बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 11 जुलाई। छत्तीसगढ़ के अधिकांश किसानों की बोआई का कार्य पुरा हो चुका है, किसान अपने खेतों में अच्छी पैदावार के लिए रासायनिक खाद्य यूरिया, पोटाश लेने सरकारी समितियों के चक्कर लगाते हुए कई दिन बीत गये हैं पर उन्हें समितियों से खाद्य के लिए निराश होना पड़ रहा है। परंतु प्रदेश सरकार इस और ध्यान नहीं दे रही, उक्त बातें सांसद प्रतिनिधि विक्रम ध्रुवे ने जारी अपने बयान में कही।
उन्होंने कहा कि किसानों की बोआई का कार्य समाप्ति पर है, किसान निजी दुकानों से महंगे दामों में खाद्य लेने मजबूर है। जिले व ब्लॉक के निजी दुकानों में खाद्य का भर-मार स्टॉक उपलब्ध हैं जिससे दुकानदार अपने शर्त पर खाद्य के दामों में बढ़ोतरी कर किसानों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं और यह सब शासन में बैठे प्रशासन के अधिकारियों के नाक के नीचे हो रहा है। सांसद प्रतिनिधि ने शासन प्रशासन से खाद्य की कालाबाजारी रोकने के लिए निजी विक्रेताओं पर कार्यवाही की मांग किये हैं। साथ ही उन्होंने कहा की प्रदेश की कांग्रेस सरकार एक काम पुरी ईमानदारी से कर रही है हमारी आने वाली पीढिय़ों को कर्ज में डूबाने का कार्य बेखुबी अंजाम दे रही है।
वहीं उन्होने यह भी कहा 15 साल के भाजपा की सरकार में न तो किसानों को खाद्य बीज के लिए भटकना पड़ा और न अपने पैदावार को बेचने के लिए बारदाने के लिए कोई कठिनाई हुई है। आज प्रशासन में बैठे उच्चाधिकारी एमएसपी मूल्य में पोटाश एवं यूरिया का उठावा की बात आये दिन समाचार पत्र में कहते है उसके बाद भी खाद्य की कालाबाजारी धडल्ले से हो रही है, साथ ही यह भी कहा की लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरी होती है और जब सरकार ही जनता के हितों की जगह स्वार्थसिद्धी में लग जाए तब जनता ही उसे गलती का अहसास कराती है।
सांसद प्रतिनिधि ने यह भी कहा की पुरी दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जो वसुधैव कुटुंबकम् की बात करता है।
चीन ने पूरी दुनिया को करोना वायरस दिया तो भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे विश्व को दवाईयां दी भाजपा पार्टी कार्यकर्ताओं के बल पर काम करती है व अंतिम व्यक्ति तक अंत्योदय का सिद्धांत पहुंचाने का कार्य करती है।