महासमुन्द
![जिस स्कूल में दादी और मां ने बरसों सेवाएं दी, उसी स्कूल में व्याख्याता बनकर आई निधि जिस स्कूल में दादी और मां ने बरसों सेवाएं दी, उसी स्कूल में व्याख्याता बनकर आई निधि](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1615289040.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। शहर स्थित जिस आशीबाई गोलछा हायर सेकण्डरी उच्चर माध्यमिक विद्यालय में दादी मां और मां ने आजीवन सेवाएं दी, उसी स्कूल में निधि तिवारी ने 6 मार्च को 2021 को राजपत्रित व्याख्याता अंग्रेजी के पद पर पदभार ग्रहण किया है।
शहर में इस बात की चर्चा जोरों पर थीं। निधि कहती हैं-मुझे नहीं मालूम था कि इस स्कूल में तीसरी पीढ़ी के रूप में शिक्षादान करने का अवसर मुझे मिलेगा। यह मेरे लिए सुखद संयोग है कि मैं अपनी दादी और मां की कर्मस्थली में अपने काम को बखूबी निभाने के लिए आदेशित हूं। शहर के लोग आज भी मेरी दादी और मेरी मां के कामों को याद करते हैं, कोशिश करूंगी कि उनकी तरह मैं भी शिक्षा दीप जलाकर भावी पीढ़ी का जीवन रौशन करती रहूं।
‘छत्तीसगढ़’ से बातचीत में उन्होंने बताया-मेरे पिता रामकुमार तिवारी सुमन की माता स्व. उर्मिला देवी तिवारी इसी स्कूल में वर्ष 1955 से 1985 तक प्रधान पाठिका थीं। उन्होंने तीस साल तक यहां शिक्षादान की। इसी स्कूल से उनकी सेवानवृत्ति भी हुई। मां सुमित्रा तिवारी पीटीआई के पद पर इसी स्कूल में सेवाएं देते हुए 2019 में सेवानिवृत हुईं। अब मैं इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को पढ़ाउंगी। निधि के पिता पत्रकार रामकुमार तिवारी और माता सुमित्रा तिवरी कहती हैं-हमने सोचा भी नहीं था कि बेटी भी इसी स्कूल में अध्यापन कार्य करेगी। यह हमारे लिए बड़े संयोग की बात है कि जिस स्कूल में दादी और मां ने बरसों सेवाएं दी, उसी स्कूल में निधि भी व्याख्याता बनकर आएंगी।