदी केंद्र हैं, जहां रखे गए धान की रखवाली के लिए चौकीदार, मुंशी व अन्य कर्मचारी समितियों के माध्यम से मानदेय देकर रखे गए हैं। जब तक जमा धान का उठाव नहीं हो जाता, तब तक इन कर्मचारियों को धान की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त मानदेय देना पड़ेगा। सभी 138 केंद्रों में कुल 24.78 लाख क्विंटल धान रखा हुआ है। वर्तमान में सूखत से प्रति 40 किलो की बोरी में 2 किलो यानी क्विंटल में 5 किलो तक वजन कमी आ रही है। इस हिसाब से केंद्रों में रखे कुल धान के वजन में 1 लाख 23 हजार 911 क्विंटल की कमी का अनुमान है। सरकार ने 2500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान की खरीदी की है। इसी दर पर यदि नुकसान का आंकलन किया जाए तो 1 लाख 23 हजार 911 क्विंटल की कीमत 30.97 करोड़ होती है।
ग्राम शेरगांव के धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक रतन लाल साहू के मुताबिक धान उठाव के लिए कई बार पत्र लिखा गया है, लेकिन उठाव में लापरवाही बरती जा रही है। तेज धूप के कारण धान लगातार सूख रहा है। जब धान की खरीदी किए थे तो किसानों से 40 किलो के हिसाब से खरीदी की गई थी। लेकिन अभी समितियों में रखे धाने के प्रत्येक बोरे में 2 से 3 किलो कमी आ रही है। जब ट्रक में 600 बोरी भरते हैं तो 5 किलो 90 किलो शार्टेज आता है। बेलसोंडा सोसायटी के प्रबंधक बालू चंद्राकर ने बताया कि केंद्रों में रखे धान को चूहे खा रहे हैं। धान की कई बोरियां अपने आप फट रही है, जिससे धान जमीन पर गिर रहा है। धान के प्रत्येक बोरों में 2 से 3 किलो की कमी आ रही है।
डीएमओ सीआर जोशी कहते हैं कि उठाव को लेकर डीओ जारी कर दिया गया है। वर्तमान में नीलामी के कारण उठाव नहीं हो रहा था। कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स उठाव कर रहे हैं। मिलर्स को कस्टम मिलिंग के लिए पहले डीओ जारी किया गया है। उसना व अरवा का कस्टम मिलिंग जारी है। नीलामी के बाद धान बचेगा तो, उसे संग्रहण केंद्र के लिए उठाव कराया जाएगा। शासन स्तर से नीलामी की प्रक्रिया चल रही है। दूसरे चरण की नीलामी होने वाली है। ऑनलाइन मिलर्स आवेदन कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बसना, 20 मार्च। बसना के अंतर्गत गांव में आज सुबह घरेलू विवाद के चलते 8 माह का गर्भवती ने कीटनाशक खाकर खुदकुशी की कोशिश की। उसे परिजन तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसना लाये, जहां रायपुर भेजा गया।
सीएचसी डॉ. नीरेंद्र नायक का कहना है कि महिला का इलाज चल रहा है। गर्भ में पल रहे शिशु को खतरा है।
अस्पताल में मरीज की सास ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि घर में किसी प्रकार का झगड़ा नहीं हुआ था। कल घर के लोग गाड़ी खरीदने के लिए रायपुर गए हुए थे। बहू के भाई रायपुर में रहते हैं। किसी कारणवश गाड़ी नहीं खरीद पाए, आज रात रायपुर में आप के घर रहेंगे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उक्त बात बहू को बोलने पर नाराज होकर कीटनाशक का सेवन कर ली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 19 मार्च। विकासखण्ड के दूरस्थ ग्राम सवित्रीपुर में कल टीकाकरण करवाये एक वृद्ध की आज सुबह मौत हो गई। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ गुप्ता घटना की जानकारी मिलते ही सवित्रीपुर पहुंचकर मौत का कारण जानने में जुट गए हैं।
ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर रात ग्राम सवित्रीपुर निवासी विभीषण बंजारे की तबियत अचानक बिगड़ी और सीने में दर्द उठा। इसके बाद अलसुबह कोई चार बजे उसने दम तोड़ दिया।
एसडीएम राकेश कुमार गोलछा ने बताया कि मृतक पूर्व से ही किसी अन्य बीमारी से पीडि़त हो सकता है। कोविड वैक्सीन सभी उम्र के लोग क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों में पहुच कर लगवा रहे है। इस घटना के बाद भी लोग सभी टीकाकरण केंद्रों में पहुच कर वैक्सीन ले रहे है। श्री गोलछा ने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है अफवाहों पर ध्यान नही देना चाहिए।
स्थानीय खण्ड चिकित्सा अधिकारी ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि उक्त घटना कोविड 19 वैक्सीन की वजह से नही हुई क्योंकि मृत्यु पूर्व जो लक्षण बताए जा रहे है। उससे वैक्सीन के असर वाले कोई संकेत नही है। कल सवित्रिपुर में कुल 128 ग्रामीणों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई है। इसके अलावा विकासखण्ड के करीब दर्जन भर स्वास्थ्य केंद्रों में भी कोविड 19 टीकाकरण जारी है। मृतक विभीषण का पोस्टमार्टम टीकाकरण अधिकारी डॉ गुप्ता बीएमओ डॉ तारा अग्रवाल एवम प्रशासनिक टीम की उपस्थिति में किया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार प्रथम दृष्टया पोस्टमार्टम में सब कुछ सामान्य दिखाई दिया इसके बावजूद उसका बिसरा परीक्षण हेतु राजधानी भेज दिया गया है।
महासमुन्द, 19 मार्च। महासमुन्द जिले के विभिन्न गौठानों में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना अंतर्गत केंचुआ खाद का उत्पादन किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डा. रवि मित्तल ने बताया कि गौठानों में तैयार की जा रही केंचुआ खाद बहुत अच्छी गुणवत्ता का है। महासमुन्द के ग्राम पंचायत बम्हनी स्थित गोठान में भी केंचुआ खाद का उत्पादन हो रहा है।
यहां निर्मित केंचुआ खाद में कार्बनिक कार्बन की मात्रा 23.83 प्रतिशत तक पाई गई है, जो कि उच्च गुणवत्ता का केंचुआ खाद है। इसकी जानकारी कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर के मृदा वैज्ञानिक कुणाल चन्द्राकर ने भी दी है।
