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रेप सहित अन्य अपराधिक मामलों में भी बढ़ोतरी
कोरोना काल में भी बेहतर पुलिसिंग रही- एसपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 31 दिसम्बर। जिले में पिछले साल की अपेक्षा इस साल हत्या और लूट के अपराध लगभग दोगुने हुए हैं। अनाचार सहित अन्य अपराधिक मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है।
पुलिस विभाग से मिली अपाराधिक तुलनात्मक जानकारियोंं के मुताबिक इस साल पुलिस की सबसे बड़ी सफलता यह है कि इस बार अपराधिक मामलों में तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। यह कार्रवाई पिछले साल से काफी बेहतर है। कोरोना काल में भी पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा है। इसके साथ ही पुलिस ने अवैध शराब और गांजे पर भी ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। कोविड में व्यस्त होने के बाद भी 195 लोगों को 69 क्विंटल कीमत 9 करोड़ 86 लाख का गांजा व 1412 को अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया है। शराब की कीमत 84 लाख रुपए है। एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि कोरोना काल में भी इस साल जिले की पुलिसिंग बेहतर रही है। वहीं आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। कोविड के चलते न्यायालय बंद होने के कारण इस वर्ष चालान पेश नहीं हो पाए हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले साल 2021 में काफी बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा।
पुलिस रिकार्ड में इस साल हत्या का प्रयास व अनाचार के मामले में काफी बढ़ोतरी हुई है। साल 2019 में हत्या का प्रयास 6 था। इस साल यह आकड़ा बढक़र 11 हो गया है। इसमें 7 प्रकरण में 15 आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है। शेष पर खोजबीन जारी है। इसके अलावा अनाचार के आकड़े भी इस साल बढ़े हुए हैं। पिछले साल यानी 2019 में 71 अनाचार के मामले सामने आए थे। इसी तरह इस साल नकबजनी और चोरी में थोड़ी कमी आई है। यह पुलिस विभाग के आकड़े कर रहे हैं। साल 2019 में 107 नकबजनी और 126 चोरियां हुई है। साल 2020 में नकबजनी 100 और 108 ही चोरी हुई है। इस पर पुलिस ने क्रमश: 42 व 21 प्रकरण तैयार कर 91 और 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आकड़ों पर यदि नजर डालें तो 1 जनवरी से 20 दिसम्बर 2020 तक जिले के थाना क्षेत्रों में 22 हत्या हुई है। इस अपराध में पुलिस की तफ्तीश जारी है। इसमें से 19 मामले की तफ्तीश पूरी हो गई है और 28 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन 15 प्रकरणों में 23 आरोपियों की गिरफ्तारी का चालान भी न्यायालय में पेश कर दिया है। सात मामले पुलिस के पास पेंडिग है, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है। कोरोना काल के कारण चालान पेश नहीं हो पाया है। तीन मामले ऐसे हैं, जिस पर तफ्तीश जारी है। एसपी का कहना है कि शेष मामलों में आरोपियों की खोजबीन जारी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें कि पिछले वर्ष 12 हत्याएं हुईं थीं। जिसमें से 9 प्रकरण में 13 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। अभी भी 3 मामले पेडिंग है, जिसकी तफ्तीश पुलिस कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। महासमुन्द जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी मनरेगा के तहत निर्माण कार्यों में मजदूरी करने वाली 13 गर्भवती महिलाओं को एक महीने के मातृत्व भत्ते के साथ प्रसूति अवकाश दिया गया है। इस वित्तीय वर्ष में अब तक 18 महिलाओं को मातृत्व भत्ता देने की प्रक्रिया की जा रही है। 150 दिन का रोजगार और वन पट्टा धारियों को 50 दिन अतिरिक्त रोजगार मिलेगा। इसके लिए वन विभाग द्वारा पृथक से कार्य योजना तैयार कर नरेगा से स्वीकृति प्राप्त की जा रही है। जिले में 130 करोड़ के कार्य की स्वीकृति प्रदाय कर प्रत्येक जॉब कार्ड परिवार को न्यूनतम 100 दिन रोजगार देने पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही नए जॉब कार्ड हेतु आवेदन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत में दिया जा सकता है। जिसके 15 दिन के भीतर नियमानुसार नवीन जॉब कार्ड प्रदाय किया जाएगा। साथ ही मजदूर द्वारा कार्य की मांग का मांग पत्र ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत में जमा करके 15 दिवस के भीतर कार्य पा सकते हैं। यदि किसी को महात्मा गांधी नरेगा में मांग अनुसार 15 दिन में कार्य नहीं दिया जाता है तो तत्काल जिला पंचायत के टोल फ्री नंबर 18002336601 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हंै। मनरेगा में यह राज्य पोषित योजना है। इसमें होने वाले खर्च का प्रावधान बजट में किया जाता है। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार प्राप्त आवेदन अनुरूप मातृत्व भत्ता प्रदाय किया गया एक माह की रोजी 190 रुपए प्रति कार्य दिवस के हिसाब से 5700 रुपए मातृत्व भत्ते के रूप में दिए गए हैं ताकि बच्चे और माँ दोनों स्वस्थ रहें और सेहत दोनों की बनी रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। महिला नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित महासमुन्द की वार्षिक आमसभा सोमवार को अमृत बाई हाईस्कूल में आयोजित की गयी । कार्यक्रम का शुभारंभ आशुतोष डड़सेना, सहायक पंजीयक, सहकारी संस्थाएं महासमुन्द, अनिता रावटे एवं प्रबंधकारिणी के हाथों दीप प्रज्ज्वलित कर हुआ। सरस्वती वंदना बैंक की सदस्य निरंजना चंद्राकर ने की। बैंक का प्रगति प्रतिवेदन सविस्तार बैंक के प्रबंधक सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप कुमार दवे ने पढ़ी। अध्यक्षीय उद्बोधन में सहायक पंजीयक ने उपस्थित सदस्यों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि बैंक स्थापना के लंबे कार्यकाल में ऐसी स्थिति निर्मित नहीं हुई थी जिसमें आमसभा के महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन व्यवस्थापिका के दिशा.निर्देशों के बिना बैंक को करना पड़ा हो। इस संक्रमण काल में बैंक का कार्य भी प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि तत्कालिक संचालक मंडल के सदस्यों एवं आपके सहयोग से बैंक ने व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा के बीच अपना परचम लहराते हुये जन सामान्य में सर्वप्रिय बैंक के रूप में खुद को स्थापित किया। उन्होंने तत्कालिक संचालक मंडल के कार्य की सराहना करते हुये उनके द्वारा बैंक के प्रगति के क्षेत्र में किये गये प्रयास और मेहनत को अनुकरणीय बताया।
