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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 सितंबर। बस्तर के चिंतन शिविर में भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के बयान के विरोध में एनएसयूआई ने शनिवार को विधायक डॉ. रमन सिंह के कार्यालय का घेराव कर थूकदान सौंपा।
पुरंदेश्वरी के बयान के खिलाफ कांग्रेस के हर विंग में विरोध जताने के लिए बयानबाजी और प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी कड़ी में आज एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विप्लव शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राजनंादगांव विधायक डॉ. रमन सिंह के कार्यालय में थूकदान सौंपा गया।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि पुरंदेश्वरी ने आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा कि थूक से छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रीगण बह जाएंगे। भाजपा नेताओं के मन में गलत विचार है, जो छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान को ठेस पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के लिए वे थूकदान दे रहे हैं।
भाजपा प्रभारी को दी मर्यादा में रहने की नसीहत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 सितंबर। बस्तर के चिंतन शिविर में भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के विवादित बयान पर सख्त आपत्ति जाहिर करते राजनंादगांव की कांग्रेस नेत्रियों ने उन पर महिला होने के नाते मर्यादा में रहने की नसीहत दी। वहीं उनके बयान को भाजपा की संकीर्ण मानसिकता का असली चेहरा करार दिया।
‘छत्तीसगढ़’ ने पुरंदेश्वरी के भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा थूकने मात्र से कांग्रेस मंत्रिमंडल के बह जाने के संबंध में जिले की कांग्रेसी नेत्रियों से प्रतिक्रिया जानी। खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने बयान की कड़ी शब्दों में निंदा करते कहा कि भाजपा हमेशा गंदे शब्दों का इस्तेमाल करने में विश्वास करती है। उसकी करनी और कथनी जग जाहिर है। महिला नेत्री होने के बावजूद पुरंदेश्वरी ने ऐसा बयान देकर छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान किया है।
महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि थूंकना, चाटना जैसे हल्के शब्द सिर्फ भाजपाइयों को शोभा देते हैं। इन शब्दों से भाजपा की संकीर्ण मानसिकता का पता चलता है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेत्री पुरंदेश्वरी द्वारा दिया गया घटिया बयान इस बात को स्पष्ट करता है कि प्रदेश में 15 बरसों तक सत्ता का सुख भोगने वाले भाजपाई सत्ता से बेदखल होने के महज ढाई साल में ही जल बिन मछली की तरह तड़प रहे हैं। इसी बौखलाहट में भाजपाई भूपेश सरकार को बदनाम करने और सस्ती लोकप्रियता हासिल कर चर्चा में बने रहने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री शारदा तिवारी ने कहा कि एक महिला के लिए भाषा सौंदर्य की तरह है। राजनीति में कभी भी हल्के शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाजसेवा और राजनीति के क्षेत्र में प्रतिनिधित्व करने वालों पर जनता की नजर रहती है। पुरंदेश्वरी के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के खिलाफ बयान की पार्टी कड़ी निंदा करती है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस नेत्री कांति बंजारे ने कहा कि बयान का पूरा सार भाजपा की छोटी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों ने ही भाजपा को 15 सीट पर लाकर समेट दिया। ऐसा लगता है कि इस हार से अब तक भाजपा उबर नहीं पाई है और भड़ास निकालने के लिए निम्न स्तर का बयान दे रही है।
महिला कांग्रेस प्रवक्ता हिमानी वासनिक ने कहा कि बोलचाल की भाषा में मर्यादा का होना बेहद जरूरी है। लोकतंत्र में सत्ता-विपक्ष के बीच स्वस्थ राजनीतिक बयानबाजी को ही महत्व मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की विपक्षी भाजपा मर्यादा भूलकर अनर्गल बयानबाजी कर रही है। पुरंदेश्वरी का बयान एक महिला होने के नाते बेहद ही हल्का रहा। ऐसे बयान की पार्टी सख्त निंदा करती है।
शहर के गरीब तबके से लेकर जरूरतमंदों के मदद में आगे
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राजनांदगांव, 4 सितंबर। संस्कारधानी राजनांदगांव में समर्पण भाव लिए अभिलेख वेलफेयर फाउंडेशन सामाजिक उत्तरदायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहा है। फाउंडेशन ने समाजसेवा और शिक्षा के क्षेत्र को एक नई दिशा दी है। कुछ बरसों के भीतर फाउंडेशन की उदारता से गरीब तबके का भला हो रहा है। वहीं जरूरतमंदों को आगे बढ़ाने के लिए फाउंडेशन अपनी सकारात्मक उर्जा खर्च करने में पीछे नहीं है। बताया जा रहा है कि फाउंडेशन ने कोरोनाकाल में मची आपाधापी को थामने की दिशा में भी पूरी ताकत लगाकर निर्धनों को राशन और बुनियादी जरूरतों के लिए दिल खोलकर खर्च किया है। वहीं निधन परिवार के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों और बच्चों को तालीम दिलाने में भी आर्थिक सहायता दी है। फाउंडेशन गुणवान विद्यार्थियों की जरूरतों को बखूबी समझते हुए शिक्षा के तमाम संसाधन भी मुहैया करा रहा है।
अभिलेख वेलफेयर फाउंडेशन से जुड़े लोगों की खासियत है कि काबिल और होनहार वर्ग को आगे करने पूरी क्षमता को झोंकने में जरा भी देरी नहीं की जा रही है। कोरोना संकटकाल में सैकड़ों पैकेट राशन बांटकर फाउंडेशन ने गरीबों के भूख की चिंता को दूर किया। न सिर्फ शहरी इलाके, बल्कि दूरस्थ नक्सल क्षेत्र के बाशिंदों को भी भरपेट भोजन के लिए पैकेट बांटे गए। फाउंडेशन मानवीय दृ़ष्टिकोण को अपनाकर गरीबों की भलाई की दिशा में और भी उल्लेखनीय कार्य कर रहा है।
फाउंडेशन चिकित्सकीय सुविधाओं को लेकर भी काफी संजीदा है। कैंसर से लेकर दूसरी गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगियों के इलाज में भी यथासंभव मदद भी फाउंडेशन के जरिये की जा रही है। एक अभियान के रूप में फाउंडेशन ने स्वास्थ्य, शिक्षा और खेल को बढ़ावा देने का भी दृढ़ संकल्प किया है। शहर के उभरते तीरंदाजियों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से फाउंडेशन ने एक प्रतियोगिता भी कराया।
इस संबंध में फाउंडेशन की अध्यक्ष एकता अग्रहरि ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि सामाजिक उत्तरदायित्व का बोध लिए फाउंडेशन हर वर्ग को मदद करने सदैव तत्पर है। आर्थिक और सामाजिक स्तर पर फाउंडेशन अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहा है। इस बीच अभिलेख वेलफेयर फाउंडेशन ने उत्कृष्ट सेवाओं के जरिये शहर में छाप छोड़ी है। कोरोना से तंग लोगों को मदद करने के साथ-साथ समाज के अन्य वर्ग को प्रोत्साहित करने में भी फाउंडेशन का पूरा जोर है।