डॉ. मित्तल ने कहा कि ग्राम बम्हनी स्थित गोठान में समूह की महिलाओं ने अभी तक 320 क्विटल केंचुआ खाद का तैयार किए है। पूरे खाद की निजी संस्थाओं, स्थानीय किसानों और सरकारी कार्यालयों द्वारा खऱीदी की गई है। समूह की महिलाओं को जिसका मूल्य 2 लाख 30 हज़ार रुपये है की आमदनी हुई है। प्रतिशत तक कार्बनिक कार्बन की मात्रा पाई जाती है। जिला कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि गौठानों में तैयार की जा रही वर्मी जैविक खाद में कार्बनिक कार्बन की मात्रा अधिक होने पर मृदा में फसलों के लिए आवश्यक मुख्य पोषक तत्व नत्रजन की मात्रा भी बढ़ती है। केंचुआ खाद में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व नत्रजन, स्फुर, पोटाश, कैल्शियम, मैग्निशियम,कॉपर, आयरन, जिंक, सल्फर भी पाए जाते हैं जो कि मृदा की उर्वरता को बढ़ाने के साथ-साथ फसल उत्पादन बढ़ाने में भी सहायक होते हैं। केंचुआ खाद को अनाज, दलहन, तिलहन, सब्जियॉ एवं फलदार पौधे सभी प्रकार की फसलों में उपयोग किया जा सकता है। वर्तमान समय में मृदा स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए समन्वित पोषक तत्व प्रबंधन तकनीक को अपनाने की आवश्यकता है जिसमें फसलों में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग के साथ जैविक खाद का भी उपयोग करना चाहिए।
ताकि पौधों के पोषक आवश्यकता की पूर्ति हो एवं मृदा स्वास्थ्य में भी सुधार हो। केंचुआ खाद का उपयोग करने से मृदा की जलधारण क्षमता में वृद्धि होती है। मृदा की भौतिक स्थिति में सुधार होता है, मृदा में पोषक तत्वों की मात्रा में वृद्धि होती हैं एवं मृदा उर्वरता तथा मृदा स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।
वर्तमान समय में मृदा स्वास्थ्य के सुधार हेतु जैविक खाद के रूप में केंचुआ खाद का उपयोग कृषकों के लिए बहुत अच्छा विकल्प है।
महासमुन्द, 19 मार्च। शासकीय माता कर्मा महाविद्यालय महासमुन्द की छात्रा कुसुम साहू का चयन राष्ट्रीय एकता शिविर उज्जैन के लिए हुआ है। वह माता कर्मा कॉलेज से चयनित एकमात्र छात्रा हैं, जिन्हें राष्ट्रीय सेवा योजना के नेशनल कैम्प में सहभागिता का अवसर मिला है। कुसुम, वरिष्ठ पत्रकार आनंदराम साहू की सुपुत्री हैं। गौरतलब है कि 21 से 27 मार्च तक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन मप्र में राष्ट्रीय एकता शिविर आयोजित है। इसमें देशभर के युवा स्वयंसेवक जुटेंगे। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्विद्यालय से तीन बालक और तीन बालिकाओं को मिलाकर कुल 6 प्रतिभाशाली प्रतिभागियों को नेशनल कैम्प में भाग लेने का मौका मिल रहा है। कुसुम उनमें से एक हैं। कुसुम के चयन पर संस्था के प्राचार्य डॉ रमेश कुमार देवांगन, डॉ मालती तिवारी, डॉ सरस्वती वर्मा, डॉ श्वेतलाना नागल, डॉ शीलभद्र कुमार, प्रकाश राव साकरकर आदि ने शुभकामनाएं दी है।
महासमुन्द, 19 मार्च। गुरूवार को भाजपा ने नगर पंचायत आमदी बस स्टैंड पर विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला जलाया। जिलाध्यक्ष शशि पवार व मण्डल अध्यक्ष मुरारी यदु के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन पर भाजपा नेताओं ने कहा कि पाटन ब्लॉक के बठेना गांव में अनुसूचित जाति के किसान ने कर्ज में लदे रहने की वजह से परिवार सहित आत्महत्या कर ली है। परिवार वालों को न्याय दिलाने के लिए सीएम भूपेश बघेल को स्वप्न से जगाया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कविंद्र जैन, कालिदास सिन्हा, डिपेंद्र साहू, अमन राव, पुष्कर यादव, केशव साहू, खिलेश्वरी किरण, ज्योति साहू, भेस साहू, आकाश पांडेय, हेमंत माला, तेजराम साहू, नंदकुमार कोसरिया, उमानंद कुंभकार, शिवशंकर साहू,प्रेम शंकर साहू, अनिल तिवारी, नरसिंग अंगारे, सूर्या साहू, जितेंद यादव, लक्ष्मीनारायण पीपरछेड़ी, नारायण साहू, जितेश सिन्हा, उमेश साहू, कोमल यादव, प्रेम साहू आदि मौजूद रहे।
केवल पांच लाख की ही वसूली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 मार्च। जिले में 557 वाहन मालिक डिफाल्टर हो गए हैं और इनसे विभाग को 5 करोड़ 45 लाख रुपए के टैक्स की वसूली करना है। हालात ये हैं कि वर्तमान में केवल पांच लाख रुपए की ही वसूली विभाग कर पाया है।
विभाग बकायादारों से टैक्स वसूली के लिए अभियान चला रही है और ऐसे लोगों की खोजबीन कर रही है, लेकिन उन्हें वाहन मालिक नहीं मिल रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2020-21 के राजस्व वसूली के लिए अंतिम तिथि 31 मार्च निर्धारित है, लेकिन परिवहन विभाग अब तक डिफाल्टरों से भुगतान कराने में सफल नहीं हो पाई है। जिले में 557 वाहन ऐसे हैं, जिनके मालिकों ने पिछले तीन-चार सालों से परिवहन विभाग में टैक्स जमा नहीं किये हैं। इन मालिकों को तिमाही व मासिक टैक्स का भुगतान करना होता है। इनमें से ऐसे वाहन मालिक भी हैं, जिनकी गाडिय़ां कंडम हो गई है और विभाग को इसकी सूचना भी नहीं दी है।