तत्कालिक अध्यक्ष अनिता रावटे ने अपने उद्बोधन में सहकारिता के इस दीप को सदैव प्रज्जवलित रखने की अपील महिलाओं से की। उन्होंने बैंक से सदस्यों, संचालक मंडल के सदस्यों एवं कर्मचारियों के लिये आभार व्यक्त किया एवं निरंतर प्रगति की कामना की। उन्होंने कहा कि उत्तरोत्तर प्रगति और समूचे विकास का क्षेत्र अकेले चलकर नहीं वरन् सहकारिता के बल पर प्राप्त हुआ है। सभा को बैंक की सक्रिय सदस्य एवं पत्रकार उत्तरा विदानी ने भी सम्बोधित किया। अपने सारगर्भित उद्बोधन में उन्होंने निरंतर प्रगति के लिये बधाई दी एवं बैंक को घर के रूप में मानने एवं पहचानने की आवश्यकता बल दिया। इस दौरान उपस्थित सैकड़ों सदस्यों ने कोविड.19 के दिशा.निर्देशों का पालन कर सभा में अपनी उपस्थिति प्रदान की।
बैंक द्वारा सभा में उपस्थित सदस्यों के लिये मास्क एवं सेनेटाईजर की व्यवस्था की गयी। बैंक द्वारा सहायक पंजीयक, सहकारी संस्थाएं महासमुन्द को बैंक की तरफ से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। सभा को सुचारु रूप से निष्पादित करने में सहयोग के लिये बैंक के प्रबंधक के द्वारा आभार व्यक्त किया गया एवं सभा समाप्ति की घोषणा की गयी। इस दौरान प्रमुख रूप से बैंक की पूर्व अध्यक्ष अरुणा शुक्ला, रंजना शर्मा, इंद्राणी पांडेय के अलावा सुनीता देवांगन, छाया चंद्राकर, रोशन आरा रिजवी, शांति चंद्राकर, ऐजाज जेहरा नकवी, बिमला, सरिता साहू, अनुसुईया शुक्ला, प्रीति चंद्रनाहू, शिल्पा चंद्राकर, सीता डोंडेकर, मधु नामदेव, नंदा रंगारी, माला थापा, राजेन्दर कौर,सविन्दर कौर, ममता नामदेव, पायल जाधव, उपमा ठाकुर, गीतांजली प्रधान, राशि ठाकुर, तुलसी ठाकुर एवं ग्रामीण क्षेत्र से भी सदस्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 30 दिसंबर। महासमुन्द जिले में सौर सुजला योजना के तहत मिले सौर पम्प से सिंचाई कर अब क्षेत्र के कृषक इसका सीधा लाभ उठाने लगे है।विकासखण्ड के ग्राम बगारपाली के कोई दर्जन भर किसान अब सोलर पंप द्वारा सिंचाई कर अपना रोजगार अच्छे तरीके से चला रहे है।ज्ञात हो कि प्रदेश शासन द्वारा जिले में विगत दो वर्षो में 1356 किसानों के खेतों में कृषि सिंचाई हेतु सौर सुजला योजना के तहत सोलर पम्प स्थापित किया गया।
जिन किसानों के खेतों में परम्परागत् बिजली नहीं पहुंची या जिसके पास कृषि भूमि उपलब्ध होते हुए भी सिंचाई व्यवस्था नहीं थी या कृषक के खेत तक विद्युत विस्तार लाईन का व्यय अत्यधिक होने के कारण वह वहन करने की स्थिति में नहीं था। ऐसे किसानों के खेतों में राज्य सरकार द्वारा सोलर पम्प स्थापित किए हैं। इन सिंचाई पम्पों के लिए किसानों को बिजली का कोई बिल नहीं लगेगा। यह पम्प सूरज की रोशनी से चलते हैं। यानि कि किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए सूर्य देवता के आशीर्वाद से मुफ्त बिजली मिलती है। विकासखण्ड के ग्राम बगारपाली के किसान मोहर सिंह का कहना है कि उनके यहां पहले खेतों के लिए सिंचाई की सुविधा नहीं होने के कारण खेतों से सालाना आय मात्र 23 हजार से 26 हजार ही हो पाती थी। किन्तु जबसे सोलर पम्प लगा है, वे अपने खेत में धान फसल के बाद मौसमी सब्जी-भाजी आलू, टमाटर, बरबट्टी इत्यादि उगाकर अब उनकी आमदनी में पॉच गुणा से अधिक वृद्धि हुई है। अब उसकी वार्षिक आमदनी 1.50 से 1.75 लाख रूपए हो जाती है।
इसी प्रकार किसान मोतीराम ठाकुर, नेमसिंग ठाकुर, हेम सिंग ठाकुर एवं श्री सालिक राम इत्यादि 16 कृषकों के यहां सोलर पम्प का स्थापना कार्य किया गया है। उनकी आमदनी में भी काफी ईजाफा हुआ है। वह भी पारम्परिक खेती के साथ सब्जी-भाजी उगा रहें हैं।विभागीय जानकारी के अनुसार विकास खण्ड बागबाहरा के ग्राम टूरीझर के किसान भी नाला किनारें डीजल पम्प लगाकर अपने एक से 1.5 एकड़ खेत में केवल धान फसल ले रहें थे, लेकिन 3 एचपी सोलर पम्प लगने के बाद अब वो बारह महीने सब्जी की खेती कर उनकी वार्षिक आय में बढ़ौतरी हुई है।
ज्ञात हो कि योजनांतर्गत हितग्राहियों का चयन कृषि विभाग द्वारा किया जाता है। बाजार में 5 हॉर्स पावर के जिस सौर ऊर्जा पम्प (सोलर पम्प) की कीमत लगभग 4.50 लाख से अधिक है वह इस योजना में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों के लिए सिर्फ 14800 रूपए में, पिछड़ा वर्ग के किसानों को मात्र 19800 हजार रूपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 24800 हजार रूपए में दी जा रही है। इसी कड़ी में 3 हॉर्स पॉवर के सौर सिंचाई पम्प जिनकी कीमत बाजार में लगभग 3.50 लाख होती है वह सौर सुजला योजना के तहत् अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों को केवल 10 हजार रूपए में, अन्य पिछड़ा वर्ग के किसानों को मात्र 15 हजार रूपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 21 हजार रूपए में दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
महासमुन्द जिले में दो सालों में 1350 से ज्यादा किसानों को मिला सोलर पम्प
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। महासमुन्द जिले में सौर सुजला योजना में दो वर्ष में जनवरी 2019 से दिसम्बर 2020 तक 1356 किसानों के खेतों में कृषि सिंचाई हेतु सोलर पम्प स्थापित किया गया। जिन किसानों के खेतों में परम्परागत् बिजली नहीं पहुंची या जिसके पास कृषि भूमि उपलब्ध होते हुए भी सिंचाई व्यवस्था नहीं थी या कृषक के खेत तक विद्युत विस्तार लाईन का व्यय अत्यधिक होने के कारण वह वहन करने की स्थिति में नहीं था, ऐसे किसानों के खेतों में राज्य सरकार द्वारा सोलर पम्प स्थापित किए हैं। इन सिंचाई पम्पों के लिए किसानों को बिजली का कोई बिल नहीं लगेगा। यह पम्प सूरज की रोशनी से चलते हैं। यानि कि किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए सूर्य देवता के आशीर्वाद से मुफ्त बिजली मिलती है।
