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महासमुन्द, 8 मार्च। विकास कार्यों के लिए बजट में करोड़ों का प्रावधान किए जाने पर क्षेत्रवासियों ने संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर का आभार जताया है।
गौरतलब है कि 120 लाख की लागत से गोंगल से कुरूभाठा मार्ग निर्माण, ग्राम तुरेंगा से सरेकेल पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य अनुमानित लागत 120 लाख, महासमुंद-खट्टी-लभराकला मार्ग का चौड़ीकरण व मजबूतीकरण कार्य अनुमानित लागत 290 लाख, महासमुंद-बम्हनी-चिंगरौद-हथखोज मार्ग का चौड़ीकरण व डामरीकरण कार्य अनुमानित लागत 450 लाख, ग्राम खरोरा अंडर ब्रिज से बेमचा मार्ग निर्माण अनुमानित लागत 330 लाख, एनएच 53 से बिरबिरा बांसकुड़ा मार्ग निर्माण अनुमानित लागत 536 लाख, बेलसोंडा से बिरकोनी मार्ग निर्माण अनुमानित लागत 340 लाख,लोहारडीह-बंजारी-तुमगांव मार्ग में पुल निर्माण अनुमानित लागत 416.43 लाख, बनपचरी-बरेकेल-धनगांव मार्ग में पुल निर्माण अनुमानित लागत 413.79 लाख, महासमुन्द-तुमगांव-अछोला मार्ग का उन्नयन व नवीनीकरण कार्य अनुमानित लागत 130 लाख व पटेवा-खल्लारी मार्ग का उन्नयन तथा नवीनीकरण कार्य के लिए अनुमानित लागत 130 लाख का बजट में प्रावधान किया गया है। जिस पर क्षेत्रवासियों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
क्षेत्र के गांवों में संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर के प्रयास से गली आंतरिक विद्युतीकरण के लिए 36 लाख की स्वीकृति मिली है। जिसमें ग्राम पंचायत बेलटुकरी के ग्राम अमावश, ग्राम पंचायत उमरदा के ग्राम उमरदा व पतेरापाली, ग्राम पंचायत बिरकोनी, ग्राम पंचायत अछोली, ग्राम पंचायत पासीद के ग्राम कर्राडीह व चुहरी, ग्राम पंचायत लहंगर के ग्राम मोहकम तथा ग्राम पंचायत सिरपुर में चार-चार लाख की लागत से गली आंतरिक विद्युतीकरण कार्य की स्वीकृति मिली है।
ग्रामीण महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़ परिवार को आर्थिक रूप से कर रहीं मजबूत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। महासमुन्द जिले की 56 हजार से ज्यादा ग्रामीण महिलाएं 2200 से ज़्यादा महिला स्व सहायता समूह से जुड़ कर आज खुद का काम कर परिवार को आर्थिक रूप से कर रही मजबूत। कभी घर के दरवाजों तक ही सिमटी रहने वाली ये ग्रामीण महिलाएं चूल्हा चौका, खेती किसानी के काम के साथ आज महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर अपनी आमदनी में इज़ाफ़ा कर रही है और गांव की दूसरी महिलाओं को भी जोड़ रही हैं।
समूह की वजह से आज हम ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है। व्यक्ति के साथ महिलाओं ने कदम कदम पर अपने बुद्धि, धैर्य और साहस का परिचय दिया है। आज हम जिस दुनिया में जी रहे हैं, वह इसी का परिणाम है। आज का दौर रफ़्तार का है। जितना तेज रफ़्तार उतनी तेज उन्नति होगी। चाहे व्यक्ति की बात हो या किसी देश या राज्य की। सब रफ़्तार पर टिका है। जितना तेज़ी से काम होगा उतना तेज़ी से विकास भी होगा। मनुष्य अपने सांसों से अधिक तेज गति से विकास कर रहा है। शासन की यह महत्वाकांक्षी बिहान योजना हजारों महिलाओं की सामाजिक आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वरदान साबित हो रही है।
राज्य शासन द्वारा महिलाओं के सामाजिक.आर्थिक विकास के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर महासमुन्द जिले की महिलायें अपने स्वसहायता समूहों के माध्यम से धरातल पर आत्म निर्भरता का एक नया इतिहास रच रही हैं। या कही ये कि सरकार के सहयोग से महिलाएं अपनी कामयाबी की जोत जला रही है। चाहे वह रुक्मणी पाल जयमां सरस्वती समूह की बात हो जिन्होंने गौठान में 200 क्विंटल जैविक वर्मी कंपोस्ट खाद बनाकर 1.70 लाख रुपए कमाये हैं। जिले की ऐसी 5200 से ज़्यादा महिला स्व सहायता समूहों की बात करें जिनमें 56 हजार महिलाएं मोमबत्ती,दीया,वाशिंग पाउडर, फिनायल, बांस की टोकरी आदि बनाकर आत्मनिर्भर हुई है। महिलाओं के इस उद्यम ने छत्तीसगढ़ में स्त्री सशक्तिकरण की दिशा में उजियारा फैलाया है जो आगे निकलकर पूरे समाज की महिलाओं को हौसला दे रहा है।
जिले में गोठानों को ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और ग्रामीण औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित करते हुए वर्मी खाद बनाने का प्रशिक्षण के साथ अन्य प्रशिक्षण संचालित किए जा रहे हैं। वे गोबर के दीये, राखी से लेकर गोबर लकड़ी आदि बना रही है। अब उन्हें रोज़ी रोटी के लिए और कहीं नही जाना पड़ता। वे सीधे अपने इलाक़े की गौठान में आकर कमाई कर रही हंै। इसी जिले के सभी विकासखंडों में महिला स्व सहायता समूहों की महिलाएं अपने रुचि का प्रशिक्षण लेकर तार फेंसिंग, भवन निर्माण सेंट्रिंग, टेराकोटा सामग्री निर्माण, मसाले, साबुन, अचार, बड़ी पापड़ आदि बना रही है। इनके द्वारा बनाई गई सामग्रियों की स्थानीय बाज़ार के साथ पड़ोसी जिलों सहित राजधानी रायपुर में भी है। मां सरस्वती महिला स्वसहायता समूह की रुक्मणी पाल ने बताया की उन्होंने गो धन न्याय योजना में 200 क्विंटल वर्मी खाद बनाया जिसमें उन्हें 1.70 लाख रुपए का लाभ हुआ।
महासमुन्द के आदर्श गौठान ग्राम बारोंडाबाजार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना के द्वारा गठित स्व सहायता समूह को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने हेतु एक अनुठी पहल की गई है।
बिहान योजना से जुड़ी स्व सहायता महिला द्वारा विभिन्न प्रकार के आजीविका गतिविधि जैसे वर्मी खाद् निर्माण, टेराकेाटा उत्पाद निर्माण, मिठाई निर्माण, सिलाई कार्य, फोटोकापी दुकान एवं दोनापत्तल निर्माण कार्य अपने दैनिक जीवन को सफल बनाने के लिए कर रही है। इन उत्पादों की बिक्री हेतु ग्राम पंचायत बरोण्डाबाजार में मॉडल गौठान के पास बिहान बाजार खोला गया है। जिसमें समूह द्वारा कपडों की सिलाई.कढ़ाई का कार्य एवं दोनापत्तल बनाकर बेचने का कार्य बिहान बाजार के माध्यम से किया जायेगा।
बरोंडाबाजार में स्थित कालेजों में कामधेनु स्व सहायता समूह द्वारा कैन्टिन चलाने का कार्य भी बिहान बाजार में किया जायेगा। इस तरह वे अपने आय को दुगुना करने का प्रयास कर रहे हैं। शासन की यह महत्वाकांक्षी बिहान योजना हजारों महिलाओं की सामाजिक आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वरदान साबित हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। प्लंबर विकास सेवा समिति का वार्ड नंबर चार में कार्यालय भवन का निर्माण किया जाएगा। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने भवन निर्माण के लिए तीन लाख देने की घोषणा की है। जिस पर समिति के पदाधिकारियों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
