बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 7 फरवरी। आनंद का पर्व बसंत पंचमी के अवसर पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसुमकसा में प्राचार्य त्रिनाभ मिश्रा के निर्देशन में सरस्वती पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में एम जॉर्ज, यू त्रिपाठी, गीता गुप्ता और प्रतिभा सिंह के मार्गदर्शन में टीएस पारकर और एम मिश्रा द्वारा विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना संपन्न किया गया। जहां यू त्रिपाठी, आशा प्रधान तथा सावित्री स्वर्णकार विराजमान थे। कार्यक्रम के व्यवस्थापक आरके आवडे, लक्ष्मण गुरुंग और डीआर साहू थे।
बसंत पंचमी जहां बसंत के आगमन का घोतक है, वहीं यह दिन सरस्वती दिवस भी कहलाता है। इस दिन सरस्वती पूजन कर कंठ में स्थापित किया जा सकता है। इस दिन साधना संपन्न करने से व्यक्ति अच्छा वक्ता बन जाता है। उसे हजारों श्लोक और मंत्र कंठस्थ हो जाता है। वास्तव में यह दिन परिवार के सभी सदस्यों के लिए अत्यधिक उपयोगी है, श्रेष्ठ योगियों ने भी इस दिवस का उपयोग सरस्वती सिद्ध कर अपने जीवन में पूर्णता प्राप्त किया।
शाला परिवार ने विशेष मूर्ति पूजन, सरस्वती सूक्त व स्त्रोत्रम का सस्वर वाचन करते हुए पूजा संपन्न किए। चंद्रकला सक्सेना और शीतला नायक द्वारा जीवंत कलाकृति और बेहतरीन रंग संयोजन कर प्रशंसनीय रंगोली उकेर कर मां की आराधना की। वास्तव में बसंत पंचमी पर्व हमारे जीवन का सौभाग्य है और हमे इसे संपन्न करना ही चाहिए जिससे जीवन में सभी दृष्टियों से सफलता प्राप्त कर सकें। इस अवसर पर शाला परिवार के व्याख्याता के साहू, डी कोठरी, एम साहू, वर्षा जनबंधु आदि उपस्थित थे।