महासमुन्द जिले के पिथौरा के ग्राम बगारपाली के किसान मोहर सिंह का कहना है कि उनके यहां पहले खेतों के लिए सिंचाई की सुविधा नहीं होने के कारण खेतों से सालाना आय मात्र 23 हजार से 26 हजार ही हो पाती थी। किन्तु जब से सोलर पम्प लगा है, वे अपने खेत में धान फसल के बाद मौसमी सब्जी, भाजी, आलू, टमाटर, बरबट्टी इत्यादि उगाकर अब उनकी आमदनी में पांच गुणा से अधिक वृद्धि हुई है। अब उसकी वार्षिक आमदनी 1.50 से 1.75 लाख रुपए हो जाती है। इसी प्रकार किसान मोतीराम ठाकुर, नेमसिंग ठाकुर, हेम सिंग ठाकुर एवं सालिक राम इत्यादि 16 कृषकों के यहां सोलर पम्प का स्थापना कार्य किया गया है। उनकी आमदनी में भी काफी इजाफा हुआ है। वह भी पारम्परिक खेती के साथ सब्जी-भाजी उगा रहे हैं।
इसी प्रकार विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम टूरीझर के किसान भी नाला किनारे डीजल पम्प लगाकर अपने एक से 1.5 एकड़ खेत में केवल धान फसल ले रहे थे। लेकिन 3 एचपी सोलर पम्प लगने के बाद अब बारह महीने सब्जी की खेती कर उनकी वार्षिक आय में बढ़ोतरी हुई है। महासमुन्द जिले में दो सालों में 1356 किसानों को सौर सुजला योजना से जोड़ा गया है। योजनांतर्गत हितग्राहियों का चयन कृषि विभाग द्वारा किया जाता है। बाजार में 5 हॉर्स पावर के जिस सौर ऊर्जा पम्प सोलर पम्प की कीमत लगभग 4.50 लाख से अधिक है, इस योजना में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों के लिए सिर्फ 14,800 रुपए में, पिछड़ा वर्ग के किसानों को मात्र 19800 रुपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 24800 रुपए में दी जा रही है।
इसी कड़ी में 3 हॉर्स पॉवर के सौर सिंचाई पम्प जिनकी कीमत बाजार में लगभग 3.50 लाख होती है वह सौर सुजला योजना के तहत् अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों को केवल 10 हजार रुपए में, अन्य पिछड़ा वर्ग के किसानों को मात्र 15 हजार रुपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 21 हजार रुपए में दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। महासमुन्द जिले में राष्ट्रीय शिक्षा अभियान अंतर्गत संचालित समस्त हाई, हायर सेकेण्ड्री स्कूलों के खातों को सत्र 2019-20 हेतु वैद्यानिक अंकेक्षण ऑडिट किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि पहले अंकेक्षण अगस्त 2020 में होना था। जिसे कोविड.19 के चलते स्थगित कर दिया गया था। इसमें बैंक पासबुक, रोकड़ बही, कैशबुक, खाता बही ,लेजर के अलावा एडवांश रजिस्टर स्टॉक पंजी, शाला विकास समिति बैठक पंजी आदि का अंकेक्षण किया जाएगा।
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि नए साल के पहले दिन 1 जनवरी 2021 से ऑडिट होगा। विकासखण्ड सरायपाली में 1 जनवरी को शासकीय बालक आदर्श हायर सेकेण्ड्री स्कूल में, बसना विकासखण्ड में 2 जनवरी आदर्श बालक हायर सकेण्ड्री स्कूल बसना में, पिथौरा विकासखण्ड में 4 जनवरी को शासकीय कन्या हायर सेकेण्ड्र स्कूल में एवं 5 जनवरी को विकासखण्ड बागबाहरा के शासकीय आदर्श हायर सेकेण्ड्री स्कूल में ऑडिट होगा। इसी तरह महासमुन्द विकासखण्ड में 6 जनवरी को शासकीय आशी बाई गोलछा हायर सेकेण्ड्री महासमुन्द में ऑडिट रखा गया है। सभी का समय पूर्वाह्न 11 बजे निर्धारित है। अनुपस्थित या ऑडिट नहीं कराए जाने पर जिम्मेदारी संस्था प्रमुख की होगी।
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों पर आधारित गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ छायाचित्र विकास प्रदर्शनी क ल महासमुन्द जिले के जनपद पंचायत मुख्यालय बसना के कार्यालय परिसर में लगाई गई। प्रदर्शनी स्थल पर आम जन को प्रचारसामग्री योजनाओं के पामपलेट का भी वितरण किया गया। जिसे दूर-दूर से आए पंचायत प्रतिनिधियों, शासकीय अधिकारी कर्मचारी एवं आम लोगों ने उत्सुकता से देखा और शासन के योजनाओं के बारे में जाना।
कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई समय-सीमा की बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। जिले में पंजीकृत किसानों द्वारा गिरदावरी के समय रकबे त्रुटि सम्बंधी सुधार हेतु किए गए आवेदनों पर पूरी सावधानी बरती जाए। यह भी ख्याल रखा जाए कि रकबे में त्रुटि सुधार पूरी जांच पड़ताल के बाद केवल उन्हीं किसानों का हो जिन्होंने रकबें में त्रुटि सुधार का आवेदन दिया है। खास तौर पर जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व इस बात का विशेष ख्याल रखें। खरीफ विपणन 2020.21 में धान खरीदी से सम्बंधित कॉल सेंटर 112 में प्राप्त शिकायत, समस्या का त्वरित निराकरण किया जाए।
कलेक्टर श्री गोयल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय-सीमा बैठक के दौरान कही। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ रवि मित्तल, वनमण्डलाधिकारी पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुनील कुमार चन्द्रवंशी सहित डिप्टी कलेक्टर एवं विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने समय-सीमा एवं लम्बित प्रकरणों पर की गई कार्यवाही के बारें में जिला अधिकारियों से विभागवार एक-एक करके जानकारी ली।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी से कन्या आश्रम, बालक आश्रम एवं अन्य विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इसका अवलोकन करेंगे। उन्होंने धान खरीदी तथा धान उठाव की भी जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जिले में किए जा रहे कोविड.19 टेस्ट की गति को रविवार को भी बढ़ानें के निर्देश दिए। उन्होंने वनाधिकार पट्टे आदि के बारें में भी जानकरी ली।
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। 29 दिसम्बर को महासमुन्द जिले में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि मोना सेन, कार्यक्रम के अध्यक्ष वैज्ञानिक कीर्ति कश्यप एवं विशिष्ट अतिथि डॉ सरोज चन्द्राकर ने आयोजनकर्ता निरंजना चन्द्राकर को महासमुनद जिले का अध्यक्ष नियुक्त किया। इस आयोजन के माध्यम से सेन ने ओबीसी के आरक्षण सम्बंधित मिथ और सच्चाई को सबके सामने रखा। वहीं वैज्ञानिक कीर्ति कश्यप ने सभाज में भागीदारी बढ़ाने की बात कही। उक्त कार्यक्रम में जागेेश्वरी चन्द्राकर, रजनी रानी, अभिलाषा, भारती साहू, वर्षा रायचुरा, किरण इसरली, उषा रायचुरा, खोमिन ध्रुव, शांति साहू, सुनीता कन्नौजे, शैलेन्द्री कन्नौजे, यशोदा कन्नौजे, जागेश्वरी धीवर, भागा बाई की उपस्थिति सराहनीय रही।
