कोण्डागांव

नैक प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं और निपटने के उपाय बताए
30-Apr-2022 10:39 PM
नैक प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं और निपटने के उपाय बताए

गुंडाधुर कॉलेज में एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 30 अप्रैल। शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता व आश्वासन प्रकोष्ठ तथा जिला स्तरीय नैक समिति के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में राज्य आश्वासन व गुणवत्ता प्रकोष्ठ के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ. जी.ए. घनश्याम ने नैक- क्या, क्यों और कैसे पर विस्तृत व्याख्यान दिया। कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि के रूप में बस्तर संभाग उच्च शिक्षा विभाग की अतिरिक्त संचालक तथा शासकीय काकतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जगदलपुर की प्राचार्य डॉ. वी विजयलक्ष्मी उपस्थित रहे।

 कार्यक्रम के स्वागत उद्बोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चेतन राम पटेल ने अतिथियों का परिचय देकर स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि के उद्बोधन में डॉ. विजयलक्ष्मी ने नैक प्रक्रिया में आने वाली मूलभूत समस्याओं के बारे में बताया और उनसे निपटने के उपाय भी बताए। चूंकि डॉ. विजयलक्ष्मी संभाग और राज्यस्तरीय विभिन्न नैक विजिट समितियों में रह चुकी है। उन्होंने मॉक विजिट के अनुभव साझा कर सभी पहलुओं को बड़ी ही सरलता से समझाया तथा अपेक्षा की कि बस्तर संभाग के सभी महाविद्यालयों के नैक प्रत्यायन में अच्छे ग्रेड हासिल होंगे।

मुख्य वक्ता डॉ. घनश्याम ने नैक प्रक्रिया जो कि राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद बेंगलुरु द्वारा विभिन्न पदों में होती है। इन पदों की व्याख्या की जिसमें सबसे पहले उच्च शिक्षा संस्थान का नैक की वेबसाइट में पंजीयन, आईआईक्यू जमा करना, स्व मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार कर जमा करना, डीवीवी तथा छात्र संतुष्टि सर्वेक्षण के साथ पीयर टीम विजिट के बारे में जानकारी दी।

इसके तहत डॉ. घनश्याम ने स्व मूल्यांकन प्रतिवेदन के सातों क्राइटेरिया के बारे में विस्तार से समझाया। वैसे तो जिला स्तरीय समिति जिला कोण्डागांव के द्वारा यह आयोजन केवल बस्तर संभाग से जुड़े संबद्ध महाविद्यालयों के लिए किया गया था। परंतु इस आयोजन से छत्तीसगढ़ के अन्य संभागों के महाविद्यालयों के लगभग 100 प्राचार्य, प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक तथा शोधार्थी भी जुड़े।

इस कार्यक्रम के अंत में विभिन्न महाविद्यालयों के नवपदस्थ प्राध्यापकों ने अपनी जिज्ञासा डॉ. घनश्याम से पूछी और डॉक्टर घनश्याम ने बड़े ही रोचक और सरल तरीके से उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। फ़ीडबैक के रूप में नारायणपुर महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. सुमित कुमार श्रीवास्तव, शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डॉ. रूपा सोरी, शासकीय आदर्श आवासीय कन्या महाविद्यालय कोण्डागांव के सहायक प्राध्यापक उमेश नेताम ने भौतिक रूप से तथा शासकीय महाविद्यालय कंडेल के सहायक प्राध्यापक लक्ष्मी नारायण सिन्हा, जोबी महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डॉ. अर्चना आसटकर ने वर्चुअल रूप में कार्यक्रम के आयोजन को की सराहना की।

कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष तथा जिला स्तरीय नैक समिति के सदस्य नसीर अहमद ने किया और आभार प्रदर्शन शशि भूषण कन्नौजे, सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र विभाग ने किया।

इस आयोजन में बस्तर संभाग के शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय से संबद्ध समस्त महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक और शोधार्थियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के अन्य महाविद्यालयों के प्राध्यापक और आंतरिक गुणवत्ता व आश्वासन प्रकोष्ठ के इंचार्ज भी जुड़े रहे।

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