जिला परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 577 वाहन ऐसे हैं, जो डिफाल्टरों की सूची में शामिल हैं। इसमें 29 बसें हैं, जिनसे विभाग को 83 लाख 98 हजार 951 रुपए की वसूली करनी है। वर्तमान में अभी तक दो बसों से केवल पांच लाख 98 हजार 650 रुपए का भुगतान हुआ है। इसी प्रकार 528 में ट्रक, टैक्सी, हार्वेस्टर, टैक्टर, हैवी, लाइट मोटर एवं मीडियम वाहन शामिल हैं। परिवहन विभाग हर साल डिफाल्टर वाहन मालिकों को बकाया टैक्स चुकाने के लिए वन टाइम सेटलमेंट करते हैं, लेकिन वाहन मालिक इस योजना का लाभ भी नहीं उठाते। पिछले तीन वर्षों में एक भी वाहन मालिक ने इस योजना का लाभ नहीं लिया है। यही कारण है कि टैक्स की बकाया राशि हर साल बढ़ रही है। इन मालिकों ने अभी तक अपने.अपने वाहनों के रजिस्ट्रेशन भी जमा नहीं कराए हैं और ना ही कंडम वाहनों की जानकारी विभाग को दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 मार्च। थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांवों में चौपाल लगाने की शुरूआत तुमगांव पुलिस ने शुरू कर दी है। थाना प्रभारी शरद ताम्रकार कल थाना क्षेत्र के ग्राम बडग़ांव में शाम को चौपाल लगाकर ग्रामीणों से रूबरु हुए। गांव के चौक में पुलिस की चौपाल लगते ही वहां के ग्रामीण पुलिस टीम से अपनी बातें रखने एकत्र हुए थे। ग्रामीणों ने सभी विषयों पर पुलिस की टीम से चर्चा की।
थाना प्रभारी ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों को अपराध सम्बंधी जानकारी, साइबर ठगी के बारे में अवगत कराया। इसके अलावा आने वाले होली पर्व को लेकर उन्होंने समझाईश देते कहा कि त्योहार शांतिपूर्वक मनाएं, हुल्लड़बाजी न करें।
चौपाल में युवाओं को कैरियर सम्बंधी जानकारी भी दी गईं। इसके अलावा गांव में बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रख इसकी सूचना तत्काल पुलिस को देने को कहा। इस चौपाल में युवा, जनप्रतिनिधि व बुजुर्ग शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 मार्च। कोमाखान से रायपुर जा रहे एक बाइक सवार की ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना बेलसोंडा रेलवे क्रॉसिंग के आगे मालधक्का के पास की है। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके पर ट्रक छोडक़र फरार हो गया।
कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हेम कुमार पटेल अपने परिवार के साथ रायपुर में निवास करता है। 16 मार्च को अपने परिवार के साथ वह ग्राम नर्रा आया था। 17 मार्च की शाम 7 बजे वह रायपुर जाने के लिए अपने बाइक क्रमांक सीजी 04 एमक्यू 9231 से निकला था। रात 11 बजे वह बेलसोंडा मालधक्का के पास पहुंचा ही था कि घोड़ारी की ओर से आ रहे ट्रक क्रमांक सीजी 04 एमएच 3829 का चालक तेज एवं लापरवाहीपूर्वक चलता बाइक सवार को अपनी चपेट में लिया। घटना के बाद रात भर शव वहीं पड़ा रहा। सुबह लोगों ने उसे देखा और शव की पहचान शाम तक कर ली गई। शव को पोस्टमार्टम के बाद कल शाम ही परिजनों को सौंप दी गई।
ज्ञात हो कि मालधक्का प्वाइंट एनएच.353 से लगा है। यहां ट्रकों का आना जाना लगा रहता है। वहीं शेष ट्रकें एनएच.353 किनारे खड़ी होती है। जिसके कारण एनएच एकदम संकरा हो जाता है और वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में बाइक व चारपहिया चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
दूसरी वजह एनएच किनारे खड़े ट्रकों को आगे पीछे करने के समय परिचालक नहीं होते है, जिसके कारण हादसे का भय बना रहता है। कई बार रेलवे प्रबंधन से इसकी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन ट्रकों के ठहरने के लिए अभी तक कोई व्यवस्था नहीं बन पाई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 मार्च। छग चेंबर ऑफ कामर्स का चुनाव केे लिए मतदान 20 मार्च को होगा। चुनाव में जय व्यापार पैनल से जिला उपाध्यक्ष के लिए भूपेश पोपट व मंत्री पद के लिए जितेन्द्र चंद्राकर मैदान में हैं। कल प्रेसक्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री पोपट ने बताया कि चुनाव में जिले में बनाए गए सदस्य रायपुर में जाकर मतदान करेंगे। इसके लिए प्रचार-प्रसार जारी है। जिले के सभी ब्लॉक के व्यापारियों से चुनाव के लिए अच्छा समर्थन मिल रहा है। महासमुन्द के व्यापारियों ने मिलकर उसे इस चुनाव में सामने आने के लिए कहा। जिसके बाद वे चुनाव लडऩे के लिए तैयार हुए हैं।
उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष अमर परवानी, महामंत्री अजय भसीन एवं कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। पत्रकारवार्ता के दौरान प्रमुख रूप से जिला चेम्बर अध्यक्ष राकेश झाबक, मेहुल सूचक, भूपेन्द्र चंद्राकर, अभिषेक जैन और श्री कृष्णानी आदि उपस्थित थे।
साढ़े 10 हजार घनमीटर रेत बरामद, 4 के खिलाफ नोटिस जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 मार्च। बिरकोनी औद्योगिक क्षेत्र में रेत के अवैध भंडारण पर कल शाम बड़ी कार्यवाही की गई है। खनिज विभाग ने बिरकोनी औद्योगिक क्षेत्र में छापा मारा है और दस हजार पांच सौ घन मीटर रेत जब्त किया है। विभाग ने चार लोगों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भी जारी कर रेत भंडारण-परिवहन को लेकर जानकारी मांगी है।
जिला प्रशासन का खनिज विभाग इसे बड़ी कार्यवाही बताया रहा है। आंकड़े के हिसाब से मानें तो एक हजार से बारह सौ ट्रिप हाइवा रेत तकरीबन खनिज विभाग ने जब्त किया है। इस पूरे मामले में खनिज विभाग के आला अधिकारियों ने पुष्टि करते हुए बताया कि कार्यवाही की गई है। चार रेत भंडारण करने वाले लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। विभाग का कहना है कि महासमुन्द जिले में कुल ग्यारह रेत खदानें स्वीकृत है। जिसमें बरबसपुर, बडग़ांव, बम्हनी, चिंगरोद, मुडिय़ाडीह, जोक नदी शामिल है। यहां रात को अवैध रेत रूप से रेत चोरी कर अवैध भंडारण की शिकायतें मिली थी। इसमें चार लोगों दामोदर चन्द्राकर, प्रकाश चन्द्राकर, गौरव चन्द्राकर, चन्दन चन्द्राकर को नोटिस जारी करते हुए विभाग ने पूछा है कि ये रेत आखिर भारी मात्रा में कहां से आया? रेत के पिट पास है कि नहीं ? परिवहन कहां से किया गया है?