नक्सल प्रभावित तिलाईमाल में पुलिस अफसरों ने किया स्वीकृत रंगमंच का भूमिपूजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। कल 29 दिसम्बर को सरायपाली थाने के नक्सल प्रभावित बलौदा चौकी क्षेत्र में बाईक पेट्रोलिंग,् नक्सल गश्त सर्चिंग हुई। इस दौरान नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम तिलाईमाल पहुंचकर पुलिस मुख्यालय रायपुर के जवानों ने स्वीकृत रंग मंच निर्माण हेतु भूमि पूजन किया।
हमर पुलिस हमर संग कार्यक्रम में ग्रामीणों को ऑनलाईन ठगी, एटीएम फ्राड, युपीआई पिन ठगी, ओटीपी, पासवर्ड आदि का उपयोग कर होने वाली ठगी की जानकारी दी गई। साथ ही इससे बचने के उपाय बताए। वहीं ग्र्रामवासियों को पुलिस मित्र बनने हेतु प्रोत्साहित किया गया। इसी तरह गांव को नशा मुक्त करने, समस्त नशा सम्बंधी व्यसनों से दूर रहने की समझाईश दी गयी। ग्राम में नक्सल गतिविधियां होने पर तत्काल जानकारी देकर नक्सल उन्मूलन में सहयोग प्रदान करने की अपील की गयी तथा गांव के वरिष्ठ नागरिकों को श्रीफल व साल, बच्चों को पढाई हेतु प्रोत्साहित करते हुये उन्हें कापी, पेन, बिस्टिक, चॉकलेट वितरण किया गया।
इस दौरान ग्राम सरपंच खिरोजनी कुम्हार, सरपंच प्रतिनिधि संतोष कुम्हार एवं अन्य ग्रामवासियों के द्वारा गांव में बुनियादी सुविधाओं के अभाव सम्बंधी समस्याओं को पुलिस अधीक्षक महासमुन्द के समक्ष रखा गया जिस पर पुलिस अधीक्षक महासमुन्द प्रफुल्ल ठाकुर ने जिलाधीश महासमुन्द तथा जिले के अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को गांव के समस्याओं को अवगत कराने एवं समस्या के निदान हेतु हर संभव प्रयास की बात कही गयी। उपरोक्त अभियान में जिला महासमुन्द के पुलिस अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस विकास पाटले, नितिश नायर, वीणा यादव, चन्द्रकांत साहू, जितेन्द्र विजयवार, अनिल पालेश्वर तथा सरायपाली अनुभाग के पुलिस स्टाफ शामिल रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार कल राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 7 प्रकरणों पर 232 बोरा धान अर्थात् 92.8 क्विंटलद्ध धान जप्त किए। इनमें बागबाहरा तहसील के ग्राम खल्लारी निवासी विजय अग्रवाल से 52 बोरी धान, पिथौरा तहसील में संजय अग्रवाल कामेश्वरी ट्रेडर्स से 40 बोरी धान एवं बसना तहसील के ग्राम कुड़ेकेल निवासी दामोदर साव से 30 बोरी धान जप्त किया गया। इसी प्रकार महासमुन्द तहसील के ग्राम बेलसोंडा निवासी जनक राम साहू से 25 बोरी धान, रामकृष्ण चंद्राकर से 30 बोरी धान, प्रमोद चंद्राकर से 25 बोरी धान एवं बिसहत चंद्राकर से 30 बोरी धान जप्त कर उचित कार्यवाही की गई। बता दें कि अब तक जिले में कुल 165 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जिनमें 8557 बोरा धान अर्थात् 3,422.8 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 10 वाहन भी शामिल हैं। जिले में कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उडऩदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर सतत निगरानी की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। महासमुन्द जिले में शिक्षकों के लगभग 300 पद खाली हैं। अभ्यर्थियों को प्राथमिकता भरने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए व्यवस्था की है। विभाग ने संयुक्त संचालक कार्यालय और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हेल्प डेस्क बनाया गया है। समस्या होने पर आवेदक यहां संपर्क कर सकते हैं। शिक्षक के लिए 28 दिसम्बर तक अंतिम तिथि थी।
वहीं सहायक शिक्षक के लिए 31 दिसम्बर और सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला के लिए 21 दिसम्बर से 2 जनवरी, 2021 तक है। स्कूलों में खाली सहायक शिक्षकों के पद पर भर्ती जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से लिया जाएगा। राज्य के स्कूलों में सहायक शिक्षक ई व टी संवर्ग विज्ञान समूह में 4000 पद रिक्त हैं। इन पदों पर अभी भर्ती होनी है। इसके लिए एक वेब पोर्टल बनाया गया है।
बता दें कि रायपुर संभाग समेत प्रदेश के सभी जिलों में खाली शिक्षकों के 14 हजार 580 पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग में प्रकिया जारी है। व्यापमं ने खाली पदों को भरने परीक्षा लेकर मेरिट सूची जारी कर दी है।
व्याख्याता के पदों पर भर्ती के लिए लोक शिक्षण संचालनालय में दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। व्यापमं ने मेरिट लिस्ट भी जारी की है। लिस्ट के अनुसार ही शिक्षकों को रायपुर बुलाया जा रहा है। शिक्षकों के चयन की प्रकिया तीन स्तर पर की जा रही है। शेड्यूल जारी कर दिया गया है। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया होनी है, लेकिन हार्ड कॉपी भी शिक्षा विभाग के दफ्तर में जमा करनी होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। जिले के खरीदी केंद्रों से बारदाने की कमी के कारण लगातार धान खरीदी प्रभावित हो रही है। मंगलवार को बागबाहरा विकासखंड के गांजर धान खरीदी में बारदाने की कमी के कारण धान खरीदी नहीं होनेे से नाराज किसानों ने जमकर बवाल किया।
खरीदी केंद्र में धान बेचने के लिए टोकन कटाने पहुंचे किसानों का टोकन काटने से केंद्र प्रभारी ने मना कर दिया। इससे नाराज होकर किसानों ने समिति में ताला जड़ दिया। इसके बाद समिति के सामने धरने पर बैठकर जमकर नारेबाजी करने लगे। मामले की जानकारी होने के बाद ही अफसरों की टीम मौके पर पहुंची और किसानों की मांग को सुनने के बाद बारदाने की व्यवस्था की। इसके बाद नाराज किसानों ने समिति का ताला खोला उसके बाद धान खरीदी शुरू हुई।
केंद्र प्रभारी पन्नालाल ने बताया कि बारदाने की कमी के कारण टोकन नहीं काटा जा रहा था। प्रशासन द्वारा बारदाना उपलब्ध कराने के बाद किसानों का टोकन काटा गया। खरीदी केंद्र में आज भी टोकन काटा जाएगा और खरीदी जारी रहेगी। दरअसल मंगलवार सुबह किसान समिति में टोकन कटवाने के लिए ही पहुंचे थे।
707 को पुलिस ने खोज निकाला, 273 अब भी लापता
