बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 14 सितंबर। रविवार को बलौदा बाजार विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत खैन्दा में विश्व आदिवासी दिवस महोत्सव धूमधाम से मनाया गया तथा सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन रखा गया, जिसमें छत्तीसगढ़ शासन की संसदीय सचिव एवं विधायक कसडोल शकुंतला साहू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुर्इं एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता बलौदाबाजार विधायक प्रमोद शर्मा ने की।
सर्वप्रथम समजिकजनों द्वारा गांव में भव्य कलश यात्रा निकाली गई तत्पश्चात विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
शकुंतला साहू ने कहा कि आदिवासी भाई-बहन बहोत सीधे-साधे होते हैं परंतु अपने हक के लिए लडऩा जानते हैं। आज यह समाज शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक दृष्टि से तेजी से आगे बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में सबसे अधिक आदिवासी समाज से ही विधायक प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ से फूलो देवी नेताम राज्यसभा सांसद के रूप में महिलाओं के साथ-साथ पूरे समाज एवं छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि आदिवासी दिवस मनाने का उद्देश्य समाज की समस्याओं को दूर करना ,जो शिक्षा से वंचित है, पिछड़े हैं, उनको मुख्यधारा से जोडऩा है। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन होते रहना चाहिए जिससे आने वाली भावी पीढ़ी भी समाज की संस्कृति सभ्यताओं से परिचित हो सके एवं उसको आगे बढ़ाते रहें।
आदिवासी समाज सभ्यताओं एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अव्वल नंबर पर है। उन्होंने समाज को एकजुट होकर एक-दूसरे को आगे बढऩे की सलाह दी।
कार्यक्रम को बलोदाबाजार विधायक प्रमोद शर्मा एवं परमेश्वर यदु जिला पंचायत सदस्य ने भी संबोधित कर समस्त अंचलवासियों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई शुभकामनाएं दिए। इस अवसर पर संसदीय सचिव शकुन्तला साहू ने गोंडवाना सामुदायिक भवन निर्माण हेतु 6.50 लाख एवं खाद गोदाम निर्माण कराने घोषणा की।
इस अवसर पर परमेश्वर यदु जिला पंचायत सदस्य ब.बा.,मानस पांडे जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष, मनोज यादव जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि बलौदाबाजार, देवीलाल बारवे, प्रेमलता बंजारे उपाध्यक्ष महिला कांग्रेस जिला बलौदाबाजार, प्रताप डहरिया, वीरेंद्र बहादुर कुर्रे, सुनील साहू विधायक प्रतिनिधि, मनोज तिवारी, सुरेंद्र साहू, केदार डेहरिया, टेकराम साहू, रामेश्वर साहू, श्यामू विश्वकर्मा, शेर सिंह धु्रव, पुष्पा कमल सरपंच खैन्दा, हरि पैकरा,धन सिंह पैकरा, दीपक धु्रव, राजीमबाई धु्रव, यशवंत पैकरा, हेमंत पैकरा, शंकरलाल धु्रव, सेवक धु्रव, अवध राम धु्रव कल्याण गुरु कृपाल नारायण, धनेश्वर, रामप्यारे, लखनलाल, गणपत धु्रव, लखन पैकरा, दिलीप निषाद, जंतराम निषाद, संजय मानिकपुरी, काशीराम रजक, छोटेलाल कोशले, गरीबा धु्रव, अखिलेश पैकरा, भवानी धु्रव, नेमसिंग पैकरा आदिवासी समाजिकजन एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे।