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वैक्सीनेशन शुरू होने से पहले समस्याओं को दूर कर लिया जाएगा- सीएमएचओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 जनवरी। जिला स्वास्थ्य विभाग की मानें तो आगामी 16 जनवरी को कोविड वैक्सीन लगाने के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। निर्धारित सेंटरों में भी अब पंडाल वगैरह लगाने तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। ठीक इसके विपरीत आधी अधूरी तैयारी के साथ स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को जिले के 36 सेंटरों पर वैक्सीनेशन को लेकर ड्राई रन किया।
ड्राई रन के दौरान स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ नजर आई। जिले के सभी सेंटरों पर 25-25 लोगों का वैक्सीनेशन के लिए मॉक ड्रिल करना था। तीन घंटे तक चले इस ड्राई रन में अधिकतर वैक्सीनेशन सेंटरों में सिर्फ 4-5 लोग ही पहुंचे, वो भी अधूरी जानकारी के साथ। रि-सेशन से लेकर वैक्सीन देने तक 20-25 मिनट से अधिक का समय लगा। जबकि इसमें 3 से 5 मिनट ही समय निर्धारित है। आदर्श बालक स्कूल में सुबह 10 बजे से मॉक ड्रिल शुरू हो गया था। आधे घंटे के बाद साढ़े 10 बजे पहली महिला पहुंची। वेरीफिकेशन के लिए न तो उसके पास मोबाइल था और न ही वह कोई आईडी लेकर आई थी।
कोरोना के वैक्सीनेशन की शुरुआत आगामी 16 जनवरी से शुरू हो रही है। इस दिन से जिले समेत पूरे देश में वैक्सीन देने की शुरुआत हो जाएगी। हालांकि अभी भी वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना से ठीक हो चुके व्यक्ति को वैक्सीन की पूरी खुराक लेनी जरूरी है। इसके अलावा कोरोना संक्रमित व्यक्ति के लक्षण खत्म होने के 14 दिन बाद तक वैक्सीनेशन स्थगित करना चाहिए। इससे टीका केंद्र पर दूसरों में वायरस का संक्रमण फैलने की आशंका को रोका जा सकता है।
इससे सम्बंधित जो सच्चाई है उसे बताते हुए सीएमएचओ एनके मंडपे का कहना है कि ड्राई रन इसलिए ही किया जा रहा है कि 16 जनवरी को वैक्सीनेशन शुरू होने से पहले इन समस्याओं को दूर कर लिया जाए। माकट्रिल के दौरान जो परेशानियां सामने आई हैं, उसे दूर करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। सीएमएचओ से मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने सुबह होते ही विभिन्न सेंटरों का निरीक्षण किया है। आगामी 16 जनवरी को फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य विभाग का अमला, सफाई कर्मचारी आदि कुल 1471 कर्मचारियों का चिन्हाकन टीकाकरण के लिए टीकाकरण क लिए किया गया है।
रविवार को तीन घंटे के ड्राई रन में 25 लोगों पर मॉक ड्रिल किया जाना था, लेकिन जानकारी नहीं पहुंच पाने के कारण 4-5 लोग ही पहुंचे। मॉक ड्रिल में पहुंचने वाले लोग बिना आईडी के पहुंच रहे थे। जबकि आईडी के बिना वैक्सीन नहीं दी जाएगी। आदर्श स्कूल में इसी दौरान बिजली भी कुछ देर के लिए गुल हो गई। एक व्यक्ति को वैक्सीन देने में रिस्पेशन से लेकर वैक्सीनेशन तक 20-25 मिनट का समय लगा। जिन्हें वैक्सीन लगना है उन्हें 30 मिनट ऑब्जरवेशन रूम में रहना भी अनिवार्य है। इन संटरों में वैक्सीनेटरों (जिनकी ड्यूटी लगी हो) को परसों शनिवार को शाम 5 बजे ट्रेनिंग दी गई। रात में 10 बजे मैसेज भेजकर रविवार को सुबह 10 बजे से ड्राई रन करने की जानकारी दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 10 जनवरी। रविवार को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिथौरा एवं इंसीडेंट कमांडर राकेश कुमार गोलछा ने पिथौरा शहर के शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी, रणजीत कृषि उच्च मध्य शाला एवं भुरकोनी स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल में कोरोना वैक्सीनेशन के लिये चल रहे मॉकड्रिल का निरीक्षण किया।
इसी प्रकार नायब तहसीलदार उमेश लहरी के द्वारा सांकरा एवं पिरदा के हायर सेकेंडरी शाला में मॉक ड्रिल सेशन का अवलोकन किया गया। विदित हो कि महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य विभागों के फ्रंटलाईन वर्कर्स जैसे मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सफाई कर्मचारियों आदि को कोरोना से लडऩे के लिये प्रतिरोधक शक्ति को बढाने के दृष्टिकोण से कोविड वैक्सीनेशन आरंभ किया जाना है। इससे पहले इसका अभ्यास रविवार को पूरे जिले में किया जा रहा है।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. तारा अग्रवाल से मिली जानकारी के अनुसार पिथौरा विकासखंड में फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य विभाग का अमला, सफाई कर्मचारी आदि कुल 1471 कर्मचारियों का टीकाकरण हेतु चिन्हांकन किया गया है। इसके लिये विकासखंड में कुल 16 केंद्र होंगे। आज रविवार को 5 स्थानों पिथौरा, भुरकोनी, सांकरा, पिरदा, भिथीडीह में मॉकड्रिल किया गया ताकि वैक्सीनेशन से पहले विभागीय तैयारियों का आंकलन किया जा सके।
अफसर-कर्मचारी जुटे कार्यालय की साफ-सफाई में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 जनवरी। जिलाधीश डोमन सिंह ने पदभार संभालते ही पहली बैठक में कार्यालयों की साफ़-सफ़ाई पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी जिला कार्यालय प्रमुख प्रत्येक दूसरे और तीसरे शनिवार को अपने-अपने कार्यालयों की साफ-सफाई कराया करें और उसके फोटो ग्रुप में शेयर भी करें।