रिश्तेदार थाने में हर दिन पहुंचकर उनके बारे में जानने के लिए पहुंचते हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 दिसम्बर। पिछले तीन सालों में महासमुन्द जिले के थानों में 980 नाबालिग और बालिग बेटियों के अपहरण-गुमशुदगी के मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से 707 बेटियों को पुलिस ने खोज लिया है। हालांकि तीन साल 2018 से 2020 के बीच जिले की 273 लापता बेटियों का अब तक कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला है। ये अभी तक अपने माता और परिवार से अब भी दूर है।
इस साल 20202 में ही जिले के विभिन्न थानों में 275 बेटियों के अपहरण-गुमशुदगी के मामले दर्ज किए गए थे। इसमें से 142 मामलों में पुलिस ने बेटियों को खोज निकाला। हालांकि 133 बेटियां अब भी लापता है। इन बेटियों के माता-पिता, भाई-बहन व अन्य रिश्तेदार थाने में हर दिन पहुंचकर उनके बारे में जानने के लिए पहुंचते हैं लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लगती है।
गौरतलब है कि हाल ही में 19 दिसम्बर की रात पिथौरा में नेशनल हाईवे 53 पर टहलने निकली दो युवतियां गायब हो गई थी। इसमें से एक युवती नाबालिग है जबकि दूसरी बालिग। दोनों युवतियां सगी बहन हैं। युवती के पिता की रिपोर्ट पर पिथौरा थाना में अपराध पंजीबद्ध किया गया लेकिन घटना बीतने के 10 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है। मामले में सांसद चुन्नीलाल साहू ने भी हस्तक्षेप किया था फिर भी लड़कियों का सुराग अब नहीं लगा है।
जिले के विभिन्न थानों में 275 मामले इसी साल 2020 में ही दर्ज हुए हैं। इनमें से 142 मामलों में बेटियां मिल चुकी हैं और 133 अब भी लापता हैं। इसी साल 3 मामले मानव तस्करी के भी दर्ज हैं। वैसे मानव तस्करी के 13 केस वर्ष 2018 से 2020 के बीच दर्जज्ञ किए गए हैं। वहीं तीन सालों में 980 अपहरण, गुमशूदगी के दर्ज हुए हैं। इनमें से 707 मामले 2018-20 के बीच सुलझाए दए हैं लेकिन 273 बेटियों का 2018 से 2020 के बीच अब तक कोी सुराग नहीं मिला है।
ज्ञात हो कि वर्ष 2018 में मानव तस्करी के 7 मामले दर्ज हुए थे। 2019-20 में इसमें कमी आई है। साल 2019 और 2020 में तीन-तीन मामले मानव तस्करी के दर्ज किए गए थे। जिले में अपहरण व गुमशुदगी के मामले में 2018 से घटे हैं। रिकॉर्ड में गुमशुदगी के नाबालिग से जुड़े हर मामले में अपहरण दर्ज किया जा रहा है। बालिग के मामलों में गुमशुदगी दर्ज की जा रही है। इसके बाद भी जांच के नाम पर फाइल सालों इधर से उधर घूमते रही है। थाना पुलिस भी इस तरह के मामलों में साइबर क्राइम का मुंह ताक रही है। थानों में तो सिर्फ मामला दर्ज कर लिया जाता है और जांच के नाम पर कार्रवाई और नतीजा शून्य रहता है।
इस मामले में मेघा साहू टेंभूरकर,एएसपी महासमुन्द कहती हैं-पिछले सालों को देखेंगे तो इस साल अपहरण-गुमशुदगी के मामले थानों में काफी कम दर्ज हुए हैं। अपहरण-गुमशुदगी के ज्यादातर मामले बालिग होते हैं। लडक़े-लड़कियां घर से भागगकर शादी कर लेते हैं। अधिकतर मामलों में लड़कियां सहमति से जाती हैं।
हम बेटियों को खोजने के लिए लगातार अभियान चलाते हैं। मुस्कान अभियान चलाकर हमने सैकड़ों बेटियों को खोजा है। वैसे हमारे जिले में मानव तस्करी की घटनाओं में कोई भी बालिग नहीं है। सभी मामले नाबालिग के हैं। छोटे होने के कारण इन्हें आसानी बरगलाया जा सकता है। पिछले सालों की अपेक्षा अब मानव तस्करी के मामलों में कमी आई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 29 दिसंबर। स्थानीय सहकारी समिति में धान की खरीदी नियमों के अनुसार जारी है। वहीं कृषि उपज मंडी अब भी किसानों की पहुच से दूर है। मंडी में अभी भी धान की बोली लगने की बजाय सौदा पत्रक ही उपयोग कर किसानों का नुकसान किया जा रहा है।
मंगलवार की सुबह ‘छत्तीसगढ़’ प्रतिनिधि ने कृषि उपज मंडी एवम स्थानीय सहकारी समिति धान खरीदी केंद्र का दौरा किया,समिति द्वारा किसानों का धान तौल करवाया जा रहा है।प्रभारी रामकृष्ण मने ने बताया कि अब तक इस समिति में कुल 23000 क्विंटल धान की आवक हो चुकी है।जिसका भुगतान भी ऑनलाइन किसानों के बैंक खातों में सीधे जमा किया जा रहा है।कुल अवाक से करीब आधा 12000 क्विंटल धान का उठाव हो जाने से अब जगह की समस्या का समाधान होता जा रहा है।धान स्टैग के लिए आगामी सप्ताह भर के लिए अभी जगह उपलब्ध है।परन्तु खरीदी के साथ उठाव चालू रहने से अब समस्या नही है।
किसान खुद बोरा भर रहे
इधर शासन की धान विक्रय के दौरान किसानों के कोई पैसे नही लगने की घोषणा के बाद भी हमलों द्वारा धान कट्टा में भरने का दो रुपये प्रति कट्टा लेने से किसान स्वयम ही धान को सरकारी प्लास्टिक बारदाने में भरते दिखाई दिए।
मंडी, सौदा पत्रक की संख्या बढ़ी
सहकारी समिति से बाहर किसानों द्वारा अन्य स्थान पर धान बेचने पर उनके भारी शोषण की खबरे भी मिल रही है।विगत वर्ष मंडी में व्यापारियों द्वारा बोली लगा कर 1400 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक दर पर धान का विक्रय किया था।परन्तु इस वर्ष किसानों को मंडी द्वारा यह सुविधा प्रदान नही की गई।बल्कि इस वर्ष मंडी व्यवसायियो के हित में काम करती दिख रही है। मंडी में बोली लगवाकर प्रतिस्पर्धा में अधिक मूल्य किसानों को दिलाने की बजाय सीधे व्यवसायियों को सौदा पत्रक दे कर अपना मंडी शुल्क ले रही है। मंडी अधिकारी के अनुसार अब मंडी में विगत पखवाड़े से अधिक संख्या में धान के सौदा पत्रक कट रहे है। और धान का भाव 1350 तक व्यापारी खरीद रहे है।अभी प्रतिदिन के सौदा पत्रक भी 300 क्विंटल से बढक़र 400 क्विंटल तक कट रहे हैं। ज्ञात हो कि विगत वर्ष मंडी में किसानों को बोली की सुविधा दी गयी थी जिससे व्यवसायियों ने 1400 से 1600 रुपये प्रति क्विंटल तक धान की खऱीदी की थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 29 दिसंबर। सोमवार को पिथौरा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस प्रांगण मे राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का स्थापना दिवस मनाया गया, जिसमें देश के आजादी के पूर्व पार्टी के स्थापना से लेकर वर्तमान परिस्थिति तक देश के हित में कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित हो कर देश के लिए दिए गए योगदान को याद किया गया।
कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर उपस्थित सभी कार्यकर्तागण तन मन धन से देश के हित में पार्टी के नियमों का पालन करते हुए काम करने का संकल्प लिये।