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राजनांदगांव, 3 सितंबर। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा मार्गदर्शन में जिला आयुर्वेद कार्यालय के अधीन ग्रामीण अंचलों में संचालित आयुर्वेद औषधालय वाले 41 ग्रामों में नि:शुल्क स्वास्थ्य जागरूकता एवं रोग निदान व आयुर्वेद चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. रमाकांत शर्मा ने बताया कि कुल 41 ग्रामों में आयोजित आयुर्वेद शिविरों में ज्वर रोग, कासरोग, वातरोग, चर्मरोग, स्त्रीरोग, उदररोग, कृमिरोग, हृदयरोग, मधुमेह, अर्शरोग, यौनरोग, कुष्ठरोग, सिकलिंग, एनीमिया, क्षयरोग आदि अन्य रोगों की जांच की गई। गंभीर रोग के रोगियों को आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में उपचार कराने की सलाह दी गई। इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के सहयोग से शुगर, एनीमिया, मलेरिया आदि की जांच की गई। नेत्र चिकित्सा सहायकों की सहभागिता से नेत्र रोगियों की जांच एवं उपचार भी किया गया।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. शर्मा ने बताया कि शासकीय आयुर्वेद औषधालय बेलरगोंदी में 540, तुमड़ीबोड़ में 364, कुम्हली में 352, गेंदाटोला में 330, देवरी में 318, ईटार में 310, मुढ़ीपार में 300, विचारपुर में 300, बांधाबाजार में 312, अतरिया बाजार में 234, बघेरा में 238, रामपुर चिचोला में 152, पांडादाह में 212, गातापारकला में 280, पदुमतरा में 240, कनेरी में 183, महरूम में 222, अतरिया रोड में 238, सम्बलपुर में 257, मोहंदी में 205, भैंसातरा में 155, खुज्जी में 245, चिरचारीकला में 251,अर्जुनी में 163, सुरगी में 235, मेढ़ा में 233, माहुद मचान्दुर में 282, बिल्हरी में 207, सुकुलदैहान में 286, गातापार लछना में 298, बेलगांव में 250, रामपुर (एस) में 229, आसरा में 255, सडक़ चिरचारी में 154, सलोनी में 246, मोहारा में 217, बोरतलाव में 262, आमाटोला में 254, धोधा में 290, बुंदेली में 147 एवं साल्हेवारा में 218 ग्रामीणों की स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस प्रकार शिविरों के माध्यम से कुल 10482 रोगियों द्वारा चिकित्सा शिविर का लाभ लिया गया। साथ ही शिविर में नि:शुल्क चिकित्सा व औषधि वितरण किया गया। वर्तमान में कोविड-19 को देखते शिविर में आने वाले जनसामान्य को आयुष काढ़ा पिलाया गया तथा वितरण भी किया गया। शिविरों के आयोजनों के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन किया गया।
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राजनांदगांव, 3 सितंबर। कृषि विज्ञान केंद्र राजनांदगांव एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान बरौंडा रायपुर द्वारा एक सितंबर को कृषि विज्ञान केंद्र सुरगी में फोल्ड माइक्रोस्कोप का प्रदर्शन किया गया।
कृषि विज्ञान केंद्र राजनांदगांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बीएस राजपूत एवं इस परियोजना की प्रभारी गुंजन झा ने बताया कि पेपर आधारित माइक्रोस्कोप जिसे फोल्डस्कोप के नाम से जाना जाता है, जो माइक्रोस्कोप की तरह कार्य करने वाले उपकरण किसानों के लिए उपयोगी यंत्र है।
यह कागज से बनने के कारण सस्ता व हल्का तथा आसानी से फोल्ड हो जाने वाला होता है, जिसे किसान आसानी से जेब में रखकर खेत में जा सकते हैं। फोल्डस्कोप माइक्रोस्कोप का आविष्कार स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन में बायोइंजीनियरिंग में सहायक प्रोफेसर डॉ. मनु प्रकाश एवं टीम द्वारा वर्ष 2014 में किया गया था। वास्तव में यह एक तरह का आप्टिकल माइक्रोस्कोप है, यह वजन में बहुत हल्का लगभग 8 ग्राम होता है और यह एक किट में आता है। जिसमें लेंस होते हैं, जो 140 गुना आवर्धन प्रदान करते हैं।
फोल्डस्कोप माइक्रोस्कोप का महत्व-
यह आकार में बहुत छोटा एवं वजन में हल्का होता है। यह पारंपरिक सूक्ष्मदर्शी के समान प्रदर्शन करता है। यह बहुत टिकाऊ है, क्योंकि बहुत ऊंचाई से गिरने के बावजूद भी नहीं टूटता है। इसका प्रयोग मुख्यत: प्रक्षेत्र स्तर पर प्राथमिक निदान के लिए किया जाता है। फोल्डस्कोप का प्रयोग पादप रोगजनक के कारक एवं सूक्ष्मकीटों का अवलोकन करने में भी किया जा सकता है।
इसके माध्यम से सूक्ष्म कीटों का भी अवलोकन किया जा सकता है। पशुपालन के अंतर्गत जानवरों में लगने वाले सूक्ष्म जीवों का पता लगाने में भी प्रयोग किया जा सकता है। इसको बनाने की लागत लगभग 100 रुपए से भी कम है।
इस फोल्डस्कोप माइक्रोस्कोप प्रदर्शन के अवसर पर डॉ. आरएन सिंह, आनंद साहू, गुंजन झा, डॉ. नूतन रामटेके, अंजली घृतलहरे, अतुल डांगे, डॉ. मोहनिशा जंघेल, सुरभि जैन, आशीष गौरव शुक्ला, जितेन्द्र मेश्राम, तोरन लाल निषाद, बिदेशीराम निषाद, योगुराम साहू, संतराम साहू व अन्य किसान व कर्मचारी उपस्थित थे।
महिलाओं ने रक्तदान कर दी श्रद्धांजलि
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राजनांदगांव, 3 सितंबर। पूर्व महापौर शोभा सोनी की प्रथम पुण्यतिथि गुरुवार को जिला भाजपा द्वारा विविध आयोजनों के माध्यम से मनाया गया। सादगी एवं सरलता की प्रतिमूर्ति शोभा सोनी को याद कर कार्यकर्ता भाव विभोर हुए।
मीडिया सेल के अनुसार गुरुवार को सुबह 11 बजे वार्ड नंबर 17 के कार्यकर्ताओं एवं भाजपा द्वारा वृद्धााश्रम में मच्छरदानी एवं भोजन का वितरण किया गया। तत्पश्चात दोपहर 12 बजे जिला भाजपा कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। जिसमें प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष खूबचंद पारख, अशोक शर्मा, मधुसूदन यादव, सचिन बघेल आदि शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में शोभा सोनी को श्रद्धांजलि देते कहा कि सादगी एवं सरलता शोभा सोनी की विशेषता थी। वह इतनी सरल थी कि हर व्यक्ति की चिंता करती थी। उपस्थित नेताओं ने कार्यकर्ताओं को शोभा सोनी जैसे सरल हृदय रखकर राजनीति करने का आह्वान किया। दोपहर 1 बजे भाजपा महिला मोर्चा द्वारा रक्तदान का कार्यक्रम वार्ड नंबर 17 बौद्ध विहार में आयोजित किया गया। जिसमें दस बहनों ने रक्तदान किया। सभी कार्यक्रमों में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष खूबचंद पारख, जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव, जिला महामंत्री सचिन बघेल एवं दिनेश गांधी, कमल सोनी, किरण साहू, गीता घासी साहू, प्रतीक्षा भंडारी, किशुन यदु , ऋषि चौधरी, नागेश यदु, पारस वर्मा, राजू वर्मा, मिथलेश्वरी वैष्णव समेत एवं वार्ड की बहनें उपस्थित थी।
जयस्तंभ चौक में दी श्रद्धांजलि
अंतिम कार्यक्रम के रूप में शाम को 7 बजे व्यापारी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक राजा मखीजा के नेतृत्व में शोभा सोनी को मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर उत्तम गीडिया, राजकुमार बाफना, रेखचंद जैन, पंकज जैन, योगेश खत्री आदि उपस्थित थे।
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खैरागढ़, 3 सितंबर। नगर में अवैध शराब को पकडऩे वाले आरक्षक को पुरस्कार की जगह प्रताडऩा मिलने का मामला प्रकाश में आया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार जन्माष्टमी पर्व के दौरान शुष्क दिवस घोषित किए जाने के पूर्व संध्या पर कोचियों द्वारा शराब दुकान से अवैध शराब की बड़ी खेप को एक आरक्षक द्वारा पकडऩा महंगा पड़ गया। उसे अनुशासनहीनता के चलते वापस सालेवारा भेजा गया है।
इस संबंध में थाना प्रभारी खैरागढ़ राजेश साहू का कहना कि संबंधित आरक्षक को अन्य जगह तैनात किया गया था लेकिन वह शराब दुकान पर अनुचित तरीके से पहुंच गया। मामले की जानकारी भी उसने अधिकारियों को नहीं दी। अनुशासनहीनता के चलते उसे वापस सालेवारा भेजा गया है। मामले में जांच कर रहे हैं। वहीं जीसी पति एसडीओपी खैरागढ़ का कहना है कि कोई मामला नहीं है ऐसा कुछ नहीं हुआ है
बताया जाता है कि धरमपुरा स्थित शासकीय शराब दुकान से बाजार अतरिया इलाके के बड़े कोचिए अवैध शराब की बिक्री करने बड़ी खेप निकाल रहे थे। इस दौरान शराब दुकान पहुंचने एक आरक्षक की नजर पड़ गई उसने शराब जब्त कर ली। इस दौरान कोचिए उक्त आरक्षक के साथ लड़ाई झगड़े पर उतारू हो गए। आरक्षक ने आनन-फानन में 112 को कॉल कर मौके पर बुलाया।
आरक्षक द्वारा पकड़ी गई लगभग 11 पेटी शराब को 112 में भरकर थाने लाया गया। लेकिन अधिकारियों ने कार्रवाई की बजाय आरक्षक को ही खरी-खोटी सुना दी और ड्यूटी कर रहे आरक्षक को आनन-फानन में वापस सालेवारा भेज दिया गया। थाने में पहुंची ज़ब्त शराब को भी कोचियों को वापस किए जाने की जानकारी मिली है। जबकि 112 के संविदा चालक को भी नौकरी से हटा दिया गया है।