कलेक्टर की कही गई बातों पर तुरंत अमल करते हुए विभिन्न विभागों के सरकारी कार्यालयों के अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों में व्यक्तिगत रुचि लेकर साफ-सफाई में जुट गए। जिला कार्यालय, सभी तहसील कार्यालय, जनपद पंचायत कार्यालयों में साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है। वहीं साफ-सफाई के फोटो भी ग्रुप में शेयर किए जा रहे हैं ।
कलेक्टर डोमन सिंह ने जिले में अपनी पहली समय सीमा की बैठक लेते हुए कहा था कि व्यक्ति के जीवन में साफ-सफाई एवं स्वच्छ वातावरण का बहुत महत्व है। स्वच्छ वातावरण में काम करने से मन स्वच्छ रहता है। कार्य करने वाले व्यक्ति की कार्यक्षमता में भी वृद्धि होती है। सरकारी कार्यालयों में काम करने वाला प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी लगभग एक तिहाई जीवन कार्यालय में व्यतीत करता है। ऐसी स्थित में यदि कार्यालय में उचित साफ-सफाई नहीं है तो अस्वच्छता एवं अस्वच्छ वातावरण का प्रभाव कर्मचारी के स्वास्थ्य के साथ साथ उनकी कार्य क्षमता पर पडऩा भी स्वभाविक है।
उन्होंने कहा कि कार्यालय की साफ-सफाई तथा कार्यालय के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने का कार्य कार्यालय में काम करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की सक्रिय सभागिता के बिना पूरा नहीं हो सकता है। इसलिए जिले के सभी सरकारी कार्यालयों के प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी अपने कार्यालय में बेहतर साफ-सफाई एवं स्वच्छ वातावरण निर्मित करने के प्रति जागरुक रहकर इस कार्य में सभागिता व योगदान दें। उन्होंने कहा कि कार्यालय में उपलब्ध शौचालय, शौचालयों की स्थिति का भी आंकलन किया जाए। उनमें किए जाने वाले ज़रूरी कार्यों को भी चिन्हांकित किया जाए।
जिले में स्थित सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शासकीय कार्यालयों में स्वच्छता अभियान शुरू किया गया। अब जिले में स्थित सभी शासकीय कार्यालयों में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए माह के प्रत्येक द्वितीय एवं तृतीय शनिवार को सभी कार्यालय प्रमुख एवं उनके कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों में सफाई का कार्य करेंगें।
सौ बिस्तर अस्पताल दस साल में 30 बिस्तरों में सिमटा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 जनवरी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायपाली इन दिनों डाक्टरों की कमी से जूझ रहा है। हाल ही में पूर्व बीएमओ व उनकी पत्नी का तबादला कोंडागांव हुआ है। लेकिन उनके स्थान पर नए डॉक्टर नहीं आए हैं। केवल बीएमओ का चार्ज बसना के एक डाक्टर को दिया गया है। बीएमओ के पद सहित विशेषज्ञ डाक्टरों के नौ पद यहां रिक्त हैं। वहीं चार ऐसे डाक्टर हैं, जो पदस्थ तो हैं लेकिन कार्यरत नहीं हैं। उसमें से डा पुष्कर चौधरी विगत आठ मार्च 2016 से अनुपस्थित हैं। डा. जीपी पटेल 16 मार्च 2017 से अनुपस्थित हैं। ये दोनों डाक्टर इस्तीफा भी दे चुके हैं।
इसके बावजूद अस्पताल रिकार्ड में अभी तक इनका नाम चल रहा है। इनके अलावा डा प्रशांत पटेल 14 मार्च 2019 से अनुपस्थित हैं। वहीं डा बीबी कोसरिया जिला चिकित्सालय बिलासपुर में उच्च शिक्षा अध्ययन के लिए गए हैं। एकमात्र डा. प्रेमलाल साहू ही यहां कार्यरत हैं। जबकि खंड चिकित्सा अधिकारी, मेडिसीन विशेषज्ञ, सर्जरी विशेषज्ञ, स्त्री रोग, शिशु रोग, निश्चेतना, अस्थि रोग, तीन सहायक शल्य चिकित्सक एवं दंत चिकित्सक के पद रिक्त हैं।
सरायपाली को लगभग 10 वर्ष पूर्व सौ बिस्तर अस्पताल की सौगात मिली थी लेकिन डॉक्टरों व कर्मचारियों के अभाव में यह अस्पताल 30 बिस्तर में सिमट कर रह गया है। वर्तमान में 30 बिस्तर के लिए भी सुविधाओं का अभाव है और प्रभारी बीएमओ व एक डाक्टर के भरोसे ही अस्पताल चल रहा है। डाक्टरों के अभाव के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर सेंटर बन कर रह गया है। डॉक्टरों के चार पद तो ऐसे हैं, जिनकी पदस्थापना तो है, लेकिन एक भी कार्यरत नहीं है। दो डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। बावजूद उनका नाम रिकार्ड में चल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 जनवरी। सौ बिस्तर जिला अस्पताल महासमुन्द को भर्ती मरीजों और अस्पताल की सुरक्षा के लिए फायर फाइटर सिस्टम से लैस किया जा रहा है। भविष्य में अस्पताल में आगजनी की घटना होने पर प्रबंधन समय रहते ही आग पर काबू पा सकेगी। इससे अस्पताल तो सुरक्षित रहेगा ही साथ मरीज भी सुरक्षित रहेंगे। इसके लिए लाखों रुपये की लागत से अस्पताल में फायर फाइटर सिस्टम का निर्माण किया जा रहा है। जिला अस्पताल परिसर में सीजीएमसी की ओर से जारी किए फंड से इसका निर्माण किया जा रहा है। जिसमें अस्पताल परिसर के प्रथम प्रवेश द्वार के बगल में 50 हजार लीटर क्षमता वाली अंडर ग्राउंड पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है।
अस्पताल प्रबंधन की मानें तो करीब तीन माह के भीतर अस्पताल परिसर फायर फाइटर सिस्टम से लैस हो जाएगा। टंकी का निर्माण होने के बाद अस्पताल के भवन के प्रत्येक कमरों तक पानी का पहुंचाने के लिए पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी। इससे आगजनी होने पर प्रबंधन को एक बटन दबाकर अस्पताल में होने वाली आग को बुझा पाएगी।
जानकारी के मुताबिक फायर फाइटर सिस्टम का निर्माण कार्य सप्ताह भर शुरू हुआ है। इसके लिए 50 हजार लीटर की क्षमता वाली टंकी का निर्माण किया जा रहा है, जिसके पूरा होने के बाद अस्पताल के प्रत्येक कमरों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य प्रारंभ होगा जो टंकी से सीधे कनेक्ट होगी। आगजनी की घटना होने पर यह से पानी पाईप के माध्यम से कमरों तक पहुंचेगा।