इस अवसर पर पिथौरा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ठाकुर अनंत सिंह वर्मा, नगर पंचायत पिथौरा के अध्यक्ष आत्माराम यादव, पिथौरा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष मुकेश यादव, प्रदेश महामंत्री रणजीत कोसरिया, अरविंदर सिंह छाबड़ा, यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव यूथ कांग्रेस सन्नी रोहिल्ला, महासमुंद जिला उपाध्यक्ष यूथ कांग्रेस विकास शर्माअरविंदर सिंह छबद,,दिलप्रीत खनूजा, इन्द्रजीत सिंह,बुधेश्वर डडसेना,प्रेमलाल सिन्हा,राजु सिन्हा, कौशल रोहिल्ला, उमार हुस्सैन,वेदप्रकाश (गुड्डू) देवदास,खिरसागर निशाद पुष्पराज,डडसेना,ज़ायनत सिँह,डिलिप धरडे,खीरु पटेल,डवराज ठाकुर ,शोभाराम पातेल,विखय यादव,टेकु सहु,कमलेश बारिक,कशिराम शर्मा,शैैलेन्द्र डडसेन,पवन रात्रे,किशोर सोनवानि,सूरेश मालिक,लॉकेश ध्रुव पद्मावाती पटेल,गायत्री घरडे डॉ,सत्यनारायण सचिन धरदे,विमल दास महंत, व नगर पंचायत के सभी वरिष्ठ पार्षद गण और पिथौरा अंतर्गत सुदूर क्षेत्रों से आए कार्यकर्ता नागरिक सज्जन माता भगिनी शामिल हुए।
पिथौरा, 29 दिसंबर। छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों पर आधारित गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ छायाचित्र विकास प्रदर्शनी कल 28 दिसंबर को पिथौरा ब्लॉक मुख्यालय के साप्ताहिक हाट बाज़ार में लगाई गई । प्रदर्शनी स्थल पर आम जन को प्रचार सामग्री योजनाओं के पंपलेट का भी वितरण किया गया । जिसे लोगों ने उत्सुकता से देखा ।
प्रदर्शनी में राम वनगमन पर्यटन परिपथ का विकास, गाय-गौठान-गोबर ने बदली गॉव की तस्वीर, डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी, गढक़लेवा, वनोपज, सार्वभौम पीडीएस के साथ ही मुख्यमंत्री शहरी स्लम योजना आदि फ़ोटो और आकड़ों सहित दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में अधिकारी-कर्मचारी के साथ-साथ युवा वर्ग ने खास रूचि दिखाई। यह एक दिवसीय प्रदर्शनी मंगलवार 29 दिसम्बर को विकासखंड सरायपाली और बुधवार 30 दिसंबर को विकासखंड बसना मुख्यालय पर आयोजित की जाएगी ।
बतादें कि जिला मुख्यालय महासमुन्द में आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने इसी माह के 17 दिसम्बर को किया था। प्रदर्शनी में राज्य सरकार के विभिन्न योजना और जन कल्याण योजना पर आधारित पुस्तक और पॉम्प्लेट का भी वितरण किया जा रहा है। जिले के सभी विकासखण्डों में आम जनता को सरकारी योजनाएं बतानें और उनका लाभ उठानें के लिए एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी स्थल पर नि:शुल्क प्रचार सामग्री का भी वितरण किया जा रहा है।
फिसलपट्टी, झूला सहित ठेठरी, खुरमी, फरा, चीला जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजन का आनंद मिलेगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 29 दिसम्बर। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने कल सोमवार को संजय कानन उद्यान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इस उद्यान में घूमने आने वाले बच्चों, विद्यार्थियों एवं नागरिकों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए चरणबद्ध तरीके से कार्ययोजना बनाकर काम करें। इसके अलावा बच्चों के मनोरंजन के लिए टॉय ट्रेन को शुरू करने के साथ.साथ बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के फिसलपट्टी, झूला सहित अन्य खेल सामग्रियों की भी व्यवस्था की जाए।
कलेक्टर ने कहा कि नगरपालिका परिषद महासमुन्द के अंतर्गत संजय कानन उद्यान राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के कारण शहर तथा ग्रामीण अंचलों के नागरिक इस उद्यान में बड़ी संख्या में यहां आयेंगे। इसके लिए उद्यान में सभी वर्गों के लिए रियायती दरों में नाश्ता उपलब्ध हो सके इसके लिए यहां गढक़लेवा भी प्रारम्भ किया जाएगा। जिससे लोग ठेठरी, खुरमी, फरा, चीला जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजन सहित अन्य व्यंजन का आनंद ले सकेंगे। कलेक्टर ने उद्यान के सभी क्षेत्रों का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व में बनें स्केटिंग ग्राउंड पहुंचकर स्केटिंग ग्राउंड के मरम्मत करने, उद्यान के चारों ओर बेहतर फेंसिंग एवं प्लांटेशन करने, सीतली नाले के पानी को बेहतर ढंग से सहेजने के लिए चेकडेम में पिंचिंग, गहरीकरण एवं वहां स्थित तालाब का गहरीकरण का कार्य प्रारम्भ कराएं। ताकि पानी सुरक्षित तरीके से ठहर सकें। इसके अलावा उन्होंने उद्यान में आने वाले नागरिकों के लिए उद्यान के बाहर सुव्यवस्थित तरीके से पार्किंग की व्यवस्था करने को कहा।
इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल, वन मण्डलाधिकारी पंकज राजपूत, उप वन मण्डलाधिकारी एसएस नाविक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुनील कुमार चन्द्रवंशी, जल संसाधन संभाग के कार्यपालन अभियंता जेके चन्द्राकर, मुख्य नगरपालिका अधिकारी एके हलदार, तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा, जिला खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे, नायब तहसीलदार देवेन्द्र नेताम, पार्षद महेन्द्र जैन सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित थे।
महासमुन्द, 29 दिसम्बर। संस्कृति महिला समिति और परिवहन मंत्रालय के संंयुक्त तत्वाधान में चार दिवसीय सडक़ सुरक्षा जागरुकता अभियान का आयोजन किया गया। आयोजन में संस्कृति महिला समिति की अध्यक्ष सुनीता देवांगन और सचिव सुधा साहू शामिल हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यातायात प्रभारी दीपेश जायसवाल शामिल हुए। खरोरा साईं मंदिर में चार दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम में यातायात के नियम को पालन करने सुरक्षा के उपाय जैसे हेलमेट सुरक्षा बेल्ट वाहन चलाने के संकेतों का पालन करने के लिए जागृत के लिए जागरुकता के लिए बैनर.पोस्टर. पैम्फलेट्स एवं गीत गायन द्वारा लोगों को जागरूक किया गया। वहीं राहगीरों को रोककर यातायात नियम का पालन करने तथा समझाइश देने के साथ-साथ कोविड.19 के लिए सावधानी बरतने की भी सलाह दी गई। इस दौरान मास्क का भी वितरण किया गया।