बताया गया है कि बाजार अतरिया में अवैध शराब बिक्री रोकने शिवसेना, मानव कल्याण समिति सहित ग्रामीण ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। लेकिन पुलिस इन शिकायतों को अनदेखा कर रही है।
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राजनांदगांव, 3 सितंबर। धीरी प्रोजेक्ट में की गई गड़बडिय़ों एवं भ्रष्टाचार की जांच की मांग उठाते कांग्रेस नेता विकास गजभिये ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग कलेक्टर से की है।
शहर जिला कांग्रेस कमेटी सचिव विकास गजभिये ने गत् दिनों कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते मांग की कि 28.77 करोड़ की लागत से धीरी नल-जल योजना का कार्य 23 गांव के लोागों को नदी से पानी मिले, इसके लिए यह योजना लाई गई थी, किन्तु कार्यपालन अभियंता एसएन पांडे द्वारा ठेकेदारों एवं अपने लोगों को लाभ पहुंचाने की नियत से इंटक वेल जो धीरी में बनना था, उसे बदलकर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने ईरा में शिफ्ट कर दिया गया, जहां पानी ही पर्याप्त मात्रा में नहीं रूकता। वहां पानी योजना के लिए जितना जरूरी होता है, उतना वहां संग्रहित नहीं होता।
उन्होंने कहा कि इनके द्वारा इंटक वेल भी तकनीकी दृष्टिकोण से गलत बनाया गया है एवं ऊंचाई पर इसका निर्माण कराया गया, जो कि गलत है। इंटकवेल का निर्माण नदी के उस भाग में किया जाता है, जहां योजना के संचालन के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहता है। गर्मी के दिनों में धीरी प्रोजेक्ट से संंबंधित विभिन्न गांव में पानी का संचालन पूर्ण रूप से बंद हो जाता है एवं योजना से पानी नहीं मिलने े कारण कई गांव में पानी के नाम से हाहाकार मचा रहता है। इसका मुख्य कारण गर्मी के दिनों में पानी के पर्याप्त मात्रा में संग्रहण न होना और नदी का सूख जाना तथा गलत जगह इंटकवेल बनाना है।
श्री गजभिये ने ज्ञापन में कहा कि कार्यपालन अभियंता एसएन पांडे, ईश्वरदास वैष्णव, तारादेवी वैष्णव द्वारा ठेकेदार को लाभ पहुंचाने एवं उक्त योजना में भ्रष्टाचार करने की नियत से न ही जल आरक्षण समिति जो शासन द्वारा निर्धारित है, से सहमति प्राप्त की गई और न ही जल संसाधन विभाग से कोई सहमति पत्र लिया गया कि उक्त योजना को इरा घाट से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि उक्त योजना में मेन्टेनेंस के नाम पर भी करोड़ों रुपए खर्च किए गए, यदि मेन्टेनेंस कार्य की निष्पक्ष जांच की जाए तो भारी भ्रष्टाचार उजागर होगा।
शिकायत की जाएगी
उन्होंने कलेक्टर से मांग करते कहा कि धीरी प्रोजेक्ट में किए गए भ्रष्टाचार की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराकर ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करें। यदि उक्त अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो ग्रामवासी एवं कांग्रेस संगठन के लोगों द्वारा इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जांच एवं इनको हटाने मुख्यमंत्री एवं प्रभारी मंत्री तथा विभागीय मंत्री से शिकायत की जाएगी और पीएचई विभाग का घेराव किया जाएगा।
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राजनांदगांव, 3 सितंबर। वार्ड नं. 43 की पार्षद खेमिन यादव ने कमला कॉलेज दुकान आबंटन की जांच कर पात्र हितग्राही को दिए जाने की मांग करते कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने ज्ञापन सौंपते कहा कि कमला कॉलेज दुकान का आबंटन अन्य व्यक्ति को दिया जा रहा है। जिसके कारण सही हितग्राही है, उन्हें दुकान आबंटित नहीं की जा रही है। दुकान निर्माण के समय जो हितग्राही वहां पर अपनी दुकान लगाए थे, उन्हें यह कहकर वहां से हटाया गया था कि दुकान निर्माण के पश्चात दुकानें उन्हीं को लोगों को आबंटित की जाएगी।
इसके लिए हितग्राहियों को नोटिस प्रदान किया गया एवं वीडियोग्राफी भी की गई है, किन्तु अब ऐसी जानकारी मिली है कि उन हितग्राहियों में से कुछ हितग्राहियों को ही दुकानें आबंटित की जा रही है, शेष दुकानें किसी अन्य व्यक्तियों बाहरी लोगों को दी जा रही है। इस दौरान नगर निगम नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु, पार्षद गगन आईच, मणिभास्कर गुप्ता, राजेश यादव समेत अन्य लोग मौजूद थे।
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खैरागढ़, 3 सितंबर। युवा आयोग अध्यक्ष जितेन्द्र मुदलियार के संगीत नगरी खैरागढ़ आगमन पर नगर कांग्रेसियों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। साथ ही राज्य अंत्यावसायी वित्त विकास निगम अध्यक्ष धनेश पाटिला, राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड सदस्य किशन खंडेलवाल भी उपस्थित थे।
पेट्रोल डीजल और खाद्य सामग्री की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में कांग्रेसियों ने जमकर हल्ला बोला। युवा आयोग अध्यक्ष जितेंद्र मुरलिया राज्य वित्त विकास निगम अध्यक्ष धनेश पाटिला एवं किशन खंडेलवाल की अगुवाई में कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की एवं केंद्र की भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया। अपनी मांग को लेकर एसडीएम लवकेश धु्रव को पीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
युवा आयोग अध्यक्ष जितेंद्र मुरलियार ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के आम लोगों को आर्थिक मुसीबत के साथ बेहाल कर दिया है। घरेलू महिला के रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। केंद्र ने जीएसटी लगाकर व्यापारियों को मुसीबत में डाला है। कांग्रेसियों ने 70 साल में जो विकास किया उसे मोदी सरकार ने 7 साल में बर्बाद कर दिया। जितेंद्र मुरलिया ने कहा भूपेश बघेल सरकार हर मोर्चे पर अच्छा काम कर रही है। प्रदेश की परंपरा को जीवित रखा है। धरना प्रदर्शन में श्री पाटिलाने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल रसोई गैस सहित अन्य सामानों का दाम बढ़ा दिया है।
श्री खंडेलवाल ने कहा कि खैरागढ़ में कांग्रेस को प्यार मिलता रहा है यहां की जनता ने भाजपा शासनकाल में कांग्रेस को शहरी सत्ता में बैठाएगी अब नगर पालिका चुनाव में भी कांग्रेस को शहरी सत्ता में बैठेगी जिला अध्यक्ष पदम कोठारी ब्लॉक अध्यक्ष यशोदा नीलांबर वर्मा ने भी सभा को संबोधित किया। शहर आगमन के दौरान युवा आयोग अध्यक्ष ने इतवारी बाजार में शीतला मंदिर, राज फैमिली में दंतेश्वरी मंदिर में मत्था टेककर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की।
बाजार चौक में जिम का शुभारंभ किया। इससे पहले खुली जीप में जितेंद्र मुलिया ने शहर भ्रमण के दौरान लोगों का अभिवादन स्वीकार किया जिला निर्माण की मांग को लेकर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे लोगों से मुलाकात की और उनकी भावना सीएम तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर पूर्व विधायक गिरवर जंघेल प्रदेश सचिव नीलेश शर्मा जिला अध्यक्ष पदम कोठारी ,सुनील कांत पांडेय ,यशोदा बर्मा भीकमचंद छाजेड़ ने स्वागत किया। महिला कांग्रेस पूर्व नगर पालिकाअध्यक्ष मीरा चोपड़ा, शहर अध्यक्ष संध्या अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजराजेश्वरी अग्रवाल, एंडरमैन डॉ. किरण झा, महामंत्री नसीमा मेमन, पूजा इत्यादि कांग्रेस महिलाओं ने भी अपनी सहभागिता दी।
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राजनांदगांव, 3 सितंबर। छुईखदान विकासखंड के देवपुरा ग्राम पंचायत के सुदूर वनांचल ग्राम ढोलपिट्टा के निवासी विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के चेहरों पर एक अलग ही उमंग और उत्साह है। यह खुशी है शासन की ओर से ढोलपिट्टा गांव के बैगा जनजाति को वन अधिकार पट्टा मिलने की। ढोलपिट्टा में बैगा परिवारों को लगभग 5-5 एकड़ का वन अधिकार पट्टा प्रदाय किया गया है। जिसमें 29 हितग्राहियों को प्रदाय लगभग 145 एकड़ में भूमि सुधार कार्य 36 लाख 25 हजार रुपए का डीएमएफ मद से व्यय कर खेत निर्माण किया गया है। जिसमें बैगा परिवारों द्वारा फसल ली जा रही है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा पर ध्यान केन्द्रित करते विकास कार्य किए जा रहे हैं।