रविवार को ससंदीय सचिव निवास पहुंच कर प्लंबर विकास सेवा समिति के पदाधिकारियों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने समिति की गतिविधियों की जानकारी दी। पदाधिकारियों ने बताया कि समिति के सदस्यों ने शहर के वार्ड चार में ईदगाहभाठा के पीछे भवन निर्माण का निर्णय लिया है। जिस पर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने भवन निर्माण के लिए तीन लाख देने की घोषणा की है। अध्यक्ष लुकेश्वर विश्वकर्मा, अशोक हिरवानी, सुरेश साहू, दीपक देवांगन, रोहित साहू, कमलेश हिरवानी, संतोष साहू, तीरथ साहू, कमल निषाद, रामचरण धीवर, रमेश देवदास, रामप्रसाद यादव आदि ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
महासमुन्द, 8 मार्च। एक दिन पहले बिरकोनी चंडी मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 65 जोड़ों की शादी कराई गई शादी में दी गई सामानों की रायल्टी की जांच शुरू हो चुकी है।
इस शादी के दौरान योजना के तहत 19 हजार रुपए का विभिन्न सामान नव दंपत्ति को उपहार स्वरूप दिया गया। इसमें गद्दा, पंखा, आलमारी, आयरन, बर्तन, कूकर सहित अन्य सामाग्रियां शामिल है। उपहार में दिए गए इन सामग्रियों की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। इस मामले को लेकर संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने सामाग्री की गुणवत्ता की जांच के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि मामले की शिकायत विभागीय मंत्री से भी की जाएगी। शासकीय योजनाओं में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। रायपुर की तर्ज पर महासमुन्द जिलेवासियों को छत्तीसगढ़ी व्यंजन उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन की पहल पर शुरू गढक़लेवा पिछले छह महीने से बंद है।
15 अगस्त 2020 को जिला मुख्यालय के कलेक्टोरेट परिसर में इसकी शुरुआत की गई थी। साथ ही इसके संचालन का जिम्मा दिव्यांग महिला समूह को दिया गया था। इस गढ़ कलेवा से आमदनी तो दूर मजदूरी नहीं निकल पाने के कारण मजबूरन इसे महीने भर के भीतर बंद करना पड़ा। प्रशासन से दिव्यांग महिला समूह को सहायता नहीं मिल पाई। यही वजह है कि गढक़लेवा का संचालन बंद हो गया। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप जिले में जिले में 15 अगस्त को गढक़लेवा का शुभारंभ किया गया था। पिछले साल सरकार ने इसे बजट में शामिल भी किया था। समाज कल्याण विभाग के उप संचालक धर्मेन्द्र साहू का कहना है कि प्रशासन स्तर पर व्यवस्था कर संचालन के लिए दिव्यांग समूह को दिया गया था लेकिन बाद में सही ढंग से प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण गढक़लेवा बंद हो गया।
गौरतलब है कि गढक़लेवा कलेक्टोरेट परिसर के पीछे खोला गया था। यही कारण है कि यहां तक आमजनों की पहुंच नहीं थी। वहीं प्रशासन स्तर पर गढक़लेवा का प्रसार.प्रसार भी नहीं किया गया। शहर के लोगों को गढक़लेवा के बारे में जानकारी ही नहीं थी। जिसके कारण कर्मचारियों को छोड़ बाहर के लोग छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लेने पहुंच नहीं पाते थे। जिला कार्यालय में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी गढक़लेवा की बजाए आसपास कार्यालय परिसर स्थित होटलों में चाय नाश्ता करना अधिक पसंद करते थे।
यही वजह है कि कार्यालय परिसर में होने वाली बैठकों और अन्य कार्यक्रमों में गढक़लेवा की जगह बाहर के होटल से नाश्ता मंगाकर अधिकारी-कर्मचारियों को परोसा जाता रहा। कुछेक अधिकारी-कर्मचारी नियमित रुप से चाय-नास्ता करने आते थे लेकिन इससे मजदूरी तक नहीं निकल पाती थी। इसलिए मजबूरन दिव्यांग स्व सहायता समूह की महिलाओं को बंद करना पड़ा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष एवं बसना विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह, पिथौरा विकासखंड के ग्राम सांकरा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह समारोह में शामिल हुए। मंगल ध्वनि और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 40 जोड़े परिणय-सूत्र में बंधे।
विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह ने सभी नव-दम्पत्तियों को आशीर्वाद और उनके सुखमय जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल ने भी आशीर्वाद देते हुए कहा कि वर-वधु का नहीं बल्कि दो दिलों का मिलन और दो परिवारों का एक होना भी है।
समारोह में विशिष्ट अतिथि जनपद अध्यक्ष पिथौरा सत्यभामा नाग, जनपद सदस्य ललिता पटेल, सरपंच सांकरा मेमबाई नेताम, अनुविभागीय अधिकारी पिथौरा राकेश गोलछा, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोदले, सीडीपीओ गेंदलाल नारंग सहित अन्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। पालिका जल विभाग ने रविवार को नल कनेक्शन में टुल्लू पंप का उपयोग करने वाले लोगों पर कार्रवाई करते हुए 2 टुल्लू पंप जब्त किए।
कार्यदल ने पालिका के वार्ड क्रमांक.2 इमली भाठा क्षेत्र में सघन रूप से निरीक्षण करते हुए नल कनेक्शनों में लगाए गए टुल्लू पंप की जब्ती की। साथ ही संबंधित लोगों को हिदायत दी कि वे नल कनेक्शन में टुल्लू पंपों का उपयोग कदापि न करें, ताकि सभी लोगों के घर तक पर्याप्त रूप से पेयजल पहुंचे। लोगों को समुचित मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो सके। नगर पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा है कि नल कनेक्शन में टुल्लू पंप लगाकर पानी खींचने का कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब टुल्लू पंप जब्ती के साथ नल कनेक्शन काटने की भी कार्रवाई की जाएगी।
परेशान महिलाओं की तत्काल मदद करेगी और उन्हें घर तक पहुंचाएगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए महासमुन्द पुलिस ने अनोखा कदम उठाया है। महिलाएं अब कहीं भी रास्ते में वाहन आदि न मिलने से परेशान है, या फिर देर रात घर पहुंचने का कोई साधन नहीं मिला, महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करे तो वे महासमुन्द पुलिस को फोन कर सकती हैं। पुलिस ऐसी महिलाओं की तत्काल मदद करेगी और उन्हें घर तक पहुंचाएगी।