महासमुन्द शहर के सभी दिशाओं के रायपुर रोड खरोरा फिंगेश्वर बागबाहरा रोड बरोदा में चार दिवसीय सडक़ सुरक्षा का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में परिवहन विभाग यातायात विभाग पुलिस विभाग एवं युवाओं और नागरिकों का सहयोग किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सरपंच अन्नपूर्णा चंद्राकर, संदीप दीवान, छाया चंद्राकर, मुरारी लाल निर्मलकर,जितेन साहू, पार्षद मनीष शर्मा, पूर्व पार्षद शुभ्रा शर्मा, शारदा प्रजापति, अन्नपूर्णा, ममता तिवारी, मंगल पटेल, संदीप चंद्राकर, वैशाली देवांगन, नीलेश तिवारी, तेज लाल देवांगन सहित अन्य का योगदान रहा। इस अवसर पर नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें लोगों की सेहत जांची गई। वहीं युवाओं में जागरूकता के लिए ड्राइंग प्रतियोगिता रखी गई। जिसमें भाग लेने वाले युवाओं को समिति की ओर से पुरस्कार दिया गया साथ में सुरक्षित परिवहन एवं यातायात नियम में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए फॉर्म फीस की जानकारी के लिए बुकलेट तैयार कर बांटे गए।
पीडि़तों से गांव वालों की बातचीत बंद, दुकान से राशन भी नहीं देते
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 29 दिसम्बर। जिले में सामाजिक बैठक की आड़ में बहिष्कार और अर्थदंड लगाए जाने का एक मामला महासमुन्द जनपद क्षेत्र के नवीन ग्राम पंचायत भावा थाना पटेवा में सामने आया है।
हेमलाल यादव (35 ) का पंचायत ने बहिष्कार कर दिया है। हेमलाल यादव पर गांव के नियम नहीं मानने का आरोप है लिहाजा पंचायत ने उसके पूरे परिवार को गांव से बहिष्कृत कर दिया है साथ ही 27 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है। पंचायत के फरमान के बाद यादव के परिवार से बातचीत तक नहीं कर रहा है। उसके परिवार को गांव के राशन दुकान से राशन नहीं मिल रहा है। परेशान होकर पीडि़त परिवार ने समाजसेवी लोकेश चन्द्राकर से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।
पीडि़त परिवार ने लोकेश चंद्राकर को जानकारी दी है कि -मैं वन विभाग में चौकीदार का कार्य करने रायपुर आता जाता हूं। राज्य शासन के निर्देशानुसार कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु शासन के नियम के तहत मेरे रायपुर से आने के पूर्व ग्राम सरपंच को अवगत कराया गया था। साथ ही होम क्वारेंटाइन में जाने के पूर्व मेरे द्वारा उच्चाधिकारी के निर्देशानुसार खण्ड चिकित्सा अधिकारी बीएमओ स्वास्थ्य केंद्र तुमगांव द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर शपथ पत्र बनाया गया।
मैंने थाना पटेवा में भी सूचना दे दी थी। इसके बाद मैंने 14 दिन होम क्वारेंटिन का पालन भी किया। इसके बावजूद गांव के प्रमुख सदस्यों ने शासकीय आदेश को अमान्य बताकर कवारेंटाइन सेंटर में नहीं रहने और गांव के नियम नहीं मानते हो कहकर एक बैठक आहुत कर 27 हजार रुपए अर्थ दंड लगा दिया। राशि जमा नहीं करने के कारण मुझे और मेरेे परिवार को गांव से बहिष्कृत कर दिया है। मेरे परिवार से कोई भी बातचीत नहीं करता और राशन दुकानों ने लेन देन बंद करा दिया है।
हेमलाल की मानें तो उसके पिता के साथ गांव के समिति अध्यक्ष के साथ पुराना विवाद है जमीन के लेन-देन का। इसीलिए साजिश के तहत एक दिन गांव में सामाजिक बैठक का आयोजन किया और बिना उसका पक्ष जाने 27 हजार रुपए का दंड या फिर गांव से बहिष्कृत करने की घोषणा कर दी।
पीडि़त के मुताबिक गांव में यह नियम बना दिया गया है कि यदि उससे कोई बात करेगा तो उसे 27 हजार व अलग अलग स्थिति में हजारों रुपए जुर्माना देना होगा। जुर्माने के डर से कोई उससे बात नहीं करता है। उनकी परेशानियां जानने के बाद लोकेश चंद्राकर ने पंचायत से बात कर पीडि़त को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 29 दिसम्बर। खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए भारी मशक्कत करने के बाद अब किसानों को रकम निकालने के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसान सुबह 9 बजे से लेकर रात 8 बजे तक बैंक परिसर में रकम पाने इंतजार करते रहे।
यही नहीं बीते बुधवार को तो बैंक में इतने किसान पहुंचे कि रकम ही समाप्त हो गई थी। ऐसा एक बार नहीं बल्कि तीन बार हुआ। यही कारण है कि दोबारा रकम लाने में हुई देरी के कारण किसानों को भुगतान पाने में भारी समस्या हुई। बता दें कि कल सोमवार को तीन दिन के अवकाश के बाद बैंक खुले। इसके चलते काफी संख्या में किसान रकम लेने जिला सहकारी बैंक पहुंचे। बैंक प्रबंधन को इस बात का अंदाजा नहीं था कि किसान इतनी संख्या में पहुंच जाएंगे। यही कारण है कि बैंक में बड़ी रकम नहीं रखी गई थी।
वहीं कोरोना संक्रमण को देखते हुए बैंक प्रबंधन की ओर से कोई भी व्यवस्था नहीं की गई थी। यही कारण है कि बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं और बुजुर्गों की भीड़ बैंक में उमड़ी रही। इस दौरान बैंक प्रबंधन की ओर से न तो सोशल डिस्टेंसिंग सम्बंधी कोई व्यवस्था कराई गई थी और न ही भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए कोई कर्मचारी ही मौजूद था।
कल ग्राम मुरकी की सुखवंतीन बाई ने बताया कि धान बेचने के बाद जैसे ही राशि बैंक में आने की खबर आई तो रुपए निकालने बैंक आई हूं। उसने बताया कि वह सुबह 11 बजे से बैंक पहुंच गई है, लेकिन रात आठ बज गए हैं, और अभी तक उन्हें बैंक प्रबंधन ने राशि का भुगतान नहीं किया है। कारण पूछने पर बैंक ने रकम खत्म होने की जानकारी दी। ग्राम चिंगरौद के किसान कुशराम ने बताया कि धान का रकम आने के बाद मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान करना है। तीन दिनों से बैंक बंद होने के कारण मजदूर रुपए के लिए घर पहुंच रहे हैं। सोमवार को बैंक खुला और रुपए निकालने के लिए सुबह 11 बजे से पहुंचा हूूं लेकिन प्रबंधन की लापरवाही के कारण रात के साढ़े आठ बज गए और अभी तक रुपए नहीं मिला है।
इसी तरह ग्राम बम्हनी के किसान राजू जांगड़े ने बताया कि धान बेचने के लिए समिति में रतजगा करना पड़ा। अब रुपए निकालने के लिए भी बैंक में रात रुकना पड़ेगा। क्योंकि अभी रात के साढ़े आठ बजे हैं और बैंक ने अभी तक रुपए देने के लिए नाम नहीं पुकारा है। विड्राल फार्म व पासबुक सुबह 11 बजे से जमा कर चुका हूं।प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक 79354 किसानों ने 27.80 लाख क्विंटल धान बेचा है। नोडल अधिकारी डीएल नायक ने बताया कि अब तक जिले के 76932 किसानों को भुगतान जारी कर दिया गया है।