महासमुन्द, 10 जनवरी। रैली में नाचते वक्त एक युवक का पैर आरोपी के पैर पर पड़ गया तो नाराज होकर आरोपी ने चाकू मारकर उसे घायल कर दिया। यह घटना कल सरायपाली थाने के सामने जय स्तम्भ चौक पर घटी।
सरायपाली पुलिस के मुताबिक बजरंग दल ने शुक्रवार को रैली निकाली थी। रैली में नाचते समय पीडि़त वार्ड नम्बर 15 महलपारा निवासी नवजीत सिंह का पैर सरायपाली शहर के ही अजीत सिंह चौहान के पैर पर चला गया। इससे नाराज होकर अजीत ने नवजीत सिंह पर चाकू से वार कर घायल कर दिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी अजीत सिंह पर मामला दर्ज कर मामल की जांच शुरू कर दी है।
महासमुन्द, 10 जनवरी। घर के सामने से चोरी हुए बाइक को पुलिस ने तीन दिन बाद बरामद कर लिया है। मामला बसना थाना क्षेत्र के सिघंनपुर का है। पुलिस के मुताबिक हीतेन्द्र कश्यप पिता काशी प्रसाद की बाइक सिंघनपुर में उसके घर के सामने से 5 जनवरी को चोरी हो गई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बाइक को सरायपाली के बानीगिरोला से बरामद कर लिया। इस मामले में आरोपी अनिल पटेल पिता बिहारी पटेल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 जनवरी। सिर्फ एक साल में शहर में सामाजिक कार्यों में अपनी-अलग पहचान बनाने वाली संस्था रोलबोल कम्युनिटी स्थापना के एक साल पूरे होने पर कई कार्यक्रम का आयोजन करेगी। रोलबोल महासमुन्द टीम स्थापना दिवस पर 12 जनवरी को रक्तदान शिविर तथा निशुल्क डेंटल चेकअप कैंप का आयोजन किया है। इसके बाद मोटिवेशनल टॉक शो का आयोजन होगा, जिसमें केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, तारक मेहता डेली सोप फेम डा. हाथी के साथ ही अफ्रीका की ऊंची चोटी किली मंजारों को फतह करने वाले दिव्यांग चित्रसेन साहू, मशहूर कैरियर काउंसलर माइंडफुल और पैरेंटिंग कोच नितिन श्रीवास्तव शिरकत करेंगे।
रोलबोल कम्युनिटी के को-फाउंडर गगन बरडिया और प्रेसीडेंट सुधा पिंचा ने कहा कि रोलबोल कम्युनिटी की स्थापना के एक साल पूरा होने पर रोलबोल महासमुन्द टीम 12 जनवरी को वृहत कार्यक्रम कर रही है। कार्यक्रम के तहत 12 जनवरी को सुबह 9 बजे से 12 बजे तक यतन मगन हॉस्पिटल परिसर में रक्तदान शिविर तथा निशुल्क डेंटल चेकअप कैंप का आयोजन किया गया है। रोलबोल कार्यक्रम में ये लोग भी पहुंचेंगे। मूक बधिर एवं किन्नरों को अपने कैफे में रोजगार देकर विशिष्ट पहचान बनाने वाले नुक्कड़ कैफे रायपुर के संचालक प्रियांक पटेल, अपने दोनों पांव खो देने के बाद भी अफ्रीका की ऊंची चोटी किली मंजारों को फतह करने वाले चित्रसेन साहू, मशहूर कैरियर काउंसलर माइंडफुल और पैरेंटिंग कोच नितिन श्रीवास्तव प्रसिद्ध कवि एवं हास्य कलाकार मनोज शुक्ला इस कार्यक्रम में आएंगे।
महासमुन्द, 10 जनवरी। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के प्रयास से क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिए 65 लाख रुपए की स्वीकृति मिली है। विकास कार्यों के लिए स्वीकृति मिलने पर ग्रामीणों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण मद के तहत इसके लिए स्वीकृति मिली है।
जिसके तहत ग्राम कुरूभाठा व डूमरपाली में पांच-पांच लाख की लागत से सांस्कृतिक भवन निर्माण, ढाई लाख की लागत से ग्राम डूमरपाली में देवगुड़ी निर्माण, पांच लाख रुपए की लागत से रामपुर में सीसी रोड निर्माण, पांच लाख की लागत से ग्राम बंदोरा में समरसता भवन निर्माण, पांच लाख की लागत से ग्राम खड़सा के कमारडेरा में आदिवासी भवन निर्माण, ढाई लाख की लागत से ग्राम खिरसाली में पचरी निर्माण,पांच-पांच लाख की लागत से ग्राम कोलपदर व जलकी में सामुदायिक भवन निर्माण, ग्राम तेलीबांधा, उल्बा, जोरातराई, रामपुर व सिंघरूपाली में सीसी रोड निर्माण के लिए स्वीकृति मिली है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 जनवरी। वाणिज्य एवं उद्योग तथा जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा 13 से जिले के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। श्री लखमा 13 महासमुन्द और 14 को सरायपाली दौरे पर रहेंगे।
निर्धारित कार्यक्रम अनुसार वह 13 जनवरी को राजधानी रायपुर से सुबह 11 बजे प्रस्थान कर दोपहर 12 बजे महासमुन्द पहुंचेंगे। जिला पंचायत के सभाकक्ष में स्तरीय विभागीय गतिविधियों की समीक्षा करेंगे। मंत्री शाम 3 बजे जिला खनिज न्यास निधि में स्वीकृत कार्यों की भी समीक्षा करेंगे।
उसके बाद जीवन दीप समिति की बैठक लेंगे। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री शाम 5.30 बजे महासमुन्द से रवाना होकर शाम 6.30 बजे रायपुर अपने निवास पहुंचेंगे। 14 जनवरी को राजधानी रायपुर से सुबह 11 बजे रवाना होकर महासमुन्द जिले की तहसील सरायपाली पहुंचेंगे। मंत्री ग्राम पुजारी पाली में मकर संक्रांति के कार्यक्रम में शामिल होंगे। सरायपाली से शाम 4 बजे रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।
महासमुन्द, 10 जनवरी। जिले में शनिवार को 56 मरीज स्वस्थ हुए हैं और 22 नए पॉजिटिव मिले हैं। वहीं 1 संक्रमित की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार महासमुन्द ब्लॉक से 11, बागबाहरा से 2, पिथौरा से 6, बसना से 2 और सरायपाली से 1 पॉजिटिव प्रकरण मिले हैं। जिले में शनिवार को कुल 875 सैंपल की जांच की गई। जिले में अब तक 8713 पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है। इनमें से 8323 पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में अब तक 126 कोरोना संक्रमित की मौत हुई है। वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 267 है।