महासमुन्द पुलिस ने इस पर पहल करते हुए 100 नंबर को भी महिलाओं की मदद के लिए खोल दिया है। इस पहल की शुरुआत महिला दिवस पर आज से शुरू है। इसके साथ ही महिला, युवती और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए भी महासमुन्द पुलिस नई पहल शुरू कर रही है। इनकी सुरक्षा को देखते हुए जिले में शक्ति केंद्र शुरू की जा रही है, जहां फोन कर महिलाएं किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर सीधे शिकायत कर सकती हैं। इसकी शुरुआत भी आज सोमवार को की जाएगी। एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर कहते हैं कि महासमुन्द जिले की महिलाएं यदि सफर के दौरान कहीं पर उन्हें बस, टैक्सी या फिर अन्य कोई सुविधा घर पहुंचने के लिए नहीं मिलती तो वे हमें फोन करे। उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जाएगा। महिलाएं डायल 112 में भी फोन कर यह लाभ ले सकती हैं।
8 फरवरी को एक युवती भटककर झलप पहुंच गई थी। जशपुर जिले के पत्थलगांव थाना क्षेत्र के ग्राम लुडेक की एक आदिवासी युवती पुलिस भर्ती परीक्षा में रायपुर गई हुई थी। रायपुर से घर वापस लौटने के लिए रायपुर से वह बस में सवार हुई, लेकिन बस चेकर ने युवती को गलत बस में बिठा दिया। देर रात युवती झलप पहुंच गई और उसे बस चालक ने वहीं उतार दिया। आसपास के लोगों ने युवती की मदद के लिए डायल 112 को फोन किया। सूचना के करीब डेढ़ घंटे बाद डायल 112 की टीम पहुंची, लेकिन उसमें सवार कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों का परमिशन नहीं होने का हवाला देते हुए युवती को निकटतम गंतव्य तक छोडऩे से मना कर दिया। इसके बाद गांव के सरपंच सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने स्वयं के खर्च से गाड़ी कर युवती को बागबाहरा में युवती के मौसी के घर सकुशल पहुंचाया। साथ ही मामले की शिकायत एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर से भी की।
एडिशनल एसपी मेघा टेंभुरकर साहू ने बताया कि जिलेभर में यदि कोई महिला, युवती या बच्चियां किसी परेशानी, तकलीफ ,या हिंसा की शिकार हुई हैं, या उनसे किसी ने छेड़छाड़ की है तो वे 9479230095 नंबर पर फोन कर सूचना दे सकती हैं। यह नंबर जिले के कंट्रोल रूम में होगा। फोन करने पर उनके निवास स्थान पर संबंधित थाना क्षेत्र से तत्काल मदद पहुंचाई जाएगी। आज महिला दवस पर कोतवाली में बने संवेदना कक्ष का शुभारंभ हुआ। इसी दौरान शक्ति केंद्र का शुभारंभ होगा। साथ ही महिलाओं को घर छोडऩे सम्बंधी योजना की शुरुआत की जाएगी। यहां विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। एएसपी ने बताया कि कई बार महिलाएं अपनी शिकायत लेकर पहुंचती हैं, लेकिन थाना परिसर में भीड़ होने के कारण वे हिचकिचाहट में अपनी बात ठीक से रख नहीं पाती। ऐसे में संवेदना कक्ष में महिलाएं, महिला पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के सामने खुलकर अपनी बात रख सकेंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। नए सत्र से महासमुन्द का मेडिकल कॉलेज शुरू कर लिया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर ली गई है। मेडिकल कॉलेज शुरू होने से पहले ही कॉलेज भवन, हॉस्टल, डिपार्टमेंट शुरू करने सम्बंधी तैयारियां की जा रही है। इन्हें मेडिकल कॉलेज के मानकों के अनुरूप डेवलप किया जा रहा है।
यही नहीं इंस्ट्रुमेंट्स खरीदी के साथ ही भवनों की रंगाई-पुताई सहित अन्य संसाधन जुटाने का काम शुरू कर लिया गया है। नए सत्र से मेडिकल कॉलेज महासमुन्द में पढ़ाई शुरू करने को लेकर तैयारियां अभी से चालू है। वर्तमान में मेडिकल कॉलेज के लिए भवन तैयार नहीं है, लेकिन इसके स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था पूरी कर ली गई है। कॉलेज में बच्चों की पढ़ाई के लिए जीएनएम नर्सिंग सेंटर और एएनएम ट्रेनिंग परिसर के साथ लाइवलीहुड कॉलेज परिसर को चिह्नांकित किया गया है। क्लास रूम और डिपार्टमेंट को विभिन्न संसाधनों से लैस करने के लिए 12.8 करोड़ की लागत से विभिन्न सामाग्रियां खरीदी जाएगी। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर ली गई है।
जीएनएम बिल्डिंग में मेडिकल कॉलेज के फ़स्र्ट ईयर की कक्षाएं संचालित होगी। बताया जा रहा है कि यहां क्लासरूम के साथ एचओडी केबिन, लाइब्रेरी और डीन ऑफिस होगा। जीएनएम बिल्डिंग के पीछे हॉस्टल भवन है। भवन 128 बेड का है। मेडिकल कॉलेज के लिए 100 सीट की स्वीकृति मिलने का अंदाजा है।
इस हिसाब से यह कैम्पस हॉस्टल के काम आएगा। एएनएम ट्रेनिंग बिल्डिंग को मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग डिपार्टमेंट के रूप में डेवलप किया जाएगा। इसके अलावा बरोंडाबाजार में स्थित लाइवलीहुड कॉलेज में शेष डिपार्टमेंट शुरू करने की तैयारी है। हॉस्पिटल परिसर को भी मेडिकल कॉलेज के अनुरूप डेवलप करने की तैयारी है। यहां नए इमरजेंसी वार्ड, सर्जिकल वार्ड, 2 नए ऑपरेशन थिएटर सहित बैड की क्षमता बढ़ाने का काम किया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. पीके निगम के मुताबिक प्रदेश में खुलने वाले तीन नए मेडिकल कॉलेज में सबसे आगे महासमुन्द है। महासमुन्द कॉलेज के लिए 90 एकड़ की जमीन हमें मिल चुकी है। इसका नामांतरण भी पूरा हो चुका है। भवन निर्माण के लिए बजट में 100 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिलने के साथ ही 12.8 करोड़ की लागत से इंस्ट्रूमेंट खरीदी की प्रक्रिया भी जारी है। कॉलेज संचालन के लिए भवनों को उसके अनुरूप तैयार किया जा रहा है। इस तरह से महासमुन्द मेडिकल कॉलेज का काम कांकेर और कोरबा से काफी आगे चल रहा है।
चोरी के सामान बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। सूने मकान से नगदी व जेवरात चुराने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ये दोनों आरोपी अपने ही गांव में एक सूने मकान में घटना को अंजाम दिए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी किए नगदी रकम व जेवरात बरामद कर लिया गया है। घटना सरायपाली के ग्राम भीखापाली का है।
थाना प्रभारी सरायपाली निरीक्षक वीणा यादव ने बताया कि ग्राम भीखापाली निवासी तिरमोती ओगरे ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह अपने पति का इलाज कराने ग्राम बुरला ओडिशा गई थी। इलाज के दौरान जब राशन कार्ड की आवश्यकता पड़ी तो 6 मार्च को उसने अपने देवर को फोन कर घर जाने की बात की और राशन कार्ड का फोटो खींचकर भेजने को कहा। इसके बाद उसने अपने पुत्र को राशन कार्ड लाने के लिए घर भेजा तो देखा कि घर के सामने लगे दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। इस बात की जानकारी उसके भतीजे ने अपने बड़ी मां को दी। सूचना पर प्रार्थिया घर आकर देखी तो सामने का ताला टूटा हुआ था और घर के अंदर पेटी में रखे नगदी रुपए 74 हजार 200 एवं 50 हजार रुपए के सोने चांदी के जेवरात नहीं थे। अज्ञात चोरों ने ताला तोडक़र घर में प्रवेश किया और चोरी की घटना को अंजाम दिया है।
