गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 20 अप्रैल। चम्पारण और परसदाजोशी के महानदी घाट में चल रहे अवैध रेत उत्खनन पर कार्रवाई के लिए शुक्रवार को दोपहर खनिज विभाग की टीम अचानक पहुंची। हालांकि अधिकारियों के आने से पहले ही रेत माफिया फरार हो चुके है, लिहाजा खनिज विभाग की टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। इस दौरान खनिज अफसरों ने ग्राम चंपारण के नदी तट पर रेत माफियाओ द्वारा बनाए गए रेम (अस्थाई सडक) को दो जगह से अवरुद्ध किया गया। इससे रेत माफियाओं में हडकंप मच गया।
कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति, शासन को हो रही लाखों की क्षति
ज्ञात हो कि गरियाबंद जिले के ग्राम परसदाजोशी से अवैध उत्खनन कर रायपुर जिले के ग्राम चंपारण से परिवहन करने का खेल महीनों से बदस्तूर जारी है।
माफियाओ द्वारा यहाँ से प्रतिदिन 24 घंटे हजारों ट्रिप रेत का परिवहन किया जा रहा है। जिससे शासन को लाखों रूपए राजस्व की क्षति हो रही है और खनिज माफिया मालामाल हो रहे है। हालांकि बीच-बीच में खनिज विभाग की टीम द्वारा खानापूर्ति की कार्रवाई जरुर करते हैं, परंतु रेत माफियाओ पर इसका कोई असर नहीं पड़ता। माफिया पुन: अपने अवैध कारोबार में लग जाते है। ऐसे में खनिज माफियाओ के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
नेताओं के संरक्षण की आशंका
सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार माफियाओ के ऊपर बड़े नेता का संरक्षण प्राप्त है। संभवत: उसी के चलते रेत माफियाओ के ऊपर ठोस कारवाही नहीं हो पा रही है। इन माफियाओं द्वारा नेताओं तक कमीशन भी पहुंचाया जाता है, जिसके चलते उनके हौसले बुलंद है। लगातार रेत माफियाओं द्वारा शासन को चुना लगाने का काम किया जा रहा है। अब आगे देखने वाली बात होगी की आज की कार्रवाई के बाद रेत के अवैध कारोबार पर लगाम लग पाएगी या नहीं?
लगातार होगी कार्रवाई - डीके साहू
खनिज विभाग रायपुर के सुपरवाईजर डीके साहू ने बताया कि अवैध रेत परिवहन पर रोक लगाने हेतु आज टीम द्वारा अस्थाई मार्ग को अवरुद्ध किया गया है। आगे भी रेत के अवैध कारोबार पर लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।