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राजनांदगांव, 3 सितंबर। श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों एवं मोहल्लों में नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ देने राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना प्रारंभ की गयी। योजना के तहत मोबाइल मेडिकल यूनिट वेन माध्यम से वार्डों में जाकर नि:शुल्क बीमारियों की जांच कर दवा का वितरण किया जाता है। शासन से प्राप्त 4 मोबाइल मेडिकल यूनिट वेन के माध्यम से प्रतिदिन श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों एवं वार्डों में जाकर नि:शुल्क जांच कर रही है। जिसका संस्कारधानी राजनांदगांव में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है और लोगों को इससे स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। गत् माह अगस्त में 4 मोबाइल मेडिकल यूनिट वेन के माध्यम से नगर के 10760 हितग्राहियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जो गत माह जुलाई की अपेक्षा औसत में 25 हितग्राहियों की बढ़त हुई है। गुुरुवार को निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों का भी मोबाइल मेडिकल यूनिट वेन के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा दिया गया।
निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि चारो मोबाइल मेडिकल यूनिट वेन निगम सीमाक्षेत्र में प्रतिदिन सुबह 8 बजे से वार्डों एवं श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों मे जाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं। जिसमें लोग स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ नि:शुल्क लैब टेस्ट एवं नि:शुल्क दवा का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त माह में निगम सीमा क्षेत्र के 10760 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जो प्रति वेन यूनिट 111 का औसत रहा, जो कि जुलाई माह की अपेशा औसत में 25 हितग्राहियों की बढ़ोत्तरी हुई है।
टेस्टिंग में प्रदेश स्तर पर राजनांदगांव अव्वल
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि अगस्त माह में शहर में 3696 लोगो का लैब टेस्ट किया गया। जिसमें सभी प्रकार की जांच मिलाकर कुल 5429 टेस्ट किया गया। जबकि जुलाई माह में 2821 लैब टेस्ट किया गया था।
मतलब इस माह अगस्त में जुलाई माह की अपेक्षा दुगना टेस्ट किया गया। कुल लैब टेस्ट मेंं 243 टेस्ट बाहर से कराकर लोगों का लाभ दिया गया। जिसमें थायराइट, विटामिन बी-12, विटामिन डी-3 आदि शामिल है। इस प्रकार संस्कारधानी राजनांदगांव में स्वास्थ्य योजना को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है और इसी का परिणाम है कि अगस्त माह में टेस्टिंग में प्रदेश स्तर पर राजनांदगांव अव्वल रहा है।
कम हो रहा है प्रा.स्वा. केन्द्रों पर दबाव
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान में मौसमी एवं संक्रामक बीमारी को ध्यान में रखते प्रत्येक वार्ड में नियमित रूप से 4 मोबाइल मेडिकल यूनिट वेन के माध्यम से स्वस्थ्य परीक्षण किया जा रहा हैै। गत् दिनों जयस्तंभ चौक में श्रमिकों एवं स्कूलों में मोबाइल मेडिकल यूनिट वेन से विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। नगर निगम परिसर में अधिकारियों व कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें निगम आयुक्त सहित कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता, उप अभियंता, लेखा अधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय अधीक्षक सहित 72 कर्मचारियों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया। साथ ही निगम सीमाक्षेत्र में 4 मोबाइल मेडिकल यूनिट वेन माध्यम से कुल 552 लोग प्रति यूनिट 138 स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें 159 का लैब टेस्ट हुआ व 532 लोगों को दवा का वितरण किया गया। जिनमें 110 मरीज श्रम विभाग में पंजीकृत भी है। उन्होंने बताया कि मोबाइल यूनिट वेन के माध्यम से वार्डों में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करने पर जिला चिकित्सालय एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण का दबाव कम हो रहा है, क्योंकि लोगों को अपने घर के पास ही स्वास्थ्य परीक्षण का लाभ मिल रहा है। उन्होंने मौसमी एवं संक्रामक बीमारी को ध्यान में रखते स्वास्थ्य परीक्षण कराकर लाभ लेने की अपील की है।
कलेक्टर ने जिला अस्पताल का किया निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 सितंबर। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने गुरुवार को बसंतपुर स्थित जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल के मरम्मत कार्य में तेजी लाएं। उन्होंने मजदूरों की संख्या बढ़ाकर कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश सीजीएमएससी को दिए।
उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल आकर्षक होनी चाहिए। टूटे फर्नीचर को हटाकर नए फर्नीचर की व्यवस्था करें तथा साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने हॉस्पिटल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने सिक्योरिटी गार्ड बढ़ाने के निर्देश दिए। हॉस्पिटल में असामाजिक तत्व एवं चोरी की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। ऐसे अधिकारी-कर्मचारी जो अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने पर लापरवाही बरत रहे हैं, उन पर कार्रवाई करें। उन्होंने हॉस्पिटल में सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान हॉस्पिटल में डॉक्टर, स्टॉफ नर्स तथा अन्य कर्मचारियों की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम मुकेश रावटे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, सिविल सर्जन डॉ. चंद्रवंशी, डीपीएम गिरीश कुर्रे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सुविधाओं की सूची लगाने निर्देश
कलेक्टर सिन्हा ने पेंड्री स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का अवलोकन कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने हॉस्पिटल में मरीजों से चर्चा कर स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित होनी चाहिए। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में मिलने वाली सुविधाओं की सूची लगाएं। जिससे मरीजों को भटकना न पड़े। वहां मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं तक पहुंचने के लिए सांकेतक चिन्ह जरूर लगाएं। इससे मरीजों को आसानी से सुविधाओं की जानकारी मिल सके। उन्होंने पर्ची काउंटर में कम्प्यूटर बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल के सभी तल में बैठने के लिए कुर्सी की पर्याप्त व्यवस्था करें। उन्होंने कोरोना जांच केन्द्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
इस दौरान सामान्य वार्ड, गायनिक वार्ड, ओपीडी सहित अन्य वार्डों का निरीक्षण किया।
राजनांदगांव, 3 सितंबर। ई-डिस्ट्रिक परियोजना के तहत एक दिवसीय वृहत कार्यशाला का आयोजन कल 4 सितंबर को सुबह 10.30 से संध्या 4 बजे तक पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम राजनांदगांव में किया गया है। कार्यशाला में लोकसेवा केन्द्रों, सामान्य सेवा केन्द्रों एवं आधार पंजीयन के संबंध में प्रमुख अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में संबंधितों को उपस्थित होने कहा गया है।