विभाग का कहना है कि प्रशासन द्वारा किसी तरह से बिरकोनी में भंडारण करने की कोई अनुमति नहीं ली गई है। रेत भंडारण कत्र्ता को सात दिवस के भीतर भंडारित रेत खनिज का वैध रायल्टी एवं वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए दए हैं। जिला खनिज अधिकारी को सौंपे जांच प्रतिवेदन के अनुसार ग्राम बिरकोनी तहसील व जिला महासमुंद के खसरा नंबर 2370 एवं खसरा नंबर 2368 निजी भूमि में दामोदर चंद्राकर पिता रामभरोसा चंद्राकर निवासी बिरकोनी जिला महासमुंद तथा प्रकाश चंद्राकर पिता विजय चंद्राकर निवासी बिरकोनी द्वारा लगभग 6000 घन मीटर संयुक्त रूप से, खसरा नंबर 2430 निजी भूमि में सौरभ चंद्राकर पिता अरूण कुमार चंद्राकर निवासी दुर्ग द्वारा लगभग 3300 घनमीटर खसरा नंबर 2394 निजी भूमि में, चंदन चंद्राकर पिता स्व. बलदाऊ चंद्राकर निवासी बिरकोनी जिला महासमुन्द लगभग 1200 घनमीटर कुल 10 हजार 500 घनमीटर रेत खनिज का भंडारण किया गया है।
भंडारित रेत खनिज को जप्त कर भंडारणकत्र्ता के सुपुर्दगी में दिया गया तथा भंडारण कत्र्ता को 07 दिवस के भीतर भंडारित रेत खनिज का वैध रायल्टी एवं वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया है। रेत भंडारणकत्र्ताओ के द्वारा खनिज विभाग मे रेत भंडारण की अनुमति हेतु पूर्व से ही रेत खनिज अस्थाई अनुज्ञा पत्र भंडारण का आवेदन प्रस्तुत किया गया है। जिसमें कुछ आवेदनों में अस्थाई भंडारण आवेदन पर जॉंच कार्यवाही उपरांत अनुबंध निष्पादन की कार्यवाही पूर्ण कर लिया है, तथा कुछ प्रकरणों मे अस्थायी अनुज्ञा पत्र भंडारण स्वीकृति हेतु प्रक्रियाधीन है।
रेत भंडारणकत्र्ता जारी नोटिस के सम्बंध में जवाब प्राप्त होने उपरांत दस्तावेंजो की जांंच-परीक्षण उपरांत अवैध भंडारण का प्रकरण दर्ज कर छग खनिज,खनन, परिवहन तथा भंडारण नियम 2009 के तहत् कार्यवाही की जावेगी।
महासमुन्द, 19 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह ने गुरूवार को तुमगांव, तुमाडबरीद्ध और दर्रीपाली गोठान का अवलोकन किया। वे गुरुवार को ही सहकारी समिति तुमगांव व पटेवा भी पहुंचे। इस दौरान तुमगांव समिति में एक किसान डोमन साहू को 80 किलो का वर्मी कंपोस्ट प्रदान किया।
गोठान अवलोकन के दौरान कलेक्टर ने जुलाई और सितम्बर माह में खरीदे गए गोबर की मिलान और टांकों में भराव के निर्देश दिए। इस दौरान उप संचालक कृषि एसआर डोगरे ने खाद के सम्बंध में कलेक्टर को जानकारी दी। कलेक्टर डोमन सिंह ने शहरी गौठान में सिरपुर ब्रांडिंग वाला 2, 5और 30 किलो के आवश्यकतानुसार छोटे बोरे तैयार करने को कहा। समितियों को 10 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट के स्टाक रखने के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत डा। र्रवि मित्तल साथ रहे। दर्रीपाली गोठान में जुलाई-सितम्बर में खरीदे गए गोबर से वर्मी खाद उत्पादन में गति नहीं आने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई है। इस सम्बंध में वस्तुस्थिति बताने कहा और सीईओ जनपद को करवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मणिकंचन केंद्र तुमगांव का अवलोकन भी किया और वहां की महिलाओं से बातचीत भी की।
इस महीने 18 दिन में 115 मरीज मिले, 3 की मौत
एक शिक्षक कोरोना पॉजिटिव मिला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 मार्च। डूमरपाली प्राथमिक शाला में पढ़ाने वाला एक शिक्षक कोरोना पॉजिटिव आया है। उसने गुरूवार को ही झलप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर एंटीजेन किट से अपना टेस्ट कराया, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वह मोहल्ला क्लास लेने के लिए डूमरपाली गांव गया हुआ था। इसके पहले बागबाहरा ब्लॉक के सुखरीडबरी स्कूल में भी एक छात्रा कोरोना पॉजिटिव आ चुकी है।
मार्च महीने के इन 18 दिनों में कोरोना के 115 मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं 3 की मौत भी हो चुकी है। वर्तमान में जिला अस्पताल के कोविड हॉस्पिटल में 14 मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है। गुरूवार को भी जिले में कोरोना के 22 मरीजों की पहचान हुई है। वर्तमान में जिले में एक्टिव केस की संख्या 79 पहुंच गई है।
वर्तमान में इन 18 दिनों के कोरोना पॉजिटिव के आंकड़ों पर नजर डालें तो हम एक बार फिर से जून 2020 की स्थिति में पहुंच गए हैं। जून में कोरोना के 68 पॉजिटिव के सामने आए थे और 4 की मौत हुई थी। जबकि मार्च महीने के इन 18 दिनों में ही 115 पॉजिटिव केस आने के साथ ही 3 की मौत हो चुकी है।