पूछताछ के दौरान जब आरोपियों ने अपराध कबूल किया तो पुलिस ने चोरी के समान के बारे में भी पूछताछ की गई। जिस पर आरोपी मनोज ओगरे ने बताया कि गांव के नाले के पास पत्थर के नीचे नगदी 34 हजार रुपए एवं मोतियों की एक माला जिसमें 09 नग सोने का लॉकेट लगा था कीमती 45 हजार रुपए को छिपा कर रखा है तथा पेटी को पास ही आंगनबाड़ी के बाथरूम में फेंक दिया। वहीं सुमंत यादव ने घर में 40 हजार 200 रुपए एवं 01 जोड़ी चांदी का पायल एवं 6 नग अंगूठी 5000 रुपए होना बताया। आरोपियों के बताए अनुसार टीम ने उक्त स्थल से नगदी व जेवरात बरामद कर ली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुन्द में प्रथम सेमेस्टर एवं तृतीय सेमेस्टर के विधार्थियों का राजनीति विज्ञान परिषद गठन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा. जया ठाकुर विभागाध्यक्ष समाज शास्त्र, डा. रीता पांडे विभागाध्यक्ष इतिहास,डा. दुर्गावती भारतीय हिंदी विभाग, डॉ. मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान,एमएस वर्मा सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान,विजय कुमार मिर्चें अतिथि सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस दौरान राजनीति विज्ञान परिषद के पदाधिकारियों का मनोनयन किया गया जिसमें अध्यक्ष भगवती सोनवानी 3 सेमेस्टर, उपाध्यक्ष प्रेम सागर टांडे 1सेमेस्टर, सचिव कु.मोनिका यादव 3 सेमेस्टर, सहसचिव कु. रितु यदु 1 सेमेस्टर, कोषाध्यक्ष कु.परमेश्वरी ध्रुव 3सेमेस्टर को परिषद में स्थआन मिला है। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने सभी छात्र पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। अजय देवांगन, अनिता आडवाणी, प्रीति दीवान मोहित यादव, ममता साहू, भामावती युगल, जागेश्वरी सिन्हा, जागृति खुले, परमेश्वरी धुव एवं प्रथम सेमेस्टर के अनिता सोनवानी पुष्पलता साहू किरण दीवान कुलेश्वर साहू, हितेश साहू, प्रमोद यदु, मंजू प्रेम सागर ताण्डे, भरत साहू, नोहर तिवारी, सागर यादव, कल्पना चक्रधारी,अदिति, प्रेम सागर टांडे सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विजय मिर्चें एवं भगवती सोनवानी द्वारा किया ।
महासमुन्द, 7 मार्च। जिले के के युवाओं तथा महिलाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार से विभिन्न गतिविधियों में जोडऩे के लिए जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है।
जिला कौशल विकास प्राधिकरण द्वारा रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्रए ग्रामोद्योग विभाग तथा जिला अन्त्यावसायी निगम द्वारा प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम और मुख्यमंत्री स्व.रोजगार योजनांतर्गत हितग्राहियों के प्रकरण तैयार कर ऋण वितरण करने की कार्रवाई की जा रही है। 10 मार्च को जनपद पंचायत पिथौरा एवं 12 मार्च को जनपद पंचायत बागबाहरा में रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने रोजगार मेलें में आने वाले सभी नागरिकों को कोविड.19 के सम्बंध में शासन द्वारा जारी दिशा.निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
महासमुन्द, 7 मार्च। कृषि विभाग के आत्मा योजना अंतर्गत महासमुन्द विकासखण्ड के गौठान ग्राम गुड़रूडीह में एक दिवसीय किसान संगोष्ठी का आयोजन शुक्रवार को किया गया।
महासमुन्द के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी भीमराव घोड़ेसवार ने बताया कि कार्यक्रम में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों को हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी दी। इसके अलावा गोधन न्याय योजना के सम्बंध में, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन, फसल अवशेष प्रबंधन, जैविक खेती एवं रबी फसलों में लगने वाले कीट व्याधि प्रबंधन आदि के बारे में बताया। तकनीकी सत्र के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर महासमुन्द के कृषि वैज्ञानिक एच.एस. तोमर एवं डॉ गुप्ता द्वारा मूंगफली पैदावार के बारे में टीप दिए।
बोले-जैसा सोचा वैसा ही पाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। शुक्रवार को कलेक्टर डोमन सिंह एकाएक गुलाबी गांव के नाम से पहचान बनाने वाले ग्राम नानकसागर पहुंचे। ग्रामीण महिलाओं ने शुभ हुल्लिली ध्वनि (मुख से निकाली जाने वाली आवाज) कलेक्टर का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल भी साथ थे।
स्वच्छ पर्यावरण शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट एवं सुन्दर गांव की श्रेणी में नानकसागर ग्राम को शामिल किया गया है। गांव के सुवर्धन प्रधान ने गुलाबी ग्राम के बारे में कलेक्टर को विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर गांव की सरपंच रेणुका गुणनिधि बंधु सहित गांववासी मौजूद थे। कलेक्टर डोमन सिंह ने गांव की सुव्यवस्थित व्यवस्था, साफ -सफाई, पानी निकासी की बेहतर योजना और सभी कच्चे-पक्के मकानों की एक ही रंग गुलाबी से पोताई और गांव के पक्की सडक़ के दोनों ओर अशोक के पेड़,घरों के सामने फुलवारी, गमले देखकर उन्होंने कहा कि जैसा सोचा वैसा पाया। वास्तव में जैसा गांव के बारे में सपने में सोचतें हैं, वैसा ही सच लगा।
उन्होंने गांववासियों से चर्चा करते हुए कहा कि हम सब बचपन से पढ़ते सुनते आ रहे हैं कि भारत की आत्मा गांव में निवास करती है। तब शायद गांव की तस्वीर ऐसे ही होगी। यहां आकर उन्हें बहुत सुकून मिला है। देश में आज भी अनेक गांव अच्छे.खासे स्वच्छ हैं। मौलिनौंग नामक एक छोटे से गांव को जो अरूणाचल प्रदेश के शिलांग से काफी दूरी पर पहाडिय़ों के मध्य बसा हुआ है, एशिया का सबसे स्वच्छ गांव बताया जाता है। लेकिन नानकसागर ग्राम भी बेहद खुबसूरत है। उन्होंने कहा कि उनकी पांचवीं कलेक्टरी के बीच इतना सुंदर, इतना साफ.सुथरा गांव आज तक नहीं देखा। यहां के आदिवासी लोग भी मिलनसार और अच्छे हंै। एक दूसरे की बात भी अच्छे से मानते हैं। गांव के एक भी लोगों का कोई केस कोर्ट कचहरी, थाने में नहीं होने पर उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि गांव हर प्रकरण और समस्याओं को आपस मेें ही निराकरण कर लिया जाता है। यह औरों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