सहमी हालत में स्टॉफ कर रहा काम, रात को हालात और भी खराब
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 3 सितंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। शहरी आबादी के बीच बसंतपुर में स्थित जिला अस्पताल की सूरते हाल बेहद खौफजदा हो गई है। पर्याप्त स्टॉफ होने के बावजूद रोगियों ने जिला अस्पताल का रूख करना बंद कर दिया है। मेडिकल कॉलेज का विकल्प होने की वजह से मरीज सीधे पेंड्री जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज से अलग होने के बाद जिला अस्पताल अपने अस्तित्व को लेकर संघर्ष कर रहा है। अस्पताल के लिहाज से तैयार बिल्डिंग ने शो-पीस का रूप धारण कर लिया है। जिला अस्पताल की हालत देखकर हर कोई हैरत में है। शाम ढलने के बाद डर और अंधेरे के आगोश में घिरा यह अस्पताल बदहाली की तस्वीरें बयां कर रहा है।
बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में करीब 71 स्टॉफ नर्सें कार्यरत है। स्टॉफ नर्सों की पर्याप्त तैनाती की तुलना में गिनती के चिकित्सक रह गए हैं। मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ चिकित्सकों के चले जाने का असर यह हुआ कि जिला अस्पताल पूरी तरह से सूनेपन में डूबा हुआ है। शाम होते ही अस्पताल के वार्डों में दाखिल होने के लिए एक बड़ी हिम्मत दिखानी पड़ती है। कुछ वार्डों में एक भी मरीज नहीं है। वहीं स्टॉफ नर्सों को मरीजों की गैरमौजूदगी से खालीपन से मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों की आवाजाही बंद होने से अस्पताल के भीतरी कमरों का सन्नाटापन देखकर स्टॉफ के हाथ-पैर फूल रहे हैं। स्टॉफ के सामने सबसे बड़ी निजी सुरक्षा कड़ी चुनौती बन गई है। जिला अस्पताल के पूरे कमरों में बिस्तरें खाली पड़ी है। वार्डों में रात्रिकालीन ड्यूटीरत स्टॉफ नर्सों को असामाजिक तत्वों के खौफ ने भी परेशान कर रखा है। शाम को अस्पताल के इर्द-गिर्द नशेडिय़ों का अघोषित दबदबा भी बढ़ जाता है। बताया जा रहा है कि अस्पताल के भीतर वार्डों में असामाजिक तत्वों की चहलकदमी बनी हुई है। जिला अस्पताल की करोड़ों की बिल्डिंग शो-पीस बनकर रह गई है। बताया जा रहा है कि जीवनदीप समिति का गठन होने के बावजूद प्रशासनिक रूप से कई निर्णयों पर अमल नहीं हुआ है। सत्तारूढ़ दल के नेताओं को समिति में जगह दी गई है। प्रशासन की कोशिशें अब तक कारगर साबित नहीं हुई है। अस्पताल की तकनीकी मशीनों का उपयोग भी फिलहाल बंद पड़ा हुआ है। बसंतपुर जिला अस्पताल शहरी आबादी के लिहाज से फायदेमंद माना जा रहा है, लेकिन अस्पताल की अंदरूनी अव्यवस्था लचर होने के कारण स्टॉफ को काम करने के लिए कई तरह की व्यवहारिक दिक्कतें भी झेलनी पड़ रही है।
निजी गार्डों की खल रही कमी
जिला अस्पताल की सुरक्षा इन दिनों ताक पर है। अस्पताल की संपत्ति और स्टॉफ की निगरानी के लिए तैनात किए जाने वाले निजी गार्ड पूरी तरह से मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर दिए गए हैं। मेडिकल कॉलेज रवाना किए गए निजी सुरक्षाकर्मियों की जगह नई भर्ती करने पर प्रशासन का ध्यान नहीं है। स्टॉफ नर्सों को सर्वाधिक निजी गार्डों की कमी से तनाव के बीच काम करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि निजी गार्डों की उपस्थिति से कर्मियों को कार्य करने में उत्साह बढ़ेगा। वहीं करोड़ों की संपत्तियों की देखभाल भी होगी।
बताया जा रहा है कि अस्पताल के भीतर शाम को बेरोकटोक आवाजाही देखकर स्टॉफ को खुद की सुरक्षा की चिंता खाए जा रही है। पिछले कई दिनों से अनहोनी होने की आशंका लेकर स्टॉफ ने आला चिकित्सकों को भी अवगत कराया है। इसके बावजूद इस संवेदनशील मसले पर अस्पताल प्रबंधन ने ढीला रूख अख्तियार किया हुआ है।
ओपीडी पर्ची वार्ड ब्वाय के हाथों
जिला अस्पताल की प्रशासनिक कार्यक्षमता इस कदर बेपटरी हो गई है कि साफ-सफाई और चिकित्सकीय कार्यों के मददगार माने जाने वाले वार्ड ब्वाय कम्प्यूटर में ओपीडी पर्ची तैयार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि ओपीडी पर्ची कार्य में लगे चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की कमी का असर वार्डों में पड़ रहा है। चिकित्सक और स्टॉफ नर्सों को वार्ड ब्वायों की अनुपस्थिति से कार्य करने में परेशानी उठानी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि ओपीडी पर्ची बनाने के साथ-साथ चतुर्थ श्रेणी कर्मी कम्प्यूटरीकृत काम करने के लिए विवश हैं। अस्पताल प्रबंधन व्यवस्था को भले ही दुरूस्त करने का दावा कर रहा है, लेकिन असल में जिला अस्पताल की हालत देखकर रोगी मेडिकल कॉलेज और निजी अस्पताल की ओर जा रहे हैं।
पौने तीन लाख अब भी टीके से दूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 सितंबर। कोरोना से निपटने किए जा रहे वैक्सीनेशन की स्थिति जिले में 80 फीसदी से ऊपर हो गई है। मोहला-मानपुर के बीहड़ गांव में भी तेजी से चल रहे टीकाकरण अभियान से जिले की स्थिति बेहतर हो गई है। टीकाकरण को लेकर मानपुर-मोहला क्षेत्र में व्यापक विरोध होने से प्रशासन मुश्किल में था। मौजूदा कलेक्टर तारनप्रकाश सिन्हा ने पदभार ग्रहण करते ही आदिवासी बाशिंदों के बीच जाकर टीकाकरण की महत्ता को समझाया। आखिरकार अब इस क्षेत्र में टीकाकरण के अपेक्षित नतीजे सामने आ रहे हैं।
इधर वैक्सीनेशन को लेकर लगातार स्वास्थ्य महकमे का मैदानी अमला सेंटरों में तैनात है। अब भी जिले में पौने तीन लाख बाशिंदे टीके के पहले और दूसरे डोज से दूर हैं। बताया जा रहा है कि 80 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लगाए गए हैं। जल्द ही वैक्सीनेशन को लेकर राजनांदगांव अपने निर्धारित लक्ष्य को पार करने तेजी से कदम बढ़ा रहा है। बताया जा रहा है कि इसके लिए प्रशासन भी युद्ध स्तर पर टीकाकरण लगवाने पर जोर दे रहा है। जिले में कुल 11 लाख 87 हजार 885 लोगों को वैक्सीनेशन किया जाना है। जिसमें अब तक 9 लाख 64 हजार 600 को वैक्सीन लग चुका है। बताया जा रहा है कि 7 लाख 51 हजार को पहली और 2 लाख 13 हजार को दोनों डोज लग चुकी है। मोहला-मानपुर क्षेत्र में भी टीकाकरण ने रफ्तार पकड़ ली है। शुरूआत में टीकाकरण को लेकर मोहला-मानपुर के अंदरूनी इलाकों में विरोध शुरू हो गया था। कई तरह की भ्रम की स्थिति बनने से स्वास्थ्य अमले को कड़ी परेशानी उठानी पड़ रही थी। वैक्सीनेशन को लेकर अब लोगों के ख्यालात भी तेजी से बदले हैं। सामाजिक और दूसरे स्तर पर मिली समझाईश के बाद मोहला-मानपुर के ग्रामीण भी टीकाकरण को लेकर रूचि दिखा रहे हैं। टीकाकरण को लेकर लोगों को उकसाने के मामले में भी प्रशासन को कड़ा रूख अख्तियार करना पड़ा। प्रशासन के निर्देश पर नक्सलग्रस्त मदनवाड़ा के एक व्यक्ति को जेल की भी हवा खानी पड़ी। आखिरकार अब मोहला-मानपुर भी दूसरे ब्लॉकों की तर्ज पर वैक्सीनेशन से लैस होने लगा है। इस बीच जिले में 60 साल से अधिक उम्र के एक लाख 69 हजार, 45-60 उम्र के 3 लाख 34 हजार तथा 18 से 44 वर्ष के 4 लाख 61 हजार लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।
वैक्सीनेशन के लिए कलेक्टर लगा रहे जोर
टीकाकरण को लेकर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा बेहद ही गंभीर हैं। जिले में वैक्सीनेशन अभियान को निरंतरता देने के लिए कलेक्टर पूरा जोर लगा रहे हैं। ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि भ्रम की स्थिति अब जिले में खत्म हो गई है। जागरूकता अभियान और चिकित्सकीय अमले की कड़ी मेहनत का नतीजा है कि वैक्सीनेशन का प्रतिशत रोजाना बढ़ रहा है। यहां यह बता दें कि मोहला-मानपुर में टीकाकरण को लेकर चलती अफवाहों को खत्म करने के लिए कलेक्टर ने कार्यभार सम्हालते ही अपनी प्रशासनिक क्षमता का परिचय दिया। उन्होंने अपने मातहत कर्मियों को भ्रम फैलाने वालों के विरूद्ध कार्रवाई के साथ-साथ आम लोगों से सतत संपर्क कर टीकाकरण के फायदे गिनाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 सितंबर। जिले के प्रभारी एवं खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी, संस्कृति मंत्री अमरजीत सिंह भगत ने बुधवार को वर्चुअल मोड में वन धन केन्द्र पानाबरस मोहला से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान एवं समुदाय आधारित सुपोषण प्रबंध कार्यक्रम अंतर्गत अतिरिक्त आहार का शुभारंभ किया।