मार्च महीने के शुरुआती 10 दिन में कोरोना के 6 मरीज ही सामने आए थे। लेकिन पिछले 8 दिनों में 109 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं फरवरी और मार्च की तुलना करें तो फरवरी महीने में औसतन 7 मरीज रोजाना मिल रहे थे, जबकि मार्च में यह आंकड़ा रोजाना 6 का है। वहीं पिछले सात दिन के औसत देखें तो यह 13 मरीज रोजाना है। बुधवार को महासमुन्द जिले में कोरोना के कुल 22 नए मामले सामने आए हैं। इनमें सर्वाधिक केस महासमुन्द ब्लॉक से है। यहां 14 पॉजिटिव प्रकरण सामने आए हैं। इसी तरह बागबाहरा में 2, पिथौरा विकासखंड में 4 और सरायपाली में 2 केस मिला है। गुरूवार को जिलेभर में 1379 सैंपल लिए गए। इनमें से 179 सैंपल आरटीपीसीआर के लिए गए हैं, जिसे जांच के लिए रायपुर भेजा गया है।
वहीं ट्रूनॉट के 167 सैंपल लेकर जांच किए गए जिसमें 7 पॉजिटिव और एंटीजेन के 1033 सैंपल में 15 पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना नियंत्रण दल के डॉ छत्रपाल चंद्राकर का कहना है कि वर्तमान में कोरोना को लेकर लापरवाही सामने आ रही है। लोग कोरोना को आम बीमारी की तरह ले रहे हैं, लेकिन ये जानलेवा हो सकता है। अभी भी कोरोना का असर समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए मास्क अनिवार्य रूप से पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 मार्च। पांच महीने से बंद ऑपरेशन थिएटर के कारण जिला अस्पताल में संस्थागत प्रसव नहीं हो पा रहा है। जिला चिकित्सालय में इस योजना के तहत पिछले पांच महीने से गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन नहीं हो रहा है। अस्पताल में चेकअप कराने आ रही गर्भवती महिलाएं आक्रोशित हैं। अब मितानिन भी जिला अस्पताल के इस रवैये से आक्रोशित हो गई हैं।
गुरूवार को नाराज मितानिनों ने कलेक्टोरेट के सामने जिला प्रशासन, अस्पताल अधीक्षक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मितानिनों ने जिला अस्पताल में चल रहे अव्यवस्था की जानकारी ज्ञापन के माध्यम से अपर कलेक्टर जोगेन्दर नायक को सौंपा है। कलेक्टोरेट परिसर में नाराज मितानिनों ने कहा कि यदि सप्ताहभर के अंदर जिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन शुरू नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करेंगे। सौंपे ज्ञापन में मितानिनों ने बताया है कि जिला अस्पताल में नवंबर 2020 से गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन बंद सोनोग्राफी बंद है। इसके चलते गर्भवती महिलाओं को मजबूर होकर निजी अस्पताल जाकर अधिक रुपए खर्च करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रबंधन से कई बार गुहार लगा चुके है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने जिला अस्पताल की व्यवस्था को जल्द से जल्द सुधार करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान मितानिन चमेली, उम्ले सलमा, राजबती साहू, पार्वती गोस्वामी, ऊषा पटेल, रजनी औसर, विशाखा ध्रुव, अनिता ठाकुर सहित महासमुंद ब्लॉक की मितानिनें मौजूद थीं।
मितानीन शीला ठाकुर, निर्मला चंद्राकर, ममता पटेल ने कलेक्टर को जानकारी दी कि जिला चिकित्सालय में पिछले पांच महीने से ऑपरेशन नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से गर्भवती महिलाओं को इसके लिए निजी अस्पतालों में अधिक रुपए खर्च करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में गरीब महिलाओं को ऑपरेशन के लिए 40 से 50 हजार रुपए खर्च तक वहन करना पड़ता है। मितानिनों ने आरोप लगाया है कि जिला अस्पताल में पदस्थ कई चिकित्सक शहर के निजी अस्पताल में सेवा दे रहे हैं। जानबूझकर यहां आने वाले गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पताल में रेफर कर रहे हैं । जिन गर्भवती महिलाओं का नार्मल डिलिवरी होता है, उन्हें भी निजी अस्पताल में रेफर कर रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन गरीब गर्भवती माताओं की समस्या को दूर करने के बजाए उन्हें आर्थिक बोझ में डाल रहे हैं।
मितानिनों का यह भी आरोप है कि गर्भवती महिलाओं को चेकअप के लिए अस्पताल में घंटों इंतजार करना पड़ता है। चिकित्सक समय पर केबिन में नहीं पहुंचते हैं। सभी चिकित्सक 11 से साढ़े 11 के बीच केबिन में आते हैं। जिसकी वजह से मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। जबकि प्रात: 9 बजे से चिकित्सालय खुल जाता है। गर्भवती महिलाओं व अन्य मरीजों की कतार सुबह 9 बजे से लगी रहती है। शिकायत के बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। मितानिनों ने बताया कि जिन महिलाओं को प्रसव की जांच और प्रसव करने के लिए अस्पताल लेकर जाते हैं, वे अव्यवस्था होने पर मितानिनों को ताना देते हैं। परिजन कहते हैं कि जब सुविधा नहीं है और ऑपरेशन व जांच के लिए निजी अस्पताल भेज रहे हैं, तो यहां आने के बजाए सीधे निजी अस्पताल ही ले जाते, यहां लाने की आवश्यकता क्या है?