कलेक्टर ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत् 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चे और चिन्हांकित एनीमिक पीडि़त बालिका और महिलाओं 15 से 49 वर्ष उम्र तक को आंगनबाड़ी केन्द्रों में सप्ताह में तीन दिन गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन देने की शुरूआत माह फरवरी से की गई है। आपके आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी यह व्यवस्था है। इस गांव का कोई बच्चा कुपोषित और महिला एनीमिक न रहें। यह ध्यान भी रखें।
उन्होंने गौठान में एक शेड निर्माण के साथ एक-दो कमरे और बनाने के निर्देश दिए। गांव के दोनों आंगनबाड़ी केन्द्रों की साज-सज्जा करने को कहा। उन्होंने पेयजल की बात पर कहा कि जल जीवन मिशन के तहत् हर घर में कनेक्शन देने की योजना है। उसके तहत् इसका निराकरण किया जाएगा। उन्होंने गांव में एक मुक्तिधाम भी स्वीकृत किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। महासमुन्द का डाकघर भी अब आधार का सुधार और नया आधार कार्ड बनाने के लिए रविवार को भी खुला रहेगा। डाकघर ने लोगों की असुविधा को देखते हुएअवकाश के दिन डाकघर को खोलने फैसला लिया है। इस दिन केवल आधार कार्ड का ही काम होगा।
रविवार के दिन सरकारी दफ्तर, च्वाइस सेंटर व लोक सेवा केंद्र बंद रहते हैं। इससे आवश्यकता पडऩे पर लोगों को आधार कार्ड के लिए भटकना पड़ता है। इसी परेशानी को देखते हुए डाक विभाग लोगों की समस्या दूर करते हुए अवकाश के दिन डाकघर खोल रहा है। इस नई सुविधा के तहत लोगों की चिंता अब दूर हो गई। जिले में इसकी शुरुआत रविवार से हुई है। अब रविवार को भी डाकघर सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुला रहेगा। लोग डाकघर पहुंचकर अपना काम करवा सकते हैं।
मालूम हो कि वर्तमान में जारी कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड की जरुरत पड़ रही है। डाकघर के पोस्ट मास्टर संजय ठाकुर ने बताया कि आधार कार्ड बनवाना हो या फिर उसमें संशोधन कराना हो, अक्सर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए अब नजदीकी डाकघर जाकर आधार के लिए आवेदन कर किया जा सकता है या फिर उसमें बदलाव करा सकते हैं। इसके लिए रविवार को भी डाकघर का दफ्तर खुलेगा रहेगा। लोग यहां आकर आधार संबंधी कार्य करा सकते हैं।
सरकार की योजनाओं व अपनी पहचान दिखाने के लिए आधार को ज्यादा महत्व दिया गया है। वर्तमान में कोरोना टीकाकरण में आधार अनिवार्य है। कोरोना टीकाकरण के लिए आधार से मोबाइल नंबर लिंक अनिवार्य है। वर्ष 2018 में लोगों ने सरकार के आदेश के बाद मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराया था। यदि मोबाइल नंबर पहले वाला ही है तो अब आधार से लिंक कराने की जरुरत नहीं है। लेकिन नंबर में बदलाव है तो लिंक कराना अनिवार्य है । कई लोग ऐसे हंै जिन्होंने आधार पहले ही मोबाइल नंबर से लिंक भी करा लिया है, लेकिन लिंक हुआ है या नहीं यह पता नहीं है।
आधार की वेबसाइट वेरिफाई मोबाइल नंबर में जाकर चेक कर सकते हैं कि नंबर लिंक है या नहीं। बदलाव के लिए ऑनलाइन की सुविधा भी दी है। घर बैठे ऑनलाइन आधार में बदलाव कर सकते हैं।लोक सेवा केंद्र के अलावा आधार कार्ड पिछले कई महीनों से डाकघर में भी बनाया जा रहा है।
यहां लोग आधार कार्ड बनाने के लिए पहुंच रहे हैं। आधार कार्ड में यदि त्रुटि भी हो रही है, तो लोग सुधरवाने के लिए डाकघर की सेवा ले रहे हैं। डाकघर में आधार कार्ड की सेवा देने से लोगों को काफी राहत मिल रही है । इसके अलावा ऑनलाइन पेमेंट जमा करने की भी सुविधा डाकघर में मिल रही है। बिजली का बिल सहित अन्य बिल का भुगतान करने के लिए भी लोग पोस्ट आफिस पहुंच रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डोमन सिंह ने आगामी 12-14 मार्च को आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव एव शोध संगोष्ठी 2021 के प्रस्तावित आयोजन के लिए भारत सरकार द्वारा जारी एस.ओ.पी. के पालन के साथ आयोजन की अनुमति दी है। कोविड.19 संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुए आयोजन के लिए 9 बिन्दुओं के दिशा.निर्देश अतिरिक्त कलेक्टर जिला दण्डाधिकारी के हस्ताक्षर से कल देर शाम जारी कर दी गई है।
बौद्ध महोत्सव में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को सोशल, फिजिकल डिस्टेंसिंग, मॉस्क लगाना एवं समय.समय पर सेनेटाईजर का उपयोग करना अनिवार्य होगा। समिति द्वारा सैनेटाईजर, थर्मल स्क्रिनिंग,ऑक्सीमीटर, हैंडवाश एवं क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था करनी होगी। थर्मल स्क्रिनिंग में बुखार पाये जाने अथवा कोरोना से सम्बंधित कोई भी सामान्य या विशेष लक्षण पाये जाने पर कार्यक्रम में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। आयोजन के दौरान अनावश्यक भीड़ एकत्रित न हो इसका ध्यान समिति को रखना होगा। कार्यक्रम के दौरान अग्नि शमन की पर्याप्त व्यवस्था अनिवार्यत: किया जाना होगा। आयोजन स्थल में आवश्यकतानुसार बेरिकेटिंग आयोजक करायेंगे। 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं बीमार व्यक्ति को घर पर ही रहने की सलाह दें। इन सभी शर्तों के अतिरिक्त भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेश दिनांक 04 जून, 2020 के अंतर्गत जारी एसओपी का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना होगा। उपरोक्त दिये गये किसी शर्तों का उल्लंघन अथवा किसी प्रकार के अव्यवस्था होने पर इसकी समस्त जिम्मेदारी आयोजन समिति की होगी, जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
महिलाओं की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। जिले में टसर रेशम विकास में नई गति देने के लिए 41 ग्रामीण एवं आदिवासी महिलाओं को टसर कोसा धागाकरण का बुनियाद रीलिंग एवं विद्युत चलित स्पिनिंग मशीन का दस दिवसीय प्रशिक्षण रेशम विभाग द्वारा दिया गया। परसों शुक्रवार को प्रशिक्षण के अंतिम दिन कलेक्टर डोमन सिंह और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ग्राम लाहंगर प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए।
कलेक्टर ने महिलाओं को सामग्री रखने हेतु बैग सौंपा। कलेक्टर ने प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं से प्रशिक्षण के तौर तरीके और बारीकियां पूछी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा जीविकोपार्जन सम्बंधी प्रशिक्षण दिए जाते हैं। आप भी और आप जैसी अन्य ग्रामीण महिलाएं आगे आकर इन प्रशिक्षणों का लाभ उठाएं और अपनी आय में अतिरिक्त वृद्धि करें।
