महासमुन्द
6- प्रतिशत केंद्र और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 जनवरी। लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू ने दोपहर एक पत्रकार वार्ता लेकर कहा कि कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र छात्राओं के शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान छात्रवृत्ति में बदलाव करते हुए छात्रवृत्ति राशि में पांच गुना बढ़ोत्तरी की गई है। इसमें अनुसूचित जाति के बच्चे सफलता पूर्वक उच्च शिक्षा पूरा करे, इसके लिए छात्रवृत्ति के बजट में बढ़ोत्तरी की है।
इस योजना मे राज्य शासन की ओर से 40 प्रतिशत छात्रवृत्ति और केन्द्र सरकार कि 60 प्रतिशत राशि के साथ समावेशित कर बच्चों के खाते में डाले जाने की योजना बनाई गई है। सांसद साहू ने कहा कि केन्द्र सरकार अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों में उच्च शिक्षा हायर सेकण्डरी स्कीम में भारत सरकार का सर्वाधिक हस्तेक्षप है। केन्द्र सरकार इन प्रयासों को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबध्द है ताकि 5 वर्ष की अवधि में जीईआर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सके।
श्री साहू कहा कि आज भी गरीब परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो रहे हैं। आर्थिक रूप से सक्षम ना होने की वजह से गरीब परिवार अपने बच्चों को हायर सेकण्डरी की पढ़ाई नहीं करा पा रहा है। इस दिशा में केन्द्र की मोदी सरकार और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने पहल की है कि अब राज्य सरकार को केन्द्र सरकार के 60 प्रतिशत राशि के साथ अपने हिस्से की 40 प्रतिशत राशि देगी तभी वह छात्रवृत्ति बच्चों के बैंक खातों में सीधे जमा हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार दवारा दी गई राशि को राज्य सरकार अपने मुताबिक छात्र छात्राओं में बांट देती है। इस वजह से अब केन्द्र सरकार ने यह फैसला लिया है कि केन्द्र सरकार की राशि आवंटित होते ही राज्य सरकार को अपनी राशि जमा करानी होगी। इसके लिए केन्द्र सरकार निगरानी तंत्र को और सुदृढ़ किया जाएगा साथ ही सोशल ऑडिट, तीसरे पक्ष द्वारा वार्षिक मुल्याकंन कराकर केन्द्रीय सहायता जो वर्ष 2017-18 से 2019-2020 के दौरान लगभग 11 सौ करोड़ रुपए प्रतिवर्ष थी, उसे वर्ष 2020.21 से 2025-26 के दौरान 5 गुना से अधिक बढ़ाकर लगभग 6000 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष किया जाएगा। प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व विधायक डा. विमल चोपड़ा, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया,भाजपा अनुसूचित जाति के अध्यक्ष प्रियरंजन दास ऐतराम साहू, प्रदीप चंद्राकर, उत्तरा प्रहरे, अरविन्द प्रहरे सहित अन्य उपस्थित थे। पत्रकारवार्ता के जरिए सांसद ने बताया कि कई ऐसे छात्र हैं जो 10 वीं के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं। जबकि वे प्रतिभावान होते हैं। उनकी पढ़ाई आगे जारी रह सके इसलिए यह योजना लाई गई है।