महासमुन्द

सप्ताह में 3 दिन कमार जाति के चिन्हित बच्चों-महिलाओं के घर में पहुंचाया जाएगा उबला अंडा
09-Mar-2021 5:04 PM
 सप्ताह में 3 दिन कमार जाति के चिन्हित बच्चों-महिलाओं के घर में पहुंचाया जाएगा उबला अंडा

सोमवार से योजना की शुरुआत, खनिज न्यास निधि से होगा भुगतान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुन्द, 9 मार्च। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति में से एक कमार जाति के चिन्हित बालक बालिका और महिलाओं के लिए सप्ताह में तीन दिन उबला अंडा उनके घर में पहुंचाया जाएगा। सोमवार से इसकी शुरुआत की गई। 
संसदीय सचिव एवं खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव ने बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम खुटेरी से इसकी शुरुआत की। इस दौरान सरपंच पुष्पा गिरी उपस्थित थी। वहीं पिथौरा ब्लॉक के ग्राम सोनासिल्ली के कमारडेरा में सरपंच चोपलाल चौधरी, भिथीडीह में सरपंच सुनीता डडसेना, उपसरपंच अनिल चौधरी एवं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के हाथों कमार बच्चों एवं बालिकाओं तथा महिलाओं को उबला अंडा खिलाकर योजना का शुभारंभ किया गया। जिले के कमार जनजाति के 3 से 6 वर्ष के चिह्नांकित बच्चों और 01 से 49 उम्र की चिह्नांकित बालिका एवं महिलाओं को उबला अंडा सप्ताह में तीन दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से उनके घर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए कलेक्टर डोमन सिंह ने व्यय राशि की व्यवस्था जिला खनिज न्यास निधि से की है।

कलेक्टर ने राज्य सरकार की अन्य योजनाओं के साथ ही महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सुपोषण योजना को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इससे पहले महासमुंद जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में बीते फरवरी की पहली तारीख से चिह्नांकित 8500 से ज्यादा कुपोषित बच्चों और 15 से 49 वर्ष के चिन्हांकित 10700 से ज्यादा एनीमिक पीडि़त बालिका एवं महिलाओं को सप्ताह में तीन दिन गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन देने की शुरूआत की गई है। इसके लिए भी राशि जिला खनिज न्यास निधि से उपलब्ध कराई गई है। कलेक्टर ने इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कमार जाति के बच्चे, बालिकाओं और महिलाओं को उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आहार में सप्ताह में तीन दिन अंडा घर पहुंचाने की पहल की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कमार जाति के बच्चों को अंडा खिलाने की योजना जिले के 76 गांव में शुरू की गई है। 
महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के महासमुन्द ब्लॉक के 42 गांव,  बागबाहरा के 32 गांव एवं पिथौरा के 02 गांव में कमार जाति के परिवार निवासरत हैं। इन परिवारों में 3 से 6 वर्ष के चिह्नांकित 105 बच्चे और 1 से 49 उम्र की 1507 बालिका और महिलाएं शामिल हैं। कलेक्टर डोमन सिंह ने बताया कि लोगों की मंशानुरूप कमार जाति के बच्चों-महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अंडा देने की शुरूआत की। इस मामले में जनभावनाओं का भी पूरा ख्याल रखा गया है। किसी बच्चे या बालिका एवं महिलाओं को जबरन अंडा खाने के लिए नहीं दिया जाएगा। यदि कोई पालक चाहता है कि उसके बच्चे या बालिका एवं महिलाओं को अंडा नहीं दिया जाए तो उनकी इच्छा का सम्मान किया जाएगा। 
 

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