गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 12 फरवरी । वार्षिक वेतन वृद्धि की मांग को लेकर जिला सहकारी बैंक के अधिकारी कर्मचारी आज एक दिवसीय हड़ताल पर हैं। हड़ताल के चलते जिले के 9 सहकारी बैंकों का कामकाज पूरी तरह ठप हैं। हड़ताल के पहले कर्मचारियों ने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन के तहत 5 से 10 फरवरी तक कालीपट्टी बांधकर बैंक का काम किया। 10 फरवरी तक मांग पूरी करने का अल्टीमेटम दिया था। मांग पूरी नहीं होने के चलते आज हड़ताल में चले गए हैं। हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी भी की।
गरियाबंद जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक हरिराम ध्रुव ने बताया कि राज्य शासन एवं सहकारिता पंजीयक द्वारा एक साल से केंद्रीय सहकारी बैंक के अधिकारी कर्मचारी का वेतनवृद्धि रोका गया है। इसके चलते अधिकारी कर्मचारी को आर्थिक नुकसान हो रहा हैं। सहकारिता पंजीयक द्वारा संघ से जो जानकारी मांगी थी, संघ के प्रतिनिधि मंडल ने सौप दी है इसके बाद भी अब तक स्वीकृती नहीं दी गई हैं। जबकि इस मामले में बैंक के प्राधिकृत अधिकारी पंकज शर्मा ने भी संघ के प्रतिनिधि मंडल के साथ चर्चा में हमारी मांग को जायज ठहराया है। जिसके बाद सहकारिता पंजीयक को एक अर्धशासकीय पत्र भेजा और कर्मचारियों ने अपने हड़ताल को संशोधित करते हुए 5 से 10 फरवरी 10.30 से 11 बजे कलमबंद हड़ताल की ओर पूरे दिन कालापट्टी बांधकर काम किया। लेकिन पंजीयक ने मांगे पूरी नहीं की।
शाखा प्रबंधक ध्रुव ने बताया कि यदि एक दिवसीय हड़ताल के बाद भी मांगे पूरी नहीं हुई तो 17 फरवरी से केन्द्रीय बैंक के अधिकारी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। हड़ताल के दौरान जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा, सहायक लेखापाल श्रीराम यादव, पर्यवेक्षक नंदकुमार साहू, रूस्तम लाल साहू, नरोत्तम लाल निर्मलकर, अमर सिंह , कनिष्ठ लिपिक तामेश्वरी नागेश, विमल कुमार सूर्यवंशी, भृत्य कलेन्द्री बाई सोम, लखेश्वर यदु, नोगेश कुमार कुंभकार, गनमैन कैलाश कुमार साहू, कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रेमचंद साहू, कुणाल यदु शामिल थे।