कलेक्टर से महिलाओं ने बताचीत करते हुए कहा कि वे इस प्रशिक्षण के बाद आत्मनिर्भर बनते हुए अपनी आय में वृद्धि सकेंगी। उन्होंने कहा कि वे घर पर धागाकरण का कार्य उनकी अतिरिक्त आय भी होगी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉण् रवि मित्तल ने कहा कि जिला पंचायत द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रम के जरिए ग्रामीण महिलाओं को अलग.अलग व्यवसाय में स्वावलंबी बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनानें के लिए कई तरह के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। उनका भी लाभ उठाएं। बता दें कि यह प्रशिक्षण 25 फरवरी से शुरू हुआ था। प्रशिक्षण महिलाओं में महामसुन्द विकासखण्ड के ग्राम लहंगर की 25 और बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम भालूचुवा की 16 आदिवासी महिलाएं शामिल हुई। उप संचालक रेशम डा. राकेश कुमार गुप्ता ने प्रशिक्षण का उद्देश्य बताया। इन महिलाओं को प्रशिक्षण के बाद बुनियादी मिलिंग मशीन एवं स्पिनिंग मशीन शतप्रतिशत् अनुदान पर प्रदाय की जाएगी। जिस पर धागाकरण का कार्य कर महिला अपनी आमदनी कर आत्मनिर्भर बनेगी। केन्द्र प्रभारी रेशम आर.एस.राठौर ने महिलाओं को तकनीकी जानकारी दी। नोडल अधिकारी रेशम एस.के. टिकरिहा ने विद्युत चलित स्पिनिंग मशीन के बारे में प्रशिक्षण दिया। प्रदीप नामदेव ने भी प्रशिक्षण सम्बंधी बारीकियां बतायी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। शुक्रवार को कलेक्टर डोमन सिंह ने अपने पिथौरा और बसना भ्रमण के पहले वन विज्ञान केन्द्र मुड़ीपार में आधुनिक तकनीक से ऑयस्टर एवं पैरा मशरूम के बीज के उत्पादन विधियों का जायजा लिया। इस केन्द्र में मशरूम बीज के साथ.साथ मशरूम का उत्पादन भी व्यापक स्तर पर किया जा रहा है। इस मौके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डा. रवि मित्तल भी साथ थे।
कलेक्टर ने मशरूम बीज उत्पादन हेतु स्थापित आधुनिक लैब का भी अवलोकन किया। लैब टेक्निशियन ने उन्हें मशरूम स्पॉन लैब की कार्य पद्धति और प्रक्रिया को बताया। वन विज्ञान केन्द्र प्रभारी ने बताया कि यह केन्द्र किसानों से ऑयस्टर मशरूम की खरीदी एक तय दर पर करती है तथा मशरूम उत्पादक यहां अपने द्वारा उत्पादित मशरूम को आसानी से बेच सकता है। इस प्रकार ऑयस्टर मशरूम उत्पादकों की मार्केटिंग की समस्या हल हो जाती है। यह केन्द्र इस क्षेत्र में बेरोजगारों को स्व व्यवसाय से उन्नति करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रहा है। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि मशरूम खेती की इच्छा रखने वाले किसानों को पहले इस केन्द्र से ट्रेनिंग अवश्य ही दिलानी चाहिए और उनका पंजीकरण भी किया जाना चाहिए। क्योंकि मशरूम की मांग स्थानीय बाजार के अलावा छोटे होटलों से बड़े होटलों तक है। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट खाद का भी अवलोकन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। शहर में गंदगी करने और कचरा फैलाने वालों पर नगरपालिका निरंतर निगरानी रख रही है। कल शनिवार को भी नपा अधिकारी-कर्मचारियों ने विभिन्न वार्डों, चौक चौराहों में गंदगी करने वाले, नाला नालियों में कचरा डालने वाले तथा प्रतिबंधित पालिथिन का उपयोग करने वाले 4 लोगों पर जुर्माने की कार्यवाही की है।
उन्हें इस बात से भी आगाह किया गया है कि शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 चालू है। इस दौरान किसी भी व्यक्ति अथवा व्यवसायियों को अपने घरों व दुकानों का कचरा केवल पालिका के कचरा रिक्शा गाड़ी को ही देना है। कचरा नहीं देने वाले और बाहर फेंकने वालों की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। इनके खिलाफ जुर्माना तो लिया जा रहा है साथ ही चेतावनी दी जा रही है कि दोबारा गंदगी करते पाये जाने पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने स्वास्थ्य विभागए मिशन क्लीन सिटी विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को निर्देशित कर कहा है कि जो लोग बार.बार गंदगी कर रहे हैं ऐसे लोगों का प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत करें। स्वच्छ भारत मिशन के प्रभारी नौशाद बक्श के नेतृत्व में मोहन दास मानिकपुरी, अजय घृतहरे, अंशुल भारतीय, खेमराज साहू, अजय प्रधान, विक्रम साहू, राजेंद्र नागपुरे, दुर्गेश कन्नौजे, संतोष तिवारी, प्रकाश सोनवानी, नीलम कुलदीप, संतोष कन्नौजे ने कल इंदिरा मार्केट, सब्जी बाजार, मछली बाजार क्षेत्र से करीब 18 किलो प्रतिबंधित पालिथिन जब्त किया है। वहीं प्रतिबंधित पालिथिन का उपयोग करने,गंदगी फैलाये वालों के उनके नाम रजिस्टर में पंजी कर उनसे 900 रुपए जुर्माना भी वसूला है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 7 मार्च। विकासखंड के पांच स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना टीकाकरण अभियान जारी है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार अब तक कुल 1188 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार पिथौरा स्वास्थ्य केंद्र में विगत 5 दिनों से कोरोना टीकाकरण का कार्य चल रहा है। यहां अब तक 642 बुजुर्गों एवं 45 वर्ष से ऊपर के कोमार्बीड (पहले से किसी बीमारी से ग्रसित) लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसके अलावा विकासखण्ड के अन्य 5 स्वास्थ्य केंद्रों में विगत 2 दिनों से टीकाकरण किया जा रहा है।
प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार बम्हनी में 118, पिरदा में मात्र 86, सलडीह में 169 एवं सांकरा स्वास्थ्य केंद्र में 173 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। अब तक कुल 1188 लोगों को टीके लगाए जा चुके हंै।
एसडीएम राकेश कुमार गोलछा ने बताया कि प्रतिदिन पिथौरा विकासखंड के 5 केंद्रों में प्रतिदिन 100 -100 लोगों को कोविशील्ड टीका लगाया जाना है। अभी 45 से 59 वर्ष की आयुवर्ग में सूचीबद्ध बीमारी से पीडि़त लोग और 60 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के सभी लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
श्री गोलछा ने बताया कि लोगों में वैक्सीन के प्रति विश्वास जागृत करने नगर एवं स्थानीय निकाय द्वारा नियमित रूप से मुनादी कर जनप्रतिनिधियों द्वारा भी अपील की जा रही है। गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों के द्वारा डोर टू डोर संपर्क कर वैक्सीन के बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा सभी विभागों द्वारा समन्वय कर अधिक से अधिक टीकाकरण को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