मंत्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत कुपोषण दूर करने में सफलता मिली है। वहीं कुपोषण के खिलाफ इस जंग में समुदाय में उत्साह आया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों में कुपोषण और महिलाओं में एनीमिया को दूर करने 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान प्रारंभ किया और इसका परिणाम सुखद रहा। वास्तव में इस अभियान के तहत कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को कुपोषण से लडऩे के लिए जागरूक करना है। कुपोषण को दूर करने यह आवश्यक है कि बच्चों को पौष्टिक आहार, स्वास्थ्य सुविधाएं, अच्छा वातावरण मिल सके। शासन तथा प्रशासन लगातार इस दिशा में कार्य करते महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले के अधिकांश क्षेत्र मुख्य रूप से आदिवासी क्षेत्र है। जहां पर इस योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत बच्चों तथा माताओं को गर्म भोजन अंडा, गुड़, चना तथा पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। जिसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि आजादी के 75वीं वर्षगांठ में कुपोषण से मुक्ति के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत मानपुर के बाद मोहला एवं छुईखदान में सघन सुपोषण अभियान एवं समुदाय आधारित सुपोषण प्रबंध कार्यक्रम अंतर्गत अतिरिक्त आहार का शुभारंभ किया गया है। कुपोषण से निपटने जिले में सघन सुपोषण अभियान प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम समुदाय का कार्यक्रम है। डॉ. नितिन नागरकर ने कहा कि शासन-प्रशासन एवं आम नागरिकों के आपसी सहयोग से कुपोषण को दूर किया जा सकता है। जॉब जकारिया ने कहा कि मोहला में सामुदायिक आधारित कार्यक्रम का शुभारंभ अच्छी पहल है। यह प्रदेश के लिए एक अच्छा उदाहरण है।
इस दौरान समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन की पुस्तिका परिचालन दिशा-निर्देश एवं प्रशिक्षण मेनुअल का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में डॉ. अनील कुमार गोयल, डॉ. महेन्द्र प्रजापति, दिनेश शाह मंडावी, शाहिद खान, छाया उईके, सुशीला भंडारी, एसडीएम मोहला ललितादित्य नीलम, एसडीएम मानपुर राहुल रजक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, समाजसेवी संजय जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं आम नगारिक उपस्थित थे।
खैरागढ़, 2 सितंबर। नगर के शासकीय कन्या शाला में छात्राओं को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। केंद्र एवं राज्य द्वारा 1 सितंबर से 15 सितंबर तक स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है।
कन्या शाला परिसर से प्राचार्य साधना अग्रवाल ने छात्राओं को स्वच्छता की शपथ दिलाई। इसके पूर्व संस्था के व्याख्याता कमलेश्वर सिंह ने छात्राओं को स्वच्छता का महत्व समझाते हुए कहा कि आप अपने स्वच्छता संबंधी ताकत को पहचाने स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया आपके द्वारा एक कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में सहायक सिद्ध होगा। आसपास का वातावरण घर और बाहर सार्वजनिक क्षेत्रों और शैक्षणिक संस्थानों एवं आसपास के परिसरों को साफ रखना और लोगों को इसके लिए लगातार प्रेरित करना ही स्वच्छता अभियान की परिभाषा है।
राजनांदगांव, 2 सितंबर। जिले में सुरक्षित टीका, सुरक्षित परिवार जनअभियान के तहत माह सितंबर के प्रथम सप्ताह 7 सितंबर तक कोविड टीका सप्ताह मनाया जाएगा। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कोरोना की तीसरी लहर से सुरक्षा के लिए जनसामान्य से टीकाकरण हेतु आव्हान किया है। जिले में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को पूर्ण करने एक नई ऊर्जा के साथ सभी को कार्य करना है। कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर के दौरान हम सभी ने इस महामारी के गंभीर खतरे को महसूस किया है और इस विषम परिस्थिति की पीड़ा से उबरे है।
अभी भी कोरोना का खतरा टला नहीं है और कोरोना का वायरस कभी भी म्यूटेट करता है। कोरोना के इस अदृश्य शत्रु से सुरक्षित रहने के लिए अब वक्त आ गया है कि हर नागरिक एक जागरूक नागरिक होने का फर्ज निभाए और टीकाकारण कराएं तथा दूसरों को भी टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित करें।
अपने परिवार और समाज को सुरक्षित रखाना हमारी जिम्मेदारी है। कोरोना संक्रमण से भविष्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते जिले के सभी नागरिकों को शत-प्रतिशत टीकाकरण कराना जरूरी है। ऐसे व्यक्ति जो अभी भी छूट गए हैं, उन्हें लक्षित कर टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें। हमारे जांबाज अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं ने लगातार अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी सेवाएं दी हैं और अब स्वास्थ्य विभाग की टीम टीकाकरण के कार्य में सतत लगी हुई है। सभी अधिकारियों-कर्मचारियों एवं स्वास्थ्यकर्मी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन सभी टीकाकारण के लिए जनसामान्य को जागरूक कर रहे हैं। हर नागरिक को इस अभियान में अपना योगदान देना है और जिले को सुरक्षित करना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 सितंबर। वार्ड नं. 50 सिंगदई में सर्किल कोसरिया यादव समाज के तत्वावधान में गत् दिनों राज्य गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष मन्ना यादव का स्वागत-अभिनंदन किया गया। सर्किल सिंगदई के 45 गांव प्रमुखों व वार्ड के वरिष्ठजनों की उपस्थिति में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।
सर्वप्रथम यादव समाज द्वारा राउत नृत्य, बाजा-गाना के साथ मुख्य अतिथि राज्य गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष मन्ना यादव का स्वागत किया गया। अतिथि द्वारा सहाड़ा व भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की गई। तत्पश्चात समाज प्रमुखों व अतिथि का बारी-बारी से ग्राम प्रमुख, पंचगईहा प्रमुख, सर्किल पदाधिकारी, वार्ड प्रमुखों में पुष्पा यादव महिला संगठन ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत अभिवादन किया।
इस अवसर पर कोसरिया यादव महासभा के संरक्षक नारायण यादव, महेश यादव, अरूण देवांगन, विशारद यादव, धन्ना यादव एवं मन्ना यादव ने समाज व शासन की योजना के विषय पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में हरीश यादव, सुरेश यादव, सूरज यादव, भोला यादव, थनवार यादव, अश्वनी यादव, अर्जन यादव, पुनाराम, दीनू यादव, राकेश रावटे, भारत साहू, महेन्द्र वैष्णव, मुकेश साहू, कुशल साहू, रामनाथ पटेल, संतोष यादव, इंदल यादव, बसंत यादव, रघुनाथ यादव, विक्रम यादव, बासुरी यादव, भोज यादव, कुशल यादव, देवनारायण, शिवलाल यादव, पवन यादव, भगवान यादव, घसिया यादव, मनोज, गंगाधर, बाबूलाल, बिसौहा, गीता यादव, फुलेश्वरी, कुमारी यादव, बेला यादव, बीना यादव, योगिता, सरिता यादव, मंजू यादव, कोसरिया यादव समाज के पदाधिकारीगण प्रमुख रूप से उपस्थित थे। उक्त जानकारी सिंगदई सर्किल अध्यक्ष विशारद यादव ने दी।