महासमुन्द, 10 जनवरी। महासमुन्द रेल्वे स्टेशन में प्लेटफार्म टिकट की बंद हुई बिक्री ट्रेनों के परिचालन शुरू होने के साथ ही शुरू हो गई है लेकिन इसके दाम में चार गुना वृद्धि हुई है। यही कारण है कि प्लेटफार्म टिकट की बिक्री कम हो गई है। टिकट का मूल्य अधिक होने और कोविड.19 के कारण स्टेशन में सफर करने वाले यात्री ही आ रहे हैं। अत: महासमुन्द में प्लेटफार्म टिकट की बिक्री नहीं हो रही है।
रेलवे को प्लेटफार्म टिकट से होने वाली अतिरिक्त आमदनी भी कोरोना संक्रमण की भेंट चढ़ गई है। जानकारी के मुताबिक स्टेशन में प्रतिमाह प्लेटफार्म टिकट से दो हजार रुपए की अतिरिक्त आय होती है, जो मार्च में कोरोना संक्रमण का दौर शुरू होने के बाद हुए लाकडाउन के बाद से बंद हो गई थी। रेल मंडल ने कुछ ट्रेनों का परिचालन शुरू किया तो प्लेटफार्म टिकट की बिक्री भी शुरू कर दी गई। लेकिन यात्रियों के साथ आने वाले अतिरिक्त लोगों की संख्या कम हो गई है। जिससे इसकी बिक्री भी कम हो गई है। स्टेशन में यात्रियों के साथ ही उन्हें छोडऩे के लिए कार, बाइक और अन्य वाहन लेकर आने वाले लोगों के लिए बनाया गया पार्किंग भी कोरोनाकाल में बंद हो गया है। लोगों के कम आने की वजह से इससे होने वाली आय भी लगभग समाप्त हो गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 जनवरी। पंचायत सचिवों को शासकीय कर्मचारी घोषित करने और रोजगार सहायक वेतन निर्धारित कर नियमितिकरण की मांग को लेकर पिछले 15 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं।
अपनी मांगों को पूरा करने को लेकर पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों ने शनिवार को पूरे प्रदेश में सरकार को नींद से जगाने के लिए धरना स्थल पर थाली, ढोल और नगाड़े बजाए। जिला मुख्यालय में भी पंचायत सचिव 26 दिसम्बर व रोजगार सहायक 30 दिसम्बर से अपने 3 सूत्रीय मांगों को लेकर संयुक्त रूप से अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं। इन्होंने सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए हवन पूजन किया वहीं 8 जनवरी को रोजगार सहायक और पंचायत सचिव संघ ने भीख मांगकर विरोध जताया। 9 जनवरी शनिवार को सचिव और रोजगार सहायक संघ ने सरकार को नींद से जगाने हल्ला बोल प्रदर्शन किया।
सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार ध्रुव और रोजगार सहायक संघ ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार हरदेव ने कहा कि आंदोलन के जरिये सोई हुई सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने और सरकार को जगाने की कोशिश की जा रही है।
गौरतलब है कि शासकीयकरण की मांग को लेकर प्रदेश पंचायत सचिव पिछले 15 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं। सचिव संघ मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल वापस लेने के मूड में बिलकुल भी नहीं है। पंचायत सचिव मांगों को लेकर 12 जनवरी को प्रदेश के सभी धरना स्थल में सरकार को नींद से जगाने के लिए भैंस लाकर उनके सामने बीन बजाएंगे। वहीं 12 से 20 जनवरी तक क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे। पंचायत सचिव और रोजगार सहायक सभी कार्यक्रम का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया में पोस्ट करेंगे। पंचायत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने से जिले समेत प्रदेश के सभी पंचायतों में विकास के काम पूरी तरह ठप पड़ गया है। हालात यह हो गई है कि पूर्व में हुए निर्माण कार्यों की राशि का न तो भुगतान हो पा रहा है और न ही नए काम शुरू हो पा रहे हैं। पंचायतों में होने वाली ग्राम सभा की बैठक भी आंदोलन के कारण प्रभावित हो रही है। साथ ही छात्रों को आय प्रमाण पत्र और जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भटकना पड़ रहा है।
महासमुन्द, 10 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह के निर्देशानुसार राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 2 प्रकरणों पर 50 बोरा धान अर्थात् 20 क्विंटल धान जप्त किए।
प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें पिथौरा तहसील के निवासी फगेश्वर साहू से 25 बोरी धान एवं बागबाहरा तहसील के ग्राम कोमा निवासी मुंशीलाल सोनी से 25 बोरी धान जप्त कर उचित कार्यवाही की गई। बता दें कि अब तक जिले में कुल 198 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जिनमें 9985 बोरा धान अर्थात् 3994 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 11 वाहन भी शामिल हैं। जिले में कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उडऩदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर लगातार निगरानी की जा रही है।
जिले के 8977 अधिकारी-कर्मचारियों को सबसे पहले लगाई जाएगी वैक्सीन
आज सुबह हुआ मॉकड्रिल
36 सेंटर्स बनाकर आवश्यक तैयारी के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमन्द, 10 जनवरी। प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद वैक्सीनेशन की तैयारियां तेज हो चुकी है। पहले चरण में महासमुन्द जिले के तीन सेंटरों में वैक्सीनेशन होगा। इसके लिए जिला अस्पताल महासमुन्द, सरायपाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का चयन किया गया है। इन तीनों स्थानों पर सबसे पहले 16 जनवरी को टीकाकरण की शुरुआत होगी।
