बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 3 जून। मानिकपुरी पनिका कोसरिया समाज दल्लीराजहरा द्वारा सदगुरू कबीर प्रगट दिवस पर सामाजिक बंधुओं द्वारा आपसी सहयोग से हर्षोल्लास, सौहार्दपूर्ण वातावरण में सत्य पुरुष को याद किया गया।
रायपुर से आये महंत गन्नू दास एवं लोमस दास महानंदिया दिवान संत कबीर दास की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए हर जाति धर्म के अनुयायियों को सभी पंथ आचार्यों द्वारा सत्य मार्ग व सत्य वचनों पर चलने की प्रेरणा देते रहे हैं।
प्रवचन में उन्होंने बताया कि कबीर चारों युगों में आये हैं, सत्युग में संत सुकृत साहब, द्वापर मे करुणामय नाम साहब, त्रेता में मुणिन्द्र साहब एवं कलयुग मे कबीर साहब कहलाये और उन्होंने मानव जाति को निरंजन अर्थात कालरुपी अंधकार से बचाने के लिए युगों युग तक अवतरित होते रहे हैं।
कार्यक्रम में आयोजन समिति के अध्यक्ष रजूला दास बघेल, उपाध्यक्ष ठेलूदास, कोषाध्यक्ष ईश्वर दास, संयुक्त सचिव खोरबाहरिन बाई, प्रांतीय संगठन सचिव पारसदास मानिकपुरी, मधुसूदन दास, लुभान दास, शुक्ला दास, शंकर दास, शंभुदास, बंसीदास कुलदीप, हीरादास, टिकेश्वरी, सुनिता, दुखिया, रमेश दास, चंपा बाई, उमाकांत, ज्ञानदास, नरेंद्र दास सहित समाज के लोगों का सहयोग रहा।