इन किसानों को 482 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। रुपए निकालने के लिए किसान बैंक पहुंच रहे हैं। किसानों को भुगतान करने के साथ ही ऋण वसूली भी जारी है। अभी तक 38733 किसानों से 128 करोड़ रुपए की वसूली हो गई है। 44 हजार किसानों को 2,99,31,06,773 रुपए का ऋण खेती किसानी के लिए दिया गया है। परसों 31 जनवरी तक किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान खरीदा जाएगा। अभी तक 79354 किसानों ने 138 समितियों के माध्यम से धान बेच दिया है। 60 हजार किसान धान बेचने के लिए शेष हैं। किसानों को धान बेचने के लिए 20 से 22 दिन ही मिलेंगे। क्योंकि शेष दिन शासकीय अवकाश रहेगा। अवकाश में खरीदी नहीं होती है।
महासमुन्द, 29 दिसम्बर। सुभाष नगर वार्ड. 24 के सरस्वती राइस मिल के पीछे स्थित तालाब जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण के लिए वार्ड के पार्षद पवन पटेल की मांग पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने जर्जर तालाब का निरीक्षण किया।
श्री चंद्राकर की गुजारिश पर सुभाषनगर क्षेत्र के 5 पार्षदों ने अपने अपने पार्षद निधि से तालाब जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के लिए राशि देने की घोषणा की। इस तालाब का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण में वार्ड नंबर.22 के पार्षद लता संतोष यादव, वार्ड नंबर 23 के पार्षद राजेन्द्र चंद्राकर, वार्ड 24 के पार्षद पवन पटेल, वार्ड नंबर 25 के पार्षद एवं सभापति संदीप घेाष तथा वार्ड नंबर. 30 के पार्षद राजेश नेताम के पार्षद निधि से खर्च किए जाएंगे। पार्षद पवन पटेल की मांग पर पालिका अध्यक्ष चंद्राकर ने तालाब से लगे बोर में तत्काल मोटर पंप लगाने की घोषणा की। श्री चंद्राकर ने वार्ड 24 के पूर्व पार्षद लखन चंद्राकर घर के पास स्थित जर्जर बिजली पोल को कोई जनहानि न हो इसे देखते हुए तत्काल विभाग के अधिकारियों से इसे हटान के लिए चर्चा की। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता मानकुंवर ध्रुव, जुगराज महानंद, सत्य सिन्हा, नन्द कुमार साहू, लखन चंद्राकर, राजा सोनी, बंदू नेताम, सोनीबाई ध्रुव, प्रीतम बाघ, लखन, रामबती सिन्हा, सरिता चंद्राकर उपस्थित थे।
कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता करेंगे अंशदान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 29 दिसम्बर। वर्ष 1947 में निर्मित गांधी-कांग्रेस भवन महासमुन्द का अब विस्तार किया जाएगा। आज 29 दिसम्बर को ही इसके निर्माण की बुनियाद रख दी जाएगी। इसी बात को लेकर कल कांग्रेस भवन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल महासमुन्द पहुंचे थे। दोनों ने पूर्व और वर्तमान जिला कांगे्रस के अध्यक्ष आलोक चंद्राकर और रश्मि चंद्राकर के साथ-साथ कांग्रेस के जिला स्तरीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बातचीत की।
इन्होंने कहा है कि इस भवन की ऐतिहासिक यादों को समेटकर रखा जाएगा और बिना छेड़छाड़ इसका विस्तार किया जाएगा। बता दें कि तत्कालीन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पं. रविशंकर शुक्ल ने 1947 में इस भवन का शिलान्यास किया था। बुजुर्ग हो चुके इस इमारत को तब बनाया गया था जब महासमुन्द सिर्फ ब्लाक था। अब इसे जिले के अनुसार बनाया जाएगा। बिना तोड़ फोड़ इस भवन के स्वरूप को उम्दा बनाने के लिए सरकार नहीं बल्कि क ांग्रेस केतमाम कार्यकर्ता अपनी इच्छा के मुताबिक अंशदान देंगे। आम लोगों से भी अपील की गई है कि ने इस नव निर्माण में भागीदार बनें।
मालूम हो कि इस भवन में महात्मा गांधी से लेकर कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज पहुंचते रहे। वर्ष 1977 में ग्राम खरोरा में शामिल होने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पहुंची थीं, तब यहां आई थीं। वहीं वर्ष 1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी पहुंचे थे। भारत निर्माण में अमिट योगदान देने वाले इन नेताओं की स्मृति को संजोकर रखने महासमुन्द कांग्रेस अभी भी रखने तैयार है लिहाजा कांग्रेस भवन के बाजू में नया हाल तैयार करने फंड एकत्र किया जा रहा है।
यह कमरा भोतिक संसाधनों से लैश रहेगा और जिले भर के कांग्रेसी यहां बैठ सकें ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी। नये कमरे क लिए खाका तैयार किया जा चुका है। कल एक सवाल के जवाब में गिरीश देवांगन ने कहा कि हर हाल में राज्य सरकार प्रदेश में शराब बंदी करेगी। इसके लिए कमेटी गठित कर ली गई है और समिति अपना काम कर रही है। छत्तीसगढ़ से सटे राज्यों से हो रही शराब की तस्करी को रोकने की कोशिश भी तेज हो गई है।
महासमुन्द, 29 दिसम्बर। राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 10 मामलों में 320 बोरा धान अर्थात् 128 क्विंटल धान जब्त किए हैं।
जानकारी के अनुसार इनमें महासमुन्द तहसील के ग्राम रायतुम निवासी संजय अग्रवाल से 25 बोरी धान, ग्राम तुमगांव निवासी गोकुल साहू से 30 बोरी धान, ग्राम पासिद निवासी टिकेश्वर निषाद से 50 बोरी एवं ईशु कुमार से 30 बोरी धान, ग्राम जलकी निवासी मोती निषाद से 25 बोरी धान, ग्राम छपोराडीह निवासी राजेन्द्र सेन से 25 बोरी धान, ग्राम मरौद निवासी दक्ष कुमार यादव से 30 बोरी धान एवं ग्राम सिरपुर निवासी कमल किशोर टावरी से 25 बोरी धान जब्त किया गया है।
इसी प्रकार पिथौरा तहसील के ग्राम भुरकोनी निवासी राधेश्याम अग्रवाल से 30 बोरी धान एवं सरायपाली तहसील के ग्राम प्रेतेनडीह निवासी प्रशांत बारिक से 50 बोरी धान जब्त कर आवश्यक कार्यवाही किया गया। अब तक जिले में कुल 158 प्रकरण दर्ज किए गए हैं जिनमें 8325 बोरा धान अर्थात 3330 क्विंटल धान की जब्त की गई है। इनमें 10 वाहन भी शामिल हैं।
महासमुन्द, 29 दिसम्बर। कोरोना काल में परीक्षाओं को लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने संशय दूर कर दिया है और सभी महाविद्यालयों के प्रचार्यों को 31 मई तक परीक्षा संपन्न कराने के आदेश दिए हैं। जारी एकेडमी कैलेंडर में परीक्षा व उसके परिणाम को कब तक जारी करना है यह भी स्पष्ट कर दिया है। जारी शेड्यूल के हिसाब से मार्च के दूसरे पखवाड़े में प्रेक्टिकल की परीक्षाएं शुरू होंगी। इसके बाद 10 अप्रैल से वार्षिक परीक्षाएं प्रारंभ होगी।