स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है। इन तीनों सेंटरों के अंतगर्त आने वाले स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के फ्रंट लाइन वकर्स और नगर पालिका के उन सफाई कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है, जो कोविड केयर सेंटर या कोविड में अपनी सेवाएं दे रहे थे। नोडल अफसर कोविड वैक्सीनेशन पूजा बंसल ने बताया कि राज्य से 16 जनवरी को वैक्सीनेशन की सूचना मिली है। उसके अनुरूप तैयारियां की जा रही है। इसके लिए तीन सेंटर्स का चयन किया गया है। वहीं जिले में वैक्सीनेशन के लिए कुल 36 सेंटर्स का चयन किया गया है, जहां आवश्यक तैयारियां की जा रही है। इन तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज जिले भर के चयनित वैक्सीनेशन सेंटर्स में ड्राई रन है ताकि तैयारियों का जायजा लिया जा सके।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महासमुन्द जिले में कोविड.19 वैक्सीनेशन के लिए कुल 36 सेंटर बनाए गए हैं। इन सेंटरों में परिसर की साफ.-सफाई, बिजली व प्रकाश की आवश्यक व्यवस्था, पेयजल, बैठक व्यवस्था और शौचालय की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ इन सभी सेंटरों में आज रविवार को ड्राई रन के जरिए आवश्यक तैयारियों के लिए मॉकड्रिल किया। जिले में कोविड.19 की वैक्सीन स्टोर करने के लिए 20 कोल्ड चेन प्वाइंट तैयार किए गए हैं। इन कोल्ड चेन प्वाइंट में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। इसके अलावा 3 नए कोल्ड चेन प्वाइंट भी तैयार किए जा रहे हैं। जिले में वैक्सीन की पहली खेप कब पहुंचेगी, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता ने बताया कि कोविड.19 वैक्सीनेशन के लिए जिले के 8977 अधिकारी-कर्मचारियों का चयन कर लिया गया है। इसमें स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और नगर पालिका के वे सफाईकर्मी शामिल हैं, जो कोविड केयर सेंटर,ए कोविड अस्पताल जैसे स्थानों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 जनवरी। केन्द्र सरकार के माध्यम से संचालित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनांतर्गत समाजिकए आर्थिक एवं जातीय जनगणना.2011 की चयनित श्रेणियों में सूचीबद्ध परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक की स्वास्थ्य सहायता प्रदान की जाती है। इसी प्रकार राज्य शासन द्वारा संचालित डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का संचालन राज्य के खाद्य विभाग द्वारा जारी राशनकार्ड के आधार पर किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनके मंडपे ने बताया कि अन्त्योदय एवं प्राथमिकता राशन कार्डधारी परिवारों को 5 लाख रुपए तक एवं शेष ए.पी.एल.परिवारों को 50 हजार रुपए तक की स्वास्थ्य सहायता प्रदान किए जाने का प्रावधान है।
पात्र परिवारों को इलाज की आवश्यकता होने के पूर्व ही योजनांतर्गत् नि:शुल्क ई.कार्ड प्रदान किया जा रहा है। जिससे हितग्राहियों को योजना में उनकी पात्रता की जानकारी प्राप्त होगी एवं इसके अतिरिक्त उन्हें वास्तविक इलाज की आवश्यकता होने पर या आपातकालीन इलाज की जरूरत होने की स्थिति में ई.कार्ड बने रहने से इलाज जल्द प्रदान किया जा सकेगा। ई.कार्ड बनाने के लिये हितग्राही को अपना राशन कार्ड के साथ शासकीय फोटो पहचान पत्र लेकर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में जाना होगा।
महासमुन्द जिले में जिला चिकित्सालयए समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रोंए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पटेवा, झलप, बिरकोनी, खट्टी, हाथीबाहरा, खम्हरिया, खल्लारी, मुनगासेर, तेन्दुकोना, कोमाखान, भुरकोनी, पिरदा, भिथीडीह, सांकरा, लम्बर, भंवरपुर, बडेसाजापालीए चनाट, बरोली, सिंघोडा, तोषगांव, बलौदा, पाटसेन्द्री में ई-कार्ड बनाकर प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने समस्त नागरिकों से अपील की है कि वे आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर अपना ई-कार्ड अवश्य बनाएं। इस योजना के सम्बंध में अधिक जानकारी एवं किसी प्रकार की सहायता के लिए टोल.फ्री नम्बर 104 पर भी सम्पर्क कर सकते हैं।
महासमुंद, 9 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह के निर्देशानुसार कल राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 4 प्रकरणों पर 115 बोरा धान अर्थात् 46 क्विंटल धान जप्त किए गए।
प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें महासमुन्द तहसील के ग्राम सोरिद निवासी दुर्गा प्रसाद साहू से 30 बोरी धान, डोमेन्द्र चन्द्राकर से 30 बोरी धान, ग्राम चैकबेड़ा निवासी, अनिल चन्द्राकर से 25 बोरी धान जप्त किया एवं बसना तहसील के ग्राम गढ़पटनी निवासी प्रेम सागर निषाद से 30 बोरी धान जप्त कर उचित कार्यवाही की गई। बता दें कि अब तक जिले में कुल 196 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जिनमें 9935 बोरा धान अर्थात् 3974 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 11 वाहन भी शामिल हैं। जिले में कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उडऩदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर लगातार निगरानी की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 जनवरी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल की उपस्थिति में जिला पंचायत के सभा कक्ष में गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक सह प्रशिक्षण आयोजित की गई।