14 सूत्रीय मांगों को लेकर एक मंच पर होंगे संगठित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 2 सितंबर। 14 सूत्रीय मांगों को लेकर वनांचल के 14 अधिकारी-कर्मचारी संगठन 3 सितंबर को सडक़ में आकर एक मंच में एक साथ छग की कांग्रेस सरकार के खिलाफ हुंकार भरेंगे। छग शासन के खिलाफ आयोजित एक दिवसीय आंदोलन छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन की अगुवाई में होगा।
ब्लॉक मुख्यालय के कर्मचारी-अधिकारी संगठनों के पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन आंदोलन को सफल बनाने स्थानीय स्तर पर तैयारियां प्रारंभ कर दी है। बताया जाता है कि अधिकारी-कर्मचारी प्रमुख रूप से वर्षों से लंबित 16 फीसदी महंगाई भत्ता को पूर्ण करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य 13 सूत्रीय मांगों को पूरी करने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे हैं।
छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के ब्लॉक संयोजक प्राचार्य आरबी सिंह ने बताया कि प्रांतीय आह्वान पर 14 सूत्रीय मांगो को लेकर कल 3 सितंबर को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यह आंदोलन ब्लॉक मुख्यालय में बस स्टैंड में सुबह 10 बजे से किया जाएगा। इस आंदोलन में वनांचल में सक्रिय छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन संघ, छग राजपत्रित संघ, छग प्रदेश शिक्षक संघ, छग प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, छग सहायक शिक्षक फेडरेशन संघ, छग पटवारी संघ, छग स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, छग ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ, छग अजाक्स संघ, छग सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी संघ, छग राजस्व निरीक्षक संघ, छग अपाक्ष संघ, छग लघुवेतन कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारी व अधिकारी शामिल होंगे। इन कर्मचारी संगठनों के स्थानीय प्रमुख आरके महानदिया, महेश यादव, जसवंत साहू, लखन सोरी, देवकुमार यादव, ओपी माहला, मुकेश शुक्ला, रूपेश तिवारी, भुवनलाल चुरेन्द्र, हेमलाल वर्मा, राजेश कामडे, कलीम खान, रोहित वर्मा, हरिसिंह राजोरिया, आंदोलन को सफल बनाने के लिए अपने स्तर पर तैयारियां कर रहे हैं।
छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के ब्लॉक संयोजक आरबी सिंह ने बताया कि एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आंदोलन कोविड 19 कोरोना प्रोटोकाल के अंतर्गत जारी निर्देशों का पालन करते किया जाएगा।
यह है प्रमुख 14 सूत्रीय मांगें
छग कर्मचारी अधिकारी संगठन के स्थानीय प्रमुख आरबी सिंह ने बताया कि 14 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय आंदोलन शुक्रवार को आयोजित है। इसमें 16 प्रतिशत महंगाई भत्ता, वेतन विसंगति का निराकरण, प्रदेश के अधिकारी कर्मचारी व पेंशनरों को जुलाई 19 से 17 प्रतिशत सहित वर्तमान दर 28 प्रतिशत महंगाई भत्ता, छग वेतन पुनरीक्षण नियम 2017 का बकाया एरियर्स 3 किस्त के भुगतान हेतु आदेश जारी किया जाए। सभी विभागों में लंबित संवर्गीय पदोन्नति क्रमोन्नति, समयमान एवं तृतीय समयमान वेतनमान का लाभ समय सीमा में प्रदान किया जाएग। सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी व सहायक शिक्षक पद पर नियुक्त शिक्षकों को तृतीय समयमान वेतनमान स्वीकृति आदेश जारी किया जाए।
शासकीय सेवा के दौरान कोरोना संक्रमण से मृत कर्मचारियों व अधिकारियों के परिवार को राजस्थान सरकार की तर्ज पर 50 लाख का अनुग्रह राशि दी जाए। कोरोना ड्यूटी में लगाए गए शासकीय सेवकों को कोरोना भत्ता दिया जाए। अनियमित कर्मचारियों को नियमित किया जाए एवं सेवा से पृथक अनियमित कर्मचारियों को बहाल किया जाए। जनघोषणा पत्र में उल्लेखित चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान स्वीकृति आदेश जारी किया जाए। साथ ही घोषणा पत्र में उल्लेखित अन्य मांगों को पूरी किया जाए। छग पुनरीक्षण नियम 2017 के मूलवेतन के आधार पर 10 प्रतिशत गृहभाडा भत्ता सहित अन्य समस्त भत्ता दिया जाए। राज्य में पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। तृतीय श्रेणी के पदों पर 10 प्रतिशत के बंधन को मुक्त करते समय-सीमा के भीतर अनुकंपा नियुक्ति के समस्त लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जाए। आकस्मिक सेवा के कर्मचारियों के समान वेतन के रिक्त पदों पर समायोजित करते नियमित कर्मचारियों की तरह समान वेतन भत्ते व पेंशन का लाभ दिया जाए। प्रदेश के पटवारियों को पदोन्नति व लेपटाप के साथ उनके कार्यालयों में कम्प्यूटर की सुविधा दी जाए। पेंशनरों को त्वरित पेंशन भुगतान हेतु 20 वर्षों से लंबित राज्य पुनर्गठन अधिनियम की धारा 49 को विलोपित कर पेंशनरी दायित्वों का मध्यप्रदेश व छग के बीच बंटवारा तत्काल किया जाए। साथ ही सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेल भारतीय स्टेट बैंक गोविदपुरा भोपाल से पृथक कर रायपुर छग में स्थापित कर छग के प्रकरणों का निपटारा किया जाए, मांगें प्रमुख रूप से शामिल हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 2 सितंबर। भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व नगर सहित वनांचल में हर्षोल्लास से मनाया गया। जन्माष्टमी के एक दिन बाद भगवान श्रीकृष्ण की शोभायात्रा निकाली गई और दही लूट पर्व का आयोजन हुआ। परंपरानुसार दही हांडी उत्सव व भगवान श्रीकृष्ण की शोभायात्रा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए।
ब्लॉक मुख्यालय में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व परंपरानुसार मनाया गया। नगर में रामनाम सप्ताह समिति द्वारा बजरंग चौक हनुमान मंदिर में एक दिवसीय राम नाम जाप का आयोजन किया गया। स्थानीय नागरिक 24 घंटे टोलियों के माध्यम से भगवान राम व श्रीकृष्ण का जाप कर भजन-कीर्तन करते रहे। रात्रि 12 बजे समिति की अगुवाई में धर्मप्रेमियों ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया।
पर्व के दूसरे दिन राम नाम सप्ताह समिति के बैनर तले भगवान श्रीकृष्ण की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का शुभारंभ भगवान श्रीराधा-कृष्ण मंदिर राजबाडा से आरंभ हुआ। शोभायात्रा में मांदरी, डंडा नाच, राउत नाचा, डीजे, धुमाल आकर्षण का केंद्र था। शोभायात्रा के सामने भजन मंडलियां, मानस मंडलियां आगे-आगे चल रही थी। शोभायात्रा में आकर्षक झांकी व भगवान श्रीराधा-कृष्ण व ग्वालों का रूप धरे बच्चे नगरवासियों में आकर्षण का केंद्र रहे।
शोभायात्रा राजबाड़ा से प्रारंभ होकर पटेलपारा, शंकरपारा, कुम्हारपारा, बस स्टैंड, गुप्ता चौक, बजरंग चौक, राजबाडा, सुभाष चौक, गंज लाइन होते हुए बाजार में शिव मंदिर व शिवनाथ नदी तट में आकर समाप्त हुई।
शोभायात्रा के भ्रमण के दौरान पूरे मार्गभर धर्मप्रेमियों ने भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। आयोजन को सफल बनाने में व्यापारी संघ के अध्यक्ष संजय लाटा, रामनाम सप्ताह समिति के शंकर खंडेलवाल, पुखराज जैन, सुकृतदास मानिकपुरी, बिसाहूदास मानिकपुरी, शंकर निषाद सहित बड़ी संख्या में समिति के सदस्यगण शामिल थे।
तीसरी लहर की नहीं दिखी चिंता
वैश्विक महामारी कोविड-19 खत्म नहीं हुआ है। शासन व प्रशासन तीसरी लहर की आशंका से भयभीत है। जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन अभी भी लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की हिदायतें दे रही है और हर वर्ग को कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक दूरी का पालन करने व मास्क के अनिवार्य प्रयोग के साथ-साथ प्रोटोकाल का ईमानदारी से पालन करने के लिए सख्त निर्देश दे रहे हैं, लेकिन जन्माष्टमी पर्व के एक दिन बाद नगर में हुए दही हांडी उत्सव के दौरान नगर में ऐसी भीड़ उमड़ी कि कहीं नहीं लगा कि लोग कोरोना से भयभीत हैं और आने वाले समय में तीसरी लहर की कोई संभावना है। इस दौरान प्रशासन के स्थानीय नुमाइंदे भी प्रोटोकाल का पालन कराने कहीं नजर भी नहीं आए।
