गरियाबंद
अंचल के लोगों को मिली ऐतिहासिक सौगात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 2 मार्च। माघी पुन्नी मेला एवं महाशिवरात्रि के अवसर पर नवनिर्मित बहुप्रतीक्षित लक्ष्मण झूला का मंगलवार को लोकार्पण प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों संपन्न हुआ। राजीव लोचन मंदिर से कुलेश्वर महादेव मंदिर और लोमश ऋषि आश्रम तक नवनिर्मित लक्ष्मण झूला (सस्पेंशन ब्रिज) का लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया।
राजिम माघी पुन्नी मेला समापन अवसर पर बहुप्रतिक्षित लक्ष्मण झूला को अंचल की जनता के नाम समर्पित किया गया। त्रिवेणी संगम राजिम में निर्मित इस ब्रिज से अब वर्षभर लाखों की संख्या में राजिम आने जाने वाले पर्यटकों के लिए अभूतपूर्व सौगात है।
उल्लेखनीय है कि पर्यटकों को राजीव लोचन मंदिर से कुलेश्वर महादेव मंदिर या लोमष ऋषि आश्रम से कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल मार्ग से ही नदी पार करके जाना पडता था, जो बरसात के दिनों में अत्यंत जोखिमभरा था। महानदी पर निर्मित यह ब्रिज अपनी वास्तुकला के कारण काफी आकर्षक है इसमें रोशनी के लिए आधुनिक एवं सुसज्जित प्रकाश व्यवस्था है। जिसके कारण रात को भी पर्यटकों का आवागमन सुगमता से हो सकता है। राजिम संगम स्थल पर निर्मित यह सस्पेंशन ब्रिज राज्य के बाहर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा, जिससे इस पौराणिक स्थल का ख्याति दूर-दूर तक फैलेगी एवं लगातार पर्यटकों की वृद्धि होगी। ब्रिज की चौंडाई 3.25 मीटर है तथा लंबाई 610 मीटर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्ष्मण झूला अंचल के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात है। इस अवसर पर धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, राजिम विधायक अमितेश शुक्ल, अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू, नगर पालिका गोबरा नवापारा अध्यक्ष धनराज मध्यानी, नगर पंचायत राजिम अध्यक्ष श्रीमती रेखा राजू सोनकर, कलेक्टर नम्रता गांधी, एसपी जे.आर. ठाकुर एवं जल संसाधन के इंद्रजीत उइके, प्रमुख अभियंता आरके नगरिया, मुख्य अभियंता सीपी जैन, अधीक्षण अभियंता एसके बर्मन, कार्यपालन अभियंता एसपी मिश्रा, अनुविभागीय अधिकारी मधु बोरकर, अनुविभागीय अधिकारी रविन्द्र शर्मा, सहायक अभियंता महेंद्र खेलकर, उप अभियंता ब्रिज मौजूद थे। निर्माण एजेन्सी एपीकॉन कंपनी इन्दौर के द्वारा कार्य किया गया।