महासमुन्द, 7 मार्च। पिथौरा व्यवहार न्यायालय की अभिरक्षा से परसों शुक्रवार को एक आरोपी फरार हो गया है। उसे अभियोग पत्र के साथ पेश करने के लिए दो आरक्षक न्यायालय लाए थे। आरोपी के खिलाफ 341 भादस एवं 03 लोक संपत्ति निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज था। पुलिस धारा 224 के तहत अपराध दर्ज कर जांच पतासाजी में जुट गई है।
पिथौरा के व्यवहार न्यायालय के प्रस्तुतकार गिरेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि शुक्रवार को थाना तेन्दूकोना के अपराध क्रमांक 123, 2019 धारा 431 भादवि 03 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियक के आरोपी ऋषि कुमार साहू को आरक्षक आलोक ठाकुर एवं सियाराम दीवान ने अभियोग पत्र के साथ न्यायालय पेश किया था। अभियुक्त न्यायालय की अभिरक्षा के दौरान डेढ़ बजे के बाद बिना बताए वहां से फरार हो गया है। थाना तेंदूकोना से आए आरक्षकों से पूछताछ करने पर आरोपी के फरान होने की जानकारी हुई। अधिवक्ता मुरली प्रधान से भी पूछताछ करने पर फरार होने की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने थाने में अपराध दर्ज कराई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बिरकोनी स्थित चण्डी मंदिर प्रांगण में 75 और बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम खल्लारी के मंदिर कैम्पस में 20 जोड़े विवाह बंधन में बंधे।
इस अवसर पर बिरकोनी में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव एवं विधायक विनोद चन्द्राकर ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया साथ ही सुखी दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा कि विवाह जीवन एक पवित्र बंधन है। पति-पत्नी का संबंध दुनिया का सबसे विश्वसनीय संबंध होता है। सुख.दु:ख में एक.दूसरे का कंधे से कंधा मिलाकर साथ निभातें हैं। चाहे यह सामाजिक दायित्व का मामला हो या पारिवारिक मसला। वो हर परिस्थिति में खरे उतरते हैं। वहीं संसदीय सचिव एवं विधायक खल्लारी द्वारिकाधीश यादव ने ग्राम खल्लारी में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह में वर.वधु को अपने गृहस्थ जीवन में प्रवेश करने के लिए अपने शुभकामनाएं दी और उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत शनिवार को बिरकोनी के चंडी मंदिर परिसर में 65 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। कोविड 19 के दौर में हुए इस सामूहिक आयोजन में कोरोना को लेकर बड़ी अनदेखी दिखी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कोविड-19 को लेकर कोई खास इंतजाम नहीं किया गया था।
इस दौरान विवाह करने आए आधे जोड़ों ने तो मास्क का उपयोग किया था, लेकिन उनके साथ आए परिजन बिना मास्क और बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग के समारोह में शामिल हुए। यहां गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवार की कन्या का विवाह मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत किया गया। बता दें कि बिरकोनी में विभाग 75 जोड़ों का विवाह कराने की तैयारी में था लेकिन किसी कारण से 10 जोड़े विवाह स्थल नहीं पहुंच पाए।
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक विभाग ने बिरकोनी में विवाह के लिए 75 लोगों से फार्म भरवाए थे लेकिन उनमें से 10 लोग विवाह समारोह में किसी कारण से शामिल ही नहीं हुए। सामूहिक विवाह में 64 जोड़ों का विवाह गायत्री परिवार द्वारा वैदिक रीति से हुआ और समारोह में सिर्फ 1 जोड़े का विवाह ईसाई रीति से हुआ। इस दौरान पसौद के रूपेश निषाद व पीढ़ी ग्राम की अंजू निषाद ने ईसाई रीति से विवाह किया। विवाह समारोह में जोड़ों के साथ उनके परिजन भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
ये सभी जोड़े महासमुन्द ब्लॉक के ही थे।
विभाग के तहत लगने वाले योजनाओं के बैनर पोस्टर तो विभाग ने लगाया था लेकिन कोविड.19 के दिशा.निर्देश व जागरूकता से सम्बंधी एक भी पोस्टर बैनर नहीं लगाए गए थे। जिला अधिकारी मनोज सिन्हा ने कहा कि हमने सभी व्यवस्थाएं की थी लेकिन इस मानना लोगों को स्वयं से चाहिए। एक जोड़े को 19 हजार रुपए के सामान विभाग द्वारा दिया गया। इसमें आलमारी, पंखा, गद्दा, बर्तन, प्रेस व अन्य चीजें शामिल हैं। विवाह के बाद कई परिजनों ने इसकी क्वालिटी को लेकर सवाल भी उठाए। अंजू निषाद व रूपेश निषाद के परिजन पीढ़ी के धनेश्वर कहते हैं कि 19 हजार रुपए का सामान बताया गया है, लेकिन यह उसके भी आधे कीमत की लगती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। अरे वादा ला भुलाए.. अरे वादा ला भुलाए.. प्रदेश सरकार हे लबरा जैसे फाग गीतों के साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 353 बरोंडा चौक में प्रदर्शन किया।
शनिवार को भाजयुमो पदाधिकारियों ने रोजगार और बेरोजगारी भत्ता के मुद्दे को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ नगाड़ा बजाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए नगाड़ा बजाया और मटका फोड़ा। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री विक्की सलूजा एवं हेमंत तिवारी के नेतृत्व में स्थानीय बरोंडा चौक में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पेश किए बजट में युवाओं के लिए कोई नया प्रावधान नहीं करने एवं चुनावी घोषणा पत्र में बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा पूरा नहीं करने के विरोध में मटका फोडक़र, नगाड़ा बजाकर, फाग गीत गाकर, नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाजपा जिला महामंत्री प्रदीप चंद्राकर, युवा मोर्चा महामंत्री द्वय विक्की सलूजा एवं हेमंत तिवारी ने कहा कि भूपेश सरकार ने गंगा जल की झूठी कसम खाई है। उन्होंने चुनाव से पहले घोषणा पत्र में बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने का वादा किया, लेकिन अब इससे मुकर रही है। आज छत्तीसगढ़ का युवा अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हंै, लेकिन भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक-एक कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ है। जब तक ये सरकार अपने वादे को पूरा नहीं करेगी हम तब चैन से सरकार को सोने नही देंगे।
