गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 4 मार्च। राजिम माघी पुन्नी मेला में सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे मेले में आने वाले समस्त अतिथियों, कलाकरों एवं दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना नही करना पड़ा।
गरियाबंद जिला के पुलिस अधीक्षक जेआर ठाकुर के निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रेश ठाकुर के मार्गदर्शन में पुलिस प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए है। मेला क्षेत्र के चारों ओर पुलिस बल तैनात थे। कोई भी अप्रिय घटना न हो इसलिए कंट्रोल रूम द्वारा बार-बार मेलार्थियों को सतर्क रहने की जानकारी दिया जा रहा था। जगह-जगह फ्लेक्स के माध्यम से भी लोगों को सावधान किया जा रहा था।
पुलिस की सक्रियता के चलते, मेला सहित मेला क्षेत्र में कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटी। एसडीओपी पुष्पेन्द्र नायक ने बताया कि राजिम मेला में सुरक्षा की दृष्टि से कुल 1350 जवान सहित अन्य राजपत्रित अधिकारी एवं कर्मचारी तैनात रहकर सुरक्षा व्यवस्था सहित यातायात को व्यवस्थित करने में लगे हुए थे। महिला सुरक्षा, साईबर सुरक्षा के साथ ही 120 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के निगरानी रखी जा रही थी।
श्री नायक ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से महिला एवं पुरूष पुलिस जवान सादी वर्दी में मेला स्थल पर मौजूद थे, जो पाकिट मारों और मनचलों पर नजर रखे हुए थे। मेला में खोया पाया का स्टॉल लगाया गया था, जिसमें बच्चों की गुमसुदगी होने पर परिजन वहां जाकर जानकरी देते थे और पुलिस की स्पेशल टीम बच्चों को ढूंढ कर सकुशल परिजनों को सुपुर्द करती थी। मेला में ड्यूटी पर पहुंचे हजारों जवानों के साथ पुलिस कप्तान जेआर ठाकुर भी देर रात तक मेला में मौजूद रहते और जरूरी दिशा निर्देश देते थे।
ट्रैफिक को मद्देनजर पुलिस द्वारा वैकल्पिक रास्ते के लिए व्यवस्था की गई है ताकि अधिक भीड़ या जाम की स्थिति में यातायात को दूसरे रास्ते से डायवर्ट करते हुए गन्तव्य तक पहुंचाया जा सके। पुलिस विभाग की सुव्यवस्थित व्यवस्था का ही नतीजा रहा इस बार राजिम मेला शांतिपूर्ण तरीके से मेले को सफल हो पाया, मेला में किसी प्रकार की अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दिया जा सका। वहीं मेले में आगजनी की घटनाओं से बचने के लिए फायर ब्रिगेड की व्यवस्था भी किया गया था।
शाही स्नान के लिए बनाएं गए स्नान कुंड में सुरक्षा के लिए गोताखोरों की व्यवस्था भी की गई थी। सुरक्षा को लेकर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया साथ ही अभिव्यक्ति एप को जन जन तक पहुंचाने के लिए वीडियो के माध्यम से प्रचार किया गया। इसी प्रकार मुख्यमंच पर प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को भी पुलिस पेट्रोलिंग की सुविधा गई गई थी।