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने समीक्षा के दौरान गोधन न्याय योजना के सम्बंध में अधिकारियों से कहा कि यह राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक हैं। सम्बंधित अधिकारी-कर्मचारी गोधन न्याय योजना के तहत् गोबर खरीदी का कार्य गोधन एप के माध्यम से प्रतिदिन ऑनलाईन डाटा एण्ट्री अनिवार्य रूप से करें। इसके अलावा वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन, वर्मीबेड, नाडेप, वर्मी टांका एवं लो कास्ट तकनीक से तैयार किए गए टांकों में गोठान में क्रय किए गए गोबर को शतप्रतिशत् टांकों में भरकर वर्मी खाद तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गौठान में समूह को दिए गए गोबर की मात्रा उत्पादित किए गए वर्मी खाद की मात्रा एवं विक्रय के लिए तैयार किए वर्मी खाद की मात्रा एवं रुपए की जानकारी गोधन एप में मोबाईल के माध्यम से इंद्राज करने का दायित्व पंचायत सचिव का है, जो वर्तमान में हड़ताल पर हैं। जिसके कारण मोबाईल एप्लीकेशन में गोबर की एण्ट्री नहीं होने से कार्य प्रभावित हो रहा है। इसका दायित्व नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारियों का भी है।
अत: उन्हें इस दायित्व को पूरा करने एवं इसकी साप्ताहिक जानकारी विकासखंडवार, गौठानवार भेजनेे के निर्देश दिए। गोधन न्याय योजना में चयनित प्रत्येक गौठान में वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन एवं विभिन्न गतिविधियों का संचालन एवं समस्या से अवगत कराने के लिए जिला स्तरीय एवं विकासखंड स्तर के अधिकारियों को नियमित भ्रमण कर मानिटरिंग करने के निर्देश दिए। प्रशिक्षण के दौरान ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भूषण साहू द्वारा गोधन न्याय योजना एप मोबाईल के माध्यम से संचालन के सम्बंध में विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण दी गई।
गौठान के सहायक नोडल अधिकारियों को गोधन खरीदी से उत्पादन से विक्रय तक की जानकारी प्रत्येक चरण की जानकारी गोधन एप में मोबाईल के माध्यम से इंद्राज करने के लिए प्रशिक्षण के माध्यम से अवगत कराया गया। इस अवसर पर कृषि विभाग के उप संचालक एस.आर. डोंगरे, पशु चिकित्सक सेवाएं के उप संचालक डॉ. डीडी झारिया, उद्यानिकी विभाग के एन.एस. कुशवाह सहित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पशु चिकित्सा सेवाएं एवं सहायक पशु शल्य चिकित्सा अधिकारी, उद्यानिकी विभाग के उद्यान विस्तार अधिकारी एवं जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 जनवरी। कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर महासमुन्द जिले के दो स्थानों इनमें बसना के हायर सेकेण्डरी स्कूल और पिरदा के हायर सेकेण्डरी स्कूल में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में ड्राई रन मॉकड्रिल किया गया। शहरी क्षेत्र में बसना के हायर सेकेण्डरी स्कूल और ग्रामीण क्षेत्र के पिरदा हायर सेकेण्डरी स्कूल में ड्राई रन किया गया। 25-25 लोगों पर कोरोना वैक्सिनेशन का ड्राई रन किया गया। इस दौरान सोशल डिस्टेंडिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया। थर्मल स्क्रिनिंग के बाद प्रवेश दिया गया। प्रवेश एवं निकासी द्वार अलग-अलग थे।
जिले में वैक्सीनेशन के लिए तीन कमरे बनाए गए हैं। पहले कमरे में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए लोगों को बैठाया गया। फिर बारी-बारी से दूसरे कमरे में वैक्सीन लगाई गई। इसके बाद किसी भी दुष्परिणाम पर नजर रखने के लिए तीसरे कमरे में आधे घंटे बैठाकर रखा गया। ताकि कोई परेशानी होने पर तत्काल उपचार की व्यवस्था की जा सके। इस तरह ड्राई रन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया की पहले चरण में 8,977 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। इनमें सरकारी प्राइवेट चिकित्सक,कर्मचारी, महिला बाल विकास के कर्मचारी और नगर पालिका के सफाई कर्मचारी शामिल हंै। सोमवार को जिला मुख्यालय महासमुन्द के हाईस्कूल में कलेक्टर डोमन सिंह की मौजूदगी में कोरोना वैक्सिनेशन का शुभारंभ हुआ था।
समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित सामग्रियों की बिक्री की उचित व्यवस्था करने कहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने जिला पंचायत सभाकक्ष में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा की।
उन्होंने जिले में योजनाओं के तहत चल रहे विभिन्न अपूर्ण कार्यों को जल्द से जल्द व्यक्तिगत रुचि लेकर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यो में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने अप्रारम्भ कार्यो को भी शुरू करने को कहा। स्व.सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित सामग्रियों की बिक्री की उचित व्यवस्था करने को कहा ताकि उनकी आमदनी में और तेजी आए।
कलेक्टर डोमन सिंह ने जिले के गौठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए फेंसिंग पोल, चैन फेंसिंग तार, आटा चक्की, सीएससी कॉमन सर्विस सेंटर की व्यवस्था करने तथा महिला स्वसहायता समूहों में पुरूषों की सहभागिता बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल, जिला पंचायत के परियोजना कृषि विभाग के उप संचालक, उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक, कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक जनपद पंचायत जिला पंचायत के सभी अधिकारी एवं जनपद पंचायत के सभी कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर ने एजेंडो पर चर्चा की। महात्मा गांधी नरेगा के कार्यक्रम अधिकारियों को सभी स्वीकृत कार्यो को प्रारंभ कर श्रमिक बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया एवं सुराजी गांव योजनांतर्गत स्वीकृत गौठानों एवं नरवा अंतर्गत स्वीकृत कार्यों को प्राथमिकता से कराए जाने हेतु निर्देशित किए।