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 मार्च। दो मासूम बेटियों की हत्या का आरोप सिध्द होने पर गुरुवार को न्यायालय ने एक शिक्षिका मां को दो बार उम्र कैद की सजा सुनाई है।
ज्ञात हो कि तीन साल पहले लालपुर वार्ड 6 बागबाहरा में अपनी 2 मासूम बेटियों की हत्या कर आत्महत्या की कोशिश करने वाली 34 वर्षीया शिक्षाकर्मी महिला को पुलिस ने गिफ्तार किया था। इस मामले में सुनवाई के बाद न्यायाधीश डॉ. मनोज कुमार प्रजापति ने हत्या के अपराध सिध्द होने पर महिला को 2 बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। धारा 309 के तहत 1 वर्ष कारावास की सजा अलग से सुनाई गई है। दोनों सजाएं साथ-साथ ही चलेगी।
अभियेजन पक्ष के अनुसार बागबाहरा थाना क्षेत्र के वार्ड नम्बर 6 लालपुर निवासी 31 वर्षीया यमुना पांडेय पति ईश्वर पांडेय शिक्षा कर्मी पर यह आरोप था कि उसने 20 दिसम्बर 2017 को दोपहर लगभग 1 से साढ़े 4 बजे के बीच अपने किराये के मकान में अपनी दो बटियों 6 साल उम्र की यामिनी पांडेय और दो साल उम्र की लीना पांडेय की पेट व गले में चाकू मारकर हत्या कर दी थी। खुद भी उसने अपने पेट हाथ और गले में चाकू से प्रहार कर आत्महत्या की कोशिश की थी। इस संबंध में मकान मालिक जनकराम साहू ने 20 दिसम्बर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि प्रतिदिन की तरह वह अपने घर से स्कूल लमकेनी पढ़ाने गया था। तभी उसकी पत्नी शशि साहू ने मोबाईल कर बताया कि किराए के मकान में रहने वाली शिक्षिका यमुना पांडेय ने अपनी बेटियों के साथ आत्महत्या की कोशिश की है। लौटकर देखा तो कमरे में यमुना और बेटियां अलग-अलग स्थानों पर खून से लथपथ पड़ी थी। तीनों को बागबाहरा अस्पताल ले जाया गया लेकिन डाक्टरों ने दोनों बच्चियों को देखते ही मृत धोषित कर दी। जबकि यमुना को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
रिपोर्ट पर पुलिस ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मौका मुआयना कर घायल यमुना से बयान ली जिसमें यमुना ने स्वीकार किया कि दोनों बेटियों को उसने ही मारा है। अपने बयान में यमुना के पति ईश्वर पांडेय ने बताया कि उनका मूल गांव उखरा है। उसकी बहन लता अपने पति की मौत के बाद गांव में ही रहती है जिसकी देखरेख के लिए वह उखरा आते जाते रहता था जो उसकी पत्नी को पसंद नहीं था और आवेश में आकर उसने दोनों बच्चियों की हत्या कर दी। साक्ष्य अैर गवाहों के बयान के आधार पर यमुना को न्यायाधीश ने आजीवन कैद की सजा सुनाई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 18 मार्च। बेलसोंडा रेलवे क्रासिंग के पास स्थित मालधक्का के पास बुधवार की रात करीब 9.30 बजे मोटरसाइकिल सवार एक युवक को ट्रक ने रौंद दिया, जिससे युवक की मौत हो गईं। मृतक की पहचान समाचार लिखते तक सुबह साढ़े 11 तक नहीं हो पाई है। ज्ञात हो कि बेतरतीब खड़े ट्रकों के कारण यहांं पर आए दिन घटना होती रहती है। नेशनल हाइवे 353 में के किनारे 2 साल बीत जाने के बाद भी साइड सोल्डर में मुरूम नहीं डाला गया। जिसके बाइक सवार अपनी बाइक से नहीं उतार पाते हैंं। सडक़ किनारे गड्डे हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैंं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 18 मार्च। खल्लारी विधायक एवम संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव ने क्षेत्र में विकास के लिए जल जीवन मिशन के तहत 22करोड़ 71लाख 32हजार की स्वीकृति दी है।इससे क्षेत्र वासियों को पेयजल समस्या से निजात मिलेगी।
जल जीवन मिशन के तहत संसदीय सचिव एवम खल्लारी विधायक के प्रयास से खल्लारी विधान सभा क्षेत्र में जल समस्या निवारण के लिए बड़ी सौगात मिली है ,जिसकी अनुमानित लागत दाबपाली 34.95 लाख,,सुअरमाल 39.67,लाख,,खट्टी 38.64 लाख, तेंदुकोना 39.91लाख,टोगोपानी 39.81,लाख
परसुली 78.76 लाख,शिकारीपाली 55.37 लाख,कसेकेरा 83.65 लाख बिंद्रावन 133, लाख,सम्हर77.74,,,लाख ,एम के बाहरा 83.66लाख,बोइरगांव 73.32लाख नर्रा143,00लाख,मोहन्दी 102लाख,बी के बाहरा 40.87 लाख,,अरण्ड 76.21 लाख जूनवानीकला 80.18लाख,,हरनादादर 79.15 लाख,, सिर्री पठारीमुडा 47.69लाख,,दारगांव 56.51लाख,,पतेरापाली 65.22 लाख,बकमा 70.07 लाख,देवरी 97.80 लाख, खेमड़ा 82.96 लाख, जुनवानी खुर्द,74.90 लाख, टेमरी 63.92 लाख,घुंचापाली 86.22 लाख,,बिराजपाली 61.80 लाख कोमा 75.76लाख,,घोंच 33.45 लाख, गड़बेड़ा 30.76 लाख,, सोनासिल्ली 43.42 लाख।। कुल लागत (22करोड़ 71 लाख 32 हजार रु)अनुमानित लागत की स्वीकृति जल जीवन मिशन के तहत मिली है।स्वीकृति पर श्द्वारिकाधीश यादव संसदीय सचिव एवं विधायक खल्लारी ने मउख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं गुरु रूद्रकुमार लोक स्वास्थ्य मंत्री का आभार जताया है!
स्वीकृति मिलने पर ग्रामीणों ने संसदीय सचिव खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव के प्रति आभार व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल समय-सीमा की बैठक के बाद आगामी 22 से 27 मार्च 2021 तक जिले से फाइलेरिया जैसे बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए की गई तैयारियों की स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्थानीय चिकित्सक ने फाइलेरिया सम्बंधित बीमारी की जानकारी दी। उन्होंने यह बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है। व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया हाथी पांव से संक्रमित हो सकता है। उन्होंने कहा कि घर-घर जाकर एक से दो वर्ष के बच्चों को कृमि मुक्ति हेतु दवा खिलाई जाएगी।
कलेक्टर डोमन सिंह ने फाइलेरिया के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करने और अपने आस.पास गंदा पानी इक_ा न होनें की सलाह दी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर की सलाह पर दवाई का सेवन करें। उन्होंने कहा कि साल में एक बार दवा खाकर इस बीमारी का रोकथाम एवं नियंत्रण कर सकते हैं। गर्भवती महिला और गम्भीर रूप से पीडि़त व्यक्तियों के अलावा यह दवाई सभी को खानी चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की सलाह से तथा वह खाली पेट न खाएं और दवा स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही खाएं।