कार्यक्रम में जिला भाजपा उपाध्यक्ष योगेश्वर राजू सिन्हा, महेंद्र जैन, मनीष बंसल, मिलिंद चंद्राकर,बाला चन्द्राकर, दिनेश रूपरेला, बाबा सिकंदर, नितिन जैन, विकास चंद्राकर,आनंद साहू, गणेश निषाद, लक्की चंद्राकर, अमन वर्मा, जग्गू छुरा, नरेश नायक, दीपक राव, योगेश सोनवानी, रवि चंद्राकर, राहुल भोई, यश नायक, रेनू, देवेंद्र साहू, गोलू साहू, अंकुश गौर, गगन चंद्राकर, मनु मोहन, ओमू साहू, वाशु शर्मा, सुशील अग्रवाल, अमित साहू, तोपसिंह राजपूत, श्रीकांत शर्मा, यशवंत साहू, अनुभव चन्द्राकर, हर्षित चंद्राकर सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बेलसोंडा से आरंग तक इलेक्ट्रिफिकेशन व दोहरीकरण का काम पूरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। महानदी पुल पर रेलवे का दूसरा ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। साथ ही इस ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम भी पूरा हो चुका है। कहा जा रहा है कि अब बेलसोंडा से आरंग तक दोनों ट्रैक में भी ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जा सकेगा।
हालांकि अभी इसे रेलवे सुरक्षा आयोग की टीम ने हरी झंडी नहीं दिखाई है। आने वाले दिनों में रेलवे सुरक्षा आयोग के अधिकारी बेलसोंडा से आरंग तक विद्युतीकरण, दोहरीकरण व ब्रिज पर बने ट्रैक की टेस्टिंग करेंगे। टेस्टिंग पूरी होने के बाद यदि रेलवे सुरक्षा आयोग के अधिकारी क्लीयरेंस देते हैं तो दोनों ही ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर लिया जाएगा। इस सम्बंध में रेल विकास निगम लिमिटेड के विद्युतीकरण विभाग के अभियंता बीएस बेहरा ने बताया कि बेलसोंडा से आरंग तक इलेक्ट्रिफिकेशन व दोहरीकरण का काम पूरा हो गया है।
जानकारी के अनुसार टिटलागढ़ से रायपुर तक 203 किलोमीटर दोहरीकरण ट्रेक की शुरुआत 2012 सितम्बर से हुई थी। कुल 758.09 करोड़ रुपए से दोहरीकरण और 258 करोड़ रुपए के विद्युतीकरण का काम उसमें हुआ है।
महासमुन्द के रेलवे अधिकारी कहते हैं कि इस कार्य का जांच के लिए सीआरएस रेलवे सुरक्षा आयोग साउथ ईस्टर्न सर्किल कोलकाता की टीम द्वारा जल्द ही किया जाएगा। आरंग महानदी से मंदिर हसौद तक का भी काम कुछ -कुछ जगह बचा है। वह भी जून में पूरा हो जाएगा। सितंबर माह तक विभाग द्वारा रायपुर तक काम पूरा करने की कोशिश की जा रही है। वाल्टेयर रूट पर रायपुर से टिटलागढ़ तक रेलवे लाइन दोहरीकरण का काम जारी है। साल 2012 में करीब 758.9 करोड़ की लागत से शुरू हुए इस निर्माण कार्य के तहत जिले के बेलसोंडा से टिटिलागढ़ तक दोहरीकरण का काम पूरा हो चुका है। वहीं बेलसोंडा से रायपुर तक का काम शेष था। जिसमें से मार्च महीने में आरंग तक काम पूरा कर लिया गया है ।
दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूर्ण होने के बाद यात्रियों को ट्रेनों की लेट लतीफी से काफी राहत मिलेगी, क्योंकि सिंगल ट्रैक के कारण सुपर फास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों को पास करने के लिए पैसेंजर व लोकल को रोक दिया जाता था। विशाखापट्नम से बेलसोंडा तक दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो चुका है। ऐसे में विशाखापट्नम से आने वाली ट्रेनें अब समय पर महासमुन्द पहुंच रही है। बेलसोंडा से रायपुर तक दोहरीकरण का कार्य कुछ जगहों पर बचा हुआ है। दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम आरंग से मंदिर हसौद तक कुछ हिस्सों में बचा हुआ है। वहीं अतिक्रमण के कारण रायपुर से मंदिर हसौद तक का काम नहीं हो पा रहा है।
जानकारी के अनुसार आरंग से मंदिर हसौद तक काम पूरा होने के बाद ही रायपुर की ओर हुए अतिक्रमण को हटाया जाएगा। इसके बाद सितंबर के अंतिम महीने तक रायपुर तक दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
इस वर्ष दोनों ट्रैक में इलेक्ट्रिक इंजन का परिचालन शुरू हो जाएगा। इलेक्ट्रिफिकेशन व दोहरीकरण के बाद इन रूटों में ट्रेन की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। साथ ही विभिन्न स्टेशनों में लंबी दूरी तय करने वाले ट्रेनों के स्टॉपेज भी होंगे। फिलहाल चार से पांच एक्सप्रेस ही चलती है। वहीं दो से तीन लोकल ट्रेनें हैं। इस मार्ग में लोकल ट्रेनों के फेरे व संख्या भी बढ़ेगी। इस दोहरीकरण से यात्रियों के साथ दैनिक यात्रियों को भी राहत मिलेगी और समय पर वे अपने काम व घर पहुंच जाएंगे।
महासमुन्द, 6 मार्च। प्रसिद्घ उपन्यासकार फणीश्वर नाथ रेणु को उनके जन्मशताब्दी वर्ष पर आस्था साहित्य समिति महासमुन्द ने स्मरण किया। लोक संवेदना विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासमुन्द में साहित्यकार एस चंद्रसेन की अध्यक्षता में की गयी।
इस अवसर पर आस्था साहित्य समिति अध्यक्ष एवं प्रसिद्घ साहित्यकार आनंद तिवारी पौराणिक ने कहा कि लोक भाषा का जीवन्त रूप रेणु के साहित्य को प्राणवान बना देता है। उनके साहित्य में मानवता की खोज का संकल्प है। साहित्यकार एस.चंद्रसेन ने कहा कि रेणु जी ने अपने साहित्य में लोक संवेदनाओं को जो स्थान दिया, ग्रामीण अंचल में नारियों, आदिवासियों एवं विविध कुरीतियों का जो मार्मिक चित्रण किया, वह आज के समय में प्रासंगिक है।
साहित्यकार डॉ. साधना कसार ने उनकी प्रसिद्घ कहानी संवदिया के नारी अन्र्तद्वन्द एवं मार्मिक चित्रण का उल्लेख किया। साहित्य जगत में फणीश्वर नाथ रेणु की अमरता को बताते हुये सरिता तिवारी ने कहा कि रेणु जी ने आंचलिकता के रंगों से उपन्यास को अपने अनुभवों द्वारा सजाया है। उन्होंने कहा कि मैला आंचल इसका जीवंत उदाहरण है । इस अवसर पर प्रसिद्घ लघुकथाकार महेश राजा ने उनके जीवन दर्शन एवं संघर्ष पर विचार उकेरते हुये उन्हें स्मरण किया। साहित्यकार उमेश भारती गोस्वामी, टेकराम सेन चमक ने अपनी विचार रखते हुये कहा कि फणीश्वर नाथ रेणु प्रेमचंद के बाद साहित्य जगत के प्रसिद्घ उपन्यास, कहानी एवं लोक जीवन को रेखांकित करने वाले सशक्त हस्ताक्षर है। मैला आंचल, रसप्रिया, आदिम रात्रि की महक, लालपान की बेगम जैसे कृतियां रेणु को अलग पहचान दिलाती हैं।
उन्होंने कहा कि श्री रेणु आत्म स्वाभिमान के साथ साहित्य जगत को प्रेरित करने वाला कार्य किया है। मैला आंचल प्रसिद्घ उपन्यास के कारण मिलने वाले पदम श्री जैसे सम्मान भी उन्होंने लौटा दिया। इस अवसर पर कमलेश पांडे, सुजाता विश्वनाथन ने भी गोष्ठी में हिस्सा लिया। साहित्य प्रेमी एवं शिक्षाविद के.आर. चंद्राकर ने कहा कि आस्था साहित्य समिति के इस तरह विविध साहित्यिक आयोजन से साहित्य प्रेमियों में उत्साह का संचार हुआ है। कार्यक्रम का संचालन अपने अनूठे अंदाज में कमलेश पाण्डेय एवं आभार प्रदर्शन एम.आर. विश्वनाथन ने किया।