योजना के तहत दी गई कई सुविधाएं
राजनांदगांव, 2 सितंबर। शासन द्वारा नक्सल पीडि़तों के उत्थान के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। राजनांदगांव जिले में नक्सल पीडि़तों को पुनर्वास योजना के तहत कई तरह की सुविधाएं प्रदान की गई है। जिले में 118 नक्सल पीडि़त हैं, जिनमें से 72 नक्सल पीडि़तों को शासकीय नौकरी दी गई है। सौ नक्सल पीडि़तों को पुनर्वास योजना के तहत राज्य आर्थिक सहायता प्रदान की गई है, वहीं 30 को केन्द्रीय आर्थिक सहायता दी गई है।
सभी 118 नक्सल पीडि़तों को मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के अंतर्गत राशन कार्ड दिया गया है। 95 व्यक्तियों को यात्री बसों में 50 फीसदी छूट दी गई है। 35 नक्सल पीडि़त बच्चों को पढ़ाई हेतु छात्रवृत्ति अथवा राष्ट्रीय साप्रदायिक सदभाव संस्थान से आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
मवेशी छुड़ाने पर 5-5 सौ अर्थदंड
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 सितंबर। गांव व शहरों के आसपास फसलों, बाडिय़ों, उद्यानों आदि की सुरक्षा के लिए एवं नगरीय क्षेत्रों में आवारा पशु मुक्त एवं शहर को साफ -सुथरा व स्वच्छ रखने के साथ-साथ दुर्घटना मुक्त रखने एक जुलाई से शासन द्वारा रोका-छेका संकल्प अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में पशुपालकों से इसके लिए संकल्प पत्र भी भराया जा रहा है। शासन निर्देश के अनुक्रम में नगर निगम सीमाक्षेत्र में निगम के कर्मचारी प्रतिदिन घुमंतु मवेशी पकडऩे एवं संकल्प पत्र भराने का कार्य कर रही है। इसी कड़ी में बुधवार को शहर के प्रमुख चौक-चौराहों से 32 घुमंतु मवेशियों की धरपकड़ की गयी और उन्हें छुड़ाने पर संबंधित से 5-5 सौ रुपए अर्थदंड लिया गया।
आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि शहर को साफ एवं स्वच्छ रखने तथा दुर्घटना मुक्त रखने, रोका-छेका संकल्प अभियान निगम सीमा क्षेत्र में चलाया जा रहा है। अभियान में लगे कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन आवारा पशुओं को पकडऩे तथा संकल्प पत्र भराने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन घुमंतु मवेशियों को पकडऩे की कार्रवाई की जा रही है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों मां पाताल भैरवी चौक, अम्बेडकर चौक, महामाया चौक, ममता नगर, नया बस स्टैंड चौक, ईमाम चौक, राम दरबार चौक, जयस्तंभ चौक, गुड़ाखू लाइन एवं दिग्विजय कॉलेज के सामने से 32 घुमंतु मवेशियों को पकड़ा गया। बीते दिनों भी नंदई, कुंआ चौक, मोहरा रोड, इंदिरा नगर क्षेत्र से 22 मवेशी पकड़े गए थे और इंदिरा नगर के पप्पू यदु एवं नंदई के सुदेश यादव से मवेशी छुड़ाने पर 5-5 सौ रुपए एवं 30-30 रुपए खाद्य दर सहित कुल 530-530 रुपए अर्थदंड लिया गया। यह अभियान प्रतिदिन जारी रहेगी।
उन्होंने दुर्घटना से बचने मवेशी मालिक अपने जानवर को निर्धारित स्थल में बांधकर रखने तथा चौक-चौराहों व सडक़ों पर घूमने पशुओं को खुला न छोडऩे की अपील की है। उन्होंने कहा कि चौक-चौराहों व सडक़ों पर खुला घूमते पाए जाने पर पशुओं को नगर निगम अमला द्वारा पकडक़र कांजी हाऊस में बंद कर नियमानुसार शुल्क व जुर्माना का भुगतान करने के उपरांत ही मुक्त कर संबंधित पशु पालकों को सौपा जाएगा।
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जांच के लिए छह सदस्यीय समिति गठित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 सितंबर। कबाड़ के विक्रय से प्राप्त राशि का सदस्यों में वितरण के संबंध में संपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध कराने अध्यक्ष को नोटिस जारी किया गया और इसकी जांच के लिए 6 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया।
ज्ञात हो कि शहर में प्रतिदिन शत-प्रतिशत डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण कर पृथकीकरण करने व पृथकीकरण योग्य सामग्री का विक्रय करने एवं गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन के लिए निकाय अंतर्गत आने वाले 4 गौठानों के उचित संचालन के लिए मानवबल (स्वच्छता मित्र) प्रति दिवस उपलब्ध कराने नगर निगम द्वारा स्वच्छ क्षेत्रीय संघ राजनांदगांव को विधिवत कार्यादेश दिया गया था, किन्तु संघ के सदस्य बाहरी तत्वों के प्रभाव में आकर जिला कार्यालय के सामने व निगम परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे थे एवं गौठानों में कार्य करने का विरोध कर रहे थे। इस कृत्य से संघ के सदस्यों पर संघ का नियंत्रण नहीं होना पाया गया, जिसे ध्यान में रखते संबंधित संघ के अध्यक्ष को निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा अनुबंध की कंडिका के उल्लंघन पर नोटिस जारी किया गया।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि नोटिस उपरांत कार्य में सुधार नहीं होने पर कंडिका की शर्तों के अधीन विधिवत अनुबंध को निरस्त किया गया और 6 अगस्त 2021 को नोटिस के माध्यम से कबाड़ विक्रय से प्राप्त शेष उपलब्ध राशि का वितरण सदस्यों में किए जाने निर्देशित किया गया, किन्तु संबंधित संघ द्वारा पालन प्रतिवेदन आज तक प्रस्तुत नहीं किया गया। इस संबंध में कबाड़ के विक्रय से प्राप्त राशि का सदस्यों में वितरण के संबंध में संपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध कराने एक सितंबर को नोटिस जारी किया गया और इसकी जांच के लिए 6 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया।
जांच समिति के अध्यक्ष उपायुक्त सुदेश कुमार सिंह होंगे तथा सदस्यगण प्र.कार्यपालन अभियंता जयनारायण श्रीवास्तव, प्र.सहायक अभियंता संदीप तिवारी व प्र.कार्यालय अधीक्षक अशोक चौबे होंगे एवं प्रस्तुतकर्ता स्टेनोग्राफर चंद्रशेखर भुआर्य व सहयोगी अभिजीत हरिहारनों रहेंगे। जांच समिति अध्यक्ष स्वच्छ क्षेत्रीय संघ द्वारा प्रस्तुत सम्पूर्ण दस्तावेज की जांच 15 दिवस के भीतर कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
स्वच्छता दीदीयों को वेतन नहीं, बल्कि शासन द्वारा नियत मानदेय
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि 4 वर्ष पूर्व मिशन क्लीन सिटी योजना के अस्तित्व में आने के उपरांत नगरीय निकाय में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का कार्य स्व सहायता समूह की स्वच्छता दीदीयों द्वारा किया जा रहा है। शासन निर्देशों के परिपालन में स्व-सहायता समूह से नगरीय निकायों से अनुबंध किया जाकर, अनुबंध के नियम शर्तों के तहत स्वच्छता दीदीयों को मानदेय एवं अन्य व्यवस्था मिशन क्लीन सिटी प्रभारी के पर्यवेक्षण में स्व सहायता समूह की दीदीयों द्वारा किया जा रहा है।
स्वच्छता दीदी दैवेभो कर्मचारी की श्रेणी में नहीं
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान में राजनांदगांव शहर में उक्त प्रावधानों एवं अनुबंधों के तहत 17 एसएलआरएम सेंटरों में कुल 442 स्वच्छता दीदीयों द्वारा शासन की योजनाओं को अपनी स्व-सहायता समूह के माध्यम से निष्पादन किया जा रहा है। उक्त कार्य के एवज में शासन द्वारा मानदेय नियत है, जो समय-समय पर शासन के निर्देशों के अनुसार अद्यतन किया जाता है, किन्तु कतिपय व्यक्तियों द्वारा स्वच्छता दीदीयों को भ्रमित कर उन्हें वेतन एवं अन्य सुविधाओं की भ्रामक जानकारी दी जा रही है। शहर की सफाई व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस संबंध में यह स्पष्ट किया जाता है कि उपरोक्त समस्त स्वच्छता दीदी निकाय में मजदूर श्रमिक अथवा किसी भी रूप से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी की श्रेणी में नहीं आते, इन्हें शासन द्वारा मानदेय के रूप में नियत राशि प्रदान की जाती है तथा इन्हें ईपीएफ., बीमा, अथवा ईएसआईसी व भविष्य निधि की पात्रता नहीं है।