महासमुन्द, 18 मार्च। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने यादव समाज के सामुदायिक भवन निर्माण के लिए तीन लाख रुपए देने की घोषणा की है। भवन निर्माण के लिए राशि की घोषणा करने पर यादव समाज के प्रतिनिधिमंडल ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
यादव समाज के प्रतिनिधिमंडल ने राजू यादव के नेतृत्व में पिछले दिनों संसदीय सचिव श्री चंद्राकर के निवास पर पहुंचकर मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर को बताया कि ग्राम बम्हनी में यादव समाज के भवन के लिए जमीन प्रस्तावित है। जिसमें समाज के भवन निर्माण के लिए राशि की आवश्यकता है।
सामजिक भवन नहीं होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिस पर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने तत्काल तीन लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। जिस पर राजू यादव, मंतराम यादव, कमल यादव, खिलावन यादव, तिसनू यादव, भीम यादव, दयालूए लवकुमार, सुंदर, गणेश, मनोज, तोरण यादव, लोकू, प्रेमनारायण, देवचरण, भूषण, मनोज, संतराम यादव, शिव यादव आदि ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
महासमुन्द, 18 मार्च। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर, महाविद्यालय, महासमुन्द में अध्ययनरत् नियमित एवं अमहाविद्यालयीन बीए प्रथम वर्ष के समस्त विद्यार्थी को सूचित किया गया है कि पर्यावरण प्रोजेक्ट के (25 अंक) के अंतर्गत पर्यावरण फाईल निम्न विषयों में से कोई 01 पर तैयार कर वार्षिक परीक्षा हेतु दिनांक 30.03.2021 तक डॉ. जीवन चन्द्राकर अतिथि व्याख्याता हिन्दी एवं विजय कुमार मिर्चे अतिथि व्याख्याता राजनीति शास्त्र के पास अनिवार्य रूप से जमा करें। प्रोजेेक्ट विषयों में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, जैव विविधता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, मानव जनसंख्या, पर्यावरण प्रदूषण, पर्यावरण प्रोजेक्ट हेतु फाईल महाविद्यालय के कार्यालय से शुल्क 10 रुपए में प्राप्त होगी।
कालेज विद्यार्थी पर्यावरण प्रोजेक्ट से संबंधित जानकारी हेतु प्रभारी डॉ. मालती तिवारी एवं सहायक प्रभारी डॉ. दुर्गावती भारतीय से सम्पर्क कर सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 मार्च। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय परिसर में कल छात्र नेताओं ने सेमेस्टर परीक्षाओं के सम्बंध में विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी की। प्राचार्य, शिक्षा मंत्री व विश्वविद्यालय के नाम छात्र नेता नरेश नायक, जगन्नाथ छुरा, योगेश सोनवानी, दीपक राव, आदित्य साहू, रिंकु चन्द्राकर सहित कालेज के छात्र छात्राओं ने ज्ञापन सौंपकर सुझाव दिया।
नरेश नायक का कहना है कि कोरोना की वैक्सीन निकली और महाविद्यालय विद्यालय को खोल दिया गया। इसमें विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं की गई। वैक्सीन की खोज हो जाने से कोरोना संक्रमण रुक नहीं गया तो फिर ऑफलाइन पद्धति से परीक्षा करने की बात कहां से आई और जब संक्रमण की दर में पुन: वृद्धि होने लगी तो फिर परीक्षा की समय सारणी जारी करके परीक्षा की तिथि घोषित करके और प्रायोगिक परीक्षा आयोजित करके छात्रों और अभिभावकों को भयभीत क्यों किया जा रहा है?
ज्ञापन में कहा गया है कि विश्वविद्यालय ने हाल ही में सेमेस्टर परीक्षा की समय सारणी जारी की है जिससे कि सेमेस्टर व अन्य विद्यार्थी इस परीक्षा से चिंता में है कि जनवरी माह में प्रवेश प्रक्रिया पूरी हुई व सही ढंग से सभी विषयों की पूर्णता पढ़ाई पूरी नहीं हुई एवं कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से आज पूरा विद्यार्थी परेशान है और विश्वविद्यालय द्वारा विगत महीने में ही परीक्षा की समय सारणी घोषित कर दी। जब विश्वविद्यालय ऑफलाइन पढ़ाई की अनुमति नहीं देता तो अब ऑफलाइन परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय कैसे तत्पर है? प्रत्येक महाविद्यालय में शिक्षा की कमी छात्रों की भविष्य के लिए नुकसानदायक हो रही है क्योंकि महाविद्यालय के प्रत्येक कक्षाओं के विषयों काफी ज्यादा है और पढ़ाने के लिए शिक्षको की कमी से विद्यार्थीयों अपनी पढ़ाई ठीक से नहीं कर पा रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 मार्च। बीते 15 मार्च से आरटीई के तहत ऑनलाइन फार्म भरने की तिथि को शिक्षा विभाग ने बढ़ा दी है। इस तरह अब 22 मार्च से आरटीई के तहत ऑनलाइन आवेदन के लिए पोर्टल खुलेगा। पोर्टल खुलने के बाद ही पालक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस बार निजी स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेश के लिए केवल दो मौका मिलेगा। छात्रों के परिजनों को पहले बारे में ही आवेदन करना होगा।
दूसरे चरण में कहीं पालक चूके तो, उन्हें तीसरे चरण में मौका नहीं मिलेगा। शिक्षा विभाग ने दो चरण में आवेदन लेकर लॉटरी खोलने की तिथि जारी कर दी है। इस बार भी जिले के 224 निजी स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेश दिया जाएगा। इस वर्ष भी 224 स्कूलों के लिए 2049 सींटे हैं। आरटीई प्रभारी नेहा चंद्राकर के मुताबिक आरटीई के तहत पोर्टल 22 मार्च से खुलेगा। तकनीकी दिक्कतों के कारण 15 मार्च से पोर्टल चालू नहीं हो पाया। निजी स्कूलों का पंजीयन में सुधार कार्य चल रहा है। इसलिए तिथि को शिक्षा विभाग ने बढ़ा दी है। इस बार भी प्रदेश स्तर पर लॉटरी निकलेगी।
गौरतलब है कि लोक शिक्षण संचालनालय ने आरटीई के तहत प्रवेश के लिए समय-सीमा तय कर दिया है । बच्चों को दो चरणों में फार्म भरने का मौका मिलेगा। पहला चरण 22 मार्च से 22अप्रैल तक रहेगा। दस्तावेजों के जांच के बाद 24 से 28 मई तक निकाली जाएगी। इस दौरान जिन बच्चों का नाम लॉटरी में आएगा, उन्हें 28 मई तक स्कूल का आवंटन किया जाएगा और 24 मई से 15 जून तक छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा।
