बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 30 जुलाई। चिटफंड में आम लोगों के साथ धोखाधड़ी कर जमा रकम को वापस दिलाने की कवायद शुरू हो गई है। जिसके लिए बलौदाबाजार जिले के 6 तहसीलों में पीडि़त पक्षों से आवेदन जमा करने की मुहिम तेज हो गई है।
अनुविभाग मुख्यालय बिलाईगढ़ के अंतर्गत क्षेत्र में चिटफंड कंपनियों के द्वारा भोले भाले जनता का पैसा वापिस दिलवाने हेतु टीम गठित किया गया है, जिसके व्यापक प्रचार-प्रसार पटवारी एवं कोटवार के माध्यम से किया जाने का निर्देश अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बिलाईगढ़ बजरंग दुबे ने दिया है।
ज्ञात हो कि विगत दो से तीन दशक के दरमियान प्रदेश में जिले से लेकर ब्लॉक स्तर तक के प्रत्येक गांव में चिटफंड कंपनियों के द्वारा लोगों से रकम दोगुना-तिगुना करने का झांसा देकर कंपनी बंद कर फरार हो चुके हैं, जिसमें हजारों लोगों ने पैसा निवेश किया था और जनता का पैसा डूब गया है। 15 वर्षों के बाद प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के पश्चात कांग्रेस की सरकार बनने पर उनके द्वारा ही अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए वायदे के मुताबिक चिटफंड कंपनी में फंसे लोगों के पैसे वापस दिलाने का कवायद प्रदेश सरकार के द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है।
इसी तारतम्य में जिले के सभी तहसील मुख्यालय में अनुविभागीय अधिकारी स्तर की टीम गठित कर दिया गया है। इसके तहत बलौदाबाजार, पलारी में महेश सिंह राजपूत, कसडोल में मिथिलेश डांडे, बिलाईगढ़ में बजरंग दुबे, भाटापारा में लवीना पांडे, तथा सिमगा में धनीराम पात्रे, को समय सीमा पर, फंसे पैसे वापस दिलवाने हेतु उचित कार्यवाही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
अनुविभागीय अधिकारी बिलाईगढ़ बजरंग दुबे ने समस्त पटवारी एवं कोटवार के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया है ताकि भोले भाले लोगों का पैसे ऐसे फ्रॉड कंपनियों से वापस दिलवाने में कानूनी कार्रवाई किया जा सके।
कार्यालयीन सूत्रों के मुताबिक इसके लिए निर्धारित प्रपत्र में आवेदन भरकर साथ ही निवेश के दस्तावेज संलग्न कर एसडीएम कार्यालय में 6 अगस्त तक जमा करना है, जिसमें नियमानुसार कार्यवाही किया जा सकेगा।
इस संबंध में एसडीएम बजरंग दुबे से संपर्क करने पर बताया कि शासन के निर्देशानुसार चिटफंड कंपनी में फंसे लोगों को पैसे को वापस दिलवाने हेतु कार्रवाई किया जा रहा है।