महासमुन्द
![सिरपुर में 12 से अंतरराष्ट्रीय महोत्सव, बौद्ध भिक्षुओं का आना शुरू सिरपुर में 12 से अंतरराष्ट्रीय महोत्सव, बौद्ध भिक्षुओं का आना शुरू](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1615377031..jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। सिरपुर में 12 तारीख से अंतरराष्ट्रीय महोत्सव व संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारी जोरों पर है। यह महोत्सव तीन दिन तक चलेगी, जिसका समापन 14 मार्च को होगा। सिरपुर महोत्सव में देश-विदेश के बुद्धिजीवी शामिल होंगे।
आयोजन समिति छग हेरिटेज व कल्चरल फाउंडेशन के प्रवक्ता डा. नरेश साहू ने बताया कि महोत्सव को लेकर मेला स्थल में तैयारियां जिला प्रशासन के सहयोग से शुरू हो गया। मेला स्थल के मुख्य मंच के लिए विशाल डोम, प्रदर्शनी के लिए स्टॉल, दर्शनार्थियों व प्रतिभागियों के अलावा अथितियों के लिए ठहरने व भोजन की व्यवस्था की जा रही है। आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से भंडारे की व्यवस्था की जा रही है। डॉ नरेश साहू ने बताया कि राजधानी रायपुर से सिरपुर के लिए 5 बसों की व्यवस्था रहेगी। वहीं सिरपुर के दायरे से लगे 20 किमी के हर गांवों में एक बस की सुविधा ग्रामीणों के लिए रहेगी। महोत्सव स्थल में साफ-सफाई, बिजली व पानी की सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही अन्य जरूरी व्यवस्थाओं की तैयारियां चल रही हैं।
आयोजित होने जा रहे सिरपुर महोत्सव में देश के कोने कोने से बुद्विजीवियों व शोध छात्रों के अलावा बौद्व भिक्षुुओं को आना शुरु हो गया है। सिरपुर महोत्सव के आयोजन समिति छत्तीसगढ हेरिटेज एवं कल्चरल फाउंडेशन के प्रवक्ता डॉ नरेश साहू ने बताया कि मेला स्थल के मुख्यमंच के लिए विशाल डोम, प्रदर्शनी के लिए स्टॉल, दर्शनार्थियों व प्रतिभागियों के अलावा अथितियों के लिए ठहरने व भोजन की व्यवस्था की जा रही है। आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से भंडारे की व्यवस्था की जा रही है।
वहीं मेले स्थल पर व्यवस्था के लिए सिरपुर के आसपास के ग्रामपंचायतों को सरपंचों, जनपद व जिला पंचायतों के जनप्रतिनिधियों, विधायक व सांसद सहित सामाजिक पदाधिकारियों को भी निमंत्रण दिया जा रहा है। महोत्सव स्थल में साफ सफाई, बिजली व पानी की सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
आयोजन समिति के मुख्य संयोजक संयुक्त मोर्चा एडवोकेट रामकृष्ण जांगडे के द्वारा अलग-अलग ब्लॉक स्तर पर सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठकों की दौर जारी है। महोत्सव को भव्य बनाने प्रचार-प्रसार के लिए रथ रवाना किया गया है।