उन्होंने मजदूरों के लंबित भुगतान, समयबद्ध मजदूरी भुगतान की बात कही। कलेक्टर ने जिले की सभी गौठानों में पर्याप्त मात्रा में पैरादान करने के लिए किसानों को प्रेरित करने पर बल दिया। कलेक्टर ने सम्बंधित अधिकारियों को महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत संचालित कार्यों के समीक्षा के दौरान गौठान निर्माण कार्यों में बोर की व्यवस्था, द्वितीय फेस के गौठानों में डब्ल्यूएटी, सीपीटी के कार्यों को प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा गौठान में पैरादान की व्यवस्था ठीक से किए जाने तथा खाद्य अनाज भण्डार के अपूर्ण तथा अधूरे कार्यो को प्राथमिकता के साथ पूरा कराने के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 जनवरी। पंचायत सचिवों को शासकीय कर्मचारी घोषित करने और रोजगार सहायकों का वेतन निर्धारित कर नियमितिकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे सचिव और रोजगार सहायक संघ के सदस्यों न शुक्रवार को पूरे प्रदेश में धिक्कार दिवस के रूप में मनाया।
महासमुन्द में जिला मुख्यालय से लेकर ब्लॉक मुख्यालयों में धरने पर बैठे पंचायत सचिव व रोजगार सहायकों ने धिक्कार दिवस मनाते हुए दुकानों और राहगीरों से भीख मांगा। भीख से जमा हुए रुपए को कलेक्टर को सौंपकर राज्य सरकार को पहुंचाने का निवेदन किया। जिला मुख्यालय में पंचायत सचिव व रोजगार सहायकों ने दोपहर 12.30 से धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद एक रैली निकालकर दुकानदारों और सडक़ पर चलने वाले राहगीरों से भीख मांगा। भीख मांगकर धन संग्रहण करने के बाद राज्य शासन को भेजने के लिए कलेक्टर को सौंपा।
पंचायत सचिव संघ के महासमुन्द ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार ध्रुव ने कहा कि सरकार ने हमें जन्म तो दे दिया लेकिन पालन.पोषण से भाग रही है। राज्य की कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले पंचायत सचिवों को शासकीयकरण का वायदा किया था। वहीं रोजगार सहायकों को भी नियमितिकरण की बात कही थी। आज हालात यह है कि सरकार बनमे हुए दो साल हो गए हैं। हम अपना हक सरकार से मांग रहे हैं लेकिन हमें फंड नहीं होने का हवाला देकर हमारी मांगों से किनारा कर रहे हैं। फंड का रोना रोने वाले राज्य सरकार को हम भीख मांगकर उसे धिक्कार रहे हैं। भीख के दौरान जमा हुए रुपए को कलेक्टर को सौंपकर राज्य सरकार को पहुंचाने का निवेदन करेंगे।
शासकीयकरण की मांग को लेकर प्रदेश पंचायत सचिव पिछले 14 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं। सचिव संघ मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल वापस लेने के मूड में बिलकुल भी नहीं है। प्रदेश पंचायत सचिव संगठन सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए 20 दिन के कार्यक्रम का ब्योरा जारी किया है। पंचायत सचिव मांगों को लेकर 9 जनवरी प्रदेश के सभी ब्लॉक मुख्यालय में हल्ला बोल कार्यक्रम करेंगे।
इस दौरान थाली, नगाड़ा, टीपा बजाकर, हल्ला कर सरकार को मांग पूरी करने के लिए कोसेंगे। वहीं 11 जनवरी प्रदेश के सभी धरना स्थल में सरकार को नींद से जगाने के लिए भैंस लाकर उनके सामने बिन बजाएंगे। पंचायत सचिव अपनी मांगों से आम लोगों को जोडऩे और उनका समर्थन पाने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लेंगे। सचिव सभी कार्यक्रम का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया में पोस्ट करेंगे। साथ ही पत्र लिखकर सीएम को भेजकर मांगों को पूरा करने की अपील करेंगे।
महासमुंद, 9 जनवरी। जिले में पिछले दो दिनों से बादल छाए हुए थे और आज सुबह सूर्योंदय के बाद से मौसम साफ हुआ है। गुरूवार और शुक्रवार की सुबह-सुबह जिले के कई हिस्सों में हल्की बूंदा-बांदी भी हुई। मौसम में आए इस बदलाव के कारण ठंड पूरी तरह से गायब हो चुकी है।
हालांकि ठंडी हवाएं चल रही हैं लेकिन तापमान में बढ़ोत्तरी भी हुई है। कल 10 जनवरी तक इसी तरह धूप और बादल वाले मौसम बने रहने का अनुमान है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा का कहना है कि प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवा की दिशा दक्षिण पूर्व की दिशा में चल रही है। साथ ही हवा काफी मात्रा में नमी लेकर आ रही है।
यही कारण है कि प्रदेश में 10 जनवरी तक बादल छाए रहने की संभावना है। उत्तर छत्तीसगढ़ में 11 जनवरी को भी बादल छाए रहने की आशंका है। इसके बाद से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट की संभावना है, जो 17 जनवरी तक जारी रहेगी। इस दौरान 5 से 6 डिग्री तक की गिरावट न्यूनतम तापमान में दर्ज की जाएगी।
6- प्रतिशत केंद्र और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 जनवरी। लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू ने दोपहर एक पत्रकार वार्ता लेकर कहा कि कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र छात्राओं के शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान छात्रवृत्ति में बदलाव करते हुए छात्रवृत्ति राशि में पांच गुना बढ़ोत्तरी की गई है। इसमें अनुसूचित जाति के बच्चे सफलता पूर्वक उच्च शिक्षा पूरा करे, इसके लिए छात्रवृत्ति के बजट में बढ़ोत्तरी की है।
