बलौदा बाजार
द्वार पर ही राशन मिलने से उपभोक्ताओं में खुशी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 सितंबर। जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से लगे ग्राम मिशन परसाभदेर में नई राशन दुकान खुल जाने से ग्रामीणों और उपभोक्ताओं को काफी राहत मिली है। उन्हें लगभग 6 किलोमीटर दूर कठिन यात्रा करके राशन लेने जाने की जरूरत नहीं रह गई है। राशन उनके द्वार पर पहुंच गई है। इस महीने की 7 तारीख को नई राशन दुकान ने काम करना शुरू कर दिया है। अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाओं से बनी गृह लक्ष्मी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने इसके संचालन का जिम्मा उठाया है। राशन के सुरक्षित भण्डारण, देखरेख, तौलाई हिसाब-किताब रखने सहित तमाम काम यहां महिलाओं द्वारा यहां कुशलतापूर्वक किया जा रहा है।
नई दुकान में राशन लेने पहुंची महिला कामिनी महिलांगे ने बताया कि इसके पहले रिसदा राशन उठाने जाना पड़ता था। लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर दुकान होने के कारण ऑटो लेकर जाना पड़ता था। उनके पति बलौदाबाजार शहर में आटो चलाते हैं। खर्च होने के साथ ही ऑटो की कमाई चली जाती थी। उन्होंने 35 किलोग्राम राशन मुफ्त में उठाया है।
उन्होंने बताया कि पहले काम छोडक़र घर के पुरूष सदस्य राशन लेने जाते थे। लेकिन गांव में राशन दुकान खुल जाने से ज्यादातर महिलाएं ही राशन सामग्री लेने पहुंचती हैं। एक अन्य बुजुर्ग महिला प्रभा ने बताया कि उनके परिवार को 45 किलोग्राम राशन मिलता है। ऑटो अथवा मोटर साइकिल किराया करके अथवा साइकिल लेकर राशन लेने जाते थे। अत्यधिक दूरी और भीड़-भाड़ होने के कारण पूरे दिनभर का समय लग जाता था। इससे महिलाओं को काफी सुविधा और राहत मिली है। दुकान संचालन करने वाली महिला समूह की अध्यक्ष क्षमाबाई कुर्रे हैं। कक्षा 12 वीं तक उनकी शिक्षा है। वे स्वयं लैपटॉप चलाकर पूरा हिसाब-किताब रखती हैं।
उन्होंने बताया कि इस नई दुकान के जरिए 151 परिवारों को राशन वितरित किया जा रहा है। इसमें अंत्योदय परिवार के 30, प्राथमिकता वाले 89, सामान्य वर्ग के 27, निराश्रित 4 और नि:शक्त 1 शामिल हैं। इस प्रकार राशन की नई दुकान खुल जाने से लोगों को सुविधा मिलने के साथ-साथ महिला समूह को भी आमदनी का जरिया मिल गया है।