पहले चरण के समाप्त होते ही दूसरे चरण के लिए 17 से 26 जून तक आवेदन लेना फिर से शुरू होगा। इसके बाद लॉटरी 5 से 9 जुलाई को निकलेगी। नाम आने वाले छात्रों को 20 जुलाई तक प्रवेश मिलेगा । आरटीई के पोर्टल में महासमुन्द जिले के स्कूलों का पंजीयन कार्य पूरा नहीं हो पाया है। साथ ही कुछ जिलों में नोडल, हैबीटेशन एवं नवीन ग्राम पंचायतों को जोडऩे का कार्य शेष है। पोर्टल में विभिन्न कमियां पाई गई है जिसके चलते छात्रों को प्रवेश के लिए दिक्कत होती। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने कमियों को जल्द पूरा करने के लिए समय देते हुए प्रवेश की तिथि बढ़ाई है। जिले के 1032 स्कूलों ने अभी पोर्टल में जानकारी संसोधित नहीं की है।
वेदमाता गायत्री गौशाला के अध्यक्ष व सचिव ने उप संचालक से की शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 मार्च। वेदमाता गायत्री गौशाला के अध्यक्ष व सचिव ने उप संचालक से की शिकायत की है कि पशु चिकित्सा अस्पताल में पशुओं के इलाज के लिए दवाइयां नहीं है, दवाईयों के अभाव में बीमार पशु दम तोड़ रहे हैं। आवारा पशुओं की तबियत खराब होने के बाद लोग इलाज के उम्मीद में पशुओं को अस्पताल ला रहे हैं, लेकिन दवाई नहीं होने के कारण इन पशुओं का भी इलाज नहीं हो रहा है । वहां के अधिकारी व कर्मचारी पशु पालकों व गौ सेवकों को एक टूक में जवाब दे रहे हैं कि अस्पताल में दवाई नहीं है। इससे पशुपालकों के साथ-साथ गौ सेवकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
इनका आरोप है कि पशु चिकित्सा कार्यालय के परिसर में एक मवेशी तीन दिन से बीमार पड़ा है। जिसका देखरेख करने वाला कोई नहीं है। न ही चिकित्सकों ने अभी तक उसे दवाई या इंजेक्शन दिया है। महासमुन्द शहर की सडक़ों पर वाहनों की ठोकर से कई पशु घायल हैं जिनका इलाज भी नहीं हो पा रहा है। गौ सेवक इलाज के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
इलाज के अभाव में परिसर में पड़ी एक मवेशी दिनभर तड़प रही है। वहीं तुमगांव रोड में एक किराना दुकान के पास बैल दुर्घटना में घायल हो गया है। उसके इलाज के लिए गौ सेवक पिछले तीन दिन से पशु चिकित्सा विभाग का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन चिकित्सक दवाई नहीं है कहकर इलाज करने नहीं जा रहे हैं। बुधवार को गौ सेवकों ने इसकी शिकायत पशु उप संचालक से की तब जाकर चिकित्सकों की टीम पहुंची।
पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक डा. धरमदास झारिया ने बताया कि दवाइयों के लिए फरवरी में ही ऑर्डर दे दिया गया था। लेकिन अभी तक दवाइयां नहीं आई है। इनका कहना है कि जिले में चिकित्सकों की कोई कमी नहीं है। सुबह 7 से 11 बजे और शाम के 5 से 6 बजे का टाइम हैं। कई लोग इस टाइम के बाद आते हैं, तो डॉक्टर नहीं मिलते हैं। यदि कोई पशु चिकित्सक ठीक से कार्य नहीं कर रहा है, तो इसकी लिखित में सूचना दे सकते हैं। विधिवत कार्रवाई की जाएगी।
वेदमाता गायत्री गौशाला के सचिव सीता राम सोनी ने बताया कि पशुचिकित्सा विभाग के चिकित्सकों की लापरवाही से पशुओं का इलाज समय पर नहीं हो रहा है। तीन-तीन दिन से मवेशी तड़प रहे हैं। उन्होंने बताया कि गौशाला के लिए भी डॉक्टरों की ड्यृटी लगाई गई है, लेकिन एक सप्ताह से कोई भी डॉक्टर गौशाला में नहीं आया है। डाक्टरों को फोन लगाने पर कहीं फिल्ड में होने की बात करते हैं। पूर्व में भी उच्च अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
गौशाला के उपाध्यक्ष बद्रीनारायण कहते हैं कि ने बताया कि पशु चिकित्सक न ही बुलाने पर आते हैं और न ही पशु चिकित्सा विभाग के कार्यालय में मिलते हैं। सडक़ों पर हादसे में घायल हुए या बीमार पशुओं के त्वरित उपचार के लिए सरकार ने दो साल पहले पशु चिकित्सा विभाग को दो एम्बुलेंस दिया है, उसका लाभ भी आवारा पशुओं को नहीं मिल रहा है।
दवाई व चिकित्सक के अभाव में इसका उपयोग इलाज के लिए नहीं किया जा रहा है। अफसर इस वैन में इलाज की सुविधा छोडक़र दौरा कर रहे हैं। एम्बुलेंस की सुविधा के साथ टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है, लेकिन इसका लाभ भी पशु पालकों व गौ सेवकों को नहीं मिल रहा है ।
कोरोना की बढ़ती रफ्तार से निपटने नियमों का पालन करें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 मार्च। कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम से आगामी त्यौहार होली, चैत्र नवरात्रि व सामाजिक समारोह में कम से कम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करें और कोरोना गाईड लाईन का पालन कराएं। कोरोना के बढते मामलों को देखते हुए कलेक्टर डोमन सिंह ने टेस्टिंग में तेजी के साथ-साथ वैक्सीनेशन भी बढ़ाने के लिए कहा। कलेक्टर ने उक्त बातें कल बुधवार को साप्ताहिक समय-सीमा बैठक में कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विभिन्न योजनाओं के कार्यों को पहले प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें।
इस दौरान कलेक्टर ने विभिन्न विभागीय योजनाओं के कार्यों की समीक्षा की साथ ही कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोरोना टेस्टिंग में और तेजी लाने व वैक्सीनेशन बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले के अंदरूनी व ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन पर खास ध्यान देना होगा। लू से बचाव व प्रबंधन के आदेश कलेक्टर ने लगातार बढ़ रही गर्मी को देखते हुए पहले से ही लू से बचाव और उसके प्रबंधन के इंतजाम व उपचार के व्यापक प्रबंधन करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। उन्होंने जिला अस्पताल सहित उप स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाईयों का पर्याप्त स्टाक रखने के साथ ही लू से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने कहा।
कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को जिले में स्थापित हैंडपंप और नल-जल योजनाओं की स्थिति की जानकारी ली। साथ ही कहा कि पूर्व अनुभवों को देखते हुए ऐसे इलाकों को पहले से ही चिह्नांकित कर दें। खासकर बसना और सरायपाली के कुछ इलाकों में जहां पेयजल का संकट रहती हो। वहां इस सम्बंध में पूरी तैयारी कर लें। कलेक्टर ने एसडीएम और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद से कहा कि वे अपने कोरोना गाईड लाईन का पालन नहीं करने वालों पर सख्ती करें। कलेक्टर ने अन्य विभागों के अधिकारियों से भी कार्यों के सम्बंध में जानकारी ली। इस दौरान सभी जिला अधिकारी बैठक में मौजूद थेे।