इस योजना मे राज्य शासन की ओर से 40 प्रतिशत छात्रवृत्ति और केन्द्र सरकार कि 60 प्रतिशत राशि के साथ समावेशित कर बच्चों के खाते में डाले जाने की योजना बनाई गई है। सांसद साहू ने कहा कि केन्द्र सरकार अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों में उच्च शिक्षा हायर सेकण्डरी स्कीम में भारत सरकार का सर्वाधिक हस्तेक्षप है। केन्द्र सरकार इन प्रयासों को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबध्द है ताकि 5 वर्ष की अवधि में जीईआर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सके।
श्री साहू कहा कि आज भी गरीब परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो रहे हैं। आर्थिक रूप से सक्षम ना होने की वजह से गरीब परिवार अपने बच्चों को हायर सेकण्डरी की पढ़ाई नहीं करा पा रहा है। इस दिशा में केन्द्र की मोदी सरकार और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने पहल की है कि अब राज्य सरकार को केन्द्र सरकार के 60 प्रतिशत राशि के साथ अपने हिस्से की 40 प्रतिशत राशि देगी तभी वह छात्रवृत्ति बच्चों के बैंक खातों में सीधे जमा हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार दवारा दी गई राशि को राज्य सरकार अपने मुताबिक छात्र छात्राओं में बांट देती है। इस वजह से अब केन्द्र सरकार ने यह फैसला लिया है कि केन्द्र सरकार की राशि आवंटित होते ही राज्य सरकार को अपनी राशि जमा करानी होगी। इसके लिए केन्द्र सरकार निगरानी तंत्र को और सुदृढ़ किया जाएगा साथ ही सोशल ऑडिट, तीसरे पक्ष द्वारा वार्षिक मुल्याकंन कराकर केन्द्रीय सहायता जो वर्ष 2017-18 से 2019-2020 के दौरान लगभग 11 सौ करोड़ रुपए प्रतिवर्ष थी, उसे वर्ष 2020.21 से 2025-26 के दौरान 5 गुना से अधिक बढ़ाकर लगभग 6000 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष किया जाएगा। प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व विधायक डा. विमल चोपड़ा, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया,भाजपा अनुसूचित जाति के अध्यक्ष प्रियरंजन दास ऐतराम साहू, प्रदीप चंद्राकर, उत्तरा प्रहरे, अरविन्द प्रहरे सहित अन्य उपस्थित थे। पत्रकारवार्ता के जरिए सांसद ने बताया कि कई ऐसे छात्र हैं जो 10 वीं के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं। जबकि वे प्रतिभावान होते हैं। उनकी पढ़ाई आगे जारी रह सके इसलिए यह योजना लाई गई है।
कलेक्टर ने कहा-निराकृत प्रकरणों को रिकॉॅर्ड रूम में जमा कराएं
महासमुंद, 9 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला राजस्व के कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि राजस्व अधिकारी शासन के कल्याणकारी योजनाओं के सकारात्मक परिणाम सुनिश्चित करें। ताकि इनका लाभ लक्षित वर्गों को मिल सकें।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशानुरूप राजस्व विभाग के योजनाओं का क्रियान्वयन कर लक्ष्य समय पर पूरा करें। कलेक्टर ने कहा कि राजस्व विभाग की योजनाओं से पात्र हितग्राहीं लाभान्वित हो यह सुनिश्चित करें। उन्होंने अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों और तहसीलदारों से नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, वन अधिकार पत्र, भू-अर्जन, राजस्व वसूली सहित आम ग्रामीणों से जुड़े राजस्व प्रकरणों की विस्तार से जानकारी ली। नगरीय क्षेत्र में नजूल पट्टे की शासकीय भूमि का इच्छुक पात्र हितग्राहियों को गाइड लाइन अनुसार मालिकाना हक देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारी अन्य कार्यों के साथ अपने मूल काम पर भी विशेष ध्यान दें।
कलेक्टर डोमन सिंह ने एक बार पुन: निरस्त हुए व्यक्तिगत वन अधिकार मान्यता पत्र पर जल्द से जल्द पुनर्विचार कर भेजने के निर्देश दिए और कहा कि पुनर्विचार के बाद निरस्त या पात्र का कारण भी स्पष्ट रूप से दर्शाए। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से पूरा करें। ताकि पात्र हितग्राही लाभान्वित हो सकें। बैठक में अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुनील कुमार चन्द्रवंशी, राकेश कुमार गोलछा, भागवत जायसवाल, डिप्टी कलेक्टर बीएस् मरकाम, सीमा ठाकुर, ऋतु हेमनानी सहित समस्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
आरोपी जेल दाखिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 जनवरी। सरायपाली पुलिस ने मुख्यालय रायपुर से संचालित गुम बच्चों की खोजबीन हेतु अभियान मुस्कान के परिपालन में अपहरण हो रही नाबालिग बच्ची को आरोपी के चंगुल से मुक्त किया है।
महासमुन्द पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देश पर जिले के सभी थाने चौकियों में गुम बच्चों की खोजबीन हेतु अभियान मुस्कान संचालित है। थाना प्रभारी सरायपाली निरीक्षक वीणा यादव को 8 जनवरी को मुखबीर से सूचना मिली कि आरोपी आकाश निषाद साकिन सरायपाली एक बच्ची को रायपुर से ओडिशा जाने वाली बस में बिठाकर ओडिशा क ी ओर ले जा रहा है।
सूचना मिलते ही सरायपाली बस स्टैण्ड के पास से आरोपी के कब्जे से नाबालिक बालिका को बरामद किया गया।
आरोपी पर वैधानिक कार्यवाही करते हुए नाबालिक बालिका को उसके परिजनों के सुपुर्द कर आरोपी आकाश निषाद पिता लक्ष्मण निषाद उम्र 22 वर्ष जाति केंवट साकिन लिमऊगुड़ा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया है।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक वीणा यादव, उप निरीक्षक अनिल पालेश्वर, नीलाम्बर सिंह नेताम, मुरलीधर भोई, राजेंद्र भोई, प्रधान आरक्षक सुकलाल भोई, ए रामकृष्ण साहू आरक्षक अनिल मांझीए दिलीप पटेलए शिवशंकर राज एयोगेश यादव एमहिला आरक्षक सौदामिनी बगर्ती एवं नगर सैनिक उद्धव सोनी का विशेष योगदान रहा।